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ͩ Ȳ नाग ͧ ƨ Ȳ ȡ[@ Û
Ǖ¡ समेत चले सरु ȡ[@
@
ǒ ç ǕǒȲͬ
महे सु ǒ¡ ȡ_@चले सकल सुर जान बनाई।।
सतीं ǒ ȪȯÞ Ȫ ǒ ȡ ȡ@जात चले सुंदर ǒͬ नाना।।
सुर ǕȲ ȣ Ǒ¡ Ȳकल गाना। सुनत Į ǗǑ¡ Ȳ ǕǓ Ú ȡ ȡ@
@
पछ
ू े उ तब ͧ ȱकहे उ बखानी। ͪ ȡ Ê ǓǕ कछु हरषानी।।
ɋ महे सु ȪǑ¡ आयसु ȯ¡ ȣȲ@कुछ Ǒ जाइ ¡ ɋ ͧ f ¡ ȣȲ@
@
Ǔ ǐ× ȡ ǿ दख
ु ु ȡȣ@कहइ न Ǔ अपराध ǒ
ȡȣ@
@
Ȫ ȣ सती मनोहर बानी। भय संकोच Ĥȯ रस सानी।।
दो0-ͪ ȡ भवन ` × परम ɋ Ĥ Ǖआयसु होइ।
तौ मै जाउँ कृपायतन सादर दे खन सोइ।।61।।
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कहे हु नीक मोरे हुँ मन भावा। यह \ Ǖͬ
Ǒ¡ Ȳनेवत पठावा।।
Í सकल Ǔ सुता बोलाई। ¡ Ʌबयर à Ǖ ¡ ` ǒ ȡ_@
@
Ħ é ȡȱहम सन दख ु ु माना। ȯǑ¡ Ʌअजहुँ Ǒ¡ Ȳअपमाना।।
ɋ ǒ ǕȪ Ʌजाहु भवानी। रहइ न सीलु सनेहु न कानी।।
ͪ ͧ ğ Ĥ Ǖͪ Ǖगरु गेहा। जाइअ ǒ Ǖबोलेहुँ न सँदेहा।।
ͪ ǒ Ȫ मान जहँ कोई। तहाँ गएँ ã ȡ Ǖन होई।।
ȡȱǓ अनेक संभु समुझावा। भावी बस न Ê ȡ Ǖउर आवा।।
कह Ĥ Ǖजाहु जो ǒ Ǒ¡ Ȳबोलाएँ। Ǒ¡ Ȳ ͧ बात हमारे भाएँ।।
दो0- Ǒ¡ दे खा हर जतन बहु रहइ न Í Ǖ ȡǐ@
Ǒf É
Ǖ गन संग तब ǒ ȡ ȧÛ¡ ǒğ Ǖȡǐ@
@62।।
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ͪ ȡ भवन जब गई भवानी। Í ğȡ काहुँ न सनमानी।।
सादर ȯǑ¡ Ȳͧ ȣ एक माता। ͬ ȢȲͧ ȣȲबहुत मस
ु क
ु ाता।।
Í न कछु Ǘ Ȥ कुसलाता। Ǔ Ǒ¡ ǒ Ȫͩ जरे सब गाता।।
सतीं जाइ दे खेउ तब जागा। कतहुँ न ȣ संभु कर भागा।।
तब ͬ
चढ़े उ जो संकर कहे ऊ। Ĥ Ǖअपमानु Ǖͨ उर दहे ऊ।।
ȡǓ दख
ु ु न ǿ ȱअस Þ ȡ ȡ@जस यह भयउ महा ǐ ȡ ȡ@
@
ɮ ͪ जग ȡǽ दख
ु नाना। सब Ʌ Ǒ ȡǓ अवमाना।।
Ǖͨ सो Ǔ Ǒ¡ भयउ \ Ǔ Đ Ȫ ȡ@बहु ǒ ͬ जननीं ȧÛ¡
Ĥ Ȫ ȡ@
@
दो0-ͧ अपमानु न जाइ Ǒ¡ ǿ ȱन होइ Ĥ Ȫ @
सकल Ǒ¡ ¡ Ǒ ¡ ͩ तब Ȫ ȣȲबचन Đ Ȫ @@63।।
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सुनहु सभासद सकल ǕǓ Ȳȡ@ ¡ ȣ सुनी ǔ Û¡ संकर Ǔ Ȳȡ@
@
सो फलु तरु त लहब सब काहूँ। ȣ ȡȱǓ Ǔ ȡ ͪ ȡ¡ Ǘȱ@
@
संत संभु Į Ȣ Ǔ अपबादा। ǓǕ \ जहाँ तहँ \ ͧ मरजादा।।
ȡǑ\ तासु जीभ जो बसाई। Į ǑǗ न त
ͧ \ पराई।।
जगदातमा महे सु Ǖȡȣ@जगत जनक सब के Ǒ¡ ȡȣ@
@
ͪ ȡ Ȳ Ǔ Ǔ Ȳ ȯ¡ ȣ@Í ǕĐ संभव यह ȯ¡ ȣ@
@
तिजहउँ तरु त दे ह ȯǑ¡ हे त।ू उर ǐ
ġȲ ȫͧ बष
ृ केत।ू ।
अस Ǒ¡ जोग \ ͬ Ǔ तनु जारा। भयउ सकल मख हाहाकारा।।
दो0-सती मरनु ǓǕ संभु गन लगे करन मख खीस।
Ê ǒ Ȳ ǒ Ȫͩ भगृ ु Í ȡ ȧǔÛ¡ मुनीस।।64।।
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समाचार सब संकर पाए। Ȣ ġ Ǖ ǐ कोप पठाए।।
Ê ǒ Ȳ जाइ Ǔ Û¡ ȧÛ¡ ȡ@सकल ǕÛ¡ ǒͬ फलु ȣÛ¡ ȡ@
@
भे ǒ Ǒ Í Ǔ सोई। ͧ कछु संभु ǒ Ǖ कै होई।।
यह ^Ǔ ¡ ȡ सकल जग जानी। ताते ɇसंछेप बखानी।।
सतीं मरत ¡ ǐ सन ǽ मागा। जनम जनम ͧ पद अनरु ागा।।
ȯǑ¡ कारन Ǒ¡ ͬ ǐ गह
ृ जाई। जनमीं पारबती तनु पाई।।
जब Ʌउमा सैल गह
ृ ȡɃ@सकल ͧ ͪƨ Ȳ Ǔ तहँ छाई।।
जहँ तहँ ǕǓ Û¡ Ǖ] Į ȧÛ¡ ȯ@` ͬ
बास Ǒ¡ भूधर ȣÛ¡ ȯ@
@
दो0-सदा सुमन फल Ǒ¡ सब ġ Ǖ नव नाना ȡǓ @
उभय ȣ अस कौतक
ु भयऊ। जौ ͬ कामु संभु Ǒ¡ Ȳगयऊ।।
ͧ Ǒ¡ ǒ Ȫͩ ससंकेउ ȡǾ @भयउ ȡͬ Ǔ सबु Ȳ ȡǾ @
@
भए तरु त सब जीव सुखारे । ǔ ͧ मद ` ǐ गएँ मतवारे ।।
ǽġǑ¡ ȯͨ मदन भय माना। दरु ाधरष Ǖ [ भगवाना।।
ͩ लाज कछु ǐ Ǒ¡ Ȳजाई। मरनु ȡǓ मन
ȯͧ उपाई।।
Ĥ ȯͧ तरु त ǽͬ
ǐ Ǖȡ ȡ@ Ǖ ͧǕ नव ǽ रािज ǒ ȡ ȡ@
@
बन उपबन ȡͪ ȡ तड़ागा। परम सुभग सब Ǒ ȡ ǒ ȡ ȡ@
@
जहँ तहँ जनु उमगत अनुरागा। ȯͨ मुएहुँ मन ͧ जागा।।
छं 0-जागइ मनोभव मुएहुँ मन बन सुभगता न परै ¡ ȣ@
सीतल सुगंध सुमंद ȡǽ मदन अनल सखा ¡ ȣ@
@
ǒ ȯ ǔÛ¡ बहु कंज गुंजत पुंज मंजुल मधक
ु रा।
कलहं स ͪ सक ु सरस रव ǐ गान ȡ
Ǒ¡ Ȳअपछरा।।
दो0-सकल कला ǐ ȪǑ ǒ ͬ हारे उ सेन समेत।
ȣ न अचल ȡͬ ͧ कोपेउ ǿ Ǔ ȯ @
@86।।
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ȯͨ रसाल ǒ बर साखा। ȯǑ¡ पर चढ़े उ मदनु मन माखा।।
सम
ु न चाप Ǔ सर संधाने। \ Ǔ ǐ ȡͩ Į ͬ ताने।।
छाड़े ǒ ǒͧ उर लागे। ǕǑ ȡͬ संभु तब जागे।।
भयउ ईस मन छोभु ǒ ȯ Ȣ@नयन ` ȡǐ सकल Ǒͧ दे खी।।
सौरभ ã मदनु ǒ Ȫ ȡ@भयउ कोपु कंपेउ ğȰ
Ȫ ȡ@
@
तब ͧ ȱतीसर नयन उघारा। ͬ
कामु भयउ ǐ छारा।।
हाहाकार भयउ जग ȡȣ@डरपे सरु भए असरु Ǖ ȡȣ@
@
Ǖͨ कामसख
ु ु Ȫ
Ǒ¡ Ȳभोगी। भए अकंटक साधक जोगी।।
छं 0- Ȫͬ अकंटक भए Ǔ Ǔ सुनत Ǔ Ǖǽ Ǔ भई।
ȪǓ Ǔ बहु ȡȱǓ ǽ ȡ Ǔ संकर Ǒ¡ Ȳगई।
\ Ǔ Ĥȯ ǐ ǒ Ȣ ǒ ǒ ǒ ͬ Ȫǐ कर Û Ǖ ¡ ȣ@
Ĥ Ǖआसत
ु ोष कृपाल ͧ अबला Ǔ ͨ बोले ¡ ȣ@
@
दो0-अब ɅǓ तव नाथ कर ¡ Ȫ^Ǒ¡ नामु अनंग।ु
ǒ Ǖबपु Þ ȡͪǑ¡ Ǒ¡ ǕǓ सुनु Ǔ ͧ Ĥ Ȳ Ǖ@
@87।।
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जब जदब
ु ंस Ǚç अवतारा। ¡ Ȫ^Ǒ¡ हरन महा Ǒ¡ ȡȡ@
@
Ǚç तनय ¡ Ȫ^Ǒ¡ Ǔ तोरा। बचनु \ Û ȡ होइ न मोरा।।
Ǔ गवनी ǕǓ संकर बानी। कथा अपर अब कहउँ बखानी।।
ȯ Û¡ समाचार सब पाए। Ħ é ȡǑ बैकंु ठ ͧ ȡf @
@
सब सरु ǒç ǕǒȲͬ
समेता। गए जहाँ ͧ ǙȡǓ ȯ ȡ@
@
पथ
ृ क पथ
ृ क Ǔ Û¡ ȧǔÛ¡ Ĥ Ȳ ȡ@भए Ĥ Û
ġȲ अवतंसा।।
बोले Ǚȡͧ Ȳ Ǖबष
ृ केत।ू कहहु अमर आए ȯǑ¡ हे त।ू ।
कह ǒ ͬ à
Ǖ ¡ Ĥ Ǖअंतरजामी। ͪ Ǔ बस ǒ `ȱè ȡ Ȣ@
@
दो0-सकल ǕÛ¡ के ǿ ȱअस संकर परम उछाहु।
Ǔ ǔÛ¡ दे खा
¡ Ǒ¡ Ȳनाथ à
Ǖ ¡ ȡ ǒ ȡ¡ Ǖ@
@88।।
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यह ` × ȯͨ \ ǐ लोचन। सोइ कछु करहु मदन मद मोचन।
कामु ȡǐ Ǔ कहुँ ǽ ȣÛ¡ ȡ@ Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖयह \ Ǔ भल ȧÛ¡ ȡ@
@
ȡ Ǔ ǐ ǓǕ Ǒ¡ Ȳपसाऊ। नाथ Ĥ Û Ǖ¡ कर सहज सभु ाऊ।।
पारबतीं तपु ȧÛ¡ अपारा। करहु तासु अब अंगीकारा।।
ǓǕ ǒͬ ǒ Ǖͨ Ĥ Ǖबानी। ऐसेइ होउ कहा सुखु मानी।।
तब ȯ Û¡ दं द
ु भ
ु ीं ȡɃ@ ͪ सुमन जय जय सुर साई।।
\ ǽ ȡǓ Ü ǐͪ आए। Ǖ Ǒ¡ Ȳǒͬ ͬ ǐ पठाए।।
Ĥ गए जहँ ¡ ȣ भवानी। बोले मधरु बचन छल सानी।।
दो0-कहा हमार न सन
ु ेहु तब नारद Ʌउपदे स।
अब भा झूठ à
Ǖ ¡ ȡ पन जारे उ कामु महे स।।89।।
मासपारायण,तीसरा ͪĮ ȡ
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ǓǕ Ȫ ȣȲमस
ु काइ भवानी। ` ͬ
कहे हु ǓǕ ǒ Ê ȡ Ȣ@
@
à Ǖ ¡ Ʌजान कामु अब जारा। अब ͬ संभु रहे ǒ ȡȡ@ @
¡ Ʌजान सदा ͧ जोगी। अज \ ɮ अकाम अभोगी।।
ɋ ɇͧ सेये अस जानी। ĤȢǓ समेत [मन बानी।।
तौ हमार पन सुनहु मुनीसा। ǐ¡ Ǒ¡ Ȳ × ǙȡǓ ͬ ईसा।।
à
Ǖ ¡ जो कहा हर जारे उ मारा। सोइ \ Ǔ बड़ \ ǒ ȯ Ǖ à
Ǖ ¡ ȡȡ@
@
तात अनल कर सहज सभ
ु ाऊ। Ǒ¡ ȯǑ¡ Ǔ जाइ Ǒ¡ Ȳकाऊ।।
गएँ समीप सो \ ͧ नसाई। \ ͧ Û महे स ȧ नाई।।
दो0-Ǒ¡ ȱहरषे ǕǓ बचन ǕǓ ȯͨ Ĥ ȢǓ ǒ èȡ @
@
चले ȡǓ Ǒ¡ नाइ ͧ गए Ǒ¡ ȡ
पास।।90।।
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सबु Ĥ Ȳ Ǖͬ ǐǓ Ǒ¡ सुनावा। मदन दहन ǕǓ \ Ǔ दख
ु ु पावा।।
¡ Ǖǐ कहे उ Ǔ कर बरदाना। ǕǓ Ǒ¡ Ȳ बहुत सुखु माना।।
ǿ ȱǒ
ȡǐ संभु Ĥ Ǖ ȡ_@सादर ǕǓ ͧ f बोलाई।।
ǑǕ Ǖसन
ु खतु Ǖ ȣ सोचाई। ȯͬ ȯ ǒͬ लगन धराई।।
ğȢ Ü ǐͪÛ¡ सोइ ȣÛ¡ ȣ@ Ǒ¡ पद ǒ Ǒ¡ ȡ
ȧÛ¡ ȣ@
@
जाइ ǒ ͬ Ǒ¡ ȣǔÛ¡ सो पाती। बाचत Ĥ ȢǓ न ǿ ȱसमाती।।
लगन ȡͬ
अज Ǒ¡ सुनाई। हरषे ǕǓ सब सुर समुदाई।।
सुमन ǔǙç नभ बाजन बाजे। मंगल कलस दसहुँ Ǒͧ साजे।।
दो0- लगे सँवारन सकल सरु बाहन ǒǒ ǒ ȡ @
¡ ȪǑ¡ सगुन मंगल सुभद Ǒ¡ Ȳअपछरा गान।।91।।
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à
Ǖ ¡ सन ͧ Ǒ¡ Ȳͩ ǒͬ के अंका। मातु Þ [ Ǔ लेहु कलंका।।
छं 0- Ǔ लेहु मातु कलंकु ǽ ȡ ǐ¡ ¡ Ǖअवसर ¡ ȣȲ@
दख
ु ु सख
ु ु जो ͧ ȡ ͧ ȡ ¡ Ʌजाब जहँ पाउब ¡ ȣȲ@
@
ǕǓ उमा बचन ǒ Ȣ कोमल सकल अबला Ȫ
¡ ȣȲ@
@
बहु ȡȱǓ ǒͬ Ǒ¡ लगाइ दष
ू न नयन ȡǐ ǒ Ȫ
¡ ȣȲ@
@
दो0- ȯǑ¡ अवसर नारद Ǒ¡ \ ǽ ǐͪ Ü समेत।
समाचार ǓǕ ǑǕ¡ ͬ ǐ गवने तरु त Ǔ ȯ @
@97।।
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तब नारद Ǒ¡ समझ
ु ावा। ǽǗ ȡĤ Ȳ Ǖसन
ु ावा।।
मयना × सन
ु हु मम बानी। जगदं बा तव सत
ु ा भवानी।।
अजा \ ȡǑ ǔÈ \ ǒ ȡͧ Ǔ @सदा संभु अरधंग Ǔ ȡͧ Ǔ @
@
जग संभव पालन लय ȡǐǓ @Ǔ ^Í ȡ ȣ ȡ बपु ȡǐǓ @
@
जनमीं Ĥ Í गह
ृ जाई। नामु सती सुंदर तनु पाई।।
तहँहुँ सती Ȳ Ǒ¡ ǒȡ¡ ȣȲ@कथा Ĥͧ ƨ सकल जग ȡ¡ ȣȲ@
@
एक बार आवत ͧ संगा। दे खेउ रघक
ु ु ल कमल पतंगा।।
भयउ मोहु ͧ कहा न ȧÛ¡ ȡ@ħ बस बेषु सीय कर ȣÛ¡ ȡ@ @
छं 0-ͧ बेषु सती जो ȧÛ¡ ȯǑ¡ अपराध संकर ǐ¡ ȣȲ@
हर ǒ ¡ ȱजाइ ¡ Ȫǐ ͪ ǕɅ Ê जोगानल ȣȲ@
@
अब ͧ à
Ǖ ¡ ȯभवन Ǔ Ǔ ȡͬ ȡǽ तपु ͩ ȡ@
अस ȡǓ संसय तजहु ͬ ǐ ȡ [ ȡ संकर ͪĤ ȡ@
@
दो0- ǓǕ नारद के बचन तब सब कर ͧ ȡ ǒ ȡ@
छन महुँ Þ ȡȯ̀ सकल पुर घर घर यह संबाद।।98।।
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तब मयना Ǒ¡ Ȳ Ǖअनंदे। ǓǕ ǓǕ पारबती पद बंदे।।
ȡǐ Ǖǽ ͧ Ǖजुबा सयाने। नगर लोग सब \ Ǔ हरषाने।।
लगे होन पुर मंगलगाना। सजे Ǒ¡ हाटक घट नाना।।
ȡȱǓ अनेक भई जेवराना। Ǘ ȡèğ जस कछु Þ ¡ ȡȡ@
@
सो जेवनार ͩ जाइ बखानी। Ǒ¡ Ȳभवन ȯǑ¡ Ȳमातु भवानी।।
सादर बोले सकल बराती। ǒç ǕǒȲͬ
दे व सब जाती।।
ǒ ǒͬ ȡȱǓ Ȱ Ȥ जेवनारा। लागे ǽ Ǔ Ǖ सुआरा।।
ȡǐ ȲǙ सुर जेवत
ँ जानी। लगीं दे न ȡȣȲमद
ृ ु बानी।।
छं 0- ȡȣȲमधरु è ȯǑ¡ Ȳ ǕȲ ǐ ǒ Ê
Ȳ बचन Ǖ ȡ¡ ȣȲ
@
भोजनु Ǒ¡ Ȳसरु \ Ǔ ǒ Ȳ Ǖǒ Ȫ Ǖ ǓǕ सचु ȡ ¡ ȣȲ@
@
जेवत
ँ जो ɵ Ȫ अनंद ु सो मख
ु ȪǑ¡ Ǘȱन परै é Ȫ@
अचवाँइ ȣÛ¡ ȯपान गवने बास जहँ जाको é Ȫ@
@
दो0-¡ Ǖǐ ǕǓ Û¡ Ǒ¡ Ȳ कहुँ लगन सुनाई आइ।
समय ǒ Ȫͩ ǒ ȡ¡ कर पठए दे व बोलाइ।।99।।
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Ȫͧ सकल सुर सादर ȣÛ¡ ȯ@ Ǒ¡ Ȫͬ
आसन ȣÛ¡ ȯ@@
ȯ ȣ बेद ǒ ȡ ȱ ȡȣ@सुभग सुमंगल ȡǑ¡ Ȳ ȡȣ@
@
ͧ Ȳ ȡ Ǖ\ Ǔ ǑÞ सुहावा। जाइ न Ǔ ǒ Ȳͬ
बनावा।।
बैठे ͧ ǒĤÛ¡ ͧ ǽ नाई। ǿ ȱ ͧǕ ǐ Ǔ Ĥ Ǖरघरु ाई।।
¡ Ǖǐ Ǖ Ȣ Û¡ उमा बोलाई। ǐ ͧ Ȳ ȡǽ सखीं लै आई।।
दे खत Ǿ Ǖसकल सुर मोहे । बरनै ǒ अस जग ǒ को है।।
Ȳǒ ȡ ȡǓ भव भामा। ǕÛ¡ Ǒ¡ Ȳमन ȧÛ¡ Ĥ ȡ ȡ@
@
सुंदरता मरजाद भवानी। जाइ न ȪǑ¡ Ǖȱबदन बखानी।।
छं 0- ȪǑ¡ Ǖȱबदन Ǒ¡ Ȳबनै बरनत जग Ǔ सोभा महा।
Ǖ
Ǒ¡ Ȳकहत Į ǓǕ सेष सारद Ȳ Ǔ तल
ु सी कहा।।
ǒ ȡǓ मातु ȡǓ गवनी Ú मंडप ͧ जहाँ।।
\ Ȫͩ Ǒ¡ Ȳन सकुच Ǔ पद कमल मनु Ǖ ǽ तहाँ।।
दो0- ǕǓ अनस
ु ासन Ǔ Ǒ¡ पूजेउ संभु ȡǓ @
कोउ ǕǓ संसय करै Ǔ सुर \ ȡǑ िजयँ ȡǓ @
@100।।
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रामकथा संद
ु र कर ȡȣ@संसय ǒ ¡ ` ȡǓ ¡ ȡȣ@
@
रामकथा ͧ ǒ Ǖ ȡȣ@सादर सुनु ͬ ǐȡ Ǖ ȡȣ@
@
राम नाम गुन
ǐ सुहाए। जनम करम \ Ǔ Į ǓǕ गाए।।
जथा अनंत राम भगवाना। तथा कथा ȧǓ गुन नाना।।
ͪ जथा Į Ǖ ͧ Ǔ Ȫȣ@ Ǒ¡ ¡ `ȱȯͨ Ĥ ȢǓ \ Ǔ Ȫȣ@
@
उमा Ĥ è तव सहज सह
ु ाई। सख
ु द संतसंमत ȪǑ¡ भाई।।
एक बात Ǒ¡ ȪǑ¡ सोहानी। ͪ मोह बस कहे हु भवानी।।
तम
ु जो कहा राम कोउ आना। ȯǑ¡ Į ǓǕ गाव Ǒ¡ Ȳ ǕǓ Ú ȡ ȡ@
@
दो0- ¡ Ǒ¡ Ǖ Ǒ¡ अस अधम नर Ē ȯजे मोह ͪ ȡ
@
पाषंडी ¡ ǐ पद ǒ Ǖ ȡ Ǒ¡ Ȳझूठ न साच।।114।।
–*–*–
\ Ê \ Ȫǒ अंध अभागी। काई ǒ मक ु र मन लागी।।
लंपट ȣ ǕǑ ǒ ȯ Ȣ@सपनेहुँ संतसभा Ǒ¡ Ȳदे खी।।
¡ Ǒ¡ Ȳते बेद असंमत बानी। ǔ Û¡ Ʌसझ
ू लाभु Ǒ¡ Ȳहानी।।
मक
ु र ͧ \ ǽ नयन ǒ¡ ȣ ȡ@राम Ǿ ȯ Ǒ¡ Ȳͩ ͧ ȣ ȡ@
@
ǔ Û¡ Ʌ अगुन न सगुन ǒ ȯ ȡ@ ãǑ¡ Ȳ ǔã बचन अनेका।।
¡ ǐ ȡ ȡ बस जगत ħ ȡ¡ ȣȲ
@Ǔ Û¡ Ǒ¡ कहत कछु \ Ǒ ȡ¡ ȣȲ@
@
बातल
ु भूत ǒ मतवारे । ते Ǒ¡ ȲȪ Ǒ¡ Ȳबचन ǒ
ȡȯ@
@
ǔ Û¡ कृत महामोह मद पाना। Ǔ Q
कर कहा ǐ\ Ǒ¡ Ȳकाना।।
सो0-अस Ǔ ǿ ȱǒ
ȡǐ तजु संसय भजु राम पद।
सन
ु ु ͬ ǐȡ Ǖ ȡǐ ħ तम ǒ कर बचन मम।।115।।
Ǖ Ǒ¡ \ Ǖ Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳकछु भेदा। ȡ Ǒ¡ Ȳ ǓǕ परु ान बध
ु बेदा।।
अगुन \ ǽ अलख अज जोई। भगत Ĥȯ बस सगुन सो होई।।
जो गुन Ǒ¡ सगुन सोइ Ȱ Ʌ@जलु Ǒ¡ उपल ǒ Ǒ¡ Ȳ Ȱ Ʌ@
@
जासु नाम ħ Ǔ ͧ पतंगा। ȯǑ¡ ͩ ͧ Ǒ¡ \ ǒ Ȫ¡ Ĥ Ȳ ȡ@
@
राम ǔÍ
ȡ Ȳ Ǒ ȯ ȡ@ Ǒ¡ Ȳतहँ मोह Ǔ ȡ लवलेसा।।
सहज Ĥ ȡ ǽ भगवाना। Ǒ¡ Ȳतहँ ǓǕ ǒÊ ȡ ǒ ¡ ȡ ȡ@
@
हरष ǒ ȡ Ê ȡ \ Ê ȡ ȡ@जीव [\ ¡ ͧ Ǔ \ ͧ ȡ ȡ@
@
राम Ħ é Þ ȡ जग जाना। ȡ Û परे स पुराना।।
दो0- Ǖǽ Ĥͧ ƨ Ĥ ȡ Ǔ ͬ Ĥ परावर नाथ।।
Ǖ Ǖ Ǔ मम è ȡͧ सोइ Ǒ¡ ͧ ȱनायउ माथ।।116।।
–*–*–
Ǔ ħ Ǒ¡ Ȳ Ǖ Ǒ¡ Ȳ\ Ê ȡ Ȣ@Ĥ Ǖपर मोह Ǒ¡ Ȳजड़ Ĥ ȡ Ȣ@
@
जथा गगन घन पटल Ǔ ¡ ȡȣ@झाँपेउ मानु ¡ Ǒ¡ Ȳ Ǖǒ
ȡȣ@
@
ͬ
जो लोचन \ Ȳ ͧǕ लाएँ। Ĥ जग
ु ल ͧ ȯǑ¡ के भाएँ।।
उमा राम ǒ^ अस मोहा। नभ तम धम
ू ǐǗ ǔ ͧ सोहा।।
ǒ करन सुर जीव समेता। सकल एक Ʌएक सचेता।।
सब कर परम Ĥ ȡ जोई। राम \ ȡǑ \ Ǔ सोई।।
जगत Ĥ ȡè Ĥ ȡ रामू। मायाधीस Ê ȡ गुन धामू।।
जासु × ȡ Ʌजड माया। भास × इव मोह सहाया।।
दो0-रजत सीप महुँ मास ǔ ͧ जथा भानु कर ȡǐ@
ͪ मष
ृ ा Ǔ ¡ Ǖȱकाल सोइ ħ न सकइ कोउ ȡǐ@ @117।।
–*–*–
f Ǒ¡ ǒͬ जग ¡ ǐ ] ͬĮ रहई। ͪ \ × दे त दख
ु अहई।।
ɋ Ʌͧ काटै कोई। ǒ Ǖ ȡ Ʌन ǐǗ दख
ु होई।।
जासु कृपाँ अस ħ ͧ Ǒ जाई। ͬ ǐ ȡ सोइ कृपाल रघरु ाई।।
] Ǒ अंत कोउ जासु न पावा। Ǔ \ Ǖ ȡǓ Ǔ अस गावा।।
ǒ Ǖपद चलइ सुनइ ǒ Ǖकाना। कर ǒ Ǖकरम करइ ǒ ͬ नाना।।
आनन Ǒ¡ सकल रस भोगी। ǒ Ǖबानी बकता बड़ जोगी।।
तनु ǒ Ǖपरस नयन ǒ Ǖदे खा। Ē ¡ ^ ē ȡ ǒ Ǖबास असेषा।।
\ ͧ सब ȡȱǓ \ ȫͩ करनी। Ǒ¡ ȡ जासु जाइ Ǒ¡ Ȳबरनी।।
दो0- ȯǑ¡ ^ͧ ȡǑ¡ बेद बध
ु ȡǑ¡ Ǒ¡ Ȳ ǓǕ Ú ȡ @
@
सोइ दसरथ सुत भगत Ǒ¡ Ȫ Ǔ भगवान।।118।।
–*–*–
कासीं मरत जंतु \ Ȫ ȧ@जासु नाम बल करउँ ǒ Ȫ ȧ@
@
सोइ Ĥ Ǖमोर चराचर èȡ Ȣ@रघुबर सब उर अंतरजामी।।
ǒ ¡ Ǖȱजासु नाम नर ¡ ¡ ȣ@
Ȳ जनम अनेक ͬ
अघ ¡ ¡ ȣȲ@
@
सादर Ǖͧ जे नर ¡ ȣȲ@भव ȡǐͬ गोपद इव ¡ ȣȲ@
@
राम सो परमातमा भवानी। तहँ ħ \ Ǔ \ ǒ Ǒ¡ तव बानी।।
अस संसय आनत उर ȡ¡ ȣȲ@Ê ȡ ǒ ȡ सकल गन
ु ȡ¡ ȣȲ@
@
ǕǓ ͧ के ħ भंजन बचना। ͧ Ǒ गै सब कुतरक कै रचना।।
भइ Ǖ Ǔ पद ĤȢǓ Ĥ Ȣ Ȣ@ȡǽ असंभावना बीती।।
दो0- ǕǓ ǕǓ Ĥ Ǖपद कमल Ǒ¡ Ȫǐ Ȳ ǽ¡ ȡǓ @
Ȫ ȣ ͬ ǐ ȡ बचन बर मनहुँ Ĥȯ रस ȡǓ @
@119।।
–*–*–
ͧ कर सम ǕǓ ͬ ȡ à
Ǖ ¡ ȡȣ@ͧ ȡ मोह सरदातप ȡȣ@
@
à
Ǖ ¡ कृपाल सबु संसउ हरे ऊ। राम èǽ ȡǓ ȪǑ¡ परे ऊ।।
नाथ कृपाँ अब गयउ ǒȡȡ@सख
ु ी भयउँ Ĥ Ǖचरन Ĥ ȡȡ@
@
अब ȪǑ¡ ] Ǔ ͩ Ȳ ǐ जानी। ͪ सहज जड ȡǐ अयानी।।
Ĥ जो ɇपूछा सोइ कहहू। ɋ मो पर Ĥ Û Ĥ Ǖअहहू।।
राम Ħé ͬ
\ ǒ ȡ Ȣ@ [Ǒ¡ सब उर पुर बासी।।
नाथ धरे उ नरतनु ȯǑ¡ हे त।ू ȪǑ¡ समुझाइ कहहु बष
ृ केत।ू ।
उमा बचन ǓǕ परम ǒ Ȣ ȡ@रामकथा पर Ĥ ȢǓ पन ु ीता।।
दो0-Ǒ¡ ȱ ȱहरषे ȡ ȡǐ तब संकर सहज सज
ु ान
बहु ǒ ͬ ` Ǒ¡ Ĥ Ȳͧ ǕǓ बोले Ǚ ȡǓ ȡ @
@120(क)।।
ȡÛ¡ ȡȡ ,पहला ͪ Į ȡ
मासपारायण, चौथा ͪ Į ȡ
सो0-सन
ु ु सभ
ु कथा ȡǓ ȡ
ǐ ȡ ǒ @
कहा Ǖ ȲͫǕ ȡǓ सन
ु ा ǒ ¡ नायक ǽ@
@120(ख)।।
सो संबाद उदार ȯǑ¡ ǒͬ भा ] Ʌकहब।
सुनहु राम अवतार
ǐ परम सुंदर अनघ।।120(ग)।।
¡ ǐ गुन नाम अपार कथा Ǿ \ Ǔ \ ͧ @
ɇǓ Ǔ अनुसार कहउँ उमा सादर सुनहु।।120(घ।।
–*–*–
सन
ु ु ͬ ǐ ȡ ¡ ǐ
ǐ सह
ु ाए। ǒ Ǖ ǒ Ǔ ȡ गाए।।
¡ ǐ अवतार हे तु ȯǑ¡ होई। ^ͧ × Ȳ Ǒ¡ जाइ न सोई।।
राम \ È [ Ǖͪƨ मन बानी। मत हमार अस Ǖ Ǒ¡ सयानी।।
ͪ संत ǕǓ बेद पुराना। जस कछु ¡ Ǒ¡ Ȳè Ǔ अनुमाना।।
तस ɇ Ǖ ͨǕ सन
ु ावउँ Ȫ¡ ȣ@ ͨǕ परइ जस कारन Ȫ¡ ȣ@
@
जब जब होइ धरम कै हानी। ȡǑ¡ Ȳअसरु अधम \ ͧ ȡ Ȣ@
@
Ǒ¡ Ȳ\ ȢǓ जाइ Ǒ¡ Ȳबरनी। ȢǑ¡ ȲǒĤ धेनु सरु धरनी।।
तब तब Ĥ Ǖ ǐ ǒǒ ȣȡ@¡ Ǒ¡ Ǚ ȡǓ ͬ Ï पीरा।।
दो0-असुर ȡǐ ȡǑ¡ Ȳ ǕÛ¡ ȡ Ǒ¡ ȲǓ Į ǓǕ सेत।ु
जग ǒè ȡǑ¡ Ȳǒ जस राम Û कर हे त।ु ।121।।
–*–*–
सोइ जस गाइ भगत भव ¡ ȣȲ@ Ǚȡͧ Ȳ Ǖजन Ǒ¡ तनु ¡ ȣȲ@
@
राम जनम के हे तु अनेका। परम ǒͬ
ğ एक Ʌएका।।
जनम एक दइु कहउँ बखानी। सावधान सन
ु ु Ǖ Ǔ भवानी।।
ɮ ȡȡ ¡ ǐ के ͪĤ दोऊ। जय \ ǽ ǒ जान सब कोऊ।।
ǒ Ĥ Į ȡ Ʌदन
ू उ भाई। तामस असुर दे ह Ǔ Û¡ पाई।।
ͧ Ǖ\ ǽ हाटक लोचन। जगत ǒǑ Ǖ Ǔ मद मोचन।।
ǒ _ समर बीर ǒÉ ȡ ȡ@ ǐ बराह बपु एक Ǔ ȡ ȡ@
@
होइ ¡ ǐ दस
ू र ǓǕ मारा। जन Ĥ¡ ȡ सज
ु स ǒ è ȡȡ@
@
दो0-भए Ǔ ȡ
जाइ तेइ महाबीर बलवान।
कंु भकरन रावण सुभट सुर ǒ _ जग जान।।122 ।
–*–*–
मक
ु ु त न भए हते भगवाना। ȢǓ जनम ɮͪ बचन Ĥ ȡ ȡ@
@
एक बार Ǔ Û¡ के Ǒ¡ लागी। धरे उ ȣ भगत अनुरागी।।
è \ ǑǓ तहाँ ͪ Ǖमाता। दसरथ ȫ ã ȡ ǒ É ȡ ȡ@
@
एक कलप f Ǒ¡ ǒͬ अवतारा।
ǐğ ͪğ ͩ f संसारा।।
एक कलप सरु ȯͨ दख
ु ारे । समर जलंधर सन सब हारे ।।
संभु ȧÛ¡ ȲĒ ȡ अपारा। दनज
ु महाबल मरइ न मारा।।
परम सती \ Ǖȡͬ ȡȣ@ ȯǑ¡ बल ȡǑ¡ न ǔ Ǒ¡ Ȳ Ǖȡȣ@
@
दो0-छल ǐ टारे उ तासु Ħ Ĥ Ǖसुर कारज ȧÛ¡ @
@
जब ȯ Ǒ¡ जानेउ मरम तब Į ȡ कोप ǐ ȣÛ¡ @ @123।।
–*–*–
तासु Į ȡ ¡ ǐ ȣÛ¡ Ĥ ȡ ȡ@ ȫ Ǖ Ǔ ͬ कृपाल भगवाना।।
तहाँ जलंधर रावन भयऊ। रन ¡ Ǔ राम परम पद दयऊ।।
एक जनम कर कारन एहा। ȯǑ¡ ȡͬ राम ȣ नरदे हा।।
Ĥ Ǔ अवतार कथा Ĥ Ǖȯȣ@सन
ु ु ǓǕ बरनी ǒ Û¡ ȯȣ@
@
नारद Į ȡ ȣÛ¡ एक बारा। कलप एक ȯǑ¡ ͬ अवतारा।।
ͬ ǐ ȡ
ͩ भई ǕǓ बानी। नारद ǒç Ǖ ǕǓ Ê ȡǓ @
@
कारन कवन Į ȡ ǕǓ ȣÛ¡ ȡ@का अपराध ȡǓ ȧÛ¡ ȡ@
@
यह Ĥ Ȳ ȪǑ¡ कहहु Ǖȡȣ@ ǕǓ मन मोह आचरज ȡȣ@
@
दो0- बोले ǒ¡ ͧ महे स तब Ê ȡ Ȣ मढ़ू न कोइ।
ȯǑ¡ जस Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ȳजब सो तस ȯǑ¡ छन होइ।।124(क)।।
सो0-कहउँ राम गुन गाथ ɮ ȡ सादर सुनहु।
भव भंजन रघुनाथ भजु तल ु सी तिज मान मद।।124(ख)।।
–*–*–
Ǒ¡ ͬ ǐ गुहा एक \ Ǔ ȡ Ǔ @बह समीप Ǖ ȣ Ǖ¡ ȡ Ǔ @
@
] Į परम पन
ु ीत सुहावा। ȯͨ ȯ ǐͪ मन \ Ǔ भावा।।
Ǔ ͨ सैल ǐ ǒͪ ǒ ȡ ȡ@भयउ ȡ Ǔ पद अनुरागा।।
ͧǕ ¡ ǐǑ¡ Į ȡ Ǔ बाधी। सहज ǒ मन ȡͬ समाधी।।
ǓǕ Ǔ ȯͨ सरु े स डेराना। ȡ Ǒ¡ Ȫͧ ȧÛ¡ समाना।।
Ǒ¡ सहाय जाहु मम हे त।ू चकेउ ¡ ͪ Ǒ¡ ȱजलचरकेत।ू ।
सुनासीर मन महुँ \ ͧ ğȡ ȡ@चहत ȯ ǐͪ मम पुर बासा।।
जे कामी लोलुप जग ȡ¡ ȣȲ@ ǕǑ काक इव Ǒ¡ ȯ
ȡ¡ ȣȲ@
@
दो0-सुख हाड़ लै भाग सठ è ȡ Ǔ ͨ मग
ृ राज।
ȤǓ लेइ Ǔ जान जड़ Ǔ ͧ ǕǓ Ǒ¡ न लाज।।125।।
–*–*–
ȯǑ¡ ] Į Ǒ¡ Ȳमदन जब गयऊ। Ǔ मायाँ बसंत Ǔ a @
@
Ǖ ͧǕ ǒǒ ǒ बहुरं गा। Ǘ Ǒ¡ Ȳ Ȫͩ ȲǕ Ǒ¡ भंग
ृ ा।।
ȣ ¡Ǖ ȡǓ ǒğǒ ȡȣ@काम कृसानु ±ȡ Ǔ ¡ ȡȣ@ @
Ȳ ȡǑ Ǖ ȡǐ नबीना । सकल असमसर कला Ĥ Ȣ ȡ@
@
Ǒ¡ Ȳगान बहु तान तरं गा। ¡ Ǖǒͬ Đ ȧ°Ǒ¡ ȡǓ पतंगा।।
ȯͨ सहाय मदन हरषाना। ȧÛ¡ ȯͧ ǕǓ Ĥ Ȳ
ǒ ͬ नाना।।
काम कला कछु ǓǕ Ǒ¡ न Þ ȡȢ@Ǔ भयँ डरे उ मनोभव पापी।।
सीम ͩ
ȡȱͪ सकइ कोउ तास।ु बड़ रखवार ȡ Ǔ जास।ू ।
दो0- Ǒ¡ सहाय सभीत \ Ǔ ȡǓ ¡ ȡǐ मन मैन।
¡ ȯͧ जाइ ǕǓ चरन तब Ǒ¡ ǕǑ आरत बैन।।126।।
–*–*–
भयउ न नारद मन कछु रोषा। Ǒ¡ ͪĤ बचन काम ǐ Ȫ ȡ@ @
नाइ चरन ͧ ǽ आयसु पाई। गयउ मदन तब Ǒ¡ सहाई।।
ǕǓ सुसीलता ] Ǔ करनी। ǕǓ सभाँ जाइ सब बरनी।।
ǓǕ सब Ʌमन अचरजु आवा। ǓǕ Ǒ¡ Ĥ Ȳͧ ¡ ǐǑ¡ ͧ ǽ नावा।।
तब नारद गवने ͧ ȡ¡ ȣȲ@िजता काम \ ¡ ͧ Ǔ मन ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
मार
ǐ Ȳ Ǒ¡ Ȳसन
ु ाए। \ Ǔ ͪĤ ȡǓ महे स ͧ ȡf @
@
बार बार ǒ `ȱ ǕǓ Ȫ¡ ȣȲ@ǔ ͧ यह कथा सुनायहु Ȫ¡ ȣȲ@
@
Ǔ ͧ Ǔ ¡ ǐǑ¡ सुनावहु कबहूँ। चलेहुँ Ĥ Ȳ दरु ाएडु तबहूँ।।
दो0-संभु ȣÛ¡ उपदे स Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳ ȡǑ¡ सोहान।
ȡɮȡ कौतक ु सनु हु ¡ ǐ ^Í ȡ बलवान।।127।।
–*–*–
राम ȧÛ¡
ȡ¡ Ǒ¡ Ȳसोइ होई। करै \ Û ȡ अस Ǒ¡ Ȳकोई।।
संभु बचन ǓǕ मन Ǒ¡ Ȳभाए। तब ǒȲͬ
के लोक ͧ ȡf @
@
एक बार करतल बर बीना। गावत ¡ ǐ गन
ु गान Ĥ Ȣ ȡ@
@
Ȥͧ Ȳ Ǖगवने ǕǓ ȡ ȡ@जहँ बस Į ȢǓ ȡ Į ǓǕ ȡ ȡ@
@
¡ ͪ ͧ ȯ` Ǒ ȡǓ ȯ ȡ@बैठे आसन ǐͪ Ǒ¡ समेता।।
बोले ǒ¡ ͧ चराचर राया। बहुते Ǒ ȧǔÛ¡ ǕǓ दाया।।
काम
ǐ नारद सब भाषे। ɮ ͪ Ĥ बरिज ͧ ȱराखे।।
\ Ǔ Ĥ
Ȳ Ǖ Ǔ कै माया। ȯǑ¡ न मोह अस को जग जाया।।
दो0-Ǿ बदन ǐ बचन मद
ृ ु बोले Į Ȣ ȡ ।
à
Ǖ ¡ ȯ Ǖͧ Ʌͧ Ǒ¡ Ȳमोह मार मद मान।।128।।
–*–*–
सुनु ǕǓ मोह होइ मन ȡɅ@Ê ȡ ǒ ȡ ǿ Ǒ¡ Ȳजाके।।
Ħ é
Ħ रत Ǔ Ȣȡ@ à
Ǖ ¡ Ǒ¡ ͩ करइ मनोभव पीरा।।
नारद कहे उ Ǒ¡ \ ͧ ȡ ȡ@कृपा à
Ǖ ¡ ȡǐ सकल भगवाना।।
ǽ ȡǓ ͬ मन ȣ ǒ
ȡȣ@उर अंकुरे उ गरब ǽ ȡȣ@
@
ȯͬ सो मै ȡǐ¡ `ȱ` ȡȣ@पन हमार सेवक Ǒ¡ ȡȣ@
@
ǓǕ कर Ǒ¡ मम कौतक
ु होई। \ ͧ उपाय ǒ मै सोई।।
तब नारद ¡ ǐ पद ͧ नाई। चले ǿ ȱ\ ¡ ͧ Ǔ \ ͬ ȡ_@
@
Į ȢǓ Ǔ माया तब Ĥȯȣ@सुनहु Ǒ करनी ȯǑ¡ ȯȣ@
@
दो0-ǒ
ȯ̀ मग महुँ नगर ȯǑ¡ Ȳसत जोजन ǒè ȡ@
Į ȢǓ ȡ Ǖ Ʌ\ ͬ रचना ǒǒ Ĥ ȡ@
@129।।
–*–*–
Ǒ¡ Ȳनगर सुंदर नर ȡȣ@जनु बहु ͧ Ǔ Ǖ ȡȣ@
@
ȯǑ¡ Ȳपरु बसइ Ȣ Ǔ ͬ राजा। \ Ǔ हय गय सेन समाजा।।
सत सरु े स सम ǒ ǒ ȡ ȡ@Ǿ तेज बल ȢǓ Ǔ ȡ ȡ@
@
ǒ è Ȫ¡ Ȣ तासु Ǖ ȡȣ@Į Ȣ ǒ Ȫ¡ िजसु Ǿ ǕǓ ¡ ȡȣ@
@
सोइ ¡ ǐ ȡ ȡ सब गुन खानी। सोभा तासु ͩ जाइ बखानी।।
करइ è Ȳ सो नप
ृ बाला। आए तहँ \ Ǔ Ǒ¡ ȡ ȡ@
@
ǓǕ ȫ Ǖ ȧ नगर ȯǑ¡ Ȳगयऊ। Ǖ ȡͧ Û¡ सब पछ
ू त भयऊ।।
ǓǕ सब
ǐ भप
ू गह
ृ ँ आए। ǐ पज
ू ा नप
ृ ǓǕ बैठाए।।
दो0-] Ǔ दे खाई ȡǑ¡ Ǘ Ǔ ȡ Ǖ ȡǐ@
कहहु नाथ गुन दोष सब f Ǒ¡ के ǿ ȱǒ
ȡǐ@ @ 130।।
–*–*–
ȯͨ Ǿ ǕǓ ǒǓ ǒ ȡȣ@बड़ी बार ͬ रहे Ǔ ¡ ȡȣ@
@
Í तासु ǒ Ȫͩ भुलाने। ǿ ȱहरष Ǒ¡ ȲĤ बखाने।।
जो f Ǒ¡ बरइ अमर सोइ होई। Ǘͧ ȯǑ¡ जीत न कोई।।
ȯ Ǒ¡ Ȳसकल चराचर ȡ¡ ȣ@बरइ Ȣ Ǔ ͬ Û ȡ ȡ¡ ȣ@
@
Í सब ǒ
ȡǐ उर राखे। कछुक बनाइ भप
ू सन भाषे।।
सत
ु ा Ǖ Í Ǒ¡ नप
ृ ȡ¡ ȣȲ@नारद चले सोच मन ȡ¡ ȣȲ@
@
ɋ जाइ सोइ जतन ǒ
ȡȣ@ ȯǑ¡ Ĥ ȡ ȪǑ¡ बरै Ǖ ȡȣ@
@
जप तप कछु न होइ ȯǑ¡ काला। हे ǒͬ ͧ ^ कवन ǒ ͬ बाला।।
दो0-f Ǒ¡ अवसर
ȡǑ¡ \ परम सोभा Ǿ ǒ ȡ @
जो ǒ Ȫͩ ȣ Ȱ Ǖ\ ǐȱ तब मेलै जयमाल।।131।।
–*–*–
¡ ǐ सन ȡ ɋ सुंदरताई। ¡ Ȫ^Ǒ¡ जात ¡ ǽ \ Ǔ भाई।।
ȪɅǑ¡ ¡ ǐ सम Ǒ¡ Ȳकोऊ। f Ǒ¡ अवसर सहाय सोइ होऊ।।
¡ Ǖǒͬ ǒ ȧǔÛ¡ ȯǑ¡ काला। Ĥ ȯ̀ Ĥ Ǖ ȫ Ǖ ȧ कृपाला।।
Ĥ Ǖǒ Ȫͩ ǓǕ नयन जुड़ाने। ¡ Ȫ^Ǒ¡ काजु Ǒ¡ f ȱहरषाने।।
\ Ǔ ] Ǔ Ǒ¡ कथा सुनाई। करहु कृपा ǐ होहु सहाई।।
आपन Ǿ दे हु Ĥ Ǖ Ȫ¡ ȣ@आन ȡȱǓ Ǒ¡ Ȳ ȡ ɋ j ¡ ȣ@
@
ȯǑ¡ ǒͬ नाथ होइ Ǒ¡ मोरा। करहु सो ȯͬ दास ɇतोरा।।
Ǔ माया बल ȯͨ ǒ ȡ ȡ@Ǒ¡ ȱ¡ ȱͧ बोले ȣ ȡ ȡ@
@
दो0- ȯǑ¡ ǒͬ ¡ Ȫ^Ǒ¡ परम Ǒ¡ नारद सुनहु à
Ǖ ¡ ȡ@
सोइ हम करब न आन कछु बचन न मष ृ ा हमार।।132।।
–*–*–
कुपथ माग ǽ Þ ȡ Ǖ रोगी। बैद न दे इ सुनहु ǕǓ जोगी।।
f Ǒ¡ ǒ ͬ Ǒ¡ à
Ǖ ¡ ȡ ɇठयऊ। Ǒ¡ अस \ Ȳ Ǒ¡ Ĥ Ǖभयऊ।।
माया ǒ भए ǕǓ मूढ़ा। समुझी Ǒ¡ Ȳ¡ ǐ ͬ ȡ Ǔ Ǘ±ȡ@
@
गवने तरु त तहाँ ǐͪ ȡ_@जहाँ è Ȳ ͧǗ बनाई।।
Ǔ Ǔ आसन बैठे राजा। बहु बनाव ǐ Ǒ¡ समाजा।।
ǓǕ मन हरष Ǿ \ Ǔ ȪɅ@ ȪǑ¡ तिज ] Ǒ¡ ȡǐǑ¡ न ȪɅ@
@
ǕǓ Ǒ¡ कारन ǙȡǓ ȡ ȡ@ȣÛ¡ ǕǾ न जाइ बखाना।।
सो
ǐğ ͨ काहुँ न पावा। नारद ȡǓ Ǒ¡ Ȳͧ नावा।।
सन
ु ु ǓǕ कथा पन
ु ीत परु ानी। जो ͬ ǐ ȡ ĤǓ संभु बखानी।।
ǒ è ǒ Ǒ एक कैकय दे सू। × ȯ Ǖतहँ बसइ नरे स।ू ।
धरम धरु ं धर ȢǓ Ǔ ȡ ȡ@तेज Ĥ ȡ सील बलवाना।।
ȯǑ¡ Ʌ भए जुगल सुत बीरा। सब गुन धाम महा रनधीरा।।
कह नप
ृ जे ǒÊ ȡ Ǔ ȡ ȡ@ à
Ǖ ¡ ȡǐ ȯ ͧ \ ͧ ȡ ȡ@
@
सदा ¡ Ǒ¡ अपनपौ दरु ाएँ। सब ǒ ͬ कुसल कुबेष बनाएँ।।
ȯǑ¡ Ʌ ¡ Ǒ¡ संत Į ǓǕ ȯɅ@परम \ ͩ Ȳ
ͪĤ ¡ ǐ ȯɅ@
@
à
Ǖ ¡ सम अधन ͧ ȡǐ अगेहा। होत ǒȲͬ
ͧ Ǒ¡ संदेहा।।
Ȫͧ Ȫͧ तव चरन नमामी। मो पर कृपा ǐ\ अब è ȡ Ȣ@
@
सहज ĤȢǓ Ǘ Ǔ कै दे खी। आपु ǒ ǒè ȡ ǒ ȯ Ȣ@
@
सब Ĥ ȡ ȡ Ǒ¡ अपनाई। बोलेउ \ ͬ सनेह जनाई।।
सुनु Ǔ ȡ` कहउँ Ǒ¡ ȡ ȡ@इहाँ बसत बीते बहु काला।।
दो0-अब ͬ ȪǑ¡ न ͧ ȯ̀ कोउ ɇन जनावउँ काहु।
Ȫ ȡÛ ȡ अनल सम कर तप कानन दाहु।।161(क)।।
सो0-तल ु सी ȯͨ सब
ु ेषु Ǘ Ǒ¡ Ȳमढ़
ू न चतरु नर।
सुंदर ȯͩ Ǒ¡ पेखु बचन सुधा सम असन \ Ǒ¡ @ @ 161(ख)
–*–*–
ȡ Ʌगप
ु त
ु रहउँ जग ȡ¡ ȣȲ@¡ ǐ तिज ͩ ͪ Ĥ Ȫ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
Ĥ Ǖजानत सब ǒ Ǒ¡ Ȳजनाएँ। कहहु Ǔ ͧ ͬ लोक ǐ ȡf ȱ@ @
àǕ ¡ Ǖͬ
Ǖ Ǔ परम ͪĤ ȪɅ@ĤȢǓ Ĥ ȢǓ ȪǑ¡ पर ȪɅ@
@
अब ɋ तात दरु ावउँ Ȫ¡ ȣ@ȡǽ दोष घटइ \ Ǔ Ȫ¡ ȣ@
@
ǔ ͧ ǔ ͧ तापसु कथइ उदासा। Ǔ ͧ Ǔ ͧ Ǚ Ǒ¡ उपज
ǒè ȡ ȡ@
@
दे खा è [मन बानी। तब बोला तापस Ú ȡ Ȣ@
@
नाम हमार एकतनु भाई। ǕǓ नप
ृ बोले ǕǓ ͧ ǽ नाई।।
कहहु नाम कर अरथ बखानी। ȪǑ¡ सेवक \ Ǔ आपन जानी।।
दो0-] Ǒ ǔǙç उपजी Ǒ¡ Ȳतब ` Ǔ भै Ȫǐ@
नाम एकतनु हे तु ȯ
Ǒ¡ दे ह न ȣ ¡ Ȫǐ@@162।।
–*–*–
Ǔ ]
ǽ करहु मन ȡ¡ ȣ@ Ȳ सुत तप Ʌ Ǖ [ कछु ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
तपबल Ʌजग सज
ृ इ ǒ ȡ ȡ@तपबल ǒç Ǖभए ǐğȡ ȡ@
@
तपबल संभु Ǒ¡ Ȳसंघारा। तप Ʌअगम न कछु संसारा।।
भयउ Ǚ Ǒ¡ ǕǓ \ Ǔ अनुरागा। कथा पुरातन कहै सो लागा।।
करम धरम ^Ǔ ¡ ȡ अनेका। करइ Ǔ Ǿ ǒ Ǔ ǒ ȯ ȡ@
@
उदभव पालन Ĥ कहानी। ¡ ȯͧ \ ͧ आचरज बखानी।।
ǓǕ Ǒ¡ तापस बस भयऊ। आपन नाम कहत तब लयऊ।।
कह तापस नप
ृ जानउँ Ȫ¡ ȣ@ ȧÛ¡ ȯ¡ Ǖकपट लाग भल Ȫ¡ ȣ@
@
सो0-सन
ु ु ¡ ȣ \ ͧ ȢǓ जहँ तहँ नाम न ¡ Ǒ¡ Ȳनप
ृ ।
ȪǑ¡ ȪǑ¡ पर \ Ǔ Ĥ ȢǓ सोइ चतरु ता ǒ
ȡǐ तव।।163।।
नाम à
Ǖ ¡ ȡ Ĥ ȡ Ǒ ȯ ȡ@ × ȯ Ǖतव ͪ ȡ नरे सा।।
गुर Ĥ ȡ सब ȡǓ \ राजा। Ǒ¡ \ न आपन ȡǓ अकाजा।।
ȯͨ तात तव सहज सुधाई। Ĥ ȢǓ Ĥ ȢǓ ȢǓ Ǔ Ǖ ȡ_@
@
उपिज ǐ ममता मन ȪɅ@कहउँ कथा Ǔ पूछे ȪɅ@
@
अब Ĥ Û ɇसंसय ȡ¡ ȣȲ@मागु जो भप
ू भाव मन ȡ¡ ȣȲ@
@
ǓǕ सब
ु चन Ǘ Ǔ हरषाना। Ǒ¡ पद ǒ ȧǔÛ¡ ǒ ͬ नाना।।
Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖ ǓǕ दरसन ȪɅ@
ȡǐ पदारथ करतल ȪɅ@
@
Ĥ ǕǑ¡ ȡͪ Ĥ Û ǒ Ȫ ȧ@ ȡͬ अगम बर होउँ \ Ȫ ȧ@
@
दो0-जरा मरन दख
ु Ǒ¡ तनु समर िजतै Ǔ कोउ।
f ğ ǐ Ǖ¡ ȣ Ǒ¡ राज कलप सत होउ।।164।।
–*–*–
कह तापस नप ृ ऐसेइ होऊ। कारन एक Ǒ सुनु सोऊ।।
कालउ तअ
ु पद ȡ^Ǒ¡ सीसा। एक ǒ Ĥ Ǖ ȡͫ° ¡ ȣ ȡ@
@
तपबल ǒĤ सदा ǐ] ȡ@Ǔ Û¡ के कोप न कोउ रखवारा।।
ɋ ǒĤ Û¡ सब करहु नरे सा। तौ तअ
ु बस ǒͬ ǒ ç Ǖमहे सा।।
चल न Ħé Ǖ सन ǐ] _@ × कहउँ दोउ भुजा उठाई।।
ǒ Ĥ Į ȡ ǒ Ǖसुनु Ǒ¡ ȡ ȡ@तोर नास Ǒ¡ कवनेहुँ काला।।
हरषेउ राउ बचन ǕǓ तासू। नाथ न होइ मोर अब नासू।।
तव Ĥ ȡ Ĥ Ǖ ǙȡǓ ȡ ȡ@मो कहुँ [काल ã ȡ ȡ@
@
दो0-f è Ǖ Ǒ¡ ǓǕ बोला ǕǑ ¡ Ȫǐ@
ͧ हमार भल ु ाब Ǔ कहहु त ¡ Ǒ¡ न Ȫǐ@
@165।।
–*–*–
ȡ Ʌमै ȪǑ¡ बरजउँ राजा। ¡ Ʌकथा तव परम अकाजा।।
ɅĮ यह परत कहानी। नास à
Ǖ ¡ ȡ × मम बानी।।
यह Ĥ Ʌअथवा ɮͪ Į ȡ ȡ@नास तोर सुनु ȡ ǕĤ ȡȡ@
@
आन उपायँ Ǔ तव ȡ¡ ȣȲ@ ɋ ¡ ǐ हर Ȫ Ǒ¡ Ȳमन ȡ¡ ȣȲ@
@
× नाथ पद Ǒ¡ नपृ भाषा। ɮͪ गरु कोप कहहु को राखा।।
राखइ गरु ɋ कोप ǒ ȡ ȡ@गरु ǒ Ȫ Ǒ¡ Ȳकोउ जग ğȡ ȡ@
@
ɋ न चलब हम कहे à
Ǖ ¡ ȡɅ@होउ नास Ǒ¡ Ȳसोच ¡ ȡɅ@
@
f Ǒ¡ Ȳडर डरपत मन मोरा। Ĥ Ǖ Ǒ¡ ȯ Į ȡ \ Ǔ घोरा।।
दो0-¡ ȪǑ¡ ȲǒĤ बस कवन ǒͬ कहहु कृपा ǐ सोउ।
àǕ ¡ तिज ȣ ȡ Ǔ Ǒ¡ Ǘन दे खउँ कोउँ ।।166।।
–*–*–
सुनु नप
ृ ǒǒ जतन जग ȡ¡ ȣȲ@ ç ȡÚ ǕǓ ¡ ȪǑ¡ Ȳͩ ȡ¡ ȣȲ@
@
अहइ एक \ Ǔ सुगम उपाई। तहाँ परं तु एक Ǒ ȡ_@
@
मम आधीन Ǖ ǓǕ नप
ृ सोई। मोर जाब तव नगर न होई।।
आजु Ʌ\ ǽ जब Ʌभयऊँ। काहू के गह
ृ Ē ȡ न गयऊँ।।
ɋ न जाउँ तव होइ अकाजू। बना आइ असमंजस आजू।।
ǕǓ ¡ ȣ बोलेउ मद
ृ ु बानी। नाथ Ǔ \ ͧ ȢǓ बखानी।।
बड़े सनेह ǕÛ¡ पर ¡ ȣȲ
@ͬ ǐ Ǔ ͧ Ǔ सदा तन
ृ ¡ ȣȲ@
@
ͬ अगाध ȫͧ बह फेन।ू संतत Ǔ धरत ͧ रे न।ू ।
दो0- अस Ǒ¡ गहे नरे स पद è ȡ Ȣ होहु कृपाल।
ȪǑ¡ ȡͬ दखु Ǒ¡ \ Ĥ Ǖ Ï ȣ ȡ @
@167।।
–*–*–
ȡǓ Ǚ Ǒ¡ आपन आधीना। बोला तापस कपट Ĥ Ȣ ȡ@ @
× कहउँ Ǘ Ǔ सुनु Ȫ¡ ȣ@जग ȡǑ¡ Ǖ [ कछु Ȫ¡ ȣ@
@
\ ͧ काज ɇ ǐ¡ `ȱतोरा। मन तन बचन भगत ɇमोरा।।
जोग Ǖ ǕǓ तप Ȳğ Ĥ ȡa @फलइ Ǒ¡ Ȳजब ǐ\ दरु ाऊ।।
ɋ नरे स ɇ ɋ रसोई। à
Ǖ ¡ ǽ ¡ Ǖ ȪǑ¡ जान न कोई।।
\ Û सो जोइ जोइ भोजन करई। सोइ सोइ तव आयसु अनस
ु रई।।
ǓǕ Ǔ Û¡ के गह
ृ जेवइ
ँ जोऊ। तव बस होइ भप
ू सन
ु ु सोऊ।।
जाइ उपाय रचहु नपृ एहू। संबत ǐ संकलप करे हू।।
दो0-Ǔ नूतन ɮͪ सहस सत बरे हु Ǒ¡ ǐ ȡ@
ɇ à
Ǖ ¡ ȯसंकलप ͬ Ǒ Ǒ¡ û
Ȳ ǐ जेवनार।।168।।
–*–*–
f Ǒ¡ ǒͬ भूप ç \ Ǔ ȪɅ@¡ Ȫ^¡ Ǒ¡ Ȳसकल ǒ Ĥ बस ȪɅ@
@
ǐ¡ Ǒ¡ ȲǒĤ होम मख सेवा। ȯǑ¡ ȲĤ Ȳ ¡ ȯǑ¡ Ȳबस दे वा।।
और एक ȪǑ¡ कहऊँ लखाऊ। ɇf Ǒ¡ बेष न आउब काऊ।।
à
Ǖ ¡ ȯ` ȪǑ¡ कहुँ राया। ¡ ǐ आनब ɇ ǐ Ǔ माया।।
तपबल ȯǑ¡ ǐ आपु समाना। ͨ ¡ `ȱइहाँ बरष परवाना।।
ɇ ǐ तासु बेषु सुनु राजा। सब ǒͬ तोर सँवारब काजा।।
गै Ǔ ͧ बहुत सयन अब ȧ ȯ@ ȪǑ¡ ȪǑ¡ भूप Ʌ Ǒ तीजे।।
ɇतपबल ȪǑ¡ तरु ग समेता। पहुँचेहउँ Ȫ Ǒ¡ Ǔ ȯ ȡ@
@
दो0- ɇआउब सोइ बेषु ǐ Ǒ¡
ȡ ȯ¡Ǖतब ȪǑ¡ @
जब एकांत बोलाइ सब कथा Ǖ ȡ ɋ ȪǑ¡ @
@169।।
–*–*–
सयन ȧÛ¡ नप
ृ आयसु मानी। आसन जाइ बैठ Ê ȡ Ȣ@@
Į ͧ भूप Ǔ ġȡ \ Ǔ आई। सो ͩ ͧ सोव सोच \ ͬ ȡ_@
@
कालकेतु Ǔ ͧ
तहँ आवा। ȯǑ¡ Ȳसूकर होइ Ǚ Ǒ¡ भुलावा।।
परम ͧ ğ तापस नप
ृ केरा। जानइ सो \ Ǔ कपट घनेरा।।
ȯ
Ǒ¡ के सत सत
ु \ ǽ दस भाई। खल \ Ǔ अजय दे व दख
ु दाई।।
Ĥ Ǒ¡ भप
ू समर सब मारे । ǒ Ĥ संत सरु ȯͨ दख
ु ारे ।।
ȯǑ¡ Ȳखल ȡǓ ǽ सँभरा। तापस नप
ृ ͧ ͧ Ȳğ ǒ
ȡȡ@
@
ȯǑ¡ ǐ Ǖछय सोइ
ȯǔÛ¡ उपाऊ। भावी बस न जान कछु राऊ।।
दो0-ǐ Ǖतेजसी अकेल \ ͪ लघु ǐ Ǔ \ न ताहु।
अजहुँ दे त दख
ु ǒ ͧ Ǒ¡ ͧ \ ȯͪ राहु।।170।।
–*–*–
तापस नप
ृ Ǔ Ǒ¡ Ǔ ¡ ȡȣ@¡ ͪ ͧ ȯ̀ ` Ǒ भयउ Ǖ ȡȣ@
@
ͧ ğǑ¡ Ǒ¡ सब कथा सुनाई। जातध
ु ान बोला सुख पाई।।
अब साधेउँ ǐ Ǖसन
ु हु नरे सा। ɋ à
Ǖ ¡ ȧÛ¡ मोर उपदे सा।।
ǐ¡ ǐ सोच रहहु à
Ǖ ¡ सोई। ǒ Ǖऔषध ǒ ] ͬ ǒ ͬ खोई।।
कुल समेत ǐ Ǖमूल बहाई। चौथे Ǒ ͧ ɇआई।।
तापस Ǚ Ǒ¡ बहुत ǐ ȪȢ@चला ¡ ȡ ȣ \ Ǔ ȪȢ@ @
ȡ ǕĤ ȡ Ǒ¡ बािज समेता। ¡ Ǖȱ
ȡf ͧ छन माझ Ǔ ȯ ȡ@
@
Ǚ Ǒ¡ ȡǐ Ǒ¡ Ȳसयन कराई। हयगह
ृ ँ ȡȱ ȯͧ बािज बनाई।।
दो0-राजा के ` ȪǑ¡ Ǒ¡ ¡ ǐ लै गयउ ¡ Ȫǐ@
लै ȡ ȯͧ ͬ ǐ खोह महुँ मायाँ ǐ Ǔ Ȫǐ@
@171।।
–*–*–
आपु ǒͬ
` ȪǑ¡ Ǿ ȡ@परे उ जाइ ȯǑ¡ सेज अनप ू ा।।
जागेउ नप
ृ अनभएँ ǒ¡ ȡ ȡ@ȯͨ भवन \ Ǔ अचरजु माना।।
ǕǓ Ǒ¡ ȡ मन महुँ अनुमानी। उठे उ Ǒȱ¡ ȯǑ¡ जान न रानी।।
कानन गयउ बािज
Ǒ± ȯ¡ ȣȲ@पुर नर ȡǐ न जानेउ ȯ¡ ȣȲ@ @
गएँ जाम जग
ु Ǘ Ǔ आवा। घर घर ` × बाज बधावा।।
` ȪǑ¡ Ǒ¡ दे ख जब राजा।
ͩ ǒ Ȫͩ ͧǕ ǐ सोइ काजा।।
जग
ु सम Ǚ Ǒ¡ गए Ǒ तीनी। ȣ ǓǕ पद रह Ǔ ȣ Ȣ@
@
समय ȡǓ ` ȪǑ¡ आवा। Ǚ Ǒ¡ मते सब Ǒ¡ समुझावा।।
दो0-नप
ृ हरषेउ Ǒ¡
ȡǓ Ǖǽ ħ बस रहा न चेत।
बरे तरु त सत सहस बर ǒ Ĥ कुटुंब समेत।।172।।
–*–*–
` ȪǑ¡ जेवनार बनाई। छरस
ȡǐ ǒ ͬ ͧ Į ǓǕ गाई।।
मायामय ȯǑ¡ Ȳ ȧÛ¡ रसोई। ǒ Ȳ बहु Ǔ सकइ न कोई।।
ǒ ǒ Ǚ Û¡ कर ] ͧ राँधा। ȯǑ¡ महुँ ǒ Ĥ माँसु खल साँधा।।
भोजन कहुँ सब ǒ Ĥ बोलाए। पद ȡǐ सादर बैठाए।।
ǽ Ǒ¡ Ȳलाग Ǒ¡ ȡ ȡ@भै अकासबानी ȯǑ¡ काला।।
ǒĤ ȲǙ ` Ǒ ` Ǒ गह
ृ जाहू। है ͫ° ¡ ȡǓ \ Û Ǔ खाहू।।
भयउ ȪɃ भूसुर माँसू। सब ɮͪ उठे ȡǓ ǒè ȡ Ǘ@ @
भप
ू ǒ Ǔ मोहँ भल
ु ानी। भावी बस आव मख
ु बानी।।
दो0-बोले ǒ Ĥ सकोप तब Ǒ¡ Ȳकछु ȧÛ¡ ǒ
ȡ@
जाइ Ǔ ȡ
होहु नप
ृ मढ़
ू Ǒ¡ ǐ ȡ@
@173।।
–*–*–
ğȲ Ǖ ɇǒĤ बोलाई। घालै ͧ f Ǒ¡ समदु ाई।।
_è राखा धरम हमारा। Ȱ¡ ͧ ɇसमेत ǐ ȡȡ@
@
संबत Ú नास तव होऊ। जलदाता न Ǒ¡ Ǒ¡ कुल कोऊ।।
नप
ृ ǕǓ Į ȡ ǒ \ Ǔ ğȡ ȡ@भै ¡ Ȫǐ बर ͬ ȡ अकासा।।
ǒ Ĥ¡ ǕĮ ȡ ǒ
ȡǐ न ȣÛ¡ ȡ@ Ǒ¡ Ȳअपराध भप
ू कछु ȧÛ¡ ȡ@
@
ͩ ǒĤ सब ǓǕ नभबानी। भप
ू गयउ जहँ भोजन खानी।।
तहँ न असन Ǒ¡ Ȳǒ Ĥ सआ
ु रा। ͩ ȯ̀ राउ मन सोच अपारा।।
सब Ĥ Ȳ Ǒ¡ ǕÛ¡ सुनाई। ğͧ परे उ अवनीं अकुलाई।।
दो0- Ǘ Ǔ भावी ͧ ^ Ǒ¡ Ȳ ͪ न दष
ू न तोर।
ͩ f ȱ\ Û ȡ होइ Ǒ¡ Ȳǒ ĤĮ ȡ \ Ǔ घोर।।174।।
–*–*–
अस Ǒ¡ सब Ǒ¡ ȯ ͧ ȡf @समाचार Ǖ Ȫ Û¡ पाए।।
Ȫ
Ǒ¡ Ȳदष
ू न Ȱ Ǒ¡ ȯ¡ ȣȲ@ǒ
हं स काग ͩ ȯ¡ ȣȲ@
@
` ȪǑ¡ Ǒ¡ भवन पहुँचाई। असरु ȡ Ǒ¡ ǐ जनाई।।
ȯǑ¡ Ȳखल जहँ तहँ ğ पठाए। सिज सिज सेन भप ू सब धाए।।
ȯȯǔÛ¡ नगर Ǔ ȡ बजाई। ǒǒ ȡȱǓ Ǔ होई लराई।।
जूझे सकल सुभट ǐ करनी। बंधु समेत परे उ नप
ृ धरनी।।
× ȯ Ǖकुल कोउ Ǒ¡ Ȳबाँचा। ǒĤ Į ȡ ͩ ͧ होइ असाँचा।।
ǐ Ǖǔ Ǔ सब नप
ृ नगर बसाई। Ǔ परु गवने जय जसु पाई।।
दो0- ɮȡ सन
ु ु ȡǑ¡ जब होइ ǒ ȡ ȡ बाम।
ǐǗ ȯǽ जनक जम ȡǑ¡ Þ ȡ दाम।।।175।।
–*–*–
काल पाइ ǓǕ सन ु ु सोइ राजा। भयउ Ǔ ȡ
Ǒ¡ समाजा।।
दस ͧ ȡǑ¡ बीस भुजदं डा। रावन नाम बीर ǐ Ȳ ȡ@
@
भूप अनुज \ ǐ [ नामा। भयउ सो कंु भकरन बलधामा।।
ͬ
जो रहा ǽͬ
जास।ू भयउ ǒ ȡğ बंधु लघु तासू।।
नाम ǒ Ȣ ȯǑ¡ जग जाना। ǒ ç Ǖ ǒÊ ȡ Ǔ ȡ ȡ@
@
रहे जे सत
ु सेवक नप
ृ केरे । भए Ǔ ȡ
घोर घनेरे।।
ȡ Ǿ खल िजनस अनेका। ǕǑ भयंकर ǒ ǒ ȯ ȡ@
@
कृपा Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳ सब पापी। Ǔ न ȡǑ¡ Ȳǒè ǐ ȡ Ȣ@
@
दो0-उपजे ͪ Ǖ è× Ǖ पावन अमल अनूप।
ͪ ¡ ȣ Ǖ Į ȡ बस भए सकल \ Ǿ @ @176।।
–*–*–
ȧÛ¡ ǒ ǒ तप ȢǓ ¡ Ǖȱभाई। परम ` Ē Ǒ¡ Ȳ Ǔ सो जाई।।
गयउ Ǔ तप ȯͨ ǒ ȡ ȡ@मागहु बर Ĥ Û ɇताता।।
सेवत ȪǑ¡ सल
ु भ फल
ȡȣ@बरदायनी Ǖȡǐ ͪ ] ȣ@
@
ȯǒ पिू ज पद कमल à
Ǖ ¡ ȡȯ@सरु नर ǓǕ सब ¡ ȪǑ¡ Ȳसख
ु ारे ।।
मोर मनोरथु जानहु ȢɅ@बसहु सदा उर परु ¡ ȣ Ʌ@ @
ȧÛ¡ ȯ̀ȱĤ न कारन ȯ¡ ȣȲ@अस Ǒ¡ चरन गहे Ȱȯ¡ ȣȲ@
@
ǒ Ĥȯ बस भई भवानी। खसी माल ǗǓ मुसुकानी।।
सादर ͧ ȱĤ ȡ Ǖͧ धरे ऊ। Ȫ ȣ ȫǐ हरषु Ǒ¡ ȱभरे ऊ।।
सन
ु ु ͧ × असीस ¡ ȡȣ@ ǔǗ Ǒ¡ मन कामना à
Ǖ ¡ ȡȣ@
@
नारद बचन सदा ͬǕ
साचा। सो ǽ ͧ ͧ Ǒ¡ ȡǑ¡ Ȳमनु राचा।।
छं 0-मनु ȡǑ¡ Ȳराचेउ ͧ ͧ Ǒ¡ सो ǽ सहज संद
ु र साँवरो।
ǽ ȡ Ǔ ȡ सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो।।
f Ǒ¡ ȡȱ
Ǔ ȫǐ असीस ǕǓ ͧ Ǒ¡ Ǒ¡ ȱहरषीं \ ȣ@
तल
ु सी ȡǓ Ǒ¡ पूिज ǕǓ ǕǓ ǕǑ मन ȲǑ
ȣ@
@
सो0- ȡǓ ȫǐ अनक
ु ू ल ͧ Ǒ¡ हरषु न जाइ Ǒ¡ @
मंजल
ु मंगल मल
ू बाम अंग फरकन लगे।।236।।
ǿ ȱसराहत सीय लोनाई। गुर समीप गवने दोउ भाई।।
राम कहा सबु ȫͧ ȡ¡ ȣȲ@सरल सुभाउ छुअत छल ȡ¡ ȣȲ@
@
सुमन पाइ ǕǓ पूजा ȧÛ¡ ȣ@ ǕǓ असीस दह ु ु ȡ^Û¡ ȣÛ¡ ȣ@ @
सफ
ु ल मनोरथ होहुँ àǕ ¡ ȡȯ@रामु लखनु ǓǕ भए सख ु ारे ।।
ǐ भोजनु ǕǓ ǒÊ ȡ Ȣ@लगे कहन कछु कथा पुरानी।।
ǒ Ǒ Ǖ Ǖǽ आयसु पाई। ȲÚ ȡ करन चले दोउ भाई।।
Ĥ ȡ
Ȣ Ǒͧ ͧ उयउ सुहावा। ͧ मुख ǐ ȯͨ सुखु पावा।।
¡ Ǖǐ ǒ
ȡǽ ȧÛ¡ मन ȡ¡ ȣȲ@सीय बदन सम Ǒ¡ ȡ¡ ȣȲ@
@
दो0-जनमु ͧ Ȳ Ǖ ǓǕ बंधु ǒ ǕǑ ȣ सकलंक।
ͧ मख
ु समता पाव ͩ ͧ चंद ु बापरु ो रं क।।237।।
–*–*–
घटइ बढ़इ ǒ¡ Ǔ दख
ु दाई। Ē ^ राहु Ǔ Ȳͬ Ǒ¡ Ȳपाई।।
कोक ͧ Ĥ पंकज ġȪ¡ ȣ@अवगन ु बहुत
ġȲ ȡ Ȫ¡ ȣ@
@
Ȱȯ¡ ȣ मुख पटतर ȣÛ¡ ȯ@होइ दोष बड़ \ Ǖͬ
ȧÛ¡ ȯ@@
ͧ मुख ǒ ǒ ǕÞ ȡ बखानी। Ǖǽ Ǒ¡ Ȳचले Ǔ ȡ ͫ° जानी।।
ǐ ǕǓ चरन सरोज Ĥ ȡ ȡ@आयसु पाइ ȧÛ¡ ǒ Į ȡ ȡ@
@
ǒ Ǔ ȡ रघन
ु ायक जागे। बंधु ǒ Ȫͩ कहन अस लागे।।
उदउ \ ǽ अवलोकहु ताता। पंकज कोक लोक सख ु दाता।।
बोले लखनु Ȫǐ जुग पानी। Ĥ ǕĤ ȡ` सूचक मद
ृ ु बानी।।
दो0-\ ǽ Ȫ ȱसकुचे कुमुद उडगन ȪǓ ȣ @
ǔ ͧ à
Ǖ ¡ ȡ आगमन ǕǓ भए Ǚ Ǔ ¡ ȣ @
@238।।
–*–*–
नप
ृ सब नखत Ǒ¡ Ȳ` ǔ ] ȣ@ȡǐ न Ǒ¡ Ȳचाप तम ȡȣ@ @
कमल कोक मधक
ु र खग नाना। हरषे सकल Ǔ ȡ अवसाना।।
g ȯǑ¡ ȲĤ Ǖसब भगत à
Ǖ ¡ ȡȯ@¡ Ȫ^¡ Ǒ¡ ȲǗɅधनष
ु सख
ु ारे ।।
उयउ भानु ǒ ǕĮ तम नासा। दरु े नखत जग तेजु Ĥ ȡ ȡ@
@
ǒ Ǔ उदय Þ ȡ रघुराया। Ĥ ǕĤ ȡ Ǖसब Ǚ Û¡ Ǒ ȡ ȡ@
@
तव भुज बल Ǒ¡ ȡ ` ȡȣ@Ĥ ȣ धनु ǒ ǐ ȡȣ@
@
बंधु बचन ǕǓ Ĥ Ǖमुसुकाने। होइ Ǖͬ
सहज पुनीत नहाने।।
Ǔ × ͩĐ ȡ ǐ ǽǕ Ǒ¡ Ȳआए। चरन सरोज सभ
ु ग ͧ नाए।।
सतानंद ु तब जनक बोलाए। ȫͧ ǓǕ Ǒ¡ Ȳतरु त पठाए।।
जनक ǒ Ǔ Û¡ आइ सन
ु ाई। हरषे Ȫͧ ͧ f दोउ भाई।।
दो0-सतानंदûपद ȲǑ Ĥ Ǖबैठे गुर Ǒ¡ Ȳजाइ।
चलहु तात ǕǓ कहे उ तब पठवा जनक बोलाइ।।239।।
–*–*–
सीय è Ȳ ǽ ȯͨ \ जाई। ईसु ȡǑ¡ ɋ दे इ बड़ाई।।
लखन कहा जस भाजनु सोई। नाथ कृपा तव जापर होई।।
हरषे ǕǓ सब ǕǓ बर बानी। ȣǔÛ¡ असीस Ǒ¡ Ȳसुखु मानी।।
ǓǕ Ǔ
Ǖ ȲǙ समेत कृपाला। दे खन चले धनष
ु मख साला।।
Ȳ ͧǗ आए दोउ भाई। \ ͧ ͬǕ सब Ǖȡͧ Û¡ पाई।।
चले सकल गह
ृ काज ǒ ȡȣ@बाल जुबान जरठ नर ȡȣ@
@
दे खी जनक भीर भै ȡȣ@ Ǖͬ
सेवक सब ͧ f ¡ ȱ ȡȣ@
@
तरु त सकल Ȫ Û¡ Ǒ¡ Ȳजाहू। आसन ` ͬ
दे हू सब काहू।।
दो0- Ǒ¡ मद
ृ ु बचन ǒ Ȣ Ǔ Û¡ बैठारे नर ȡǐ@
` × Ú नीच लघु Ǔ Ǔ थल \ ¡Ǖ ȡǐ@
@240।।
–*–*–
राजकुअँर ȯǑ¡ अवसर आए। मनहुँ मनोहरता तन छाए।।
गन
ु सागर नागर बर बीरा। संद
ु र è ȡ गौर ȣȡ@
@
राज समाज ǒȡ Ǿ ȯ@उडगन महुँ जनु जुग ǒ Ǖपूरे।।
ǔ Û¡ Ʌ¡ ȣ भावना जैसी। Ĥ Ǖ ǗǓ Ǔ Û¡ दे खी तैसी।।
ȯ Ǒ¡ ȲǾ महा रनधीरा। मनहुँ बीर रसु Ʌ ȣȡ@@
डरे ǕǑ नप ृ Ĥ ǑǕ¡ Ǔ ¡ ȡȣ@मनहुँ भयानक ǗǓ ȡȣ@
@
रहे असरु छल ȪǓ बेषा। Ǔ Û¡ Ĥ ǕĤ कालसम दे खा।।
Ǖȡͧ Û¡ दे खे दोउ भाई। नरभष
ू न लोचन सख
ु दाई।।
दो0- ȡǐ ǒ Ȫ Ǒ¡ Ȳ¡ ͪ Ǒ¡ ȱǓ Ǔ ǽͬ
\ ǕǾ @
जनु सोहत ͧ Ȳ ȡ ǐ ǗǓ परम अनूप।।241।।
–*–*–
ǒ Ǖ Û¡ Ĥ Ǖǒȡ ȣ ȡ@बहु मुख कर पग लोचन सीसा।।
जनक ȡǓ \ Ȫ Ǒ¡ ȲȰ @
ɇ सजन सगे ͪĤ ȡ Ǒ¡ Ȳ Ȱ @
Ʌ@
Ǒ¡ ǒȯ¡ ǒ Ȫ Ǒ¡ Ȳरानी। ͧ Ǖसम Ĥ ȢǓ न ȡǓ बखानी।।
Ȫͬ Û¡ परम × भासा। सांत ƨǕ सम सहज Ĥ ȡ ȡ@
@
¡ ǐ Û¡ दे खे दोउ ħ ȡ ȡ@^çȯ इव सब सख
ु दाता।।
ȡ Ǒ¡ ͬ
भायँ ȯǑ¡ सीया। सो सनेहु सुखु Ǒ¡ Ȳकथनीया।।
उर \ Ǖ Ǔ न Ǒ¡ सक सोऊ। कवन Ĥ ȡ कहै ǒ कोऊ।।
f Ǒ¡ ǒͬ रहा ȡǑ¡ जस भाऊ। ȯǑ¡ Ȳतस दे खेउ कोसलराऊ।।
दो0-राजत राज समाज महुँ कोसलराज ͩ Ȫ@
संद
ु र è ȡ गौर तन ǒ è ǒ Ȫ
चोर।।242।।
–*–*–
सहज मनोहर ǗǓ दोऊ। ȪǑ काम उपमा लघु सोऊ।।
सरद चंद Ǔ Ȳ मख
ु नीके। नीरज नयन भावते जी के।।
ͬ
ȡǽ मार मनु हरनी। ȡ Ǔ ǿ ȡǓ ¡ ȣȲबरनी।।
कल कपोल Į ǓǕ कंु डल लोला। ͬ
Ǖ अधर सुंदर मद
ृ ु बोला।।
कुमुदबंधु कर Ǔ Ȳ हाँसा। ǙǕȣ ǒ मनोहर नासा।।
भाल ǒ ȡ Ǔ ȡ¡ ȣȲ@कच ǒ Ȫͩ \ ͧ \ ͧ ȡ¡ ȣȲ@
@
पीत चौतनीं ͧ ǔÛ¡ सह
ु ाई। कुसम
ु ȣȲǒ
बीच ȡɃ@
@
ȯ Ʌǽͬ
कंबु कल गीवाँ। जनु ǒğ Ǖ सष
ु मा ȧ सीवाँ।।
दो0-कंु जर Ǔ कंठा ͧ ` ǔÛ¡ Ǖ ͧ ȡ माल।
बषृ भ कंध ȯ¡ ǐ Ǔ बल Ǔ ͬ बाहु ǒ ȡ @
@243।।
–*–*–
Ǒ तन
ू ीर पीत पट बाँधे। कर सर धनष ु बाम बर काँधे।।
पीत Ê उपबीत सुहाए। नख ͧ मंजु ¡ ȡ ǒ छाए।।
ȯͨ लोग सब भए सुखारे । एकटक लोचन चलत न तारे ।।
हरषे जनकु ȯͨ दोउ भाई। ǓǕ पद कमल गहे तब जाई।।
ǐ ǒ Ȣ Ǔ कथा सन
ु ाई। रं ग \ Ǔ सब ǓǕ Ǒ¡ दे खाई।।
जहँ जहँ ȡǑ¡ कुअँर बर दोऊ। तहँ तहँ
ͩ ͬ
सबु कोऊ।।
Ǔ Ǔ ǽ ȡ Ǒ¡ सबु दे खा। कोउ न जान कछु मरमु ǒ ȯ ȡ@
@
ͧ रचना ǕǓ नप
ृ सन कहे ऊ। राजाँ ǕǑ महासुख लहे ऊ।।
दो0-सब Ȳ
Û¡ ते मंचु एक संद
ु र ǒ ǒ ȡ @
ǓǕ समेत दोउ बंधु तहँ बैठारे Ǒ¡ ȡ @
@244।।
–*–*–
Ĥ ǑǕ¡ ȯͨ सब नप ृ Ǒ¡ ȱ ȱहारे । जनु राकेस उदय भएँ तारे ।।
\ ͧ Ĥ ȢǓ सब के मन ȡ¡ ȣ@
Ȳ राम चाप तोरब सक ȡ¡ ȣȲ@
@
ǒ Ǖभंजेहुँ भव धनुषु ǒ ȡ ȡ@ ȯͧ Ǒ¡ सीय राम उर माला।।
अस ǒ
ȡǐ गवनहु घर भाई। जसु Ĥ ȡ Ǖबलु तेजु गवाँई।।
ǒ ¡ ȯअपर भूप ǕǓ बानी। जे \ ǒȯ अंध \ ͧ ȡ Ȣ@
@
तोरे हुँ धनष
ु ु Þ ȡ¡ Ǖअवगाहा। ǒ Ǖ ȪɅको Ǖ\ ȱǐ ǒ] ¡ ȡ@
@
एक बार कालउ ͩ होऊ। ͧ Ǒ¡ समर िजतब हम सोऊ।।
यह ǓǕ अवर Ǒ¡ मस
ु काने। धरमसील ¡ ǐ सयाने।।
सो0-सीय ǒ] ¡ ǒ राम गरब ǐǗ ǐ Ǚ Û¡ के।।
ȢǓ को सक ȲĒ ȡ दसरथ के रन बाँकुरे ।।245।।
Þ [मरहु Ǔ गाल बजाई। मन Ȫ ǔÛ¡ ͩ भूख बुताई।।
ͧ ¡ ȡǐ ǓǕ परम पनु ीता। जगदं बा जानहु िजयँ सीता।।
जगत ͪ ȡ Ǖ Ǔ Ǒ¡ ǒ
ȡȣ@ ǐ लोचन ǒ लेहु Ǔ ¡ ȡȣ@
@
सुंदर सुखद सकल गुन रासी। ए दोउ बंधु संभु उर बासी।।
सुधा Ǖġ समीप ǒ¡ ȡ_@मग
ृ जलु Ǔ ͨ मरहु कत धाई।।
करहु जाइ जा कहुँ जोई भावा। हम तौ आजु जनम फलु पावा।।
अस Ǒ¡ भले भप
ू अनरु ागे। Ǿ अनप
ू ǒ Ȫ लागे।।
ȯ Ǒ¡ Ȳसरु नभ चढ़े ǒ ȡ ȡ@ Ǒ¡ Ȳसम
ु न Ǒ¡ Ȳकल गाना।।
दो0- ȡǓ \Ǖ ǽ सीय तब पठई जनक बोलाई।
चतरु सखीं सुंदर सकल सादर
ȣȲ ȡɃ@ @246।।
–*–*–
ͧ सोभा Ǒ¡ Ȳजाइ बखानी। Ȳǒ ȡ Ǿ गनु खानी।।
उपमा सकल ȪǑ¡ लघु लागीं। Ĥ ȡ Ǚ ȡǐ अंग अनुरागीं।।
ͧ Ǔ \ तेइ उपमा दे ई। Ǖ ǒ कहाइ अजसु को लेई।।
जौ ǐ\ तीय सम सीया। जग \ ͧ Ǖ Ǔ कहाँ कमनीया।।
ͬ ȡ मुखर तन अरध भवानी। Ǔ \ Ǔ ͨǕ अतनु Ǔ जानी।।
ǒ ȡǽ Ȣ बंधु ͪĤ ȯ¡ ȣ@ Ǒ¡ \ रमासम ͩ ͧ Ȱȯ¡ ȣ@
@
जौ ǒ सध
ु ा ȪǓ ͬ होई। परम Ǿ Í सोई।।
सोभा रजु Ȳ ǽ ͧ Ȳ ȡǾ @मथै ȡǓ पंकज Ǔ ȡǾ @
@
दो0-f Ǒ¡ ǒͬ उपजै ǔÍ जब संद
ु रता सख
ु मल
ू ।
ͪ सकोच समेत ǒ ¡ Ǒ¡ Ȳसीय समतल
ू ।।247।।
–*–*–
ͧ Ȳसंग लै सखीं सयानी। गावत गीत मनोहर बानी।।
सोह नवल तनु सुंदर ȡȣ@जगत Ǔ \ ͧǕ ǒ ȡȣ@
@
भूषन सकल सुदेस सुहाए। अंग अंग ͬ
ͨ Û¡ बनाए।।
Ȳ Ǘͧ जब ͧ पगु ȡȣ@ȯͨ Ǿ मोहे नर ȡȣ@
@
¡ ͪ ǕÛ¡ दं द
ु भ
ु ीं बजाई। ͪ Ĥ Ǘ अपछरा गाई।।
ȡǓ सरोज सोह जयमाला। अवचट ͬ
f सकल भआ
ु ला।।
सीय
ͩ ͬ
ȡ Ǒ¡ चाहा। भए मोहबस सब नरनाहा।।
ǕǓ समीप दे खे दोउ भाई। लगे ͩ लोचन Ǔ ͬ पाई।।
दो0-गुरजन लाज समाजु बड़ ȯͨ सीय Ǖ
ȡǓ @
@
ȡͬ ǒ Ȫ ͨ Û¡ तन Ǖ ȢǑ¡ उर ] Ǔ @@ 248।।
–*–*–
राम Ǿ Ǖ\ ǽ ͧ ǒ ȯ Ʌ@नर ȡǐÛ¡ ǐ¡ ȣȲǓ ȯ Ʌ@
@
Ȫ
Ǒ¡ Ȳसकल कहत Ǖ
ȡ¡ ȣ@
Ȳ ǒͬ सन ǒ Ǒ¡ Ȳमन ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
¡ ǽ ǒ ͬ ȯͬ जनक जड़ताई। Ǔ ¡ ȡǐ \ ͧ ȯǑ¡ सह
ु ाई।।
ǒ Ǖǒ
ȡ पनु तिज नरनाहु। सीय राम कर करै ǒ ȡ¡ Ǘ@
@
जग भल ¡ Ǒ¡ भाव सब काहू। हठ ȧÛ¡ ȯअंतहुँ उर दाहू।।
f Ǒ¡ Ȳलालसाँ मगन सब लोगू। ǽ साँवरो ȡ ȧ जोगू।।
तब Ȳ ȣ जनक बौलाए। ǒ ǐȡ ȣ कहत
ͧ आए।।
कह नप
ृ जाइ कहहु पन मोरा। चले भाट Ǒ¡ ȱहरषु न थोरा।।
दो0-बोले Ȳ ȣ बचन बर सन
ु हु सकल Ǒ¡ ȡ @
पन ǒ ȯ¡ कर ¡ Ǒ¡ Ȳहम भुजा उठाइ ǒ ȡ @@249।।
–*–*–
नप
ृ भज
ु बल ǒ Ǖͧ Ǖराहू। ǽ\ कठोर ǒ Ǒ सब काहू।।
रावनु बानु महाभट भारे । ȯͨ सरासन Ǒȱ¡ Ȳͧ ȡȯ@
@
सोइ Ǖ
ȡǐ कोदं डु कठोरा। राज समाज आजु जोइ तोरा।।
ǒğ Ǖ जय समेत Ȱȯ¡ ȣ@
@ǒ Ǒ¡ Ȳǒ
ȡ बरइ ¡ Ǒ ȯ¡ ȣ@
@
ǓǕ पन सकल भप
ू \ ͧ ȡ ȯ@भटमानी \ Ǔ मन माखे।।
ǐ ȡȱͬ उठे अकुलाई। चले ^çȯ Û¡ ͧ नाई।।
ͩ ȡͩ ͩ ͧ Ǖ ¡ ȣȲ@उठइ न ȪǑ ȡȱǓ बलु ¡ ȣȲ@
@
ǔ Û¡ के कछु ǒ
ȡǽ मन ȡ¡ ȣȲ@चाप समीप ¡ ȣ न ȡ¡ ȣȲ@
@
दो0- ͩ Ǒ¡ Ȳधनु मूढ़ नप
ृ उठइ न
Ǒ¡ Ȳलजाइ।
मनहुँ पाइ भट बाहुबलु \ ͬ Ǖ \ ͬ Ǖ ǽ] ^@
@250।।
–*–*–
भूप सहस दस f Ǒ¡ बारा। लगे उठावन टरइ न टारा।।
डगइ न संभु सरासन Ȱ @
Ʌ कामी बचन सती मनु Ȱ @
Ʌ@
सब नप
ृ भए जोगु उपहासी। Ȱ Ʌǒ Ǖǒȡ ȲÛ ȡ Ȣ@
@
ȧǓ ǒ बीरता ȡȣ@चले चाप कर बरबस ¡ ȡȣ@
@
Į Ȣ¡ भए ¡ ȡǐ Ǒ¡ ȱराजा। बैठे Ǔ Ǔ जाइ समाजा।।
Ǚ Û¡ ǒ Ȫͩ जनकु अकुलाने। बोले बचन रोष जनु साने।।
ȣ ȣ के Ǘ Ǔ नाना। आए ǓǕ हम जो पनु ठाना।।
दे व दनज
ु ǐ मनज
ु ȣȡ@ǒ Ǖ बीर आए रनधीरा।।
दो0- Ǖ\ ȱǐ मनोहर ǒ ͫ° ȧǓ \ Ǔ कमनीय।
ȡ Ǔ ¡ ȡ ǒ Ȳͬ
जनु रचेउ न धनु दमनीय।।251।।
–*–*–
कहहु ȡǑ¡ यहु लाभु न भावा। काहुँ न संकर चाप चढ़ावा।।
रहउ चढ़ाउब तोरब भाई। Ǔ Ǖ ǐ Ǘͧ न सके छड़ाई।।
अब Ǔ कोउ माखै भट मानी। बीर ǒ ¡ ȣ ¡ ȣ ɇजानी।।
तजहु आस Ǔ Ǔ गह ृ जाहू। ͧ ȡ न ǒͬ ȰȯǑ¡ ǒ ȡ¡ Ǘ@
@
सक
ु ृ त जाइ ɋ पनु ǐ¡ aȱ@ Ǖ\ ȱǐ Ǖ] ǐ रहउ का करऊँ।।
जो जनतेउँ ǒ Ǖभट ǒǕ भाई। तौ पनु ǐ होतेउँ न हँसाई।।
जनक बचन ǕǓ सब नर ȡȣ@ȯͨ ȡ ͩ Ǒ¡ भए Ǖ ȡȣ@
@
माखे लखनु ǕǑ भइँ ɋ¡ Ʌ@रदपट फरकत नयन ǐ ɋ¡ Ʌ@
@
दो0- Ǒ¡ न सकत रघुबीर डर लगे बचन जनु बान।
नाइ राम पद कमल ͧ ǽ बोले ͬ ȡ Ĥ ȡ @
@252।।
–*–*–
Ǖ Ȳͧ Û¡ महुँ जहँ कोउ होई। ȯǑ¡ Ȳसमाज अस कहइ न कोई।।
¡ ȣ जनक ͧ \ ͬǕ
बानी। ǒɮ ȡ रघक
ु ु ल Ǔ जानी।।
सन
ु हु भानक
ु ु ल पंकज भान।ू कहउँ सभ
ु ाउ न कछु \ ͧ ȡ @
Ǘ@
जौ à
Ǖ ¡ ȡǐ अनुसासन ȡɋ@कंदक
ु इव Ħ é ȡȲ ` ȡɋ@
@
काचे घट ǔ ͧ ȡɋ Ȫȣ@सकउँ ȯǽ मूलक ǔ ͧ Ȫȣ@
@
तव Ĥ ȡ Ǒ¡ ȡ भगवाना। को बापुरो ͪ ȡ पुराना।।
नाथ ȡǓ अस आयसु होऊ। कौतक
ु ु ɋ ǒ Ȫͩ \ सोऊ।।
कमल नाल ǔ ͧ चाफ
±ȡ ɋ@जोजन सत Ĥ ȡ लै ȡ ɋ@
@
दो0- Ȫɋ ğ दं ड ǔ ͧ तव Ĥ ȡ बल नाथ।
ɋ न ɋ Ĥ Ǖपद सपथ कर न ɋ धनु भाथ।।253।।
–*–*–
लखन सकोप बचन जे बोले। ȡǓ Ǒ¡ ǑÊ डोले।।
सकल लोक सब भूप डेराने। ͧ Ǒ¡ ȱहरषु जनकु सकुचाने।।
गुर Ǖ Ǔ सब ǕǓ मन ȡ¡ ȣȲ@ ǕǑ भए ǕǓ ǕǓ Ǖ ȡ¡ ȣȲ@
@
Ǒ¡ Ȳ Ǖ Ǔ लखनु नेवारे । Ĥȯ समेत Ǔ बैठारे ।।
ǒè ȡͧ ğ समय सभ
ु जानी। बोले \ Ǔ सनेहमय बानी।।
उठहु राम भंजहु भवचापा। मेटहु तात जनक ǐ ȡ ȡ@@
ǓǕ Ǖǽ बचन चरन ͧ ǽ नावा। हरषु ǒ ȡ Ǖन कछु उर आवा।।
ठाढ़े भए ` Ǒ सहज सुभाएँ। Ǔ जुबा मग
ृ राजु लजाएँ।।
दो0-` Ǒ ` ͬ ǐ मंच पर रघुबर बालपतंग।
ǒ ȯसंत सरोज सब हरषे लोचन भंग
ृ ।।254।।
–*–*–
Ǚ Û¡ ȯǐ आसा Ǔ ͧ नासी। बचन नखत \ ȣ न Ĥ ȡ Ȣ@
@
मानी Ǒ¡ कुमद
ु सकुचाने। ȣ भप
ू उलक
ू लक
ु ाने।।
भए ǒ Ȫ कोक ǓǕ दे वा। ǐ Ǒ¡ Ȳसम
ु न ȡ Ǒ¡ Ȳसेवा।।
गुर पद ȲǑ Ǒ¡ अनुरागा। राम ǕǓ Û¡ सन आयसु मागा।।
¡ Ǒ¡ Ȳचले सकल जग è ȡ Ȣ@ × मंजु बर कंु जर गामी।।
चलत राम सब पुर नर ȡȣ@पुलक Ǘǐ तन भए Ǖ ȡȣ@
@
ȲǑ ͪ सरु सक
ु ृ त सँभारे । ɋ कछु Û
Ǖ Ĥ ȡ` हमारे ।।
तौ ͧ Ǖमन
ृ ाल ȧ ȡɃ@तोरहुँ राम गनेस Ȫ ȡɃ@
@
दो0-ȡ Ǒ¡ Ĥȯ समेत ͨ ͨ Û¡ समीप बोलाइ।
सीता मातु सनेह बस बचन कहइ ǒ ȡ^@ @255।।
–*–*–
ͨ सब कौतकु ȯ Ǔ ¡ ȡȯ@जेठ कहावत Ǒ¡ Ǘहमारे ।।
कोउ न बुझाइ कहइ गुर ȡ¡ ȣȲ@ए बालक \ ͧ हठ ͧ ȡ¡ ȣȲ@
@
रावन बान छुआ Ǒ¡ Ȳचापा। हारे सकल भूप ǐ दापा।।
सो धनु राजकुअँर कर ȯ¡ ȣȲ@बाल मराल ͩ मंदर ȯ¡ ȣȲ@
@
भप
ू सयानप सकल ͧ ȡ Ȣ@ ͨ ǒ ͬ Ǔ कछु ȡǓ न जानी।।
Ȫ ȣ चतरु सखी मद
ृ ु बानी। तेजवंत लघु Ǔ \ न रानी।।
कहँ कंु भज कहँ ͧ Ȳ Ǖअपारा। सोषेउ सुजसु सकल संसारा।।
ǒ मंडल दे खत लघु लागा। उदयँ तासु Ǔ Ǖ तम भागा।।
दो0- Ȳğ परम लघु जासु बस ǒͬ ¡ ǐ हर सुर @
[
¡ ȡ × गजराज कहुँ बस कर अंकुस @
[@
256।।
–*–*–
काम कुसुम धनु सायक ȣÛ¡ ȯ@सकल भुवन अपने बस ȧÛ¡ ȯ@
@
ȯǒ तिजअ संसउ अस जानी। भंजब धनष
ु रामु सन
ु ु रानी।।
सखी बचन ǓǕ भै परतीती। ͧ ȡ ǒ ȡ Ǖ ±ȣ \ Ǔ ĤȢ Ȣ@
@
तब ȡ Ǒ¡ ǒ Ȫͩ Ȱȯ¡ ȣ@सभय ǿ ȱǒ Ǔ ȯǑ¡ ȯ¡ ȣ@
@
¡ ȣȲमन मनाव अकुलानी। होहु Ĥ Û महे स भवानी।।
करहु सफल ] Ǔ सेवकाई। ǐ Ǒ¡ Ǖहरहु चाप ǽ] _@ @
गननायक बरदायक दे वा। आजु Ʌ ȧǔÛ¡ `ȱतअ
ु सेवा।।
बार बार ǒ Ȣ ǓǕ Ȫȣ@करहु चाप ǽǕ ȡ \ Ǔ Ȫȣ@
@
दो0-ȯͨ ȯͨ रघब
ु ीर तन सरु मनाव ǐ धीर।।
भरे ǒ Ȫ
Ĥȯ जल Ǖ ȡ ȣ ȣ@
@257।।
–*–*–
ȢɅǓ ͨ नयन ǐ सोभा। ͪ Ǖपनु ͧǕ ǐ ¡ Ǖǐ मनु छोभा।।
अहह तात ȡǽǓ हठ ठानी। समुझत Ǒ¡ Ȳकछु लाभु न हानी।।
ͬ
सभय ͧ दे इ न कोई। बुध समाज बड़ \ Ǖͬ
होई।।
कहँ धनु Ǖͧ ¡ Ǖ
ȡǑ¡ कठोरा। कहँ è ȡ मद
ृ ग
ु ात ͩ Ȫȡ@
@
ǒ ͬ ȯǑ¡ ȡȱǓ ɋ उर धीरा। ͧ सम
ु न कन ȯͬ \ ¡ ȣȡ@
@
सकल सभा कै Ǔ भै Ȫȣ@अब ȪǑ¡ संभच
ु ाप Ǔ Ȫȣ@
@
Ǔ जड़ता Ȫ Û¡ पर ȡȣ@¡ ȪǑ¡ ¡ ǽ\ Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ǔ ¡ ȡȣ@
@
\ Ǔ ǐ ȡ सीय मन ȡ¡ ȣ@लव Ǔ ȯ जुग सब सय ȡ¡ ȣȲ@
@
दो0-Ĥ ǕǑ¡ ͬ
^ ǕǓ ͬ
Ǒ¡ राजत लोचन लोल।
खेलत ͧ मीन जग ु जनु ǒ Ǖमंडल डोल।।258।।
–*–*–
ͬ ȡ \ ͧ Ǔ मुख पंकज Ȫ ȧ@Ĥ न लाज Ǔ ȡ \ Ȫ ȧ@
@
लोचन जलु रह लोचन कोना। जैसे परम कृपन कर सोना।।
सकुची Þ ȡ Ǖ ȡ ͫ° जानी। ǐ धीरजु Ĥ ȢǓ उर आनी।।
तन मन बचन मोर पनु साचा। Ǖ Ǔ पद सरोज ͬ
Ǖराचा।।
तौ भगवानु सकल उर बासी। ǐǑ¡ Ȳ ȪǑ¡ रघुबर कै दासी।।
ȯǑ¡ Ʌ ȯǑ¡ पर × सनेहू। सो ȯǑ¡ ͧ ^ न कछु संहेहू।।
Ĥ Ǖतन ͬ
^ Ĥȯ तन ठाना। Ǚ ȡǓ ȡ राम सबु जाना।।
ͧ Ǒ¡ ǒ Ȫͩ तकेउ धनु कैसे। ͬ
ǽǽ लघु Þ ȡ Ǒ¡ जैसे।।
दो0-लखन लखेउ Ǖ Ȳ Ǔ ताकेउ हर कोदं डु।
Ǖ ͩ गात बोले बचन चरन
ȡͪ Ħé ȡȲǕ@@259।।
–*–*–
Ǒ ȲǕ ¡ Ǖकमठ \ Ǒ¡ कोला। धरहु Ǔ ǐ धीर न डोला।।
रामु
¡ Ǒ¡ Ȳसंकर धनु तोरा। होहु सजग ǕǓ आयसु मोरा।।
चाप सपीप रामु जब आए। नर ȡǐÛ¡ सरु सुकृत मनाए।।
सब कर संसउ \ ǽ \ Ê ȡ Ǘ@मंद ¡ ȣ Û¡ कर \ ͧ ȡ Ǘ@
@
Ǚ Ǖ Ǔ ȯǐ गरब ǽ] _@सरु ǓǕ Û¡ ȯǐ कदराई।।
ͧ कर सोचु जनक Ǔ ȡȡ@ȡǓ Û¡ कर ȡǽ दख
ु दावा।।
संभुचाप बड ȪǑ¡ Ǖपाई। चढे जाइ सब संगु बनाई।।
राम बाहुबल ͧ Ȳ Ǖ\ ȡǾ @चहत ȡǽ Ǒ¡ कोउ °¡ ȡǾ @
@
दो0-राम ǒ Ȫȯलोग सब ͬ
ğ ͧ ȯसे ȯͨ @
ͬ
_ सीय कृपायतन जानी ǒ ǒ ȯͪ @ @260।।
–*–*–
दे खी ǒ Ǖ ǒ Ȱȯ¡ ȣ@Ǔ ͧ ǒ ¡ ȡ कलप सम ȯ¡ ȣ@
@
ͪǙ ȡǐ ǒ Ǖजो तनु × ȡ ȡ@मए
ु ँ करइ का सध
ु ा तड़ागा।।
का बरषा सब कृषी Ǖ ȡ Ʌ@समय
Ǖ Ʌ ǓǕ का Ǔ ȡ Ʌ@
@
अस िजयँ ȡǓ ȡ ȧ दे खी। Ĥ Ǖपुलके ͨ Ĥ ȢǓ ǒ ȯ Ȣ@
@
ǕǑ¡ Ĥ ȡ Ǖ Ǒ¡ मन ȧÛ¡ ȡ@\ Ǔ लाघवँ उठाइ धनु ȣÛ¡ ȡ@
@
दमकेउ ȡͧ Ǔ ǔ ͧ जब लयऊ। ǕǓ नभ धनु मंडल सम भयऊ।।
लेत चढ़ावत
ɇ ȡ±Ʌ@काहुँ न लखा दे ख सबु ȡ±Ʌ@
@
ȯǑ¡ छन राम Ú धनु तोरा। भरे भव
ु न ǓǕ घोर कठोरा।।
छं 0-भरे भव
ु न घोर कठोर रव ǒ बािज तिज मारगु चले।
ͬ
È Ǒ¡ ȲǑÊ डोल Ǒ¡ \ Ǒ¡ कोल Ǘǽ कलमले।।
सुर असुर ǕǓ कर कान ȣÛ¡ Ʌसकल ǒ ǒ
ȡ¡ ȣȲ@
कोदं ड खंडउ
े राम तल
ु सी Ǔ बचन `
ȡ¡ ȣ@
@
सो0-संकर चापु जहाजु ȡ ǽ रघब
ु र बाहुबल।ु
बड़
ू सो सकल समाजु चढ़ा जो Ĥ Ǒ¡ Ȳमोह बस।।261।।
Ĥ Ǖदोउ चापखंड Ǒ¡ डारे । ȯͨ लोग सब भए सुखारे ।।
f Ǒ¡ ȡȱǓ दे व पज
ु ाइ Ȣ Ǒ¡ सभ
ु ग ͧ Ȳ ȡ ǕǑ Ȫ@
@
Į Ȣ ȯ ȡ Ȭ
Į Ȣȡ
ǐ ȡ
ɮͪ Ȣ सोपान
\ ȪÚ ȡ- ȡÖ
æ Ȫ
è ȡɨȯच ͪ ȡǓ भध
ू रसत
ु ा दे वापगा è ȯ
भाले ȡ ͪ Ǖ [ ȯच गरलं è Ȫͧ å ȡ ȡɪ@
सोऽयं ǗǓ ͪ Ǘ Ȭ सुरवरः ȡ[ͬ Ȭ [ ȡ
Ȭ[ [ Ȭ ͧ Ȭ ͧ Ǔ Ȭ Į Ȣ ɨ Ȭ पातु माम ्।।1।।
Ĥ Û ȡȲया न ȡͧ ȯ
è ȡ न à ȯवनवासदःु खतः।
Ǖ ȡà Ǖ Į Ȣ Ǖ Û è मे ȡè Ǖसा Ñ Ǖ Ȳ Ĥȡ@
@2।।
Ȣ ȡà Ǖ æ ȡ Ȫ ȡɨ Ȳ Ȣ ȡ ȡȪͪ ȡ ȡ @
Q
पाणौ ¡ ȡ ȡ
ȡǽ
ȡ Ȳ ȡͧ रामं रघव
ु श
ं नाथम ्।।3।।
दो0-Į Ȣ Ǖǽ चरन सरोज रज Ǔ मनु Ǖ Ǖǽ Ǖ ȡǐ@
बरनउँ रघुबर ǒ जसु जो दायकु फल
ȡǐ@
@
जब Ʌरामु Þ ȡǑ¡ घर आए। Ǔ नव मंगल मोद बधाए।।
भव
ु न
ȡǐ भध
ू र ȡȣ@सक
ु ृ त मेघ Ǒ¡ सख
ु ȡȣ@
@
Į Ȣ गणेशाय नमः
Į Ȣ ȡ ȧ ã Ȫ ͪ ȯ
Į Ȣ ȡ
ǐ ȡ
———-
ततृ ीय सोपान
(\ Ö ȡÖ)
æ Ȫ
मूलं [ Ȫͪ [ ȯ ȯȬ Ǘ ȶÛ Ǖ ȡ ÛȲ
ȰȡÊ ȡà Ǖ ȡè Ȳé ÚȡÛ ȡ¡ Ȳतापहम ्।
Ȫ¡ ȡà Ȫ Ǘ ȡ ͪ ȫ è Ȭ à Ȳ ɨ Ȳ
ÛȯĦé Ǖ Ȳकलंकशमनं Į Ȣȡ Ǘ ͪĤ @
@
Q1।।
ȡÛġȡ Û Ȫ ȫ ǕȲȢ ȡà Ȳ ǕÛȲ
पाणौ बाणशरासनं Ǒ × Ǘ Ȣ ȡȲवरम ्
राजीवायतलोचनं धत
ृ जटाजट
ू े न Ȳ Ȫͧ Ȳ
Ȣ ȡ ê Ȳ Ǖ Ȳ ͬ Ȳȡ ȡͧ ȡ Ȳभजे।।2।।
सो0-उमा राम गन
ु गढ़
ू Ȳͫ ǓǕ ȡǑ¡ ȲǒǓ @
ȡǑ¡ Ȳमोह ǒ Ǘ± जे ¡ ǐ ǒ Ǖ न [Ǔ @
@
पुर नर भरत ĤȢǓ ɇगाई। Ǔ \ ǕǾ अनूप सुहाई।।
अब Ĥ Ǖ
ǐ सुनहु \ Ǔ पावन। करत जे बन सुर नर ǕǓ भावन।।
एक बार
ǓǕ कुसम
ु सह
ु ाए। Ǔ कर भष
ू न राम बनाए।।
Ȣ Ǒ¡ Ǒ¡ ȡf Ĥ Ǖसादर। बैठे Ǒ ͧ ȡ पर सुंदर।।
ǕǓ सुत ǐ बायस बेषा। सठ चाहत Ǖ Ǔ बल दे खा।।
ǔ ͧ ͪȢͧ ȡ सागर थाहा। महा Ȳ Ǔ पावन चाहा।।
सीता चरन
ɋ
¡ Ǔ भागा। मढ़
ू Ȳ Ǔ कारन कागा।।
चला ǽͬ रघन
ु ायक जाना। सींक धनष
ु सायक संधाना।।
दो0-\ Ǔ कृपाल रघन
ु ायक सदा ȣ पर नेह।
ता सन आइ ȧÛ¡ छलु मूरख अवगुन गेह।।1।।
Ĥȯǐ Ȳğ Ħé धावा। चला भािज बायस भय पावा।।
ǐ Ǔ ǽ गयउ ͪ Ǖȡ¡ ȣȲ@राम ǒ Ǖ राखा ȯǑ¡ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
भा Ǔ ȡ उपजी मन ğȡ ȡ@जथा
Đ भय ǐͪ Ǖ ȡ[ ȡ@
@
Ħ é ȡ ͧ Ǖ सब लोका। ͩ ȡ Į ͧ Þ ȡ Ǖ भय सोका।।
काहूँ बैठन कहा न j ¡ ȣ@ȡͨ को सकइ राम कर ġȪ¡ ȣ@ @
मातु ×Ǚ Ǖͪ Ǖसमन समाना। सुधा होइ ǒ सुनु ¡ ǐ ȡ ȡ@
@
ͧ ğ करइ सत ǐ Ǖकै करनी। ता कहँ ǒ Ǖ ȣ बैतरनी।।
सब जगु ȡǑ¡ अनलहु ते ताता। जो रघब
ु ीर ǒ Ǖ सन
ु ु ħ ȡ ȡ@
@
नारद दे खा ǒ जयंता। ȡͬ दया कोमल ͬ
संता।।
पठवा तरु त राम Ǒ¡ Ȳ ȡ¡ ȣ@ ¡ ȯͧ Ǖ ȡǐ Ĥ Ǒ¡ ȡ¡ ȣ@
@
आतरु सभय ¡ ȯͧ पद जाई। ğȡǑ¡ ğȡǑ¡ दयाल रघुराई।।
\ ͧǕ बल \ ͧǕ Ĥ Ǖ ȡ_@ ɇ Ǔ Ȳ ȡǓ Ǒ¡ Ȳपाई।।
Ǔ कृत [ Ǔ फल पायउँ । अब Ĥ Ǖ ȡǑ¡ सरन ͩ आयउँ ।।
ǓǕ कृपाल \ Ǔ आरत बानी। एकनयन ǐ तजा भवानी।।
सो0- ȧÛ¡ मोह बस ġȪ¡ ɮ ͪ ȯǑ¡ कर बध ` ͬ
@
Ĥ Ǖछाड़ेउ ǐ छोह को कृपाल रघुबीर सम।।2।।
Ǖ Ǔ ͬ
ğ Ǘ ͧ नाना।
ǐ ͩ f Į ǓǕ सुधा समाना।।
¡ Ǖǐ राम अस मन अनम
ु ाना। ¡ Ȫ^Ǒ¡ भीर Ǒ¡ Ȳ ȪǑ¡ जाना।।
सकल Ǔ
Ǖ Û¡ सन ǒȡ कराई। सीता Ǒ¡ चले ɮȫ भाई।।
\ ǒğ के ] Į जब Ĥ Ǖगयऊ। सन
ु त ¡ ȡ ǓǕ ¡ ͪ भयऊ।।
Ǖ ͩ गात \ ǒğ ` Ǒ धाए। ȯͨ रामु आतरु
ͧ आए।।
करत दं डवत ǕǓ उर लाए। Ĥȯ ȡǐ ɮȫ जन \ Û¡ ȡf @
@
ȯͨ राम ǒ नयन जुड़ाने। सादर Ǔ ] Į तब आने।।
ǐ पज
ू ा Ǒ¡ बचन सह
ु ाए। Ǒf मल
ू फल Ĥ Ǖमन भाए।।
सो0-Ĥ Ǖआसन आसीन ǐ लोचन सोभा Ǔ ͨ @
ǕǓ परम Ĥ Ȣ Ȫǐ ȡǓ \ è ǓǕ करत।।3।।
छं 0- ȡͧ È × Ȳ@कृपालु शील कोमलं।।
ȡͧ ते पदांबुजं। \ ȡͧ ȡȲè ȡ Ȳ@
@
Ǔ ȡ æ ȡ संद
ु रं । ȡà Ǖ ȡ मंदरं ।।
Ĥ Ǖã कंज लोचनं। ȡǑ दोष मोचनं।।
Ĥ Ȳ बाहु ͪĐ Ȳ@Ĥ ȪMĤ ȯ वैभवं।।
Ǔ Ȳ चाप सायकं। धरं ǒğ Ȫ नायकं।।
Ǒ ȯ वंश मंडनं। महे श चाप खंडनं।।
Ǖ ȢȲġ संत रं जनं। Ǖȡǐ वंद
ृ भंजनं।।
मनोज Ȱǐ ȲǑ @
Ȳ \ ȡǑ दे व ȯͪ @
Ȳ@
ͪ Ǖƨ बोध ͪĒ ¡ Ȳ@ è दष
ू णापहं ।।
ȡͧ ^ȲǑȡ Ǔ @
Ȳ सुखाकरं सतां Ǔ @
Ȳ@
भजे ǔÈ सानुजं। शची Ǔ ȲͪĤ ȡ Ǖ Ȳ@
@
× ȲǓē मल
ू ये नराः। ȲǓ ¡ ȣ × ȡ@
@
ǓȲ नो ȡ [ ȯ@ͪ [ Ȣͬ
संकुले।।
ͪͪÈ ȡͧ Ȭ सदा। ȲǓ È
Ǖ ȯमद
ु ा।।
Ǔ è ^ȲǑġ ȡǑȲ@Ĥ ȡȲǓ ते Ǔ Ȳè Ȳ@
@
ȯ ß Ǖ ȲĤ ǕȲ@Ǔ ȣ¡ ȢæȲͪ ǕȲ@
@
ɮ ǕǽȲच ȡæ @
Ȳ Ǖȣ ȯ केवलं।।
ȡͧ भाव ã Ȳ@ Ǖ Ȫͬ ȡȲ Ǖ Ǖ [ Ȳ@
@
è È ã पादपं। समं Ǖ ȯå Û ¡ Ȳ@
@
अनूप Ǿ Ǘ Ǔ @
Ȳ ȪM¡ Ǖͪ [ ȡ Ǔ @
Ȳ@
Ĥ Ȣ मे ȡͧ ते। ȡÞ ǔÈ ȯǑ¡ मे।।
ȲǓ ये è Ȳइदं । नरादरे ण ते पदं ।।
ĭ ȲǓ ȡğ संशयं। × ȣ ǔÈ संयत
ु ा।।
दो0-ǒ Ȣ ǐ ǓǕ नाइ ͧ ǽ कह कर Ȫǐ ¡ Ȫǐ@
चरन Ȫǽ¡ नाथ Ǔ कबहुँ तजै Ǔ Ȫǐ@ @4।।
–*–*–
अनस
ु इ
ु या के पद Ǒ¡ सीता। ͧ ȣ ¡ Ȫǐ सस
ु ील ǒ Ȣ ȡ@
@
ǐͪ Ǔ Ȣ मन सख
ु \ ͬ ȡ_@] ͧ दे इ Ǔ बैठाई।।
ǑÞ बसन भूषन Ǒ¡ ȡf @जे Ǔ नूतन अमल सुहाए।।
कह ǐͪ Ǘसरस मद
ृ ु बानी। ȡǐ [कछु Þ ȡ बखानी।।
मातु ͪ ȡ ħ ȡ ȡ Ǒ¡ ȡȣ@ͧ Ĥ सब सन
ु ु ȡ Ǖ ȡȣ@
@
\ ͧ ȡǓ ȡ[ ȯ¡ ȣ@अधम सो ȡǐ जो सेव न ȯ
¡ ȣ@
@
धीरज [ͧ ğ \ ǽ ȡȣ@आपद काल ǐͨ \ Ǒ¡ Ȳ
ȡȣ@
@
ƨǙ रोगबस जड़ ¡ ȣ ȡ@अधं ͬ Đ Ȫ Ȣ \ Ǔ ȣ ȡ@
@
ऐसेहु Ǔ कर ͩ f ȱअपमाना। ȡǐ पाव जमपरु दख
ु नाना।।
एकइ [एक Ħ नेमा। कायँ बचन मन Ǔ पद Ĥȯ ȡ@
@
जग Ǔ Ħ ȡ
ȡǐ ǒͬ \ ¡ Ǒ¡ @
Ȳ बेद पुरान संत सब ¡ Ǒ¡ @
Ȳ@
` × के अस बस मन ȡ¡ ȣȲ@सपनेहुँ आन Ǖǽ जग ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
Ú Ǔ दे खइ Ȱ Ʌ@ħ ȡ ȡ ͪ ȡ Ǖğ Ǔ ɇ Ʌ@
@
[ǒ
ȡǐ ͨǕ कुल रहई। सो Ǔ ͩ ç ǒğ Į ǓǕ अस कहई।।
ǒ Ǖअवसर भय Ʌरह जोई। जानेहु अधम ȡǐ जग सोई।।
Ǔ बंचक Ǔ Ǔ करई। रौरव नरक ã सत परई।।
छन सुख ȡͬ जनम सत ȪǑ@दख
ु न समुझ ȯǑ¡ सम को Ȫȣ@
@
ǒ ǕĮ ȡǐ परम Ǔ लहई। Ǔ Ħ [ ȡͫ° छल गहई।।
Ǔ ĤǓ Ǖ जनम जहँ जाई। ǒ ȡ होई पाई ǽ ȡ_@
@
सो0-सहज \ ȡ Ǔ ȡǐ Ǔ सेवत सभ
ु Ǔ लहइ।
जसु गावत Į ǓǕ
ȡǐ अजहु Ǖ ͧ ȡ ¡ ǐǑ¡ ͪĤ @
@5क।।
सनु सीता तव नाम Ǖͧ ȡǐ Ǔ Ħ Ǒ¡ @
ȪǑ¡ Ĥȡ ͪĤ राम Ǒ¡ `ȱकथा संसार Ǒ¡ @
@5ख।।
ǕǓ ȡ ȧȲपरम सुखु पावा। सादर तासु चरन ͧ ǽ नावा।।
तब ǓǕ सन कह ǙȡǓ ȡ ȡ@आयसु होइ जाउँ बन आना।।
संतत मो पर कृपा करे हू। सेवक ȡǓ तजेहु Ǔ नेहू।।
[धरु ं धर Ĥ Ǖकै बानी। ǕǓ Ĥȯ बोले ǕǓ Ê ȡ Ȣ@
@
जासु कृपा अज ͧ ȡȣ@चहत सकल परमारथ ȡȣ@
@
ते à
Ǖ ¡ राम अकाम ͪ ] ȯ@ȣ बंधु मद
ृ ु बचन उचारे ।।
अब जानी ɇĮ Ȣ चतरु ाई। भजी à
Ǖ ¡ Ǒ¡ सब दे व ǒ¡ ȡ_@
@
ȯǑ¡ समान \ Ǔ Ǒ¡ Ȳकोई। ता कर सील कस न अस होई।।
ȯǑ¡ ǒͬ ¡ ɋ जाहु अब èȡ Ȣ@कहहु नाथ à
Ǖ ¡ अंतरजामी।।
अस Ǒ¡ Ĥ Ǖǒ Ȫͩ ǕǓ धीरा। लोचन जल बह पुलक ȣȡ@
@
छं 0-तन पुलक Ǔ [ Ĥȯ पुरन नयन मुख पंकज Ǒf @
मन Ê ȡ गन
ु गोतीत Ĥ Ǖ ɇȣ जप तप का ͩ f @
@
जप जोग [समह
ू Ʌनर Ǔ अनप
ु म पावई।
रधब
ु ीर
ǐ पुनीत Ǔ ͧ Ǒ दास तल
ु सी गावई।।
दो0- ͧ समन दमन मन राम सुजस सुखमूल।
सादर Ǖ Ǒ¡ जे Ǔ Û¡ पर राम ¡ Ǒ¡ Ȳअनुकूल।।6(क)।।
सो0- Ǒ काल मल कोस [न Ê ȡ न जोग जप।
ǐ¡ ǐ सकल भरोस ȡ Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳते चतरु नर।।6(ख)।।
–*–*–
ǓǕ पद कमल नाइ ǐ सीसा। चले Ǒ¡ सरु नर ǓǕ ईसा।।
आगे राम अनज
ु ǓǕ ȡ Ʌ@ ǓǕ बर बेष बने \ Ǔ ȡ Ʌ@
@
उमय बीच Į Ȣ सोहइ कैसी। Ħ é जीव ǒ
माया जैसी।।
ǐ ȡ बन ͬ ǐ अवघट घाटा। Ǔ Ǒ¡
ȡ Ȣ ȯǑ¡ Ȳबर बाटा।।
जहँ जहँ ȡǑ¡ दे व रघुराया। Ǒ¡ Ȳमेध तहँ तहँ नभ छाया।।
ͧ ȡ असुर ǒȡ मग जाता। ] ¡ ȣȲरघुवीर Ǔ ȡ ȡ@
@
Ǖ Ǒ¡ Ȳǽͬ
Ǿ ȯǑ¡ Ȳपावा। ȯͨ दख
ु ी Ǔ धाम पठावा।।
ǕǓ आए जहँ ǕǓ सरभंगा। सुंदर अनुज ȡ ȧ संगा।।
दो0-दे खी राम मख
ु पंकज ǓǕ लोचन भंग
ृ ।
सादर पान करत \ Ǔ Û Û सरभंग।।7।।
–*–*–
कह ǓǕ सन
ु ु रघब
ु ीर कृपाला। संकर मानस राजमराला।।
जात रहे उँ ǒȲͬ
के धामा। सन
ु ेउँ Į बन g¡ Ǒ¡ Ȳरामा।।
ͬ
पंथ रहे उँ Ǒ राती। अब Ĥ Ǖȯͨ जड़
ु ानी छाती।।
नाथ सकल साधन ɇ¡ ȣ ȡ@ ȧÛ¡ ȣ कृपा ȡǓ जन ȣ ȡ@
@
सो कछु दे व न ȪǑ¡ Ǔ ¡ Ȫȡ@Ǔ पन राखेउ जन मन चोरा।।
तब ͬ रहहु ȣ Ǒ¡ लागी। जब ͬ ͧ ɋ à
Ǖ ¡ Ǒ¡ तनु × ȡ Ȣ@
@
जोग Ê जप तप Ħ ȧÛ¡ ȡ@Ĥ Ǖकहँ दे इ Ǔ बर ȣÛ¡ ȡ@ @
f Ǒ¡ ǒ ͬ सर ͬ
ǓǕ सरभंगा। बैठे ǿ ȱ ȡͫ° सब संगा।।
दो0-सीता अनज
ु समेत Ĥ Ǖनील जलद तनु è ȡ @
मम Ǒ¡ ȱबसहु Ǔ Ȳ Ǖ ǽ Į Ȣȡ @
@8।।
–*–*–
अस Ǒ¡ जोग \ ͬ Ǔ तनु जारा। राम कृपाँ बैकंु ठ ͧ ȡȡ@
@
ताते ǕǓ ¡ ǐ ȣ न भयऊ। Ĥ Ǒ¡ Ȳभेद Ǔ बर लयऊ।।
ǐͪ Ǔ ȡ ǕǓ Ǔ ȯͨ @सुखी भए Ǔ ǿ ȱǒ ȯ Ȣ@
@
\ è ǓǕ Ǒ¡ Ȳसकल ǓǕ बंद
ृ ा। Ǔ Ĥ Ǒ¡ ǽ ȡ कंदा।।
ǓǕ रघन
ु ाथ चले बन आगे। ǓǕ बंद
ृ ǒ Ǖ सँग लागे।।
\ ǔè समूह ȯͨ रघुराया। Ǘ Ȥ ǕǓ Û¡ ȡͬ \ Ǔ दाया।।
जानतहुँ ǗǓ \ कस è ȡ Ȣ@सबदरसी à Ǖ ¡ अंतरजामी।।
Ǔ ͧ
Ǔ सकल ǕǓ खाए। ǕǓ रघब
ु ीर नयन जल छाए।।
दो0-Ǔ ͧ
¡ ȣ करउँ Ǒ¡ भज
ु उठाइ पन ȧÛ¡ @
सकल ǓǕ Û¡ के ] Į ǔÛ¡ जाइ जाइ सखु ȣÛ¡ @
@9।।
–*–*–
ǓǕ \ ǔè कर ͧ ç सजु ाना। नाम सत
ु ीछन Ǔ भगवाना।।
मन Đ बचन राम पद सेवक। सपनेहुँ आन भरोस न दे वक।।
Ĥ Ǖआगवनु Į ǓǕ पावा। करत मनोरथ आतरु धावा।।
हे ǒͬ ȣ Ȳ Ǖरघुराया। मो से सठ पर ǐ¡ Ǒ¡ Ȳदाया।।
Ǒ¡ अनुज ȪǑ¡ राम गोसाई। ͧ ͧ ¡ Ǒ¡ ȲǓ सेवक ȧ नाई।।
मोरे िजयँ भरोस Ǻ± ȡ¡ ȣȲ@ Ǔ ǒ Ǔ न Ê ȡ मन ȡ¡ ȣȲ@
@
Ǒ¡ Ȳसतसंग जोग जप जागा। Ǒ¡ ȲǺ± चरन कमल अनरु ागा।।
एक ȡǓ ǽ ȡǓ ȡ ȧ@सो ͪĤ ȡɅ Ǔ न आन ȧ@
@
¡ Ȫ^¡ ɇसुफल आजु मम लोचन। ȯͨ बदन पंकज भव मोचन।।
Ǔ [ Ĥȯ मगन ǕǓ Ê ȡ Ȣ@ Ǒ¡ न जाइ सो दसा भवानी।।
Ǒͧ \ ǽ ǒǑͧ पंथ Ǒ¡ Ȳसूझा। को ɇचलेउँ कहाँ Ǒ¡ Ȳबझ
ू ा।।
कबहुँक ͩ ǐ ȡ Ʌ ǓǕ जाई। कबहुँक ×Ǚ करइ गन
ु गाई।।
\ ǒ Ĥȯ Ǔ ǓǕ पाई। Ĥ Ǖȯ ɇ ǽ ओट लक
ु ाई।।
\ Ǔ ĤȢǓ ȯͨ रघब
ु ीरा। Ĥ ȯǿ ȱहरन भव भीरा।।
ǕǓ मग माझ अचल होइ बैसा। पुलक ȣ पनस फल जैसा।।
तब रघुनाथ Ǔ
ͧ आए। ȯͨ दसा Ǔ जन मन भाए।।
ǕǓ Ǒ¡ राम बहु ȡȱǓ जगावा। जाग न Ú ȡ Ǔ सुख पावा।।
भूप Ǿ तब राम दरु ावा। ǿ ȱ
Ǖ Ǖ[ Ǿ दे खावा।।
ǕǓ अकुलाइ उठा तब Ȱ Ʌ@ǒ ¡ ȣ Ǔ Ǔ बर Ȱ Ʌ@
@
] Ʌȯͨ राम तन è ȡ ȡ@सीता अनज
ु Ǒ¡ सख
ु धामा।।
परे उ लकुट इव
ǔÛ¡ लागी। Ĥȯ मगन ǓǕ बड़भागी।।
भज
ु ǒ ȡ Ǒ¡ ͧ f उठाई। परम Ĥ ȢǓ राखे उर लाई।।
ǕǓ Ǒ¡ ͧ अस सोह कृपाला। कनक ǽǑ¡ जनु Ʌ तमाला।।
राम बदनु ǒ Ȫ ǕǓ ठाढ़ा। मानहुँ ͬ
ğ माझ ͧ ͨ काढ़ा।।
दो0-तब ǕǓ ǿ ȱधीर धीर Ǒ¡ पद ȡǑ¡ Ȳबार।
Ǔ ] Į Ĥ Ǖ] Ǔ ǐ पज ू ा ǒǒ Ĥ ȡ@
@10।।
–*–*–
कह ǕǓ Ĥ Ǖसुनु ǒ Ȣ Ȫȣ@\ è ǓǕ ɋ कवन ǒ ͬ Ȫȣ@
@
Ǒ¡ ȡ \ ͧ Ȫǐ Ǔ Ȫȣ@ǒ Û Ǖ ɮ Ȫ \ ȱ Ȫȣ@
@
æ ȡ तामरस दाम ȣȲ@जटा मक
ु ु ट ǐ ǓǕ
ȢȲ@
@
ȡͨ चाप शर Ǒ तण
ू ीरं । ȫͧ Ǔ Ȳ Į Ȣ Ǖ ȢȲ@
@
मोह ͪͪ घन दहन कृशानःु । संत Ȫǽ¡ कानन भानुः।।
Ǔ ͧ
ǐ Ǿ मग
ृ राजः। ğȡ Ǖसदा नो भव खग बाजः।।
\ ǽ नयन राजीव सव
ु ेशं। सीता नयन चकोर Ǔ ȯ Ȳ@
@
हर ıǑ मानस बाल मरालं। ȫͧ राम उर बाहु ͪ ȡ Ȳ@
@
संशय [Ē उरगादः। शमन Ǖ [ [ ͪ ȡȬ@
@
भव भंजन रं जन सुर यूथः। ğȡ Ǖसदा नो कृपा Ǿ Ȭ@
@
Ǔ Ǖ[ सगुण ͪ सम Ǿ Ȳ@£ ȡ ͬ ȡ गोतीतमनूपं।।
\ ͨ ɮ ȡȲ@ ȫͧ राम भंजन Ǒ¡ भारं ।।
È ã ȡ आरामः। [ Đ Ȫ लोभ मद कामः।।
\ Ǔ नागर भव सागर सेतःु । ğȡ Ǖसदा Ǒ कुल केतःु ।।
\ ͧǕ भज
ु Ĥ ȡ बल धामः। ͧ मल ͪ Ǖ ͪ Ȳ नामः।।
[ [ [ गण
ु Ē ȡ Ȭ@संतत शं तनोतु मम रामः।।
ͪ ǒ Þ ȡ \ ǒ ȡ Ȣ@सब के ǿ ȱǓ Ȳ बासी।।
ͪ अनुज Į Ȣ Ǒ¡ ȡȣ@बसतु ͧ मम ȡ
ȡȣ@
@
जे ȡ Ǒ¡ Ȳते जानहुँ èȡ Ȣ@सगुन अगुन उर अंतरजामी।।
जो कोसल Ǔ रािजव नयना। करउ सो राम ǿ मम अयना।
अस \ ͧ ȡ जाइ Ǔ भोरे । ɇसेवक Ǖ Ǔ Ǔ मोरे ।।
Ǔ
Ǖ ǓǕ बचन राम मन भाए। ¡ Ǖǐ ¡ ͪ ǓǕ उर लाए।।
परम Ĥ Û जानु ǕǓ Ȫ¡ ȣ@जो बर मागहु दे उ सो Ȫ¡ ȣ@@
ǕǓ कह मै बर कबहुँ न जाचा। Ǖͨ न परइ झूठ का साचा।।
à
Ǖ ¡ Ǒ¡ नीक लागै रघुराई। सो ȪǑ¡ दे हु दास सुखदाई।।
\ ǒ Ǔ ǒǓ ǒÊ ȡ ȡ@होहु सकल गन ु Ê ȡ Ǔ ȡ ȡ@
@
Ĥ Ǖजो ȣÛ¡ सो ǽ ɇपावा। अब सो दे हु ȪǑ¡ जो भावा।।
दो0-अनज ु ȡ ȧ Ǒ¡ Ĥ Ǖचाप बान धर राम।
मम Ǒ¡ गगन इंद ु इव बसहु सदा Ǔ ¡ ȡ @ @11।।
–*–*–
f è Ǖ ǐ ȡǓ ȡ ȡ@¡ ͪ चले कुभंज ǐͪ पासा।।
बहुत Ǒ गुर दरसन पाएँ। भए ȪǑ¡ f Ǒ¡ Ȳ] Į आएँ।।
अब Ĥ Ǖसंग जाउँ गुर ȡ¡ ȣȲ@ à
Ǖ ¡ कहँ नाथ Ǔ ¡ Ȫȡ ȡ¡ ȣȲ@
@
ȯͨ ǙȡǓ ͬ ǕǓ चतरु ाई। ͧ f संग ǒ¡ Ȱɮȫ भाई।।
पंथ कहत Ǔ Ǔ अनूपा। ǕǓ ] Į पहुँचे सुरभूपा।।
तरु त सुतीछन गुर Ǒ¡ Ȳगयऊ। ǐ दं डवत कहत अस भयऊ।।
नाथ कौसलाधीस कुमारा। आए ͧ जगत आधारा।।
राम अनज ु समेत Ȱȯ¡ ȣ@Ǔ ͧ Ǒ Ǖदे व जपत हहु ȯ¡ ȣ@
@
सन
ु त \ ǔè तरु त ` Ǒ धाए। ¡ ǐ ǒ Ȫͩ लोचन जल छाए।।
ǕǓ पद कमल परे ɮȫ भाई। ǐͪ \ Ǔ Ĥ ȢǓ ͧ f उर लाई।।
सादर कुसल ǗǓ ǕǓ Ê ȡ Ȣ@आसन बर बैठारे आनी।।
Ǖ
Ǔ ǐ बहु Ĥ ȡ Ĥ Ǖपूजा। ȪǑ¡ सम ȡÊ Ȳ Ǒ¡ Ȳदज
ू ा।।
जहँ ͬ रहे अपर ǓǕ बंद
ृ ा। हरषे सब ǒ Ȫͩ सख
ु कंदा।।
दो0- ǓǕ समह
ू महँ बैठे Û Ǖ सब ȧ ओर।
सरद इंद ु तन ͬ
मानहुँ Ǔ चकोर।।12।।
–*–*–
तब रघब
ु ीर कहा ǓǕ ȡ¡ ȣȲ@ à
Ǖ ¡ सन Ĥ Ǖदरु ाव कछु ȡ¡ ȣ@
@
à
Ǖ ¡ जानहु ȯǑ¡ कारन आयउँ । ताते तात न Ǒ¡ समुझायउँ ।।
अब सो Ȳğ दे हु Ĥ Ǖ Ȫ¡ ȣ@ ȯǑ¡ Ĥ ȡ ȡɋ ǕǓ ġȪ¡ ȣ@
@
ǕǓ मुसकाने ǕǓ Ĥ Ǖबानी। पूछेहु नाथ ȪǑ¡ का जानी।।
à
Ǖ ¡ ȯ^ ȱभजन Ĥ ȡ \ ȡȣ@जानउँ Ǒ¡ ȡ कछुक à
Ǖ ¡ ȡȣ@
@
a ǐ ǽ ǒ ȡ तव माया। फल Ħé ȡȲ अनेक Ǔ ȡ ȡ@
@
जीव चराचर जंतु समाना। भीतर Ǒ¡ न ȡ Ǒ¡ Ȳआना।।
ते फल Í Ǒ कराला। तव भयँ डरत सदा सोउ काला।।
ते à
Ǖ ¡ सकल Ȫ Ǔ ȡɃ@पँछ
ू े हु ȪǑ¡ मनुज ȧ ȡɃ@
@
यह बर मागउँ ǙȡǓ ȯ ȡ@बसहु ǿ ȱĮ Ȣ अनुज समेता।।
\ ǒ Ǔ ǒ Ǔ सतसंगा। चरन Ȫǽ¡ Ĥ ȢǓ अभंगा।।
ɮ ͪ Ħ é अखंड अनंता। अनुभव à Ǒ¡ Ȳ ȯǑ¡ संता।।
अस तव Ǿ बखानउँ जानउँ । ͩ ǐ ͩ ǐ सगन
ु Ħé Ǔ मानउँ ।।
संतत ȡ Û¡ दे हु बड़ाई। ȡ Ʌ ȪǑ¡ पँछ
ू े हु रघरु ाई।।
है Ĥ Ǖपरम मनोहर ठाऊँ। पावन Ȳ
ȣ ȯǑ¡ नाऊँ।।
दं डक बन पुनीत Ĥ Ǖकरहू। ` Ē साप ǕǓ कर हरहू।।
बास करहु तहँ रघुकुल राया। ȧ ȯसकल ǕǓ Û¡ पर दाया।।
चले राम ǕǓ आयसु पाई। Ǖ Ǒ¡ Ȳ Ȳ
ȣ Ǔ \ ȡ_@
@
दो0-गीधराज ɇ ɇ भइ बहु ǒ ͬ ĤȢǓ बढ़ाइ।।
Ȫȡȣ Ǔ Ĥ Ǖरहे परन गहृ छाइ।।13।।
–*–*–
जब ते राम ȧÛ¡ तहँ बासा। सख ु ी भए ǓǕ बीती ğȡ ȡ@
@
ͬ ǐ बन ȣȲताल ǒ छाए। Ǒ Ǒ Ĥ Ǔ \ Ǔ ¡ ȫǑ¡ Ȳसह
ु ाए।।
खग मग
ृ बंद
ृ \ ȲǑ ¡ ¡ ȣȲ@मधप
ु मधरु गंजत ǒ ¡ ¡ ȣȲ@
@
सो बन Ǔ न सक \ Ǒ¡ ȡ ȡ@जहाँ Ĥ रघुबीर ǒ ȡ ȡ@
@
एक बार Ĥ Ǖसुख आसीना। Ǔ बचन कहे ¡ ȣ ȡ@
@
सरु नर ǓǕ सचराचर ȡɃ@ ɇपछ
ू उँ Ǔ Ĥ Ǖ ȧ नाई।।
ȪǑ¡ समझु ाइ कहहु सोइ दे वा। सब तिज ɋ चरन रज सेवा।।
कहहु Ê ȡ ǒȡ \ ǽ माया। कहहु सो Ǔ करहु ȯǑ¡ Ȳदाया।।
दो0- _è जीव भेद Ĥ Ǖसकल कहौ समुझाइ।।
ȡ Ʌहोइ चरन Ǔ सोक मोह ħ जाइ।।14।।
–*–*–
ȪȯǑ¡ महँ सब कहउँ बझ
ु ाई। सन
ु हु तात Ǔ मन ͬ
लाई।।
ɇ\ ǽ मोर तोर ɇमाया। ȯǑ¡ Ȳबस ȧÛ¡ ȯजीव Ǔ ȡ ȡ@
@
गो गोचर जहँ ͬ मन जाई। सो सब माया जानेहु भाई।।
ȯǑ¡ कर भेद सुनहु à
Ǖ ¡ सोऊ। ǒ ɮ ȡ अपर \ ǒ ɮ ȡ दोऊ।।
एक çǕ \ Ǔ Ǖ Ǿ ȡ@जा बस जीव परा भवकूपा।।
एक रचइ जग गन
ु बस ȡɅ@Ĥ ǕĤȯǐ Ǒ¡ ȲǓ बल ȡɅ@
@
Ê ȡ मान जहँ एकउ ȡ¡ ȣȲ@दे ख Ħ é समान सब ȡ¡ ȣ@
@
Ǒ¡ \ तात सो परम ǒȡ Ȣ@तन
ृ सम ͧ ͪƨ ȢǓ गन
ु × ȡ Ȣ@
@
दो0-माया ईस न आपु कहुँ जान Ǒ¡ \ सो जीव।
बंध ȪÍ Ĥ [ माया Ĥȯ सीव।।15।।
–*–*–
[ ɅǒǓ जोग ɅÊ ȡ ȡ@Ê ȡ ȪÍ Ĥ बेद बखाना।।
ȡ Ʌȯͬ ġ`ȱ ɇभाई। सो मम Ǔ भगत सुखदाई।।
सो Ǖ ğȲ अवलंब न आना। ȯǑ¡ आधीन Ê ȡ ǒ Ê ȡ ȡ@
@
Ǔ तात अनप
ु म सख
ु मल
ू ा। ͧ ^ जो संत होइँ अनक
ु ू ला।।
Ǔ ͩ साधन कहउँ बखानी। सग
ु म पंथ ȪǑ¡ ȡ Ǒ¡ ȲĤ ȡ Ȣ@
@
Ĥ Ǒ¡ ȲǒĤ चरन \ Ǔ ĤȢ Ȣ@Ǔ Ǔ [Ǔ Į ǓǕ ȣ Ȣ@
@
f Ǒ¡ कर फल ǕǓ ǒ ǒ ȡ ȡ@तब मम [उपज अनुरागा।।
Į ȡǑ नव ǔÈ Ǻ±ȡ¡ ȣȲ@मम ȣ ȡ Ǔ \ Ǔ मन ȡ¡ ȣȲ@
@
संत चरन पंकज \ Ǔ Ĥȯ ȡ@मन Đ बचन भजन Ǻ± नेमा।।
ǽǕ ͪ Ǖमातु बंधु Ǔ दे वा। सब ȪǑ¡ कहँ जाने Ǻ± सेवा।।
मम गुन गावत पुलक ȣȡ@गदगद ͬ ȡ नयन बह नीरा।।
काम ] Ǒ मद दं भ न ȡɅ@तात Ǔ Ȳ बस ɇ ȡɅ@
@
दो0-बचन [मन Ȫǐ Ǔ भजनु Ǒ¡ ȲǓ Ȭ ȡ @
@
Ǔ Û¡ के ǿ कमल महुँ करउँ सदा ǒ Į ȡ @ @16।।
–*–*–
Ǔ जोग ǓǕ \ Ǔ सुख पावा। Ǔ Ĥ Ǖ
ǔÛ¡ ͧ ǽ नावा।।
f Ǒ¡ ǒͬ गए कछुक Ǒ बीती। कहत ǒ ȡ Ê ȡ गन
ु नीती।।
सप
ू नखा रावन कै Ǒ¡ Ȣ@ çǕ ǿ ȡǽ जस \ Ǒ¡ Ȣ@
@
Ȳ
ȣ सो गइ एक बारा। ȯͨ ǒ भइ जग
ु ल कुमारा।।
ħ ȡ ȡ ͪ ȡ Ǖğ ` ȡȣ@ Ǖǽ मनोहर Ǔ ȡȣ@
@
होइ ǒ सक Ǒ¡ न Ȫ ȧ@ǔ ͧ ǒ Ǔ ġ ǒǑ¡ ǒ Ȫ ȧ@
@
ǽͬ
ǽ ǐ Ĥ ǕǑ¡ Ȳजाई। Ȫ ȣ बचन बहुत मुसुकाई।।
à
Ǖ ¡ सम ǽǕ न मो सम ȡȣ@यह सँजोग ǒ ͬ रचा ǒ
ȡȣ@
@
मम \ Ǿ
Ǖ ǽǕ जग ȡ¡ ȣȲ@दे खेउँ खोिज लोक Ǔ ¡ Ǖ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
ताते अब ͬ Ǒ¡ `ȱ Ǖ ȡȣ@मनु माना कछु à Ǖ ¡ Ǒ¡ Ǔ ¡ ȡȣ@
@
Ȣ Ǒ¡ ͬ
^ ¡ ȣ Ĥ Ǖबाता। अहइ कुआर मोर लघु ħ ȡ ȡ@
@
गइ Ǔ ǐ Ǖ ͬ Ȣ जानी। Ĥ Ǖǒ Ȫͩ बोले मद
ृ ु बानी।।
ȲǕ ǐ सन
ु ु ɇ` Û¡ कर दासा। पराधीन Ǒ¡ Ȳतोर सप
ु ासा।।
Ĥ Ǖ [कोसलपरु राजा। जो कछु Ǒ¡ Ȳ` Ǒ¡ सब छाजा।।
सेवक सख
ु चह मान ͧ ȡȣ@Þ Ȣ धन सभ
ु Ǔ ǒ ͧ
ȡȣ@
@
लोभी जसु चह चार गुमानी। नभ ǑǕ¡ दध
ू चहत ए Ĥ ȡ Ȣ@
@
ǕǓ ͩ ǐ राम Ǔ सो आई। Ĥ Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ȳ ¡ Ǖǐ पठाई।।
Ǔ कहा ȪǑ¡ सो बरई। जो तन
ृ Ȫǐ लाज ǐ¡ _@
@
तब ͨ ͧ ] Ǔ राम Ǒ¡ Ȳगई। Ǿ भयंकर Ĥ भई।।
Ȣ Ǒ¡ सभय ȯͨ रघुराई। कहा अनुज सन सयन बुझाई।।
दो0- Ǔ \ Ǔ लाघवँ सो नाक कान ǒ Ǖ ȧǔÛ¡ @
ताके कर रावन कहँ मनौ चनु ौती ȣǔÛ¡ @
@17।।
–*–*–
नाक कान ǒ Ǖभइ ǒ ȡȡ@जनु èğ सैल Ȱǽ कै धारा।।
खर दष
ू न Ǒ¡ Ȳगइ ǒ ȡ ȡ@ͬ ͬ तव ȫǽ बल ħ ȡ ȡ@
@
ȯǑ¡ पछ
ू ा सब ¡ ȯͧ बझ
ु ाई। जातध
ु ान ǓǕ सेन बनाई।।
धाए Ǔ ͧ
Ǔ Ǿ ȡ@जनु Í Ï ͬ ǐ जूथा।।
नाना बाहन नानाकारा। नानायुध धर घोर अपारा।।
सुपनखा ] Ʌ ǐ ȣ Ȣ@असुभ Ǿ Į ǓǕ नासा ¡ ȣ Ȣ@
@
असगन
ु \ ͧ ¡ ȪǑ¡ Ȳ ȡȣ@ Ǒ¡ Ȳन ×
Ǚ Ǖǒ सब ȡȣ@
@
Ǒ[¡ Ǒ[¡ Ȳगगन ` °ȡ¡ ȣȲ@ȯͨ कटकु भट \ Ǔ ¡ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
कोउ कह िजअत धरहु ɮȫ भाई। ǐ मारहु Ǔ लेहु छड़ाई।।
ǐǗ Ǘǐ नभ मंडल रहा। राम बोलाइ अनज
ु सन कहा।।
लै ȡ ͩ Ǒ¡ जाहु ͬ ǐ कंदर। आवा Ǔ ͧ
कटकु भयंकर।।
रहे हु सजग ǓǕ Ĥ Ǖकै बानी। चले Ǒ¡ Į Ȣ सर धनु पानी।।
ȯͨ राम ǐ Ǖ
ͧ आवा। ǒ ¡ ͧ Ǒ कोदं ड चढ़ावा।।
छं 0-कोदं ड Ǒ चढ़ाइ ͧ जट जट
ू बाँधत सोह È ɉ@
मरकत सयल पर लरत ȡͧ Ǔ ȪǑ ɉ जुग भुजग Ï ɉ@
@
Ǒ ͧ Ǔ Ȳ
ǒ ȡ भुज Ǒ¡ चाप ǒ ͧ Ǖ ȡǐ कै।।
ͬ
मनहुँ मग
ृ राज Ĥ Ǖगजराज घटा Ǔ ¡ ȡǐ कै।।
सो0-आइ गए बगमेल धरहु धरहु धावत सुभट।
जथा ǒ Ȫͩ अकेल बाल ǒ Ǒ¡ घेरत दनुज।।18।।
Ĥ Ǖǒ Ȫͩ सर Ǒ¡ Ȳन ȡȣ@ ͩ भई रजनीचर ȡȣ@
@
ͬ
Ȫͧ बोले खर दष
ू न। यह कोउ नप
ृ बालक नर भष
ू न।।
नाग असरु सरु नर ǓǕ जेते। दे खे िजते हते हम केते।।
हम ǐ Û सुनहु सब भाई। दे खी Ǒ¡ Ȳ\ ͧ सुंदरताई।।
ɮ ͪ ͬ Ȣ ȧÛ¡ ǕǾ ȡ@बध लायक Ǒ¡ Ȳ Ǖǽ अनूपा।।
दे हु तरु त Ǔ ȡǐ दरु ाई। जीअत भवन जाहु ɮ ȫ भाई।।
मोर कहा à Ǖ ¡ ȡǑ¡ सन
ु ावहु। तासु बचन ǓǕ आतरु आवहु।।
Ǘ Û¡ कहा राम सन जाई। सन
ु त राम बोले मस
ु काई।।
हम ğȢ मग
ृ या बन ¡ ȣȲ@ Ǖà¡ से खल मग
ृ खौजत ͩ ¡ ȣȲ@
@
ǐ Ǖबलवंत ȯͨ Ǒ¡ Ȳ¡ ȣȲ@एक बार कालहु सन ¡ ȣȲ
@@
ɮ ͪ मनुज दनुज कुल घालक। ǕǓ पालक खल सालक बालक।।
ɋ न होइ बल घर ͩ ǐ जाहू। समर ǒ Ǖ ɇहतउँ न काहू।।
रन
Ǒ± ǐ\ कपट चतरु ाई। ǐ Ǖपर कृपा परम कदराई।।
Ǘ Û¡ जाइ तरु त सब कहे ऊ। ǓǕ खर दष
ू न उर \ Ǔ दहे ऊ।।
छं -उर दहे उ कहे उ ͩ धरहु धाए ǒ भट रजनीचरा।
सर चाप तोमर ǔÈ सूल कृपान ǐ परसु धरा।।
Ĥ Ǖ ȧÛ¡ धनष
ु टकोर Ĥ कठोर घोर भयावहा।
भए ͬ Þ ȡ Ǖ जातध
ु ान न Ê ȡ ȯǑ¡ अवसर रहा।।
दो0-सावधान होइ धाए ȡǓ सबल ] ȡǓ @
लागे बरषन राम पर \ èğ èğ बहु ȡȱǓ @
@19(क)।।
Ǔ Û¡ के आयध
ु Ǔ सम ǐ काटे रघुबीर।
ȡǓ सरासन Į ͬ ǓǕ छाँड़े Ǔ तीर।।19(ख)।।
–*–*–
छं 0-तब चले जान बबान कराल। फुंकरत जनु बहु Þ ȡ @ @
कोपेउ समर Į Ȣȡ @चले ǒͧ Ǔ ͧ Ǔ ȡ @
@
\ Ȫͩ खरतर तीर। ǐǕ चले Ǔ ͧ
बीर।।
भए Đ Ǖƨ ȢǓ ` भाइ। जो ȡͬ रन ते जाइ।।
ȯǑ¡ बधब हम Ǔ ȡǓ @ͩ ȯमरन मन महुँ ȡǓ @@
आयुध अनेक Ĥ ȡ@सनमख ु ते Ǒ¡ ȲĤ ¡ ȡ@
@
ǐ Ǖपरम कोपे ȡǓ @Ĥ Ǖधनुष सर Ȳ ȡǓ @
@
छाँड़े ǒ Ǖ नाराच। लगे कटन ǒ ͪ ȡ
@
@
उर सीस भज
ु कर चरन। जहँ तहँ लगे Ǒ¡ परन।।
ͬ
È लागत बान। धर परत कुधर समान।।
भट कटत तन सत खंड। ǕǓ उठत ǐ पाषंड।।
नभ उड़त बहु भुज मुंड। ǒ Ǖ ȫͧ धावत ǽȲ@
@
खग कंक काक सगृ ाल। Ǒ¡ Ȳ Ǒ कराल।।
छं 0- Ǒ¡ Ȳज़ंबक
ु भत
ू Ĥȯ ͪ ȡ
[ Ȳ
¡ ȣȲ@
बेताल बीर कपाल ताल बजाइ Ȫͬ Ǔ Ȳ
¡ ȣȲ@
@
रघुबीर बान Ĥ
Ȳ Ȳ Ǒ¡ Ȳ Û¡ के उर भुज ͧ ȡ@
जहँ तहँ Ǒ¡ Ȳ` Ǒ Ǒ¡ Ȳधर ǽ ǽ Ǒ¡ Ȳभयकर ͬ ȡ@
@
\ Ȳ ȡ ȣȲ Ǒ¡ उड़त गीध ͪ ȡ
कर Ǒ¡ ȡ ¡ ȣȲ@
@
Ȳ
Ē ȡ पुर बासी मनहुँ बहु बाल गुड़ी ` °ȡ¡ ȣȲ@
@
मारे पछारे उर ǒȡȯǒ Ǖ भट कहँरत परे ।
\ Ȫͩ Ǔ दल ǒ भट Ǔ ͧ ȡǑ खर दष
ू न ͩ ȯ@
@
सर ǔÈ तोमर परसु सल
ू कृपान f Ǒ¡ ȡ¡ ȣȲ@
ǐ कोप Į Ȣ Ǖ Ȣ पर \ Ǔ Ǔ ȡ
ȡ¡ ȣȲ@
@
Ĥ ǕǓ ͧ महुँ ǐ Ǖसर Ǔ ȡǐ
ȡǐ डारे सायका।
दस दस ǒͧ उर माझ मारे सकल Ǔ ͧ
नायका।।
Ǒ¡ परत ` Ǒ भट ͧ मरत न करत माया \ Ǔ घनी।
सरु डरत चौदह सहस Ĥȯ ǒ Ȫͩ एक अवध धनी।।
सरु ǓǕ सभय Ĥ Ǖȯͨ मायानाथ \ Ǔ कौतक
ु कर् यो।
ȯ Ǒ¡ परसपर राम ǐ ȲĒ ȡ ǐ Ǖ ǐ मर् यो।।
दो0-राम राम Ǒ¡ तनु Ǒ¡ Ȳ ȡǑ¡ Ȳपद Ǔ ȡ[ @
ǐ उपाय ǐ Ǖमारे छन महुँ Ǚ ȡǓ ȡ @
@20(क)।।
¡ ͪ Ǒ¡ Ȳसम
ु न सरु ȡ Ǒ¡ Ȳगगन Ǔ ȡ @
\ è ǓǕ ǐ ǐ सब चले Ȫͧ ǒǒ ǒ ȡ @@20(ख)।।
–*–*–
जब रघन ु ाथ समर ǐ Ǖजीते। सरु नर ǓǕ सब के भय बीते।।
तब Ǔ Ȣ Ǒ¡ लै आए। Ĥ Ǖपद परत ¡ ͪ उर लाए।
सीता ͬ
è ȡ मद
ृ ु गाता। परम Ĥȯ लोचन न अघाता।।
Ȳ
ȣȲͧ Į Ȣ Ǖ ȡ @करत
ǐ सुर ǕǓ सुखदायक।।
धआ
ु ँ ȯͨ खरदष
ू न केरा। जाइ सुपनखाँ रावन Ĥȯȡ@
@
Ȫͧ बचन Đ Ȫ ǐ ȡȣ@दे स कोस कै ǕǓ ǒ ȡȣ@
@
ͧ पान Ȫͧ Ǒ Ǖराती। Ǖͬ Ǒ¡ Ȳतव ͧ पर आराती।।
राज ȢǓ ǒ Ǖधन ǒ Ǖ ȡ@
[ ¡ ǐǑ¡ ȶǒ Ǖ ȡ[@
@
ǒɮ ȡ ǒ Ǖǒȯ उपजाएँ। Į फल पढ़े ͩ f ȱ\ ǽ पाएँ।।
संग ते जती Ǖ Ȳğ ते राजा। मान ते Ê ȡ पान Ʌलाजा।।
Ĥ ȢǓ Ĥ ǒ Ǖमद ते गन
ु ी। ȡ Ǒ¡ ȯͬ ȢǓ अस सन
ु ी।।
सो0-ǐ Ǖǽ पावक पाप Ĥ Ǖ\ Ǒ¡ Ǔ \ न छोट ǐ@
अस Ǒ¡ ǒǒ ǒ ȡ ǐ लागी रोदन करन।।21(क)।।
दो0-सभा माझ ǐ Þ ȡ Ǖ बहु Ĥ ȡ कह रोइ।
ȪǑ¡ िजअत दसकंधर Ȫǐ ͩ \ ͧ Ǔ होइ।।21(ख)।।
–*–*–
सुनत सभासद उठे अकुलाई। समुझाई Ǒ¡ बाहँ उठाई।।
कह लंकेस ¡ ͧ Ǔ बाता। Ʉ^ȱतव नासा कान Ǔ ȡ ȡ@
@
अवध Ǚ Ǔ दसरथ के जाए। ǽǕ ͧ Ȳ बन खेलन आए।।
Ǖͨ ȣ ȪǑ¡ ` Û¡ कै करनी। Ǒ¡ Ǔ ȡ
ǐ¡ Ǒ¡ Ȳधरनी।।
ǔ Û¡ कर भुजबल पाइ दसानन। अभय भए ǒ
ǕǓ कानन।।
दे खत बालक काल समाना। परम धीर ÛȢ गुन नाना।।
\ ͧǕ बल Ĥ ȡ ɮȫ ħ ȡ ȡ@खल बध रत सरु ǓǕ सख
ु दाता।।
सोभाधाम राम अस नामा। Ǔ Û¡ के संग ȡǐ एक è ȡ ȡ@
@
ǽ ȡͧ ǒͬ ȡǐ ȱ ȡȣ@Ǔ सत ȪǑ तासु ͧ ¡ ȡȣ@
@
तासु अनुज काटे Į ǓǕ नासा। ǕǓ तव ͬ Ǔ Ǒ¡ Ȳǐ¡ ȡ ȡ@
@
खर दष
ू न ǕǓ लगे पुकारा। छन महुँ सकल कटक ` Û¡ मारा।।
खर दष
ू न Ǔ ͧ ȡ कर घाता। ǕǓ दससीस जरे सब गाता।।
दो0- Ǖ Ǒ¡ समुझाइ ǐ बल Ȫ ȯͧ बहु ȡȱǓ @
गयउ भवन \ Ǔ सोचबस नीद परइ Ǒ¡ ȲȡǓ @ @22।।
–*–*–
सुर नर असुर नाग खग ȡ¡ ȣ@ Ȳ मोरे अनुचर कहँ कोउ ȡ¡ ȣȲ@ @
खर दष
ू न ȪǑ¡ सम बलवंता। Ǔ Û¡ Ǒ¡ को मारइ ǒ Ǖभगवंता।।
सरु रं जन भंजन Ǒ¡ भारा। ɋ भगवंत ȣÛ¡ अवतारा।।
तौ मै जाइ Ȱǽ ¡ Ǒ करऊँ। Ĥ Ǖसर Ĥ ȡ Ʌभव तरऊँ।।
¡ Ȫ^Ǒ¡ भजनु न तामस दे हा। मन Đ बचन Ȳğ Ǻ± एहा।।
ɋ ǽ भूपसुत कोऊ। ¡ ǐ¡ `ȱ ȡǐ ȢǓ रन दोऊ।।
चला अकेल जान
Ǒ तहवाँ। बस ȡȣ
ͧ Ȳ Ǖतट जहवाँ।।
इहाँ राम ͧ Ǖ ǕǓ बनाई। सुनहु उमा सो कथा सुहाई।।
दो0- Ǔ गए Ǒ¡ Ȳजब लेन मल
ू फल कंद।
जनकसत ु ा सन बोले ǒ ¡ ͧ कृपा सख
ु बंद
ृ ।। 23।।
–*–*–
सन
ु हु ͪĤ ȡ Ħ ǽͬ
सस
ु ीला। ɇकछु ǒ ͧ ȣ ȡ@
@
àǕ ¡ पावक महुँ करहु Ǔ ȡ ȡ@जौ ͬ ɋ Ǔ ȡ
नासा।।
Ǒ¡ Ȳराम सब कहा बखानी। Ĥ Ǖपद ǐ Ǒ¡ ȱअनल समानी।।
Ǔ Ĥ Ǔ ǒ Ȳ ȡͨ तहँ सीता। तैसइ सील ǽ Ǖǒ Ȣ ȡ@
@
Ǔ ¡ Ǘȱयह मरमु न जाना। जो कछु
ǐ रचा भगवाना।।
दसमख
ु गयउ जहाँ ȡȣ
ȡ@नाइ माथ èȡ रत नीचा।।
Ǔ नीच कै \ Ǔ दख
ु दाई। ǔ ͧ अंकुस धनु उरग ǒ ȡ_@
@
भयदायक खल कै ͪĤ बानी। ǔ ͧ अकाल के कुसुम भवानी।।
दो0- ǐ पूजा ȡȣ
तब सादर Ǘ Ȥ बात।
कवन हे तु मन Þ Ē \ Ǔ अकसर आयहु तात।।24।।
–*–*–
दसमुख सकल कथा ȯǑ¡ ] Ʌ@ ¡ ȣ Ǒ¡ \ ͧ ȡ \ ȡ Ʌ@
@
होहु कपट मग ृ à
Ǖ ¡ ȡȣ@ ȯǑ¡ ǒ ͬ ¡ ǐ आनौ Ǚ ȡȣ@
@
ȯǑ¡ Ȳ ǓǕ कहा सनु हु दससीसा। ते ǽ चराचर ईसा।।
ȡ ɉ तात ǽ Ǒ¡ Ȳ ȧ ȯ@ ȡɅ ǐ\ िजआएँ जीजै।।
ǓǕ मख राखन गयउ कुमारा। ǒ Ǖफर सर Ǖ Ǔ ȪǑ¡ मारा।।
सत जोजन आयउँ छन ȡ¡ ȣȲ@Ǔ Û¡ सन ǽ ͩ f ȱभल ȡ¡ ȣȲ@
@
भइ मम ȧ भंग
ृ ȧ नाई। जहँ तहँ ɇदे खउँ दोउ भाई।।
ɋ नर तात ͪ \ Ǔ सूरा। Ǔ Û¡ Ǒ¡ ǒ Ȫͬ न ] ^Ǒ¡ पूरा।।
दो0- ȯǑ¡ Ȳताड़का सब
ु ाहु ¡ Ǔ खंडउ
े हर कोदं ड।।
खर दष
ू न Ǔ ͧ ȡ बधेउ मनज
ु ͩ अस ǐ Ȳ @@
25।।
–*–*–
जाहु भवन कुल कुसल ǒ
ȡȣ@सन ु त जरा ȣǔÛ¡ ͧ बहु ȡȣ@
@
ǽǕ ǔ ͧ मढ़ू ͧ मम बोधा। कहु जग ȪǑ¡ समान को जोधा।।
तब ȡȣ
ǿ ȱअनुमाना। Ǒ¡ ǒ Ȫ Ʌ Ǒ¡ Ȳ ã ȡ ȡ@
@
èğȢ ȸ Ĥ Ǖसठ धनी। बैद ȲǑ ǒ भानस गुनी।।
उभय ȡȱǓ दे खा Ǔ मरना। तब ȡͩ ͧ रघुनायक सरना।।
` ǽ दे त ȪǑ¡ बधब \ ȡ Ʌ@कस न ɋ Ǖ Ǔ सर ȡ Ʌ@
@
अस िजयँ ȡǓ दसानन संगा। चला राम पद Ĥȯ अभंगा।।
मन \ Ǔ हरष जनाव न ȯ¡ ȣ@आजु ȯͨ ¡ `ȱपरम ȯ¡ ȣ@
@
छं 0- Ǔ परम ĤȢ ȯͨ लोचन सुफल ǐ सुख ȡ^¡ ɋ@
Į Ȣ Ǒ¡ अनज
ु समेत ǙȡǓ ȯ पद मन ȡ^¡ ɋ@
@
Ǔ ȡ[ दायक Đ Ȫ जा कर Ǔ \ Ǒ¡ ȣ@
Ǔ ȡǓ सर Ȳ ȡǓ सो ȪǑ¡ ͬ Ǒ¡ सख
ु सागर ¡ ȣ@
@
दो0-मम ȡ Ʌधर धावत Ʌसरासन बान।
ͩ ǐ ͩ ǐ Ĥ ǑǕ¡ ǒ Ȫͩ ¡ `ȱ Û न मो सम आन।।26।।
–*–*–
ȯǑ¡ बन Ǔ दसानन गयऊ। तब ȡȣ
कपटमग ृ भयऊ।।
\ Ǔ ǒͬ
ğ कछु Ǔ न जाई। कनक दे ह Ǔ ͬ
बनाई।।
सीता परम ǽͬ
मग
ृ दे खा। अंग अंग सुमनोहर बेषा।।
सुनहु दे व रघुबीर कृपाला। f Ǒ¡ मग
ृ कर \ Ǔ सुंदर छाला।।
× Ȳ Ĥ Ǖͬ ǐ f ¡ ȣ@आनहु
[ ¡ Ǔ Ȱȯ¡ ȣ@
@
तब Ǖ Ǔ जानत सब कारन। उठे ¡ ͪ सरु काजु सँवारन।।
मग
ृ ǒ Ȫͩ Ǒ ǐ बाँधा। करतल चाप ǽͬ
सर साँधा।।
Ĥ Ǖ Ǔ Ǔ Ǒ¡ कहा समुझाई। ͩ ǒ ͪ Ǔ ͧ
बहु भाई।।
सीता ȯǐ करे हु ȡȣ@ Ǖͬ ǒ ȯ बल समय ǒ
ȡȣ@ @
Ĥ ǑǕ¡ ǒ Ȫͩ चला मग
ृ भाजी। धाए रामु सरासन साजी।।
Ǔ ȯǓ ͧ Ú ȡ न पावा। मायामग
ृ ȡ Ʌसो धावा।।
कबहुँ Ǔ ǓǕ ǐǗ पराई। कबहुँक Ĥ ^ कबहुँ छपाई।।
Ĥ दरु त करत छल Ǘȣ@f Ǒ¡ ǒͬ Ĥ ǕǑ¡ गयउ लै Ǘȣ@ @
तब ͩ राम Ǒ सर मारा। Ǔ परे उ ǐ घोर पुकारा।।
Ǔ कर Ĥ Ǒ¡ Ȳलै नामा। ȡ Ʌ Ǖͧ ȯͧ मन महुँ रामा।।
Ĥ ȡ तजत Ĥ ȯͧ Ǔ दे हा। Ǖͧ ȯͧ रामु समेत सनेहा।।
अंतर Ĥȯ तासु Ǒ¡
ȡ ȡ@ ǕǓ Ǖ [ Ǔ ȣǔÛ¡ सुजाना।।
दो0-ǒ Ǖ सम
ु न सरु Ǒ¡ Ȳ ȡ Ǒ¡ ȲĤ Ǖगन
ु गाथ।
Ǔ पद ȣÛ¡ असरु कहुँ ȣ Ȳ Ǖरघन
ु ाथ।।27।।
–*–*–
खल ͬ तरु त ͩ ȯरघब
ु ीरा। सोह चाप कर Ǒ तनू ीरा।।
आरत ͬ ȡ सन
ु ी जब सीता। कह Ǔ सन परम सभीता।।
जाहु ȯͬ संकट \ Ǔ ħ ȡ ȡ@ Ǔ ǒ ¡ ͧ कहा सन
ु ु माता।।
ǙǕǑ ǒ ȡ ǔǙç लय होई। सपनेहुँ संकट परइ ͩ सोई।।
मरम बचन जब सीता बोला। ¡ ǐ Ĥȯǐ Ǔ मन डोला।।
बन Ǒͧ दे व ɋͪ सब काहू। चले जहाँ रावन ͧ राहू।।
सन
ू बीच दसकंधर दे खा। आवा Ǔ जती Ʌबेषा।।
ȡɅडर सरु असरु ȯ
ȡ¡ ȣȲ
@Ǔ ͧ न नीद Ǒ \ Û न ȡ¡ ȣȲ@
@
सो दससीस èȡ ȧ नाई। इत उत ͬ
^ चला ͫ°¡ ȡ_@
@
^ͧ कुपंथ पग दे त खगेसा। रह न तेज Ǖͬ बल लेसा।।
नाना ǒ ͬ ǐ कथा सुहाई। ȡ ȢǓ भय Ĥ ȢǓ दे खाई।।
कह सीता सन
ु ु जती Ȫ ȡɃ@बोलेहु बचन çǕ ȧ ȡɃ@
@
तब रावन Ǔ Ǿ दे खावा। भई सभय जब नाम सन
ु ावा।।
कह सीता ǐ धीरजु गाढ़ा। आइ गयउ Ĥ Ǖरहु खल ठाढ़ा।।
ǔ ͧ ¡ ǐ ǑǕ¡ Ǖġ सस चाहा। f ͧ कालबस Ǔ ͧ
नाहा।।
सुनत बचन दससीस ǐ ȡ ȡ@मन महुँ चरन ȲǑ सुख माना।।
दो0-Đ Ȫ Ȳ तब रावन ȣǔÛ¡ ͧ रथ बैठाइ।
चला गगनपथ आतरु भयँ रथ ¡ ȡȱͩ न जाइ।।28।।
–*–*–
हा जग एक बीर रघुराया। ȯǑ¡ Ȳअपराध ǒ ȡȯ¡ Ǖदाया।।
] Ǔ हरन सरन सुखदायक। हा रघुकुल सरोज Ǒ ȡ @
@
हा Ǔ Ǖà¡ ȡ Ǒ¡ Ȳदोसा। सो फलु पायउँ ȧÛ¡ ȯ̀ȱरोसा।।
ǒǒ ǒ ȡ Ǔ Ȱȯ¡ ȣ@ ǐǗ कृपा Ĥ Ǖ ǐǗ ȯ¡ ȣ@
@
ǒǓ Ȫǐ को Ĥ ǑǕ¡ सन
ु ावा। परु ोडास चह रासभ खावा।।
सीता कै ǒ ȡ ǓǕ ȡȣ@भए चराचर जीव Ǖ ȡȣ@
@
गीधराज ǕǓ आरत बानी। Ǖ Ǖ Ǔ ȡǐ Ǒ¡
ȡ Ȣ@
@
अधम Ǔ ȡ
ȣÛ¡ ȯजाई। ǔ ͧ मलेछ बस ͪ ȡ गाई।।
सीते Ǖǒğ ͧ Ǔ ğȡ ȡ@ ǐ¡ `ȱजातध
ु ान कर नासा।।
धावा Đ Ȫ Ȳ खग Ȱ Ʌ@छूटइ ǒ परबत कहुँ जैसे।।
रे रे çǕ ठाढ़ ͩ ¡ Ȫ¡ ȣ@Ǔ [
ȯͧ न ȡ ȯǑ¡ Ȫ¡ ȣ@
@
आवत ȯͨ कृतांत समाना। ͩ ǐ दसकंधर कर अनुमाना।।
ȧ मैनाक ͩ Ǔ होई। मम बल जान Ǒ¡ Ǔ सोई।।
जाना जरठ जटायू एहा। मम कर तीरथ ȡȱͫ°Ǒ¡ दे हा।।
सन
ु त गीध Đ Ȫ ȡ Ǖ धावा। कह सन
ु ु रावन मोर ͧ ȡȡ@
@
तिज ȡ ͩ Ǒ¡ कुसल गह
ृ जाहू। ȡǑ¡ Ȳत अस ¡ Ȫ^Ǒ¡ बहुबाहू।।
राम रोष पावक \ Ǔ घोरा। ¡ Ȫ^Ǒ¡ सकल सलभ कुल तोरा।।
` ǽ न दे त दसानन जोधा। Ǒ¡ Ȳगीध धावा ǐ Đ Ȫ ȡ@
@
ǐ कच ǒ ȧÛ¡ Ǒ¡ ͬ ȡ@ Ȣ Ǒ¡ ȡͨ गीध ǕǓ ͩ ȡ@
@
ȫ
Û¡ ȡǐ ǒȡȯͧ ȯ¡ ȣ@दं ड एक भइ ǽǕ ȡ ȯ¡ ȣ@
@
तब Đ Ȫ Ǔ ͧ
ͨ ͧ ] ȡ@ ȡ±ȯͧ परम कराल कृपाना।।
ȡȯͧ पंख परा खग धरनी। Ǖͧ ǐ राम ǐ अदभुत करनी।।
Ȣ Ǒ¡ ȡǓ चढ़ाइ ¡ Ȫȣ@चला उताइल ğȡ न Ȫȣ@
@
Ǔ ǒ ȡ ȡǓ नभ सीता। Þ ȡ ǒ जनु मग
ृ ी सभीता।।
ͬ ǐ पर बैठे ͪÛ¡ Ǔ ¡ ȡȣ@ Ǒ¡ ¡ ǐ नाम ȣÛ¡ पट ȡȣ@
@
f Ǒ¡ ǒͬ Ȣ Ǒ¡ सो लै गयऊ। बन असोक महँ राखत भयऊ।।
दो0-¡ ȡǐ परा खल बहु ǒ ͬ भय \ ǽ Ĥ ȢǓ दे खाइ।
तब असोक पादप तर ȡͨ ͧ जतन कराइ।।29(क)।।
ȡÛ¡ ȡȡ , छठा ͪĮ ȡ
ȯǑ¡ ǒͬ कपट कुरं ग सँग धाइ चले Į Ȣȡ @
सो ǒ सीता ȡͨ उर Ǔ ¡ Ǔ ¡ ǐ ȡ @ @29(ख)।।
–*–*–
Ǖ Ǔ \ Ǖ Ǒ¡ आवत दे खी। ȡǑ¡ ͬ
Ȳ ȡ ȧǔÛ¡ ǒ ȯ Ȣ@
@
जनकसुता ǐ¡ ǐ¡ Ǖ\ ȯ ȣ@आयहु तात बचन मम ȯ ȣ@
@
Ǔ ͧ
Ǔ ͩ Ǒ¡ Ȳबन ȡ¡ ȣȲ@मम मन सीता ] Į ȡ¡ ȣȲ@
@
Ǒ¡ पद कमल अनुज कर Ȫȣ@कहे उ नाथ कछु ȪǑ¡ न Ȫȣ@
@
अनज
ु समेत गए Ĥ Ǖतहवाँ। Ȫȡǐ तट ] Į जहवाँ।।
] Į ȯͨ ȡ ȧ ¡ ȣ ȡ@भए ǒ जस Ĥ ȡ Ǚ ȣ ȡ@
@
हा गन
ु ȡǓ ȡ ȧ सीता। Ǿ सील Ħ नेम पन
ु ीता।।
Ǔ समुझाए बहु भाँती। पूछत चले लता ǽ पाँती।।
हे खग मग ृ हे मधक
ु र Į ȯ Ȣ@ à
Ǖ ¡ दे खी सीता मग
ृ नैनी।।
खंजन सुक कपोत मग
ृ मीना। मधप
ु Ǔ Ȫͩ ȡ Ĥ Ȣ ȡ@
@
कंु द ȣ ȡͫ° ȡͧ Ȣ@कमल सरद ͧ \ Ǒ¡ ȡͧ Ȣ@
@
ǽ पास मनोज धनु हं सा। गज ȯ¡ ǐ Ǔ सुनत Ĥ Ȳ ȡ@
@
Į Ȣ कनक ͧ ¡ ȡ¡ ȣ@
Ȳ नेकु न संक सकुच मन ȡ¡ ȣȲ@
@
सन
ु ु ȡ ȧ ȪǑ¡ ǒ Ǖआज।ू हरषे सकल पाइ जनु राज।ू ।
ͩ ͧ Ǒ¡ जात अनख ȪǑ¡ ȡ¡ ȣȲ। ͪĤ ȡ ȯͬ Ĥ ͧ कस ȡ¡ ȣȲ@
@
f Ǒ¡ ǒ ͬ खौजत ǒ è ȡ Ȣ@मनहुँ महा ǒ ¡ ȣ \ Ǔ कामी।।
पूरनकाम राम सुख रासी। मनज
ु
ǐ कर अज \ ǒ ȡ Ȣ@
@
आगे परा Ȣ Ǔ दे खा। Ǖͧ राम चरन ǔ Û¡ रे खा।।
दो0-कर सरोज ͧ परसेउ Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖरधब
ु ीर।।
Ǔ ͨ राम ǒ धाम मख
ु ǒ भई सब पीर।।30।।
–*–*–
तब कह गीध बचन ǐ धीरा । सनु हु राम भंजन भव भीरा।।
नाथ दसानन यह Ǔ ȧÛ¡ ȣ@ ȯǑ¡ खल जनकसत
ु ा ¡ ǐ ȣÛ¡ ȣ@
@
लै ǔÍ Ǒͧ गयउ गोसाई। ǒ Ǔ \ Ǔ Ǖȣ ȧ नाई।।
दरस लागी Ĥ Ǖȡ Ʌ̀ȱĤȡ ȡ@चलन चहत अब ǙȡǓ ȡ ȡ@
@
राम कहा तनु राखहु ताता। मख
ु मुसकाइ ¡ ȣ ȯǑ¡ Ȳबाता।।
जा कर नाम मरत मखु आवा। अधमउ मक ु ु त होई Į ǓǕ गावा।।
सो मम लोचन गोचर ] Ʌ@ȡ ɋ दे ह नाथ ȯǑ¡ ȡȱ Ʉ@
@
जल ǐ नयन ¡ Ǒ¡ ȱरघरु ाई। तात [Ǔ ते Ǔ Ȳपाई।।
Ǒ¡ बस ǔ Û¡ के मन ȡ¡ ȣU
@Ǔ Û¡ कहुँ जग Ǖ [ कछु ȡ¡ ȣU
@@
तनु तिज तात जाहु मम धामा। दे उँ काह àǕ ¡ पूरनकामा।।
दो0-सीता हरन तात Ǔ कहहु ͪ ȡ सन जाइ।।
Ɋ Ɇराम त कुल Ǒ¡ Ǒ¡ Ǒ¡ दसानन आइ।।31।।
–*–*–
गीध दे ह तिज ǐ ¡ ǐ ǽȡ@भूषन बहु पट पीत अनूपा।।
è ȡ गात ǒ ȡ भुज
ȡȣ@\ è ǓǕ करत नयन ǐ ȡȣ@
@
छं 0-जय राम Ǿ अनूप Ǔ Ǖ[ सगुन गुन Ĥȯ ¡ ȣ@
दससीस बाहु Ĥ
Ȳ खंडन चंड सर मंडन ¡ ȣ@
@
पाथोद गात सरोज मख ु राजीव आयत लोचनं।
Ǔ ȫͧ रामु कृपाल बाहु ǒ ȡ भव भय मोचनं।।1।।
Ĥ ȯ ȡǑ Þ È ȯ Ȫ
Ȳ@
Ȫǒ Ȳ गोपर ɮȲɮ ¡ ǒ Ê ȡ धरनीधरं ।।
जे राम Ȳğ जपंत संत अनंत जन मन रं जनं।
Ǔ ȫͧ राम अकाम ͪĤ ȡ ȡǑ खल दल गंजनं।।2।
ȯǑ¡ Į ǓǕ Ǔ Ȳ Ħé Þ ȡ ǒ अज Ǒ¡ ȡ ¡ ȣȲ@
@
ǐ Ú ȡ Ê ȡ ǒȡ जोग अनेक ǕǓ ȯǑ¡ ȡ ¡ ȣȲ@
@
सो Ĥ ǽ ȡ कंद सोभा बंद
ृ अग जग मोहई।
मम ǿ पंकज भंग
ृ अंग अनंग बहु ǒ सोहई।।3।।
जो अगम सग
ु म सभ
ु ाव Ǔ [ असम सम सीतल सदा।
è ȲǓ जं जोगी जतन ǐ करत मन गो बस सदा।।
सो राम रमा Ǔ ȡ संतत दास बस ǒğ Ǖ धनी।
मम उर बसउ सो समन Ȳ ǓǙ जासु ȧǓ पावनी।।4।।
दो0-\ ǒ Ǔ ȡͬ बर गीध गयउ ¡ ǐ ȡ @
ȯǑ¡ ȧ ͩĐ ȡ Ȫͬ
Ǔ कर ȧÛ¡ ȣ राम।।32।।
–*–*–
कोमल ͬ
\ Ǔ ȣ ȡ ȡ@कारन ǒ Ǖरघन ु ाथ कृपाला।।
गीध अधम खग ] ͧ भोगी। Ǔ ȣǔÛ¡ जो जाचत जोगी।।
सुनहु उमा ते लोग अभागी। ¡ ǐ तिज ¡ ȪǑ¡ Ȳǒ अनुरागी।।
ǕǓ Ȣ Ǒ¡ खोजत ɮȫ भाई। चले ǒ Ȫ बन बहुताई।।
संकुल लता ǒ घन कानन। बहु खग मग ृ तहँ गज पंचानन।।
आवत पंथ कबंध Ǔ ȡ ȡ@ ȯǑ¡ Ȳसब ¡ ȣ साप कै बाता।।
दरु बासा ȪǑ¡ ȣÛ¡ ȣ सापा। Ĥ Ǖपद ȯͨ ͧ ȡ सो पापा।।
सुनु Ȳ [कहउँ मै Ȫ¡ ȣ@ ȪǑ¡ न सोहाइ Ħ é Ǖ ġȪ¡ ȣ@
@
दो0-मन Đ बचन कपट तिज जो कर भूसुर सेव।
ȪǑ¡ समेत ǒȲͬ
ͧ बस ȡɅ सब दे व।।33।।
–*–*–
सापत ताड़त ǽ कहं ता। ǒ Ĥ ǗÏ अस ȡ Ǒ¡ Ȳसंता।।
पूिजअ ǒĤ सील गुन ¡ ȣ ȡ@ Ǘġ न गुन गन Ê ȡ Ĥ Ȣ ȡ@
@
Ǒ¡ Ǔ [ ȡǑ¡ समझ
ु ावा। Ǔ पद Ĥ ȢǓ ȯͨ मन भावा।।
Ǖ Ǔ चरन कमल ͧ ǽ नाई। गयउ गगन ] Ǔ Ǔ पाई।।
ȡǑ¡ दे इ Ǔ राम उदारा। ȣ Ʌ ] Į पगु धारा।।
ȣ ȯͨ राम गह
ृ ँ आए। ǕǓ के बचन Ǖͨ िजयँ भाए।।
ͧ लोचन बाहु ǒ ȡ ȡ@जटा मुकुट ͧ उर बनमाला।।
è ȡ गौर संद
ु र दोउ भाई। ȣ ȣ चरन लपटाई।।
Ĥȯ मगन मख
ु बचन न आवा। ǓǕ ǓǕ पद सरोज ͧ नावा।।
सादर जल लै चरन पखारे । ǕǓ सुंदर आसन बैठारे ।।
दो0-कंद मूल फल सुरस \ Ǔ Ǒf राम कहुँ ] Ǔ @
Ĥȯ Ǒ¡ Ĥ Ǖखाए बारं बार ȡǓ @ @34।।
–*–*–
ȡǓ Ȫǐ ] Ʌभइ ȡ±ȣ@Ĥ ǕǑ¡ ǒ Ȫͩ Ĥ ȢǓ \ Ǔ ȡ±ȣ@
@
ȯǑ¡ ǒͬ \ è ǓǕ करौ à
Ǖ ¡ ȡȣ@अधम ȡǓ ɇ ° Ǔ ȡȣ@
@
अधम ते अधम अधम \ Ǔ ȡȣ@Ǔ Û¡ महँ ɇ Ǔ Ȳ \ ȡȣ@
@
कह Ǖ Ǔ सन
ु ु ȡͧ Ǔ बाता। मानउँ एक Ǔ कर नाता।।
ȡǓ ȡȱǓ कुल [बड़ाई। धन बल ǐ गन
ु चतरु ाई।।
Ǔ ¡ ȣ नर सोहइ कैसा। ǒ Ǖजल ȡǐ ȯͨ \ जैसा।।
नवधा Ǔ कहउँ ȪǑ¡ ȡ¡ ȣȲ@सावधान सन
ु ु ǽ मन ȡ¡ ȣȲ@
@
Ĥ Ǔ Ȳ Û¡ कर संगा। Ǘ ǐ Ǔ मम कथा Ĥ Ȳ ȡ@
@
दो0-गरु पद पंकज सेवा Ȣ ǐ Ǔ अमान।
ȫͬ Ǔ मम गन
ु गन करइ कपट तिज गान।।35।।
–*–*–
Ȳğ जाप मम Ǻ± ǒèȡ ȡ@पंचम भजन सो बेद Ĥ ȡ ȡ@
@
छठ दम सील ǒ Ǔ बहु करमा। Ǔ Ǔ Ȳ Ï धरमा।।
सातवँ सम ȪǑ¡ मय जग दे खा। Ȫ Ʌसंत \ ͬ ǐ लेखा।।
आठवँ जथालाभ संतोषा। सपनेहुँ Ǒ¡ Ȳदे खइ परदोषा।।
नवम सरल सब सन ¡ ȣ ȡ@मम भरोस Ǒ¡ ȱहरष न ȣ ȡ@ @
नव महुँ एकउ ǔ Û¡ के होई। ȡǐ ǽǕ सचराचर कोई।।
सोइ \ Ǔ ͪĤ ȡͧ Ǔ मोरे । सकल Ĥ ȡ Ǔ Ǻ± ȪɅ@
@
Ȫͬ बंद
ृ दरु लभ Ǔ जोई। तो कहुँ आजु सुलभ भइ सोई।।
मम दरसन फल परम अनूपा। जीव पाव Ǔ सहज Ǿ ȡ@ @
जनकसुता कइ Ǖͬ ȡͧ Ȣ@ ȡ Ǒ¡ कहु ǐ ȡͧ Ȣ@@
पंपा Ǒ¡ जाहु रघरु ाई। तहँ ¡ Ȫ^Ǒ¡ ĒǕ Ȣ ͧ ȡ_@
@
सो सब Ǒ¡ Ǒ¡ दे व रघब
ु ीरा। जानतहूँ पछ
ू हु Ǔ Ȣȡ@@
बार बार Ĥ Ǖपद ͧ ǽ नाई। Ĥȯ Ǒ¡ सब कथा सन ु ाई।।
छं 0- Ǒ¡ कथा सकल ǒ Ȫͩ ¡ ǐ मुख ǿ ȱपद पंकज धरे ।
तिज जोग पावक दे ह ¡ ǐ पद ȣ भइ जहँ Ǒ¡ Ȳͩ ȯ@
@
नर ǒǒ [\ [बहु मत Ȫ Ĥ सब × ȡ ¡ Ǘ@
ǒ èȡ ǐ कह दास तल
ु सी राम पद अनरु ागहू।।
दो0- ȡǓ ¡ ȣ अघ Û Ǒ¡ È
Ǖ ȧǔÛ¡ \ ͧ ȡǐ@
महामंद मन सुख
¡ ͧ ऐसे Ĥ ǕǑ¡ ǒ ȡǐ@
@36।।
–*–*–
चले राम × ȡ ȡ बन सोऊ। \ ͧǕ बल नर ȯ¡ ǐ दोऊ।।
ǒ ¡ ȣ इव Ĥ Ǖकरत ǒ ȡȡ@कहत कथा अनेक संबादा।।
Ǔ दे खु ǒͪ कइ सोभा। दे खत ȯǑ¡ कर मन Ǒ¡ Ȳछोभा।।
ȡǐ Ǒ¡ सब खग मग ृ बंदृ ा। मानहुँ Ȫǐ करत ¡ Ǒ¡ ȲǓ Ȳȡ@ @
¡ Ǒ¡ ȯͨ मग ृ Ǔ ȡ¡ ȣ@
Ȳ मग ृ ीं ¡ Ǒ¡ Ȳ à
Ǖ ¡ कहँ भय ȡ¡ ȣȲ@
@
à
Ǖ ¡ आनंद करहु मग ृ जाए। कंचन मग ृ खोजन ए आए।।
संग लाइ ǐ ȢȲ ǐ ȯ¡ ȣȲ@मानहुँ ȪǑ¡ ͧ ȡ Ǖȯ¡ ȣȲ@
@
ȡèğ Ǖͬ
ǓȲ ǕǓ ǕǓ ȯͨ \ @भूप Ǖ ȯͪ बस Ǒ¡ Ȳ ȯͨ \ @
@
ȡͨ \ ȡǐ ͪ उर ȡ¡ ȣ@
Ȳ जुबती ȡèğ Ǚ Ǔ बस ȡ¡ ȣȲ@
@
दे खहु तात बसंत सुहावा। ͪĤ ȡ ¡ ȣ ȪǑ¡ भय उपजावा।।
दो0-ǒ ¡ ǒ ¡ ȣ ȪǑ¡ ȡ ȯͧ Ǔ अकेल।
Ǒ¡ ǒͪ मधक
ु र खग मदन ȧÛ¡ बगमेल।।37(क)।।
ȯͨ गयउ ħ ȡ ȡ Ǒ¡ तासु दत
ू ǓǕ बात।
डेरा ȧÛ¡ ȯ̀ मनहुँ तब कटकु ¡ ͩ मनजात।।37(ख)।।
–*–*–
ǒ ǒ ȡ लता \ ǽ ȡ Ȣ@ǒ ǒ ǒ ȡ Ǒf जनु तानी।।
ͧ ताल बर धज
ु ा पताका। Ȱͨ न मोह धीर मन जाका।।
ǒǒ ȡȱǓ फूले ǽ नाना। जनु बानैत बने बहु बाना।।
कहुँ कहुँ ǕÛ ǒ सुहाए। जनु भट ǒ ǒ होइ छाए।।
कूजत ͪ मानहुँ गज माते। ढे क महोख ऊँट ǒ ȡ ȯ@
@
मोर चकोर ȧ बर बाजी। पारावत मराल सब ताजी।।
ȢǓ लावक पदचर जथ
ू ा। Ǔ न जाइ मनोज ǽ ȡ@
@
रथ ͬ ǐ ͧ ȡ दं द
ु भ
ु ी झरना। चातक Ȳ ȣ गन
ु गन बरना।।
मधक
ु र मुखर ȯǐ सहनाई। ǒğǒ ȡǐ Ȣ ȤȲआई।।
ǕȲͬ Ȣ सेन सँग ȣÛ¡ Ʌ@ǒ
Ǒ¡ चन
ु ौती ȣÛ¡ Ʌ@
@
Ǔ दे खत काम अनीका। ¡ Ǒ¡ Ȳधीर Ǔ Û¡ कै जग ȣ ȡ@
@
f Ǒ¡ Ʌएक परम बल ȡȣ@ ȯǑ¡ Ʌउबर सभ
ु ट सोइ ȡȣ@
@
दो0-तात ȢǓ \ Ǔ Ĥ खल काम Đ Ȫ \ ǽ लोभ।
ǓǕ ǒ Ê ȡ धाम मन Ǒ¡ ȲǓ ͧ महुँ छोभ।।38(क)।।
लोभ Ʌ^Í ȡ दं भ बल काम Ʌकेवल ȡǐ@
Đ Ȫ के ǽ बचन बल ǕǓ ¡ Ǒ¡ Ȳǒ
ȡǐ@
@38(ख)।।
–*–*–
गन
ु ातीत सचराचर èȡ Ȣ@राम उमा सब अंतरजामी।।
ȡͧ Û¡ कै ȣ ȡ दे खाई। ȢÛ¡ Ʌमन ǒǓ Ǻ±ȡ_@
@
Đ Ȫ मनोज लोभ मद माया। ǗǑ¡ Ȳसकल राम ȧȲदाया।।
सो नर ^Ȳġ ȡ Ǒ¡ Ȳभूला। जा पर होइ सो नट अनुकूला।।
उमा कहउँ ɇअनुभव अपना। सत ¡ ǐ भजनु जगत सब सपना।।
ǓǕ Ĥ Ǖगए सरोबर तीरा। पंपा नाम सभ
ु ग गंभीरा।।
संत ǿ जस Ǔ [ ȡȣ@बाँधे घाट मनोहर
ȡȣ@
@
जहँ तहँ ͪ\ Ǒ¡ Ȳǒǒ मग
ृ नीरा। जनु उदार गह
ृ जाचक भीरा।।
दो0- Ǖ^Ǔ सबन ओट जल ȯͬ न पाइअ @
[
ȡ ȡ Û न ȯͨ g जैसे Ǔ Ǖ[ Ħ é @
@39(क)।।
Ǖ
ͨ मीन सब एकरस \ Ǔ अगाध जल ȡǑ¡ @
Ȳ
जथा [ Ȣ Û¡ के Ǒ सख ु संजतु ȡǑ¡ @
Ȳ@
39(ख)।।
–*–*–
ǒ ȯ ͧ नाना रं गा। मधरु मुखर गुंजत बहु भंग
ृ ा।।
बोलत ǕÈ Ǖ कलहं सा। Ĥ Ǖǒ Ȫͩ जनु करत Ĥ Ȳ ȡ@
@
Đ ȡ बक खग समद
ु ाई। दे खत बनइ Ǔ Ǒ¡ Ȳजाई।।
ǕÛ खग गन ͬ ȡ सुहाई। जात ͬ जनु लेत बोलाई।।
ताल समीप ǕǓ Û¡ गह
ृ छाए। चहु Ǒͧ कानन ǒ सुहाए।।
चंपक बकुल कदं ब तमाला। पाटल पनस परास रसाला।।
नव ã Ǖ ͧǕ ǽ नाना।
Ȳ ȣ ȣ कर गाना।।
सीतल मंद सग
ु ंध सभ
ु ाऊ। संतत बहइ मनोहर बाऊ।।
कुहू कुहू Ȫͩ ǓǕ ¡ ȣȲ@ ǕǓ रव सरस Ú ȡ ǕǓ ¡ ȣȲ@
@
दो0-फल भारन ͧ ǒ सब रहे Ǘͧ Ǔ \ ȡ^@
पर ` ȡȣ ǽǕ ǔ ͧ Ǒ¡ Ȳ Ǖ Ȳ Ǔ पाइ।।40।।
–*–*–
ȯͨ राम \ Ǔ ǽͬ
तलावा। Ï Ǖ ȧÛ¡ परम सख ु पावा।।
दे खी सुंदर ǽ छाया। बैठे अनुज Ǒ¡ रघुराया।।
तहँ ǓǕ सकल दे व ǓǕ आए। \ è ǓǕ ǐ Ǔ धाम ͧ ȡf @
@
बैठे परम Ĥ Û कृपाला। कहत अनज
ु सन कथा रसाला।।
ǒ¡ Ȳ Ȳ Ǒ¡ दे खी। नारद मन भा सोच ǒ ȯ Ȣ@
@
मोर साप ǐ अंगीकारा। सहत राम नाना दख
ु भारा।।
ऐसे Ĥ ǕǑ¡ ǒ Ȫ `ȱजाई। ǕǓ न Ǔ Ǒ¡ अस \ ǽ आई।।
यह ǒ
ȡǐ नारद कर बीना। गए जहाँ Ĥ Ǖसुख आसीना।।
गावत राम
ǐ मदृ ु बानी। Ĥȯ Ǒ¡ बहु ȡȱǓ बखानी।।
करत दं डवत ͧ f उठाई। राखे बहुत बार उर लाई।।
è ȡ ȱǓǗ Ǔ बैठारे । Ǔ सादर चरन पखारे ।।
दो0- नाना ǒͬ ǒ Ȣ ǐ Ĥ ǕĤ Û िजयँ ȡǓ @
नारद बोले बचन तब Ȫǐ Ȫǽ¡ ȡǓ @
@41।।
–*–*–
सुनहु उदार सहज रघुनायक। सुंदर अगम सुगम बर दायक।।
दे हु एक बर मागउँ èȡ Ȣ@ ɮ ͪ जानत अंतरजामी।।
जानहु ǓǕ à
Ǖ ¡ मोर सभ
ु ाऊ। जन सन कबहुँ ͩ करउँ दरु ाऊ।।
कवन è Ǖ\ ͧ ͪĤ ȪǑ¡ लागी। जो ǓǕ न सकहु à
Ǖ ¡ मागी।।
जन कहुँ कछु अदे य Ǒ¡ Ȳ ȪɅ@अस ǒ èȡ तजहु Ǔ ȪɅ@
@
तब नारद बोले हरषाई । अस बर मागउँ करउँ Ǒ ȡ_@ @
ɮ ͪ Ĥ Ǖके नाम अनेका। Į ǓǕ कह \ ͬ एक Ʌएका।।
राम सकल ȡ Û¡ ते \ ͬ ȡ@होउ नाथ अघ खग गन ͬ ȡ@
@
दो0-राका रजनी Ǔ तव राम नाम सोइ सोम।
अपर नाम उडगन ǒ बसह
ु ु ँ भगत उर Þ Ȫ @
@42(क)।।
f è Ǖ ǕǓ सन कहे उ Ǚȡͧ Ȳ Ǖरघुनाथ।
तब नारद मन हरष \ Ǔ Ĥ Ǖपद नायउ माथ।।42(ख)।।
–*–*–
\ Ǔ Ĥ Û Ǖ ȡ Ǒ¡ जानी। ǕǓ नारद बोले मद
ृ ु बानी।।
राम Ǒ¡ ȲĤȯȯ̀ Ǔ माया। मोहे हु ȪǑ¡ सुनहु रघुराया।।
तब ǒ ȡ¡ ɇचाहउँ ȧÛ¡ ȡ@Ĥ ǕȯǑ¡ कारन करै न ȣÛ¡ ȡ@ @
सन
ु ु ǓǕ ȪǑ¡ कहउँ सहरोसा। Ǒ¡ Ȳजे ȪǑ¡ तिज सकल भरोसा।।
करउँ सदा Ǔ Û¡ कै ȡȣ@ǔ ͧ बालक राखइ ¡ ȡȣ@
@
गह ͧ Ǖ Í अनल \ Ǒ¡ धाई। तहँ राखइ जननी अरगाई।।
Ĥ ȫ± भएँ ȯǑ¡ सुत पर माता। ĤȢǓ करइ Ǒ¡ ȲȡǓ ͧ बाता।।
मोरे Ĥȫ± तनय सम Ê ȡ Ȣ@बालक सुत सम दास अमानी।।
Ǒ¡ मोर बल Ǔ बल ȡ¡ ȣ@दहु ु कहँ काम Đ Ȫ ǐ Ǖ] ¡ ȣ@
@
यह ǒ
ȡǐ Ȳͫ ȪǑ¡ ¡ ȣȲ@पाएहुँ Ê ȡ Ǔ Ǒ¡ Ȳ ¡ ȣȲ@
@
दो0-काम Đ Ȫ Ȫ ȡǑ मद Ĥ मोह कै ȡǐ@
Ǔ Û¡ महँ \ Ǔ ȡǽ दख
ु द ȡ ȡǾ Ȣ ȡǐ@
@43।।
–*–*–
ǕǓ ǕǓ कह पुरान Į ǓǕ संता। मोह ǒ ͪ कहुँ ȡǐ बसंता।।
जप तप नेम ȡĮ ȡȣ@होइ Ē Ȣ सोषइ सब ȡȣ@ @
काम Đ Ȫ मद × भेका। ^Û¡ Ǒ¡ ¡ Ĥ बरषा एका।।
Ǖ ȡ[ ȡ कुमद
ु समद
ु ाई। Ǔ Û¡ कहँ सरद सदा सख
ु दाई।।
[सकल Ȣǽ¡ बंद
ृ ा। होइ Ǒ¡ Ǔ Û¡ Ǒ¡ दहइ सख
ु मंदा।।
ǓǕ ममता जवास बहुताई। पलह ु इ ȡǐ ͧ ͧ ǐ Ǖपाई।।
पाप उलूक Ǔ Ǖ ȡȣ@ ȡǐ Ǔ ǒ ° रजनी \ ȱͬ ] ȣ@ @
Ǖͬ बल सील × सब मीना। बनसी सम ǒğ ¡ Ǒ¡ ȲĤ Ȣ ȡ@
@
दो0-अवगुन मूल Ǘ Ĥ Ĥ ȡ सब दख
ु ȡǓ @
ताते ȧÛ¡ Ǔ ȡ ǓǕ ɇयह िजयँ ȡǓ @
@44।।
–*–*–
ǓǕ Ǖ Ǔ के बचन सुहाए। ǕǓ तन पुलक नयन ǐ आए।।
कहहु कवन Ĥ Ǖकै \ ͧ ȣ Ȣ@सेवक पर ममता \ ǽ Ĥ Ȣ Ȣ@ @
जे न Ǒ¡ Ȳअस Ĥ Ǖħ × ȡ Ȣ@Ê ȡ रं क नर मंद अभागी।।
ǕǓ सादर बोले ǕǓ नारद। सुनहु राम ǒ Ê ȡ ǒ ȡ@
@
Ȳ Û¡ के Í रघुबीरा। कहहु नाथ भव भंजन भीरा।।
सुनु ǕǓ Ȳ Û¡ के गुन कहऊँ। ǔ Û¡ ते ɇ` Û¡ Ʌ बस रहऊँ।।
षट ǒ ȡ िजत अनघ अकामा। अचल \ ͩ Ȳ
ͬǕ
सख
ु धामा।।
\ ͧ Ȫ अनीह ͧ Ȫ Ȣ@ × ȡ ǒ Ȫǒ जोगी।।
सावधान मानद ¡ ȣ ȡ@धीर [ Ǔ परम Ĥ Ȣ ȡ@
@
दो0-गुनागार संसार दख
ु Ǒ¡ ǒ संदेह।।
तिज मम चरन सरोज ͪĤ Ǔ Û¡ कहुँ दे ह न गेह।।45।।
–*–*–
Ǔ गन
ु Į सन
ु त Ǖ
ȡ¡ ȣȲ@पर गन
ु सन
ु त \ ͬ ¡ ȡ¡ ȣȲ@
@
सम सीतल Ǒ¡ Ȳ× ȡ Ǒ¡ Ȳनीती। सरल सभ
ु ाउ Ǒ¡ Ȳसन ĤȢ Ȣ@
@
जप तप Ħ दम संजम नेमा। Ǖǽ Ȫǒ Ȳ ǒ Ĥ पद Ĥȯ ȡ@
@
Į ƨ ȡ छमा ğȢ दाया। ǕǑ ȡ मम पद Ĥ ȢǓ अमाया।।
ǒ Ǔ ǒȯ ǒ ǒÊ ȡ ȡ@बोध जथारथ बेद पुराना।।
दं भ मान मद Ǒ¡ Ȳन काऊ। ͧǗ न ȯǑ¡ Ȳकुमारग पाऊ।।
ȡǑ¡ Ȳ Ǖ Ǒ¡ Ȳसदा मम ȣ ȡ@हे तु Ǒ¡ Ǒ¡ रत सीला।।
Ǔ
Ǖ सन
ु ु ȡ Û
Ǖ¡ के गन
ु जेते। Ǒ¡ न Ǒ¡ Ȳसारद Į ǓǕ तेते।।
छं 0- Ǒ¡ सक न सारद सेष नारद सुनत पद पंकज गहे ।
अस ȣ Ȳ Ǖकृपाल अपने भगत गुन Ǔ मुख कहे ।।
ͧ ǽ नाह ȡǑ¡ Ȳबार
ǔÛ¡ Ħé Ǖ नारद गए।।
ते Û तल
ु सीदास आस ǒ ¡ ȡ^ जे ¡ ǐ रँग रँए।।
दो0-ȡ ȡǐ जसु पावन ȡǑ¡ Ȳ Ǖ Ǒ¡ Ȳजे लोग।
राम Ǔ Ǻ± ȡǑ¡ Ȳǒ Ǖǒȡ जप जोग।।46(क)।।
ȣ ͧ ȡ सम Ǖ Ǔ तन मन Ǔ ¡ Ȫͧ पतंग।
Ǒ¡ राम तिज काम मद Ǒ¡ सदा सतसंग।।46(ख)।।
मासपारायण, बाईसवाँ ͪĮ ȡ
~~~~~~~~~~
^Ǔ Į Ȣ ġȡ
ǐ ȡ ȯ ͧ Ǖ ͪÚ Ȳ ȯ
तत
ृ ीयः सोपानः ȡÜ Ȭ@
(\ Ö ȡÖ ȡÜ )
ͩ ǔç Û ȡ ȡÖ
Į Ȣȡ
ǐ ȡ
Ǖ [सोपान
( ͩ ǔç Û ȡ ȡÖ)
æ Ȫ
ǕÛȯÛȣ ǕÛȡǓ ȫ ͪ£ ȡ ȡ ȡ Ǖ ȫ
Ȫ ȡɭ ȫ ǔÛ ȫ Į ǓǕ Ǖ ȫ Ȫͪ Ĥ Û
ǙͪĤ ȫ@
ȡ ȡ ȡ Ǖ Ǿ ͪ ȫ रघव
ु रौ ƨ [ ɡ Ǒ¡ ȫ
Ȣ ȡÛȯ ×ȫ ͬ ȫ ǔÈ Ĥ ȫ तौ Ǒ¡ नः।।1।।
Ħé ȡà Ȫͬ Ǖƫ Ȳ ͧ ĤÚ Ȳ Ȳ
ȡå Ȳ
Į Ȣ Í à Ǖ Ǖ ȯÛ Ǖ ǕÛ ȯ Ȳ Ȫͧ Ȳ [ ȡ@
संसारामयभेषजं सख
ु करं Į Ȣ ȡ ȧ Ȣ Ȳ
Û ȡè ȯ ǙǓ Ȭ ͪǔÛ सततं Į Ȣȡ ȡ ȡ Ǚ @
@
Q2।।
सो0- ǔǕÈ Û Ǒ¡ ȡǓ Ê ȡ ȡǓ अघ ¡ ȡǓ कर
जहँ बस संभु ȡǓ सो कासी सेइअ कस न।।
जरत सकल सुर बंद
ृ ǒ गरल ȯǑ¡ Ȳपान ͩ @
ȯǑ¡ न ͧ मन मंद को कृपाल संकर ǐ @
@
] Ʌचले ¡ Ǖǐ रघरु ाया। ǐç Ǘ परवत Ǔ \ ȡ ȡ@
@
तहँ रह ͬ
Ǒ¡ ĒǕ Ȣ ȡ@आवत ȯͨ अतल ु बल सींवा।।
\ Ǔ सभीत कह सुनु हनुमाना। Ǖǽ जुगल बल Ǿ Ǔ ȡ ȡ@
@
ǐ बटु Ǿ दे खु ɇजाई। कहे सु ȡǓ िजयँ सयन बुझाई।।
पठए ȡͧ ¡ ȪǑ¡ Ȳमन मैला। ȡ ɋ तरु त ɋ यह सैला।।
ǒĤ Ǿ ǐ ͪ तहँ गयऊ। माथ नाइ पूछत अस भयऊ।।
को à
Ǖ ¡ è ȡ गौर ȣȡ@ ğȢ Ǿ ͩ ¡ Ǖबन बीरा।।
Ǒ ͧǗ कोमल पद गामी। कवन हे तु ǒ
¡ Ǖबन è ȡ Ȣ@
@
मद
ृ ल
ु मनोहर संद
ु र गाता। सहत दस
ु ह बन आतप बाता।।
ȧ à
Ǖ ¡ ȢǓ दे व महँ कोऊ। नर नारायन ȧ à
Ǖ ¡ दोऊ।।
दो0-जग कारन तारन भव भंजन धरनी भार।
ȧ à
Ǖ ¡ \ ͩ भुवन Ǔ ȣÛ¡ मनुज अवतार।।1।।
–*–*–
कोसलेस दसरथ के जाए । हम ͪ Ǖबचन ȡǓ बन आए।।
नाम राम Ǔ दौउ भाई। संग ȡǐ Ǖ Ǖ ȡǐ सुहाई।।
इहाँ ¡ ǐ Ǔ ͧ
Ȱȯ¡ ȣ@ǒĤ ͩ Ǒ¡ Ȳहम खोजत ȯ¡ ȣ@
@
आपन
ǐ कहा हम गाई। कहहु ǒĤ Ǔ कथा बझ ु ाई।।
Ĥ ǕǑ¡
ȡǓ परे उ Ǒ¡ चरना। सो सुख उमा Ǒ¡ Ȳबरना।।
Ǖ ͩ तन मुख आव न बचना। दे खत ǽͬ
बेष कै रचना।।
ǕǓ धीरजु ǐ \ è ǓǕ ȧÛ¡ ȣ@हरष ǿ ȱǓ ȡ Ǒ¡
ȢÛ¡ ȣ@
@
मोर Û ȡ` ɇपछ
ू ा ȡɃ@ à
Ǖ ¡ पछ
ू हु कस नर ȧ ȡɃ@
@
तव माया बस ͩ `ȱभल
ु ाना। ता ते ɇ Ǒ¡ ȲĤ ǕǑ¡
ȡ ȡ@
@
दो0-एकु ɇमंद मोहबस ǕǑ ǿ \ Ê ȡ @
ǕǓ Ĥ Ǖ ȪǑ¡ ǒ ȡȯ̀ ȣ Ȳ Ǖभगवान।।2।।
–*–*–
ͪ नाथ बहु अवगुन ȪɅ@सेवक Ĥ ǕǑ¡ परै Ǔ ȪɅ@ @
नाथ जीव तव मायाँ मोहा। सो Ǔ è ^ àǕ ¡ ȡȯǑ¡ Ȳछोहा।।
ता पर ɇरघुबीर दोहाई। जानउँ Ǒ¡ Ȳकछु भजन उपाई।।
सेवक सत
ु Ǔ मातु Ȫ @
Ʌ रहइ असोच बनइ Ĥ ǕȪ @
Ʌ@
अस Ǒ¡ परे उ चरन अकुलाई। Ǔ तनु Ĥ Ǒ ĤȢǓ उर छाई।।
तब Ǖ Ǔ उठाइ उर लावा। Ǔ लोचन जल ȢȲͬ
जड़
ु ावा।।
सुनु ͪ िजयँ ȡ ͧ Ǔ ऊना। ɇमम ͪĤ Ǔ ते दन
ू ा।।
समदरसी ȪǑ¡ कह सब कोऊ। सेवक ͪĤ \ Û Ǔ सोऊ।।
दो0-सो \ Û ȡɅ\ ͧ Ǔ न टरइ हनुमंत।
ɇसेवक सचराचर Ǿ èȡͧ भगवंत।।3।।
–*–*–
ȯͨ पवन सुत Ǔ अनुकूला। ǿ ȱहरष बीती सब सूला।।
नाथ सैल पर ͪǓ रहई। सो ĒǕ Ȣ दास तव अहई।।
ȯǑ¡ सन नाथ ğȢ ȧ ȯ@ȣ ȡǓ ȯǑ¡ अभय ȣ ȯ@
@
सो सीता कर खोज ȡ^Ǒ¡ @जहँ तहँ मरकट ȪǑ ȡ^Ǒ¡ @
@
f Ǒ¡ ǒͬ सकल कथा समुझाई। ͧ f दऔ
ु जन ȢǑ चढ़ाई।।
जब ǕĒ Ȣ ȱराम कहुँ दे खा। \ Ǔ Û Û ǐ लेखा।।
सादर ͧ ȯ̀ नाइ पद माथा। ɇȯ̀ अनज ु Ǒ¡ रघन
ु ाथा।।
ͪ कर मन ǒ
ȡ f Ǒ¡ ȣ Ȣ@ ǐ¡ Ǒ¡ Ȳǒͬ मो सन ए Ĥ Ȣ Ȣ@
@
दो0-तब हनम
ु त
ं उभय Ǒͧ ȧ सब कथा सन
ु ाइ।।
पावक साखी दे इ ǐ Ȫȣ ĤȢ Ȣ Ǻ±ȡ^@
@4।।
–*–*–
ȧÛ¡ ȣ Ĥ ȢǓ कछु बीच न राखा। ͧ राम
ǐ सब भाषा।।
कह ǕĒ Ȣ नयन ǐ ȡȣ@ͧ ͧ Ǒ¡ नाथ ͧ ͬ ȯ Ǖ ȡȣ@
@
ȲǒğÛ¡ Ǒ¡ इहाँ एक बारा। बैठ रहे उँ ɇकरत ǒ
ȡȡ@
@
गगन पंथ दे खी ɇजाता। परबस ȣ बहुत ǒ ȡ ȡ@
@
राम राम हा राम Ǖ ȡȣ@¡ Ǒ¡ ȯͨ ȣÛ¡ ȯ̀ पट ȡȣ@
@
मागा राम तरु त ȯǑ¡ ȲȣÛ¡ ȡ@पट उर लाइ सोच \ Ǔ ȧÛ¡ ȡ@
@
कह Ǖ Ē Ȣ सुनहु रघुबीरा। तजहु सोच मन आनहु धीरा।।
सब Ĥ ȡ ǐ¡ `ȱसेवकाई। ȯǑ¡ ǒ ͬ ͧ ͧ Ǒ¡ ȡ ȧ आई।।
दो0-सखा बचन ǕǓ हरषे Ǚȡͧ Ǖबलसींव।
कारन कवन बसहु बन ȪǑ¡ कहहु ĒǕ Ȣ ।।5।।
–*–*–
नात ȡͧ \ ǽ ɇɮȫ भाई। ĤȢǓ ¡ ȣ कछु Ǔ न जाई।।
मय सत
ु मायावी ȯǑ¡ नाऊँ। आवा सो Ĥ Ǖ¡ Ʌगाऊँ।।
\ [ȡǓ परु ɮȡ पक
ु ारा। ȡ ȣ ǐ Ǖबल सहै न पारा।।
धावा ȡͧ ȯͨ सो भागा। ɇ ǕǓ गयउँ बंधु सँग लागा।।
ͬ ǐ गुहाँ पैठ सो जाई। तब ȡ ȣȲ ȪǑ¡ कहा बुझाई।।
ǐ ȯ Ǖ ȪǑ¡ एक पखवारा। Ǒ¡ Ȳ] ɋ तब जानेसु मारा।।
मास Ǒ तहँ रहे उँ ȡȣ@Ǔ ȣ ǽͬ धार तहँ ȡȣ@
@
ȡͧ ¡ ȯͧ ȪǑ¡ ȡǐǑ¡ आई। ͧ ȡ दे इ तहँ चलेउँ पराई।।
ȲǒğÛ¡ परु दे खा ǒ Ǖ ȡɃ@ȣÛ¡ ȯ̀ ȪǑ¡ राज ǐ] _@
@
ȡͧ ȡǑ¡ ȡǐ गह
ृ आवा। ȯͨ ȪǑ¡ िजयँ भेद बढ़ावा।।
ǐ Ǖसम ȪǑ¡ ȡȯͧ \ Ǔ ȡȣ@¡ ǐ ȣÛ¡ ȯͧ [ Ǖ\ ǽ ȡȣ@
@
ȡɅ भय रघुबीर कृपाला। सकल भुवन ɇͩ ȯ̀ȱǒ¡ ȡ ȡ@
@
इहाँ साप बस आवत ȡ¡ ȣȲ@ ͪ सभीत रहउँ मन ȡ¡ ȣU
@@
ǕǓ सेवक दख
ु ȣ ȡ ȡ@ ͩ ` ȤȲɮȰभुजा ǒ ȡ ȡ@
@
दो0- सन
ु ु ĒǕ Ȣ ȡǐ¡ `ȱ ȡͧ Ǒ¡ f Ǒ¡ Ȳबान।
Ħà¡ ǽġ सरनागत गएँ न ` ǐǑ¡ ȲĤȡ @ @6।।
–*–*–
जे न ͧ ğ दख
ु ¡ ȪǑ¡ Ȳ Ǖ ȡȣ@Ǔ Û¡ Ǒ¡ ǒ Ȫ पातक ȡȣ@
@
Ǔ दख
ु ͬ ǐ सम रज ǐ जाना। ͧ ğ दख
ु रज ȯǽ समाना।।
ǔ Û¡ Ʌ\ ͧ Ǔ सहज न आई। ते सठ कत ¡ Ǒ करत ͧ ȡ_@
@
कुपथ Ǔ ȡǐ सुपंथ चलावा। गुन Ĥ ȯ\ Ǖ ǔÛ¡ दरु ावा।।
दे त लेत मन संक न धरई। बल अनुमान सदा Ǒ¡ करई।।
ǒ Ǔ काल कर सतगुन नेहा। Į ǓǕ कह संत ͧ ğ गुन एहा।।
] Ʌकह मद
ृ ु बचन बनाई। ȡ Ʌ\ Ǒ¡ मन ǕǑ ȡ_@
@
जा कर ͬ
\ Ǒ¡ Ǔ सम भाई। अस Ǖͧ ğ ǐ¡ ȯǑ¡ भलाई।।
सेवक सठ नप
ृ कृपन Ǖ ȡȣ@ ȣ ͧ ğ सूल सम
ȡȣ@
@
सखा सोच × ȡ ¡ Ǖबल ȪɅ@सब ǒͬ घटब काज ɇ ȪɅ@
@
कह ǕĒ Ȣ सुनहु रघुबीरा। ȡͧ महाबल \ Ǔ रनधीरा।।
दं द
ु भ
ु ी \ ǔè ताल दे खराए। ǒ ǕĤ ȡ रघन
ु ाथ ढहाए।।
ȯͨ \ ͧ बल ȡ±ȣ ĤȢ Ȣ@ȡͧ बधब ^Û¡ भइ परतीती।।
बार बार नावइ पद सीसा। Ĥ ǑǕ¡ ȡǓ मन हरष कपीसा।।
उपजा Ê ȡ बचन तब बोला। नाथ कृपाँ मन भयउ अलोला।।
सुख Ȳ Ǔ ǐ ȡ बड़ाई। सब ǐ¡ ǐ ǐ¡ `ȱसेवकाई।।
ए सब ȡ Ǔ के बाधक। ¡ Ǒ¡ Ȳसंत तब पद अवराधक।।
ğ Ǖͧ ğ सुख दख
ु जग ȡ¡ ȣȲ@माया कृत परमारथ ȡ¡ ȣȲ@
@
ȡͧ परम Ǒ¡ जासु Ĥ ȡȡ@ͧ ȯ¡Ǖराम à
Ǖ ¡ समन ǒ ȡȡ@
@
Ʌ ȯǑ¡ सन होइ लराई। ȡ Ʌसमझ
ु त मन सकुचाई।।
अब Ĥ Ǖकृपा करहु f Ǒ¡ भाँती। सब तिज भजनु ɋ Ǒ राती।।
ǓǕ ǒȡ संजत
ु ͪ बानी। बोले ǒ ¡ ȱͧ रामु धनप
ु ानी।।
जो कछु कहे हु × सब सोई। सखा बचन मम मष
ृ ा न होई।।
नट मरकट इव Ǒ¡ नचावत। रामु खगेस बेद अस गावत।।
लै Ǖ
Ē Ȣ संग रघुनाथा। चले चाप सायक Ǒ¡ हाथा।।
तब Ǖ Ǔ ĒǕ Ȣ पठावा। ȶͧ जाइ Ǔ बल पावा।।
सन
ु त ȡͧ Đ Ȫ ȡ Ǖ धावा। Ǒ¡ कर चरन ȡǐ समझ
ु ावा।।
सुनु Ǔ ǔ Û¡ Ǒ¡ ͧ ȯ̀ ǕĒ Ȣ ȡ@ते ɮ ȫ बंधु तेज बल सींवा।।
कोसलेस सुत Ǔ रामा। कालहु ȢǓ Ǒ¡ Ȳ ȲĒ ȡ ȡ@
@
दो0-कह ȡͧ सुनु Ȣǽ ͪĤ समदरसी रघन ु ाथ।
ɋ ȡͬ
ȪǑ¡ ȡǑ¡ Ȳतौ ǓǕ होउँ सनाथ।।7।।
–*–*–
अस Ǒ¡ चला महा \ ͧ ȡ Ȣ@तन ृ समान ǕĒ Ȣ Ǒ¡ जानी।।
ͧ ȯउभौ ȡ ȣ \ Ǔ ȡ[। ǑǕ ȡ ȡǐ ¡ ȡ ǓǕ ȡ[@
@
तब ĒǕ Ȣ ǒ होइ भागा। ǔǕç Ĥ ¡ ȡ ė सम लागा।।
ɇजो कहा रघब
ु ीर कृपाला। बंधु न होइ मोर यह काला।।
f Ǿ à
Ǖ ¡ ħ ȡ ȡ दोऊ। ȯǑ¡ ħ Ʌ Ǒ¡ Ȳमारे उँ सोऊ।।
कर परसा ǕĒ Ȣ ȣȡ@तनु भा Ǖͧ गई सब पीरा।।
ȯ ȣ कंठ सुमन कै माला। पठवा ǕǓ बल दे इ ǒ ȡ ȡ@
@
ǕǓ नाना ǒͬ भई लराई। ǒ ओट ȯ Ǒ¡ Ȳरघुराई।।
दो0-बहु छल बल ǕĒ Ȣ कर Ǒ¡ ȱहारा भय ȡǓ @
मारा ȡͧ राम तब ǿ माझ सर ȡǓ @ @
8।।
–*–*–
परा ǒ Ǒ¡ सर के ȡ Ʌ@ ǕǓ ` Ǒ बैठ ȯͨ Ĥ Ǖ] Ʌ@
@
è ȡ गात ͧ जटा बनाएँ। \ ǽ नयन सर चाप चढ़ाएँ।।
ǓǕ ǓǕ ͬ
^ चरन ͬ
ȣÛ¡ ȡ@सफ
ु ल Û माना Ĥ Ǖ
ȢÛ¡ ȡ@
@
ǿ ȱĤ ȢǓ मख
ु बचन कठोरा। बोला ͬ
^ राम ȧ ओरा।।
[हे तु अवतरे हु गोसाई। मारे हु ȪǑ¡ Þ ȡ ȧ नाई।।
ɇȰȣ ǕĒ Ȣ ͪ ] ȡ@अवगुन कबन नाथ ȪǑ¡ मारा।।
अनुज बधू ͬ Ȣ सुत ȡȣ@सुनु सठ Û ȡ सम ए
ȡȣ@
@
^Û¡ Ǒ¡ ǕƧǔç ǒ Ȫ ^ जोई। ȡǑ¡ Ʌकछु पाप न होई।।
मढ़
ु ȪǑ¡ \ Ǔ \ ͧ ȡ ȡ@ ȡǐ ͧ ȡ ͧ न काना।।
मम भुज बल ] ͬĮ ȯǑ¡ जानी। मारा
¡ ͧ अधम \ ͧ ȡ Ȣ@
@
दो0-सुनहु राम è ȡ Ȣ सन चल न
ȡ Ǖȣ Ȫǐ@
Ĥ Ǖअजहूँ ɇपापी अंतकाल Ǔ Ȫǐ@
@9।।
–*–*–
सुनत राम \ Ǔ कोमल बानी। ȡͧ सीस परसेउ Ǔ पानी।।
अचल ɋ तनु राखहु Ĥȡ ȡ@ ȡͧ कहा सुनु Ǚ ȡǓ ȡ ȡ@
@
Û Û ǓǕ जतनु ȡ¡ ȣ@
Ȳ अंत राम Ǒ¡ आवत ȡ¡ ȣȲ@ @
जासु नाम बल संकर कासी। दे त Ǒ¡ सम Ǔ \ ͪ ȡ Ȣ@
@
मम लोचन गोचर सोइ आवा। ¡ Ǖǐ ͩ Ĥ Ǖअस Ǔ Ǒ¡ बनावा।।
छं 0-सो नयन गोचर जासु गुन Ǔ ȯǓ Ǒ¡ Į ǓǕ ȡ ¡ ȣ@
Ȳ
ǔ Ǔ पवन मन गो Ǔ ǐ ǕǓ Ú ȡ कबहुँक ȡ ¡ ȣȲ@ @
ȪǑ¡ ȡǓ \ Ǔ \ ͧ ȡ बस Ĥ Ǖकहे उ राखु ȣ¡ ȣ@
अस कवन सठ ¡ Ǒ ȡǑ Ǖ ǽ ȡǐ ǐǑ¡ Ǘ¡ ȣ@
@1।।
अब नाथ ǐ ǽ ȡ ǒ Ȫ ¡ Ǖदे हु जो बर मागऊँ।
ȯǑ¡ Ȳ ȪǓ Û ɋ [बस तहँ राम पद अनुरागऊँ।।
यह तनय मम सम ǒ बल ã ȡ Ĥ Ĥ Ǖ ȣǔ g@
Ǒ¡ बाहँ सुर नर नाह आपन दास अंगद ȧǔ g@
@2।।
दो0-राम चरन Ǻ± ĤȢǓ ǐ ȡͧ ȧÛ¡ तनु × ȡ @
सम
ु न माल ǔ ͧ कंठ ते ͬ न जानइ नाग।।10।।
–*–*–
राम ȡͧ Ǔ धाम पठावा। नगर लोग सब Þ ȡ Ǖ धावा।।
नाना ǒ ͬ ǒ ȡ कर तारा। छूटे केस न दे ह सँभारा।।
तारा ǒ ȯͨ रघुराया । ȣÛ¡ Ê ȡ ¡ ǐ ȣÛ¡ ȣ माया।।
Ǔ Ǔ जल पावक गगन समीरा। पंच ͬ
\ Ǔ अधम ȣȡ@
@
Ĥ सो तनु तव ] Ʌसोवा। जीव Ǔ × ȯǑ¡ ͬ à
Ǖ ¡ रोवा।।
उपजा Ê ȡ चरन तब लागी। ȣÛ¡ ȯͧ परम Ǔ बर मागी।।
उमा ȡǽ Ȫͪ ȧ नाई। Ǒ¡ नचावत रामु गोसाई।।
तब ĒǕ ȢǑ¡ आयसु ȣÛ¡ ȡ@मत
ृ क [ǒͬ सब ȧÛ¡ ȡ@
@
राम कहा \ Ǖ Ǒ¡ समुझाई। राज दे हु ǕĒ Ȣ Ǒ¡ जाई।।
Ǖ Ǔ चरन नाइ ǐ माथा। चले सकल Ĥȯǐ रघुनाथा।।
दो0- Ǔ तरु त बोलाए पुरजन ǒ Ĥ समाज।
राजु ȣÛ¡ ǕĒ Ȣ कहँ अंगद कहँ जुबराज।।11।।
–*–*–
उमा राम सम Ǒ¡ जग ȡ¡ ȣ@ Ȳ Ǖǽ ͪ Ǖमातु बंधु Ĥ Ǖ ȡ¡ ȣȲ@
@
सुर नर Ǖ
Ǔ सब कै यह ȣ Ȣ@èȡ ȡͬ Ǒ¡ Ȳसब Ĥ Ȣ Ȣ@
@
ȡͧ ğȡ Þ ȡ Ǖ Ǒ राती। तन बहु Ħ ͬ
Ȳ ȡȱजर छाती।।
सोइ Ē
Ǖ Ȣ ȧÛ¡ ͪȡa @\ Ǔ कृपाल रघब ु ीर सभु ाऊ।।
जानतहुँ अस Ĥ Ǖǐ¡ ¡ ȣȲ@काहे न ǒ Ǔ जाल नर ¡ ȣȲ@ @
ǓǕ ĒǕ ȢǑ¡ ȣÛ¡ बोलाई। बहु Ĥ ȡ Ǚ ȢǓ ͧ ȡ_@
@
कह Ĥ Ǖसुनु ǕĒ Ȣ ¡ ȣ ȡ@पुर न जाउँ दस
ȡǐ ȣ ȡ@
@
गत Ē Ȣ बरषा ǐ Ǖआई। Ǒ¡ ¡ `ȱǓ सैल पर छाई।।
अंगद Ǒ¡ करहु à
Ǖ ¡ राजू। संतत ǿ धरे हु मम काजू।।
जब ĒǕ Ȣ भवन ͩ ǐ आए। रामु Ĥ ͬ ǐ पर छाए।।
दो0-Ĥ Ǒ¡ Ȳȯ Û¡ ͬ ǐ गह
ु ा राखेउ ǽͬ
बनाइ।
राम ǙȡǓ ͬ कछु Ǒ बास Ǒ¡ Ȳ ȯआइ।।12।।
–*–*–
संद
ु र बन Ǖ ͧǕ \ Ǔ सोभा। गंज
ु त मधपु Ǔ मधु लोभा।।
कंद मूल फल ğ सुहाए। भए बहुत जब ते Ĥ Ǖआए ।।
ȯͨ मनोहर सैल अनूपा। रहे तहँ अनुज Ǒ¡ सुरभूपा।।
मधक
ु र खग मग
ृ तनु ǐ दे वा। Ǒ¡ Ȳͧ ƨ ǕǓ Ĥ Ǖकै सेवा।।
Ȳ ǽ भयउ बन तब ते । ȧÛ¡ Ǔ ȡ ȡ Ǔ जब ते।।
Ǒ ͧ ȡ \ Ǔ ħǕ सह
ु ाई। सख
ु आसीन तहाँ ɮ ȫ भाई।।
कहत अनुज सन कथा अनेका। Ǔ ǒǓ Ǚ ȢǓ ǒ ȯ ȡ@
@
बरषा काल मेघ नभ छाए। गरजत लागत परम सुहाए।।
दो0- Ǔ दे खु मोर गन नाचत ȡǐ Ȱͨ @
¡Ǚȣ ǒǓ रत हरष जस ǒ ç Ǖभगत कहुँ ȯͨ @
@13।।
–*–*–
घन घमंड नभ गरजत घोरा। ͪĤ ȡ ¡ ȣ डरपत मन मोरा।।
ȡͧ Ǔ दमक रह न घन ȡ¡ ȣȲ@खल कै ĤȢǓ जथा ͬ ȡ¡ ȣȲ@
@
Ǒ¡ Ȳजलद ͧǗ Ǔ \ ȡf ȱ@जथा Ǒ¡ Ȳबध
ु ǒɮ ȡ पाएँ।।
बँद
ू अघात ¡ Ǒ¡ Ȳͬ ǐ ɇ Ʌ। खल के बचन संत सह Ȱ
Ʌ@
@
Ǖġ ȣȲ ǐ
ȣȲतोराई। जस थोरे हुँ धन खल इतराई।।
Ǘͧ परत भा ढाबर पानी। जनु ȢǑ¡ माया लपटानी।।
ͧ Ǒ ͧ Ǒ जल Ǒ¡ Ȳतलावा। ǔ ͧ सदगुन Ï Ǒ¡ Ȳआवा।।
ǐ ȡ जल Ǔ ͬ महुँ जाई। होई अचल ǔ ͧ िजव ¡ ǐ पाई।।
दो0- ¡ ǐ ͧǗ तनृ संकुल ͨǕ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳपंथ।
ǔ ͧ पाखंड बाद Ʌ ǕÜ ¡ ȪǑ¡ Ȳ Ē Ȳ @
@14।।
–*–*–
दादरु ǓǕ चहु Ǒ ȡ सह
ु ाई। बेद ±Ǒ¡ Ȳजनु बटु समदु ाई।।
नव ã भए ǒ अनेका। साधक मन जस ͧ Ʌǒ ȯ ȡ@
@
\ [ जबास पात ǒ Ǖभयऊ। जस सुराज खल ` ɮ गयऊ।।
खोजत कतहुँ ͧ ^ Ǒ¡ Ȳ Ǘȣ@करइ Đ Ȫ ǔ ͧ Ǒ¡ Ǘȣ@
@
ͧ Ȳ Û सोह Ǒ¡ कैसी। ` ȡȣ कै Ȳ Ǔ जैसी।।
Ǔ ͧ तम घन ɮ Ȫ ǒȡ ȡ@जनु Ȳͧ Û¡ कर ͧ ȡ समाजा।।
¡ ȡ ǔǙç
ͧ ǗǑ ͩ ] ȣȲ। ǔ ͧ Ǖ ğȲ भएँ ǒ Ǒ¡ Ȳ ȡȣȲ@
@
कृषी Ǔ ȡǑ¡ Ȳचतरु ͩ ȡ ȡ@ǔ ͧ बुध Ǒ¡ Ȳमोह मद माना।।
ȯͨ \
Đ ȡ खग ȡ¡ ȣȲ@ ͧ Ǒ¡ पाइ ǔ ͧ [ ȡ¡ ȣȲ@
@
ऊषर बरषइ तन
ृ Ǒ¡ Ȳजामा। ǔ ͧ ¡ ǐ Ǒ¡ ȱउपज न कामा।।
ǒǒ जंतु संकुल Ǒ¡ ħ ȡ ȡ@Ĥ ȡ बाढ़ ǔ ͧ पाइ सरु ाजा।।
जहँ तहँ रहे ͬ ͩ नाना। ǔ ͧ ^ȲǑġ गन ` ɅÊ ȡ ȡ@
@
दो0-कबहुँ Ĥ बह ȡǽ जहँ तहँ मेघ ǒ ȡǑ¡ @Ȳ
ǔ ͧ कपूत के ` Ʌकुल ƨ [ ȡǑ¡ @
Ȳ@
15(क)।।
कबहुँ Ǒ महँ Ǔ ǒ° तम कबहुँक Ĥ पतंग।
ǒ ^ उपजइ Ê ȡ ǔ ͧ पाइ कुसंग ससु ंग।।15(ख)।।
–*–*–
बरषा ǒ सरद ǐ Ǖआई। Ǔ दे खहु परम सुहाई।।
Ǘ Ʌकास सकल Ǒ¡ छाई। जनु बरषाँ कृत Ĥ बढ़
ु ाई।।
` Ǒ \ ǔè पंथ जल सोषा। ǔ ͧ Ȫ Ǒ¡ सोषइ संतोषा।।
ǐ ȡ सर Ǔ [ जल सोहा। संत ǿ जस गत मद मोहा।।
रस रस सूख ǐ सर पानी। ममता × ȡ Ǒ¡ Ȳǔ ͧ Ê ȡ Ȣ@
@
ȡǓ सरद ǐ Ǖखंजन आए। पाइ समय ǔ ͧ सुकृत सुहाए।।
पंक न रे नु सोह \ ͧ धरनी। ȢǓ Ǔ Ǖ नप
ृ कै ͧ करनी।।
जल संकोच ǒ भइँ मीना। अबध
ु कुटुंबी ǔ ͧ ¡ ȣ ȡ@
@
ǒ Ǖधन Ǔ [ सोह अकासा। ¡ ǐ इव ǐ¡ ǐ सब आसा।।
कहुँ कहुँ ǔǙç ȡȣ Ȫȣ@कोउ एक पाव Ǔ ǔ ͧ Ȫȣ@
@
दो0-चले ¡ ͪ तिज नगर नप ृ तापस Ǔ ͧ ȡǐ@
ǔ ͧ ¡ ǐ पाइ Į Ǒ¡ ] Į Ȣ
ȡǐ@
@16।।
–*–*–
सख
ु ी मीन जे नीर अगाधा। ǔ ͧ ¡ ǐ सरन न एकउ बाधा।।
Ǘ Ʌकमल सोह सर कैसा। Ǔ Ǖ[ Ħ à¡ सगुन भएँ जैसा।।
गुंजत मधक
ु र मुखर अनूपा। सुंदर खग रव नाना Ǿ ȡ@
@
Đ ȡ मन दख
ु Ǔ ͧ पैखी। ǔ ͧ Ǖ [ पर Ȳ Ǔ दे खी।।
चातक रटत तष
ृ ा \ Ǔ j ¡ ȣ@ǔ ͧ सख
ु लहइ न Ȳ ġȪ¡ ȣ@
@
सरदातप Ǔ ͧ ͧ अपहरई। संत दरस ǔ ͧ पातक टरई।।
ȯͨ इंद ु चकोर समद
ु ाई। ͬ
Ǒ¡ Ȳǔ ͧ ¡ ǐ ¡ ǐ पाई।।
मसक दं स बीते Ǒ¡ ğȡ ȡ@ǔ ͧ ɮͪ ġȪ¡ ͩ f ȱकुल नासा।।
दो0- Ǘͧ जीव संकुल रहे गए सरद ǐ Ǖपाइ।
सदगुर ͧ ȯ ȡǑ¡ Ȳǔ ͧ संसय ħ समुदाइ।।17।।
–*–*–
बरषा गत Ǔ [ ǐ Ǖआई। Ǖͬ न तात सीता कै पाई।।
एक बार कैसेहुँ Ǖͬ ȡ ɋ@कालहु जीत Ǔ ͧ महुँ ] ɋ@
@
कतहुँ रहउ ɋ ȢǓ होई। तात जतन ǐ आनेउँ सोई।।
ĒǕ Ȣ ¡ Ǖȱ ͬǕ Ȫǐ ǒ ȡȣ@पावा राज कोस परु ȡȣ@
@
ȯǑ¡ Ȳसायक मारा ɇ ȡ ȣ@ ȯǑ¡ Ȳसर ¡ ɋ मूढ़ कहँ ȡ ȣ@
@
जासु कृपाँ Ǘ¡ ȣȲमद मोहा। ता कहुँ उमा ͩ सपनेहुँ कोहा।।
ȡ Ǒ¡ Ȳयह
ǐğ ǕǓ Ê ȡ Ȣ@ǔ Û¡ रघब
ु ीर चरन Ǔ मानी।।
Ǔ Đ Ȫ Ȳ Ĥ Ǖजाना। धनष
ु चढ़ाइ गहे कर बाना।।
दो0-तब \ Ǖ Ǒ¡ समझ
ु ावा Ǖ Ǔ ǽ ȡ सींव।।
भय दे खाइ लै आवहु तात सखा ǕĒ Ȣ@ @18।।
–*–*–
इहाँ पवनसत ु ǿ ȱǒ
ȡȡ@राम काजु ĒǕ Ȣ ȱǒ ȡȡ@
@
Ǔ जाइ
ǔÛ¡ ͧ ǽ नावा।
ȡǐ¡ Ǖǒ ͬ ȯǑ¡ Ǒ¡ समुझावा।।
ǕǓ ǕĒ Ȣ ȱपरम भय माना। ǒ ȱमोर ¡ ǐ ȣÛ¡ ȯ̀ Ê ȡ ȡ@
@
अब ȡǽ Ǖ दत
ू समूहा। पठवहु जहँ तहँ बानर जूहा।।
कहहु पाख महुँ आव न जोई। ȪɅकर ता कर बध होई।।
तब हनम ु ंत बोलाए दत ू ा। सब कर ǐ सनमान बहूता।।
भय \ ǽ ĤȢǓ ȢǓ दे खाई। चले सकल
ǔÛ¡ ͧ नाई।।
f Ǒ¡ अवसर Ǔ पुर आए। Đ Ȫ ȯͨ जहँ तहँ ͪ धाए।।
दो0-धनुष चढ़ाइ कहा तब ȡǐ करउँ पुर छार।
Þ ȡ Ǖ नगर ȯͨ तब आयउ ȡͧ Ǖ ȡ@ @
19।।
–*–*–
चरन नाइ ͧ ǽ ǒ Ȣ ȧÛ¡ ȣ@ Ǔ अभय बाँह ȯǑ¡ ȣÛ¡ ȣ@
@
Đ Ȫ Ȳ Ǔ ǕǓ काना। कह कपीस \ Ǔ भयँ अकुलाना।।
सन
ु ु हनम
ु ंत संग लै तारा। ǐ ǒ Ȣ समझ
ु ाउ कुमारा।।
तारा Ǒ¡ जाइ हनम
ु ाना। चरन ȲǑ Ĥ Ǖसज
ु स बखाना।।
ǐ ǒ Ȣ ȲǑ लै आए। चरन ȡǐ पलँ ग बैठाए।।
तब कपीस
ǔÛ¡ ͧ ǽ नावा। Ǒ¡ भुज Ǔ कंठ लगावा।।
नाथ ǒ सम मद कछु ȡ¡ ȣȲ@ ǕǓ मन मोह करइ छन ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
सन
ु त ǒ Ȣ बचन सख
ु पावा। Ǔ ȯǑ¡ बहु ǒͬ समझ ु ावा।।
पवन तनय सब कथा सन ु ाई। ȯǑ¡ ǒ ͬ गए दत ू समदु ाई।।
दो0-¡ ͪ चले Ǖ
Ē Ȣ तब \ Ȳ ȡǑ ͪ साथ।
रामानुज ] Ʌ ǐ आए जहँ रघुनाथ।।20।।
–*–*–
नाइ चरन ͧ ǽ कह कर Ȫȣ@नाथ ȪǑ¡ कछु ȡǑ¡ Ȫȣ@
@
\ Ǔ Ĥ दे व तब माया। छूटइ राम करहु ɋ दाया।।
ǒ è सुर नर ǕǓ èȡ Ȣ@ ɇपावँर पसु ͪ \ Ǔ कामी।।
ȡǐ नयन सर ȡǑ¡ न लागा। घोर Đ Ȫ तम Ǔ ͧ जो जागा।।
लोभ पाँस ȯǑ¡ Ȳगर न बँधाया। सो नर à
Ǖ ¡ समान रघरु ाया।।
यह गन
ु साधन Ʌ Ǒ¡ Ȳहोई। à
Ǖ ¡ ȣ कृपाँ पाव कोइ कोई।।
तब Ǖ Ǔ बोले मुसकाई। à
Ǖ ¡ ͪĤ ȪǑ¡ भरत ǔ ͧ भाई।।
अब सोइ जतनु करहु मन लाई। ȯǑ¡ ǒͬ सीता कै Ǖͬ पाई।।
दो0- f Ǒ¡ ǒͬ होत ¡ ȣ आए बानर जूथ।
नाना बरन सकल Ǒͧ ȯͨ \ ȧ ǽ @ @21।।
–*–*–
बानर कटक उमा Ʌदे खा। सो ǽǗ जो करन चह लेखा।।
आइ राम पद ȡǑ¡ Ȳमाथा। Ǔ ͨ बदनु सब ¡ ȪǑ¡ Ȳसनाथा।।
अस ͪ एक न सेना ȡ¡ ȣȲ@राम कुसल ȯǑ¡ Ǘ Ȥ ȡ¡ ȣȲ@
@
यह कछु Ǒ¡ ȲĤ Ǖकइ \ ͬ ȡ_@ǒ èǾ Þ ȡ रघुराई।।
ठाढ़े जहँ तहँ आयसु पाई। कह ǕĒ Ȣ Ǒ¡ समुझाई।।
राम काजु \ ǽ मोर Ǔ ¡ Ȫȡ@बानर जूथ जाहु चहुँ ओरा।।
जनकसत ु ा कहुँ खोजहु जाई। मास Ǒ महँ आएहु भाई।।
\ ͬ ȯǑ जो ǒ Ǖ ͬǕ पाएँ। आवइ Ǔ Ǒ¡ सो ȪǑ¡ मराएँ।।
दो0- बचन सुनत सब बानर जहँ तहँ चले तरु ं त ।
तब ǕĒ Ȣ ȱबोलाए अंगद नल हनुमंत।।22।।
–*–*–
सुनहु नील अंगद हनुमाना। जामवंत Ǔ Ȣ सुजाना।।
सकल सुभट ͧ ͧ ǔÍ जाहू। सीता Ǖͬ पँछ
ू े उ सब काहू।।
मन Đ बचन सो जतन ǒ
ȡȯ¡ Ǖ@ȡ
ġȲ कर काजु सँवारे हु।।
भानु ȢǑ सेइअ उर आगी। è ȡͧ Ǒ¡ [भाव छल × ȡ Ȣ@
@
तिज माया सेइअ परलोका। ͧ Ǒ¡ Ȳसकल भव संभव सोका।।
दे ह धरे कर यह फलु भाई। भिजअ राम सब काम ǒ ¡ ȡ_@
@
सोइ Ǖ Ê सोई बड़भागी । जो रघुबीर चरन अनुरागी।।
आयसु ȡͬ चरन ͧ ǽ नाई। चले ¡ ͪ Ǖͧ रघुराई।।
ȡ Ʌपवन तनय ͧ ǽ नावा। ȡǓ काज Ĥ ǕǓ बोलावा।।
परसा सीस Ȫǽ¡ पानी। ǑǕġ ȡ ȣǔÛ¡ जन जानी।।
बहु Ĥ ȡ Ȣ Ǒ¡ समझ
ु ाएहु। Ǒ¡ बल ǒ ¡ ȯͬ à
Ǖ ¡ आएहु।।
हनुमत Û सुफल ǐ माना। चलेउ ǿ ȱ ǐ Ǚ ȡǓ ȡ ȡ@@
ɮ ͪ Ĥ Ǖजानत सब बाता। ȡ ȢǓ राखत Ǖğȡ ȡ@
@
दो0-चले सकल बन खोजत ǐ ȡ सर ͬ ǐ खोह।
राम काज ȣ मन ǒ ȡ तन कर छोह।।23।।
–*–*–
कतहुँ होइ Ǔ ͧ
ɇभेटा। Ĥ ȡ ȯǑ¡ Ȳएक एक चपेटा।।
बहु Ĥ ȡ ͬ ǐ कानन ¡ ȯǑ¡ @
Ȳ कोउ ǓǕ ͧ ȡǑ¡ सब ȯǑ¡ @
Ȳ@
ȡͬ तष ृ ा \ Ǔ अकुलाने। ͧ ^ न जल घन गहन भल ु ाने।।
मन हनुमान ȧÛ¡ अनुमाना। मरन चहत सब ǒ Ǖजल पाना।।
Ǒ± ͬ ǐ ͧ चहूँ Ǒͧ दे खा। Ǘͧ ǒǒ एक कौतकु पेखा।।
Đ ȡ बक हं स ` °ȡ¡ ȣȲ@बहुतक खग Ĥ ǒ Ǒ¡ Ȳ ȯǑ¡ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
ͬ ǐ ते ` ǐ पवनसत ु आवा। सब कहुँ लै सोइ ǒ दे खावा।।
] Ʌकै ¡ Ǖ Ȳ Ǒ¡ ȣÛ¡ ȡ@पैठे ǒ ǒ Ȳ Ǖन ȧÛ¡ ȡ@
@
दो0-ȣ जाइ उपवन बर सर ǒ ͧ बहु कंज।
ȲǑ एक ǽͬ
तहँ ȰǑ ȡǐ तप पुंज।।24।।
–*–*–
ǐǗ ते ȡǑ¡ ǔÛ¡ ͧ नावा। Ǘ ɅǓ ×
Ǚ ȡȲ सन
ु ावा।।
ȯǑ¡ Ȳतब कहा करहु जल पाना। खाहु सुरस सुंदर फल नाना।।
Ï Ǖ ȧÛ¡ मधरु फल खाए। तासु Ǔ ǕǓ सब
ͧ आए।।
ȯǑ¡ Ȳसब ] Ǔ कथा सुनाई। ɇअब जाब जहाँ रघुराई।।
मद
ू हु नयन ǒ तिज जाहू। पैहहु Ȣ Ǒ¡ Ǔ Ǔ ȡ¡ Ǘ@ @
नयन ǑǗ ǓǕ ȯ Ǒ¡ Ȳबीरा। ठाढ़े सकल ͧ Ȳ ǕɅतीरा।।
सो ǕǓ गई जहाँ रघुनाथा। जाइ कमल पद ȡf ͧ माथा।।
नाना ȡȱǓ ǒ ȯǑ¡ Ȳ ȧÛ¡ ȣ@अनपायनी Ǔ Ĥ ǕȣÛ¡ ȣ@
@
दो0-ȣ कहुँ सो गई Ĥ Ǖ\ Ê ȡ ǐ सीस ।
उर ǐ राम चरन जग ु जे बंदत अज ईस।।25।।
–*–*–
इहाँ ǒ
ȡǑ¡ Ȳ ͪ मन ȡ¡ ȣ@
Ȳ बीती \ ͬ काज कछु ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
सब ͧ ͧ ¡ Ǒ¡ Ȳè बाता। ǒ Ǖ ͬǕ लएँ करब का ħ ȡ ȡ@
@
कह अंगद लोचन ǐ ȡȣ@दहु ु ँ Ĥ ȡ भइ ×
Ǚ Ǖ¡ ȡȣ@
@
इहाँ न Ǖͬ सीता कै पाई। उहाँ गएँ ȡǐǑ¡ ͪ ȡ_@
@
ͪ ȡ बधे पर मारत Ȫ¡ ȣ@राखा राम Ǔ ¡ Ȫ न j ¡ ȣ@
@
ǕǓ ǕǓ अंगद कह सब ȡ¡ ȣȲ@मरन भयउ कछु संसय ȡ¡ ȣȲ@
@
अंगद बचन सन
ु त ͪ बीरा। Ȫͧ न Ǒ¡ Ȳनयन बह नीरा।।
छन एक सोच मगन होइ रहे । ǓǕ अस वचन कहत सब भए।।
हम सीता कै ͬǕ ͧ Û¡ Ʌǒ ȡ@ Ǒ¡ Ȳ ¡ɇɇजब
ु राज Ĥ Ȣ ȡ@
@
अस Ǒ¡ लवन ͧ Ȳ Ǖतट जाई। बैठे ͪ सब [डसाई।।
जामवंत अंगद दख
ु दे खी। Ǒ¡ Ȳकथा उपदे स ǒ ȯ Ȣ@
@
तात राम कहुँ नर Ǔ मानहु। Ǔ Ǖ[ Ħ à¡ अिजत अज जानहु।।
दो0-Ǔ ^Í ȡ Ĥ Ǖअवतरइ सरु Ǒ¡ गो ɮͪ ȡͬ @
सगन ु उपासक संग तहँ ¡ Ǒ¡ Ȳ ȪÍ सब × ȡͬ @ @26।।
–*–*–
f Ǒ¡ ǒͬ कथा ¡ Ǒ¡ बहु भाँती ͬ ǐ कंदराँ सन
ु ी संपाती।।
बाहे र होइ ȯͨ बहु ȧ ȡ@ ȪǑ¡ अहार ȣÛ¡ ȣ ȡ@
@
आजु Ǒ¡ कहँ Í करऊँ। Ǒ बहु चले अहार ǒ Ǖमरऊँ।।
कबहुँ न ͧ ǐ उदर अहारा। आजु ȣÛ¡ ǒ ͬ f Ǒ¡ Ȳबारा।।
डरपे गीध बचन ǕǓ काना। अब भा मरन × हम जाना।।
ͪ सब उठे गीध कहँ दे खी। जामवंत मन सोच ǒ ȯ Ȣ@
@
कह अंगद ǒ
ȡǐ मन ȡ¡ ȣȲ@ Û जटायू सम कोउ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
राम काज कारन तनु × ȡ Ȣ । ¡ ǐ परु गयउ परम बड़ भागी।।
ǕǓ खग हरष सोक जुत बानी । आवा Ǔ ͪÛ¡ भय मानी।।
Ǔ Û¡ Ǒ¡ अभय ǐ Ǘ ȯͧ जाई। कथा सकल Ǔ Û¡ ȡǑ¡ सुनाई।।
ǕǓ Ȳ ȡǓ बंधु कै करनी। Ǖ Ǔ Ǒ¡ ȡ ǒǕ ͬ बरनी।।
दो0- ȪǑ¡ लै जाहु ͧ Ȳ Ǖ दे उँ Ǔ ȡȲ ͧ ȡǑ¡ ।
बचन सहाइ ͪ ɇपैहहु खोजहु ȡǑ¡ ।।27।।
–*–*–
अनुज ͩĐ ȡ ǐ सागर तीरा। Ǒ¡ Ǔ कथा सुनहु ͪ बीरा।।
हम ɮ ȫ बंधु Ĥ ǽ ȡ_ । गगन गए ǒ Ǔ उडाई।।
तेज न Ǒ¡ सक सो ͩ ǐ आवा । मै \ ͧ ȡ Ȣ ǒ Ǔ \ ȡ ȡ ।।
जरे पंख \ Ǔ तेज अपारा । परे उँ ͧǗ ǐ घोर ͬ
ȡȡ ।।
ǓǕ एक नाम
ġȲ ȡ j ¡ ȣ@लागी दया दे खी ǐ Ȫ¡ ȣ@
@
बहु Ĥ ȡ ɅǑ¡ Ê ȡ सुनावा । ȯǑ¡ Ǔ \ ͧ ȡ Ȣ छड़ावा ।।
ğȯ
ȡȱĦé मनुज तनु ǐ¡ ȣ@तासु ȡǐ Ǔ ͧ
Ǔ ¡ ǐ¡ ȣ@ @
तासु खोज ^Ǒ¡ Ĥ Ǘदत
ू ा। Ǔ Û¡ Ǒ¡ ͧ Ʌ ɇहोब पुनीता।।
ͧ ¡ Ǒ¡ Ȳपंख ͧ Ǔ ͬ
Ȳ ȡ । Ǔ Û¡ Ǒ¡ दे खाइ दे हेसु ɇसीता।।
ǓǕ कइ ͬ ȡ × भइ आजू । ǓǕ मम बचन करहु Ĥ Ǖकाज।ू ।
ͬ ǐ ǒğ Ǘ ऊपर बस लंका । तहँ रह रावन सहज असंका ।।
तहँ असोक उपबन जहँ रहई ।। सीता ȰǑ सोच रत अहई।।
दो- ɇदे खउँ Ǖà¡ ȡǑ¡ Ȣ Ǒ¡ ǔç अपार।।
बढ
ू भयउँ न त करतेउँ कछुक सहाय à
Ǖ ¡ ȡ@
@28।।
जो नाघइ सत जोजन सागर । करइ सो राम काज Ǔ आगर ।।
ȪǑ¡ ǒ Ȫͩ धरहु मन धीरा । राम कृपाँ कस भयउ ȣȡ@ @
ȡͪ` जा कर नाम Ǖͧ ¡ ȣȲ@\ Ǔ अपार भवसागर ¡ ȣȲ@
@
तासु दत
ू à
Ǖ ¡ तिज कदराई। राम ǿ ȱ ǐ करहु उपाई।।
अस Ǒ¡ ǽ° गीध जब गयऊ। Ǔ Û¡ Ʌ मन \ Ǔ ǒ भयऊ।।
Ǔ Ǔ बल सब काहूँ भाषा। पार जाइ कर संसय राखा।।
जरठ भयउँ अब कहइ ǐ ȯ ȡ@ Ǒ¡ Ȳतन रहा Ĥ बल लेसा।।
Ǒ¡ ȲǒğǒĐ भए ȡȣ@तब ɇ ǽ रहे उँ बल ȡȣ@
@
दो0- ͧ बाँधत Ĥ Ǖबाढे उ सो तनु Ǔ न जाई।
उभय ȣ महँ ȣÛ¡ ȣ सात ĤǔÍ धाइ।।29।।
–*–*–
अंगद कहइ जाउँ ɇपारा। िजयँ संसय कछु ͩ Ȣ बारा।।
जामवंत कह à
Ǖ ¡ सब लायक। पठइअ ͩ ͧ सब ¡ ȣ कर नायक।।
कहइ ȣ Ǔ सुनु हनुमाना। का चप
ु ȡͬ रहे हु बलवाना।।
पवन तनय बल पवन समाना। Ǖͬ ǒ ȯ ǒÊ ȡ Ǔ ȡ ȡ@ @
कवन सो काज Ǒ जग ȡ¡ ȣȲ@जो Ǒ¡ Ȳहोइ तात à
Ǖ ¡ ȡ¡ ȣȲ@
@
राम काज ͬ तब अवतारा। Ǖ Ǒ¡ Ȳभयउ [ ȡ ȡȡ@
@
कनक बरन तन तेज ǒȡ ȡ@मानहु अपर ͬ ǐÛ¡ कर राजा।।
ͧ ¡Ȳ ȡ ǐ ȡǑ¡ Ȳबारा। ȣ ¡ ȣȲनाषउँ Ǔ ͬ खारा।।
Ǒ¡ सहाय ȡ Ǒ¡ ȡȣ@आनउँ इहाँ ǒğ Ǘ ` ȡȣ@
@
जामवंत ɇपँछ
ू उँ Ȫ¡ ȣ@` ͬ
ͧ ȡ Ǖȣ ¡ Ǖ Ȫ¡ ȣ@
@
एतना करहु तात à
Ǖ ¡ जाई। Ȣ Ǒ¡ ȯͨ कहहु ͬǕ आई।।
तब Ǔ भज
ु बल रािजव नैना। कौतक ु ȡͬ संग ͪ सेना।।
छं 0– ͪ सेन संग ȱ ȡǐ Ǔ ͧ
रामु Ȣ Ǒ¡ ] Ǔ ¡ ɇ@
ğȰ
Ȫ पावन सुजसु सुर ǕǓ ȡȡǑ ȡǓ ¡ ɇ@
@
जो सुनत गावत कहत समुझत परम पद नर पावई।
रघुबीर पद पाथोज मधक
ु र दास तल
ु सी गावई।।
दो0-भव भेषज रघुनाथ जसु Ǖ Ǒ¡ जे नर \ ǽ ȡǐ@
Ǔ Û¡ कर सकल मनोरथ ͧ ƨ ǐǑ¡ ǒğͧ ȡǐ@
@30(क)।।
सो0- Ȣ Ȫ× तन è ȡ काम ȪǑ सोभा \ ͬ @
ǓǕ \ तासु गन
ु Ē ȡ जासु नाम अघ खग ͬ @
@30(ख)।।
मासपारायण, तेईसवाँ ͪĮ ȡ
—————-
^Ǔ Į Ȣ ġȡ
ǐ ȡ ȯ ͧ Ǖ ͪÚ Ȳ ȯ
Ǖ [सोपानः ȡÜ Ȭ@
(ͩ ǔç Û ȡ ȡÖ ȡÜ )
ǕÛ ȡÖ
Į Ȣȡ
ǐ ȡ
~~~~~~~~
Ñ
सोपान
Û
Ǖ ȡÖ
æ Ȫ
ȡÛ Ȳ ȡæ Ĥ ȯ ȲǓ ȡ[ ȡǔÛ ĤȲ
Ħé ȡ à Ǖ ȢÛġ ȯå Ǔ Ȳȯ ȡÛ ȯɮ Ȳͪ Ǖ Q
।
ȡ ȡÉ Ȳ ȣæȲ Ǖ ǕǽȲ ȡ ȡ ç
Ǖ Ȳ¡ ǐȲ
ÛȯM¡ Ȳ ǽ ȡ Ȳरघव
ु रं Ǘ ȡ
°Ǘ ȡ ͨ @
@
Q1।।
ȡÛ ȡ è ¡Ǚȡ रघप
ु ते ǿ ȯMè ȣ ȯ
× Ȳȡͧ च ȡ ͨ ȡÛ ȡ× ȡ@
ǔÈ ȲĤ Í Ǖ Ǖɨ Ǔ [ ȡȲमे
ȡ ȡǑȪǑ¡ Ȳ Ǖǽ मानसं च।।2।।
\ ͧǕ ȡ Ȳहे मशैलाभदे हं
दनज
ु वनकृशानंु £ ȡǓ ȡ Ē Ö @
Q
Ǖ Ǔ ȡ Ȳवानराणामधीशं
Ǖ Ǔ ͪĤ È Ȳवातजातं ȡͧ @
।3।।
जामवंत के बचन सह
ु ाए। ǓǕ हनम
ु ंत ǿ \ Ǔ भाए।।
तब ͬ ȪǑ¡ ǐ ȯ¡Ǖ à
Ǖ ¡ भाई। Ǒ¡ दख
ु कंद मल ू फल खाई।।
जब ͬ ] ɋ Ȣ Ǒ¡ दे खी। ¡ Ȫ^Ǒ¡ काजु ȪǑ¡ हरष ǒ ȯ Ȣ@
@
यह Ǒ¡ नाइ ǔÛ¡ कहुँ माथा। चलेउ ¡ ͪ Ǒ¡ ȱ ǐ रघन
ु ाथा।।
ͧ Ȳ Ǖतीर एक भूधर सुंदर। कौतक
ु ǗǑ चढ़े उ ता ऊपर।।
बार बार रघब
ु ीर ȱ ȡȣ@तरकेउ पवनतनय बल ȡȣ@
@
ȯǑ¡ Ȳͬ ǐ चरन दे इ हनम
ु ंता। चलेउ सो गा पाताल तरु ं ता।।
ǔ ͧ अमोघ Ǖ Ǔ कर बाना। f ¡ ȣ ȡȱǓ चलेउ हनम
ु ाना।।
Ǔ ͬ Ǖ Ǔ दत
ू ǒ
ȡȣ@ ɇमैनाक ¡ ȪǑ¡ Į ¡ ȡȣ@
@
दो0- हनूमान ȯǑ¡ परसा कर ǕǓ ȧÛ¡ Ĥ ȡ @
राम काजु ȧÛ¡ Ʌǒ Ǖ ȪǑ¡ कहाँ ǒĮ ȡ @
@1।।
–*–*–
जात पवनसुत ȯ Û¡ दे खा। ȡ ɇकहुँ बल Ǖͪƨ ǒ ȯ ȡ@
@
सुरसा नाम \ Ǒ¡ Û¡ कै माता। ^ǔÛ¡ आइ ¡ ȣ ȯǑ¡ Ȳबाता।।
आजु ǕÛ¡ ȪǑ¡ ȣÛ¡ अहारा। सन
ु त बचन कह पवनकुमारा।।
राम काजु ǐ ͩ ǐ ɇ] ɋ@सीता कइ ͬǕ Ĥ ǑǕ¡ Ǖ ȡ ɋ@
@
तब तव बदन ȰǑ ¡ `ȱआई। × कहउँ ȪǑ¡ जान दे माई।।
कबनेहुँ जतन दे इ Ǒ¡ Ȳजाना। Ē ͧ न ȪǑ¡ कहे उ हनुमाना।।
जोजन ǐ ȯǑ¡ Ȳबदनु पसारा। ͪ तनु ȧÛ¡ दग
ु ुन ǒè ȡȡ@
@
सोरह जोजन मख
ु ȯǑ¡ Ȳठयऊ। तरु त पवनसत
ु ǔ× भयऊ।।
जस जस सरु सा बदनु बढ़ावा। तासु दन
ू ͪ Ǿ दे खावा।।
सत जोजन ȯǑ¡ Ȳआनन ȧÛ¡ ȡ@\ Ǔ लघु Ǿ पवनसुत ȣÛ¡ ȡ@
@
बदन ^Ǒ ǕǓ बाहे र आवा। मागा ǒȡ ȡǑ¡ ͧ ǽ नावा।।
ȪǑ¡ ǕÛ¡ ȯǑ¡ ȡͬ पठावा। Ǖͬ बल मरमु तोर मै पावा।।
दो0-राम काजु सबु ǐ¡ ¡ Ǖ à
Ǖ ¡ बल ͪǕƨ Ǔ ȡ @
] ͧ दे ह गई सो ¡ ͪ चलेउ हनम ु ान।।2।।
–*–*–
Ǔ ͧ
ǐ एक ͧ Ȳ Ǖमहुँ रहई। ǐ माया नभु के खग गहई।।
जीव जंतु जे गगन ` °ȡ¡ ȣȲ
@जल ǒ Ȫͩ Ǔ Û¡ कै ǐ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
गहइ छाहँ सक सो न उड़ाई। f Ǒ¡ ǒ ͬ सदा गगनचर खाई।।
सोइ छल हनूमान कहँ ȧÛ¡ ȡ@तासु कपटु ͪ Ǖ Ǒ¡ Ȳ
ȢÛ¡ ȡ@
@
ȡǑ¡ ȡǐ ȡǽ Ǖ बीरा। ȡǐͬ पार गयउ Ǔ Ȣȡ@
@
तहाँ जाइ दे खी बन सोभा। गुंजत
Ȳ ȣ मधु लोभा।।
नाना ǽ फल फूल सह
ु ाए। खग मग
ृ बंद
ृ ȯͨ मन भाए।।
सैल ǒ ȡ ȯͨ एक ] Ʌ@ता पर धाइ चढे उ भय × ȡ Ʌ@
@
उमा न कछु ͪ कै \ ͬ ȡ_@Ĥ ǕĤ ȡ जो ȡ Ǒ¡ खाई।।
ͬ ǐ पर
Ǒ लंका ȯǑ¡ Ȳदे खी। Ǒ¡ न जाइ \ Ǔ Ǖ [ǒ ȯ Ȣ@
@
\ Ǔ उतंग Ǔ ͬ चहु पासा। कनक कोट कर परम Ĥ ȡ ȡ@
@
छं =कनक कोट ǒͬ
ğ Ǔ कृत संद
ु रायतना घना।
` ¡ ͠ ¡ ͠ Ǖ ͠ बीथीं
ȡǽ परु बहु ǒͬ बना।।
गज बािज Í
Ǔ पदचर रथ Ǿ ͬ Û¡ को गनै।।
¡ ǕǾ Ǔ ͧ
जूथ \ Ǔ सेन बरनत Ǒ¡ Ȳबनै।।1।।
बन बाग उपबन ȡǑ ȡ सर कूप बापीं Ȫ¡ ¡ ȣȲ@
नर नाग सुर Ȳ [ Û ȡ Ǿ ǕǓ मन Ȫ¡ ¡ ȣȲ@
@
कहुँ माल दे ह ǒ ȡ सैल समान \ Ǔ ¡[ ȣȲ@
नाना \ ȡȯÛ¡ ͧ Ǒ¡ Ȳबहु ǒ ͬ एक f Û¡ ¡[ ȣȲ@
@2।।
ǐ जतन भट ȪǑÛ¡ ǒ तन नगर चहुँ Ǒͧ Í ¡ ȣ@
Ȳ
कहुँ Ǒ¡ मानषु धेनु खर अज खल Ǔ ȡ
Í ¡ ȣȲ
@@
f Ǒ¡ ȡͬ तलु सीदास ^Û¡ ȧ कथा कछु एक है ¡ ȣ@
रघुबीर सर तीरथ ȣǔÛ¡ × ȡͬ Ǔ Ȱ¡ Ǒ¡ Ȳ ¡ ȣ@
@3।।
दो0-पुर रखवारे ȯͨ बहु ͪ मन ȧÛ¡ ǒ
ȡ@
\ Ǔ लघु Ǿ ɋ Ǔ ͧ नगर ɋ पइसार।।3।।
–*–*–
मसक समान Ǿ ͪ ȣ@ Ȳ Ǒ¡ चलेउ Ǖͧ ǐ ¡ ȣ@
@
नाम Ȳͩ Ȣ एक Ǔ ͧ
ȣ@सो कह
ȯͧ ȪǑ¡ Ǔ Ȳȣ@
@
ȡ ȯǑ¡ ¡ ȣȲमरमु सठ मोरा। मोर अहार जहाँ ͬ चोरा।।
ǑǕ ȡ एक महा ͪ हनी। ǽͬ बमत धरनीं ढनमनी।।
ǕǓ Ȳ ȡǐ ` Ǒ सो लंका। Ȫǐ ȡǓ कर ǒ संसका।।
जब ȡ Ǒ¡ Ħé बर ȣÛ¡ ȡ@चलत ǒ Ȳͬ
कहा ȪǑ¡
ȢÛ¡ ȡ@
@
ǒ ¡ Ȫͧ ɇ ͪ Ʌमारे । तब जानेसु Ǔ ͧ
संघारे ।।
तात मोर \ Ǔ Û
Ǖ बहूता। दे खेउँ नयन राम कर दतू ा।।
दो0-तात è [\ [सख
ु ǐ\ तल ु ा एक अंग।
तलू न ȡǑ¡ सकल ͧ ͧ जो सख
ु लव सतसंग।।4।।
–*–*–
Ĥǒ ͧ नगर ȧ ȯसब काजा। ǿ ȱȡͨ कौसलपरु राजा।।
गरल सुधा ǐ Ǖ Ǒ¡ Ȳͧ ȡ_@गोपद ͧ Ȳ Ǖअनल ͧ ȡ_@
@
ǽ° Ǖ ȯǽ रे नू सम ȡ¡ ȣ@राम कृपा ǐ ͬ
ȡ ȡ¡ ȣ@
@
\ Ǔ लघु Ǿ धरे उ हनुमाना। पैठा नगर Ǖͧ ǐ भगवाना।।
ȲǑ Ȳ
Ǒ ĤǓ ǐ सोधा। दे खे जहँ तहँ \ Ǔ जोधा।।
गयउ दसानन ȲǑ ȡ¡ ȣȲ@\ Ǔ ǒ ͬ
ğ Ǒ¡ जात सो ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
सयन ͩ f दे खा ͪ ȯ¡ ȣ@ ȲǑ महुँ न ȣͨ Ȱȯ¡ ȣ@
@
भवन एक ǕǓ ȣ सुहावा। ¡ ǐ ȲǑ तहँ ͧ Û बनावा।।
दो0-रामायुध \ Ȳͩ गह
ृ सोभा Ǔ न जाइ।
नव Ǖ ͧ ȡ बंद
ृ तहँ ȯͨ ¡ ͪ ͪȡ^@ @5।।
–*–*–
लंका Ǔ ͧ
Ǔ Ǔ ȡ ȡ@इहाँ कहाँ Ï कर बासा।।
मन महुँ तरक करै ͪ लागा। ȯ¡ ȣȲसमय ǒ Ȣ Ǖजागा।।
राम राम ȯǑ¡ Ȳ ͧǕ ȧÛ¡ ȡ@ǿ ȱहरष ͪ Ï
ȢÛ¡ ȡ@
@
f Ǒ¡ सन ¡ Ǒ ǐ¡ `ȱǑ¡
ȡ Ȣ@साधु ते होइ न कारज हानी।।
ǒĤ ǽ ǐ बचन सुनाए। सुनत ǒ Ȣ ` Ǒ तहँ आए।।
ǐ Ĥ ȡ ȱǗ Ȥ कुसलाई। ǒ Ĥ कहहु Ǔ कथा बुझाई।।
ȧ à
Ǖ ¡ ¡ ǐ ȡ Û¡ महँ कोई। ȪɅǿ Ĥ ȢǓ \ Ǔ होई।।
ȧ à
Ǖ ¡ रामु ȣ अनरु ागी। आयहु ȪǑ¡ करन बड़भागी।।
दो0-तब हनम ु त
ं ¡ ȣ सब राम कथा Ǔ नाम।
सनु त जग
ु ल तन पल ु क मन मगन ͧǕ ǐ गन ु Ē ȡ @ @
6।।
–*–*–
सन
ु हु पवनसतु ¡ Ǔ ¡ ȡȣ@ǔ ͧ ǔÛ¡ महुँ जीभ ǒ
ȡȣ@
@
तात कबहुँ ȪǑ¡ ȡǓ अनाथा। ǐ¡ Ǒ¡ Ȳकृपा भानुकुल नाथा।।
तामस तनु कछु साधन ȡ¡ ȣ@ Ȳ Ĥ ȢǓ न पद सरोज मन ȡ¡ ȣȲ@ @
अब ȪǑ¡ भा भरोस हनुमंता। ǒ Ǖ¡ ǐ Ǚ ȡ ͧ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳसंता।।
जौ रघब
ु ीर \ ĒǕ ¡ ȧÛ¡ ȡ@तौ à
Ǖ ¡ ȪǑ¡ दरसु ¡ Ǒ ȣÛ¡ ȡ@
@
सन
ु हु ǒ Ȣ Ĥ Ǖकै ȣ Ȣ@ Ǒ¡ Ȳसदा सेवक पर Ĥ Ȣ Ȣ@
@
कहहु कवन ɇपरम Ǖ ȣ ȡ@ ͪ चंचल ¡ ȣȲǒͬ ¡ ȣ ȡ@@
Ĥȡ लेइ जो नाम हमारा। ȯǑ¡ Ǒ ȡǑ¡ न ͧ Ȱअहारा।।
दो0-अस ɇअधम सखा सुनु मोहू पर रघुबीर।
ȧÛ¡ ȣ कृपा Ǖͧ ǐ गुन भरे ǒ Ȫ
नीर।।7।।
–*–*–
जानतहूँ अस èȡͧ ǒ ȡȣ@ͩ Ǒ¡ Ȳते काहे न ¡ ȪǑ¡ Ȳ Ǖ ȡȣ@
@
f Ǒ¡ ǒͬ कहत राम गुन Ē ȡ ȡ@पावा \ Ǔ ȡ[Í ǒĮ ȡ ȡ@
@
ǓǕ सब कथा ǒ Ȣ ¡ ȣ@ ȯǑ¡ ǒ ͬ जनकसत
ु ा तहँ ¡ ȣ@
@
तब हनम
ु ंत कहा सन
ु ु ħ ȡ ȡ@दे खी चहउँ ȡ ȧ माता।।
Ǖ ǕǓ ǒ Ȣ सकल सुनाई। चलेउ पवनसुत ǒȡ कराई।।
ǐ सोइ Ǿ गयउ ǕǓ तहवाँ। बन असोक सीता रह जहवाँ।।
ȯͨ Ǒ¡ महुँ ȧÛ¡ Ĥ ȡ ȡ@ȰȯǑ¡ Ȳ ȢǓ जात Ǔ ͧ जामा।।
कृस तन सीस जटा एक बेनी। Ǔ ǿ ȱ Ǖ Ǔ गन ु Į ȯ Ȣ@
@
दो0-Ǔ पद नयन Ǒf ȱमन राम पद कमल ȣ @
परम दख ु ी भा पवनसत ु ȯͨ ȡ ȧ ȣ @
@8।।
–*–*–
ǽ ã महुँ रहा लक
ु ाई। करइ ǒ
ȡ ɋ का भाई।।
ȯǑ¡ अवसर रावनु तहँ आवा। संग ȡǐ बहु ͩ f ȱबनावा।।
बहु ǒͬ खल Ȣ Ǒ¡ समुझावा। साम दान भय भेद दे खावा।।
कह रावनु सुनु Ǖ Ǖͨ सयानी। Ȳ Ȫȣ ] Ǒ सब रानी।।
तव \
Ǖ ȣȲकरउँ पन मोरा। एक बार ǒ Ȫ Ǖ मम ओरा।।
तन
ृ ǐ ओट ¡ Ǔ Ȱȯ¡ ȣ@ ͧǕ ǐ \ Ǔ परम ȯ¡ ȣ@
@
सन
ु ु दसमख
ु ɮ Ȫ Ĥ ȡ ȡ@कबहुँ ͩ ͧ Ȣ करइ ǒ ȡ ȡ@
@
अस मन समुझु ¡ Ǔ ȡ ȧ@खल Ǖͬ Ǒ¡ Ȳरघुबीर बान ȧ@
@
सठ सूने ¡ ǐ ] ȯǑ¡ ȪǑ¡ @अधम Ǔ Ï लाज Ǒ¡ Ȳ Ȫ¡ ȣ@
@
दो0- ] ǕǑ¡ ǕǓ ɮ Ȫ सम ȡ Ǒ¡ भानु समान।
ǽ बचन ǓǕ ȡǑ± \ ͧ बोला \ Ǔ ͨ ͧ ] @
@9।।
–*–*–
सीता ɇमम कृत अपमाना। Ǒ¡ `ȱतव ͧ Ǒ कृपाना।।
ȡǑ¡ Ȳत Ǒ मानु मम बानी। Ǖ ͨǕ ¡ ȪǓ न त जीवन हानी।।
è ȡ सरोज दाम सम संद
ु र। Ĥ Ǖभज
ु ǐ कर सम दसकंधर।।
सो भुज कंठ ͩ तव \ ͧ घोरा। सुनु सठ अस Ĥ ȡ पन मोरा।।
ġȲ ¡ ȡ ¡ ǽ मम ǐ ȡȲ@ Ǖ Ǔ ǒ¡ अनल संजातं।।
सीतल Ǔ ͧ ¡ ͧ बर धारा। कह सीता ¡ ǽ मम दख
ु भारा।।
सन
ु त बचन ǓǕ मारन धावा। मयतनयाँ Ǒ¡ ȢǓ बझ
ु ावा।।
¡ ȯͧ सकल Ǔ ͧ
ǐÛ¡ बोलाई। Ȣ Ǒ¡ बहु ǒͬ ğȡ ¡ Ǖजाई।।
मास Ǒ महुँ कहा न माना। तौ ɇ ȡǒ ȡǑ± कृपाना।।
दो0-भवन गयउ दसकंधर इहाँ ͪ ȡͬ
Ǔ बंद
ृ ।
Ȣ Ǒ¡ ğȡ ȯ ȡǑ¡ Ǒ¡ ȲǾ बहु मंद।।10।।
–*–*–
ǒğ ȡ नाम ȡÍ Ȣ एका। राम चरन Ǔ Ǔ Ǖ ǒ ȯ ȡ@
@
Û¡ ȫ Ȫͧ Ǖ ȡf ͧ सपना। Ȣ Ǒ¡ सेइ करहु Ǒ¡ अपना।।
Ʌबानर लंका ȡȣ@जातध ु ान सेना सब ȡȣ@@
खर ] Ǿ ± नगन दससीसा। ǕȲͫ ͧ Ȳͫ भुज बीसा।।
f Ǒ¡ ǒͬ सो ǔÍ Ǒͧ जाई। लंका मनहुँ ǒ Ȣ पाई।।
नगर ͩ ȣ रघबु ीर दोहाई। तब Ĥ Ǖसीता Ȫͧ पठाई।।
यह सपना Ʌकहउँ Ǖ ȡȣ@¡ Ȫ^Ǒ¡ × गएँ Ǒ
ȡȣ@
@
तासु बचन ǓǕ ते सब ȣȲ@जनकसत
ु ा के
ǔÛ¡ ȣȲ@
@
दो0-जहँ तहँ Ƀ सकल तब सीता कर मन सोच।
मास Ǒ Ȣ Ʌ ȪǑ¡ ȡǐǑ¡ Ǔ ͧ
पोच।।11।।
–*–*–
ǒğ ȡ सन Ȫ ȣ कर Ȫȣ@मातु ǒ Ǔ ͬȲ Ǔ ɇ Ȫȣ@
@
ɋ दे ह ǽ ȯͬ उपाई। दस
ु हु ǒ ¡ Ǖअब Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ जाई।।
] Ǔ काठ रचु ͬ
ȡ बनाई। मातु अनल ǕǓ ȯǑ¡ लगाई।।
× Ǒ¡ मम ĤȢǓ सयानी। सन
ु ै को Į सल
ू सम बानी।।
सन
ु त बचन पद Ǒ¡ Ǖ ȡf ͧ @Ĥ ǕĤ ȡ बल सज
ु सु Ǖ ȡf ͧ @
@
Ǔ ͧ न अनल ͧ सुनु Ǖ Ǖ ȡȣ@अस Ǒ¡ सो Ǔ भवन
ͧ ȡȣ@
@
कह सीता ǒ ͬ भा ĤǓ Ǘ ȡ@ͧ Ǒ¡ न पावक ͧ ǑǑ¡ न सूला।।
ȯͨ \ Ĥ गगन अंगारा। \ Ǔ न आवत एकउ तारा।।
पावकमय ͧ èğ न आगी। मानहुँ ȪǑ¡ ȡǓ हतभागी।।
Ǖ Ǒ¡ ǒ मम ǒ असोका। × नाम ǽ ¡ ǽ मम सोका।।
नूतन ͩ अनल समाना। ȯǑ¡ \ ͬ Ǔ Ǔ Ǒ¡ Ǔ ȡ ȡ@
@
ȯͨ परम ǒ ¡ ȡ Ǖ सीता। सो छन ͪ Ǒ¡ कलप सम बीता।।
सो0- ͪ ǐ ǿ ȱǒ
ȡ ȣǔÛ¡ ǑǕġ ȡ ȡȣ तब।
जनु असोक अंगार ȣǔÛ¡ ¡ ͪ ` Ǒ कर गहे उ।।12।।
तब दे खी ǑǕġ ȡ मनोहर। राम नाम \ Ȳͩ \ Ǔ संद
ु र।।
ͩ ͬ
Ǖ ȣ Ǒ¡
ȡ Ȣ@हरष ǒ ȡ ǿ ȱअकुलानी।।
ȢǓ को सकइ अजय रघुराई। माया Ʌ\ ͧ ͬ
Ǒ¡ Ȳजाई।।
सीता मन ǒ
ȡ कर नाना। मधरु बचन बोलेउ हनुमाना।।
ȡ
ġȲ गन
ु ɇलागा। Ǖ Ǒ¡ Ȳसीता कर दख
ु भागा।।
लागीं Ǖ ɇĮ मन लाई। ] Ǒ¡ Ǖ Ʌसब कथा सन ु ाई।।
Į ȡ Ǚ ȯǑ¡ Ȳकथा सुहाई। Ǒ¡ सो Ĥ ¡ ȪǓ ͩ भाई।।
तब हनुमंत Ǔ
ͧ गयऊ। ͩ ǐ ɇ ȤȲमन ǒ भयऊ।।
राम दत
ू ɇमातु ȡ ȧ@ × सपथ ǽ ȡǓ ȡ ȧ@
@
यह ǑǕġ ȡ मातु ɇआनी। ȣǔÛ¡ राम à
Ǖ ¡ कहँ Ǒ¡ ȡ Ȣ@
@
नर ȡ Ǒ¡ संग कहु Ȱ Ʌ@ Ǒ¡ कथा भइ Ȳ Ǔ Ȱ Ʌ
@@
दो0- ͪ के बचन Ĥȯ ǓǕ उपजा मन ǒè ȡ @ @
जाना मन Đ बचन यह Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖकर दास।।13।।
–*–*–
¡ ǐ ȡǓ ĤȢǓ \ Ǔ ȡ±ȣ@सजल नयन Ǖ ȡͧ ȡ±ȣ@
@
बूड़त ǒ¡ ͬ हनुमाना। भयउ तात ɉ कहुँ जलजाना।।
अब कहु कुसल जाउँ ͧ ¡ ȡȣ@अनुज Ǒ¡ सुख भवन ȡȣ@
@
Ȫ ͬ
कृपाल रघुराई। ͪ ȯǑ¡ हे तु ȣ Ǔ Ǖȡ_@
@
सहज ȡǓ सेवक सुख दायक। कबहुँक ǕǓ करत रघुनायक।।
कबहुँ नयन मम सीतल ताता। ¡ Ȫ^¡ Ǒ¡ Ǔ ͨ è ȡ मद
ृ ु गाता।।
बचनु न आव नयन भरे ȡȣ@अहह नाथ ¡ ɋ Ǔ ǒ ȡȣ@
@
ȯͨ परम ǒ¡ ȡ Ǖ सीता। बोला ͪ मद
ृ ु बचन ǒ Ȣ ȡ@
@
मातु कुसल Ĥ Ǖअनज
ु समेता। तव दख
ु दख
ु ी सक
ु ृ पा Ǔ ȯ ȡ@
@
Ǔ जननी मानहु िजयँ ऊना। à Ǖ ¡ ते Ĥȯ Ǖराम Ʌदन
ू ा।।
दो0- Ǖ Ǔ कर संदेसु अब सन
ु ु जननी ǐ धीर।
अस Ǒ¡ ͪ गद गद भयउ भरे ǒ Ȫ
नीर।।14।।
–*–*–
कहे उ राम ǒ Ȫ तव सीता। मो कहुँ सकल भए ǒ ȣ ȡ@
@
नव ǽ ͩ मनहुँ कृसान।ू ȡ Ǔ ȡ सम Ǔ ͧ ͧ भानू।।
कुबलय ǒͪ कंु त बन ǐ ȡ@ ȡǐ तपत तेल जनु ǐ ȡ@ @
जे Ǒ¡ रहे करत तेइ पीरा। उरग è ȡ सम ǒğǒ समीरा।।
कहे हू Ʌकछु दख
ु Ǒ होई। ȡǑ¡ ¡ ɋ यह जान न कोई।।
× Ĥȯ कर मम \ ǽ तोरा। जानत ͪĤ ȡ एकु मनु मोरा।।
सो मनु सदा रहत ȪǑ¡ ȡ¡ ȣȲ@जानु Ĥ ȢǓ रसु f ȯ Ǒ¡ ȡ¡ ȣȲ@
@
Ĥ Ǖसंदेसु सन
ु त Ȱȯ¡ ȣ@मगन Ĥȯ तन ͬǕ Ǒ¡ Ȳ ȯ¡ ȣ@
@
कह ͪ ǿ ȱधीर ǽ माता। ͧǕ ǽ राम सेवक सख
ु दाता।।
उर आनहु Ǖ Ǔ Ĥ Ǖ ȡ_@ ǓǕ मम बचन तजहु कदराई।।
दो0-Ǔ ͧ
Ǔ पतंग सम Ǖ Ǔ बान कृसान।ु
जननी ǿ ȱधीर ǽ जरे Ǔ ȡ
जानु।।15।।
–*–*–
ɋ रघब
ु ीर ¡ ȪǓ ͬǕ पाई। करते Ǒ¡ Ȳǒ Ȳ Ǖरघरु ाई।।
रामबान ǒ उएँ ȡ ȧ@तम Ǿ कहँ जातध
ु ान ȧ@
@
\ Ǒ¡ Ȳमातु ɇजाउँ लवाई। Ĥ Ǖआयसु Ǒ¡ Ȳराम दोहाई।।
कछुक Ǒ जननी ǽ धीरा। ͪ Û¡ Ǒ¡ \ ^¡ Ǒ¡ Ȳरघब
ु ीरा।।
Ǔ ͧ
ȡǐ ȪǑ¡ लै Ȱ¡ Ǒ¡ @
Ȳ Ǔ ¡ Ǖȱपुर ȡȡǑ जसु Ȱ¡ Ǒ¡ @
Ȳ@
¡ ɇसत
ु ͪ सब à
Ǖ ¡ Ǒ¡ समाना। जातध
ु ान \ Ǔ भट बलवाना।।
ȪɅǿ परम संदेहा। ǓǕ ͪ Ĥ ȧÛ¡ Ǔ दे हा।।
कनक भध
ू राकार ȣȡ@समर भयंकर \ Ǔ बीरा।।
सीता मन भरोस तब भयऊ। ǕǓ लघु Ǿ पवनसुत लयऊ।।
दो0-सुनु माता साखामग
ृ Ǒ¡ Ȳबल Ǖͪƨ ǒ ȡ @
Ĥ ǕĤ ȡ Ʌ ǽ°Ǒ¡ खाइ परम लघु Þ ȡ @@16।।
–*–*–
मन संतोष सुनत ͪ बानी। Ǔ Ĥ ȡ तेज बल सानी।।
] ͧ ȣǔÛ¡ ȡ ͪĤ जाना। होहु तात बल सील Ǔ ȡ ȡ@@
अजर अमर Ǖ Ǔ ͬ सतु होहू। करहुँ बहुत रघन
ु ायक छोहू।।
करहुँ कृपा Ĥ Ǖअस ǓǕ काना। Ǔ [ Ĥȯ मगन हनम
ु ाना।।
बार बार ȡf ͧ पद सीसा। बोला बचन Ȫǐ कर ȧ ȡ@ @
अब Ǚ Ǚ× भयउँ ɇमाता। ] ͧ तव अमोघ ǒ É ȡ ȡ@
@
सुनहु मातु ȪǑ¡ \ Ǔ भूखा। ȡͬ ȯͨ सुंदर फल Ǿ ȡ@
@
सन
ु ु सत
ु Ǒ¡ Ȳǒͪ ȡȣ@परम सभ
ु ट रजनीचर ȡȣ@
@
Ǔ Û¡ कर भय माता ȪǑ¡ ȡ¡ ȣȲ@ ɋ à
Ǖ ¡ सख
ु मानहु मन ȡ¡ ȣȲ@
@
दो0-ȯͨ Ǖͪƨ बल Ǔ Ǖ ͪ कहे उ ȡ ȧȲजाहु।
Ǖ Ǔ चरन ǿ ȱ ǐ तात मधरु फल खाहु।।17।।
–*–*–
चलेउ नाइ ͧ ǽ पैठेउ बागा। फल ȡf ͧ ǽ Ȫɇलागा।।
रहे तहाँ बहु भट रखवारे । कछु ȡȯͧ कछु जाइ पुकारे ।।
नाथ एक आवा ͪ ȡȣ@ ȯǑ¡ Ȳअसोक ȡǑ ȡ ` ȡȣ@ @
ȡf ͧ फल \ ǽ ǒ उपारे । Í Ǒ[ Ǒ[ Ǒ¡ डारे ।।
ǓǕ रावन पठए भट नाना। Ǔ Û¡ Ǒ¡ ȯͨ ȶ̀ हनम
ु ाना।।
सब रजनीचर ͪ संघारे । गए पक
ु ारत कछु अधमारे ।।
ǕǓ पठयउ ȯǑ¡ Ȳ\ Í Ǖ ȡȡ@चला संग लै सुभट अपारा।।
आवत ȯͨ ǒ Ǒ¡ ȡ[@ ȡǑ¡ Ǔ ȡǓ ¡ ȡ ǓǕ ȡ[@
@
दो0-कछु ȡȯͧ कछु ȶͧ कछु ͧ f ͧ ǐ ǐǗ@
कछु ǓǕ जाइ पक
ु ारे Ĥ Ǖ [ बल ǐǗ@
@18।।
–*–*–
ǓǕ सुत बध लंकेस ǐ ȡ ȡ@ f ͧ मेघनाद बलवाना।।
ȡͧ Ǔ सत
ु बांधेसु ȡ¡ ȣ@ȯͨ \ ͪǑ¡ कहाँ कर ] ¡ ȣ@
@
चला ^Ȳġ ǔ \ ͧǕ जोधा। बंधु Ǔ ǓǕ उपजा Đ Ȫ ȡ@
@
ͪ दे खा ȡǽ भट आवा। कटकटाइ ȡ[\ ǽ धावा।।
\ Ǔ ǒ ȡ ǽ एक उपारा। ǒ ȧÛ¡ लंकेस कुमारा।।
रहे महाभट ताके संगा। Ǒ¡ Ǒ¡ ͪ [^ Ǔ अंगा।।
Ǔ Û¡ Ǒ¡ Ǔ ȡǓ ȡǑ¡ सन बाजा। ͧ ȯजग ु ल मानहुँ गजराजा।
ǑǕ ȡ ȡǐ चढ़ा ǽ जाई। ȡǑ¡ एक छन ǽǕ ȡ आई।।
` Ǒ ¡ Ȫǐ ȧǔÛ¡ ͧ बहु माया। ȢǓ न जाइ Ĥ Ȳ जाया।।
दो0-Ħ é \ èğ ȯǑ¡ Ȳसाँधा ͪ मन ȧÛ¡ ǒ
ȡ@
ɋ न Ħé मानउँ Ǒ¡ ȡ ͧ ^ अपार।।19।।
–*–*–
Ħé ȡ ͪ कहुँ ȯǑ¡ मारा। Ǔ ¡ Ǖȱबार कटकु संघारा।।
ȯǑ¡ दे खा ͪ Ǖǽ Ǔ भयऊ। नागपास ȡȱ ȯͧ लै गयऊ।।
जासु नाम ͪ सन
ु हु भवानी। भव बंधन ȡǑ¡ Ȳनर Ê ȡ Ȣ@
@
तासु दत
ू ͩ बंध ǽ आवा। Ĥ Ǖकारज ͬ ͪǑ¡ Ȳबँधावा।।
ͪ बंधन ǓǕ Ǔ ͧ
धाए। कौतक
ु ȡͬ सभाँ सब आए।।
दसमुख सभा ȣͨ ͪ जाई। Ǒ¡ न जाइ कछु \ Ǔ Ĥ Ǖ
ȡ_@
@
कर ȪɅसुर Ǒͧ ǒ Ȣ ȡ@ ǙǕǑ ǒ Ȫ सकल सभीता।।
ȯͨ Ĥ ȡ न ͪ मन संका। ǔ ͧ \ Ǒ¡ महुँ ǽ° असंका।।
दो0- ͪǑ¡ ǒ Ȫͩ दसानन ǒ¡ ȡ Ǒ¡ Ǖ ȡ[ @
सतु बध ǕǓ ȧǔÛ¡ ǓǕ उपजा ǿ ȱǒ ȡ@ @
20।।
–*–*–
कह लंकेस कवन ɇ ȧ ȡ@ȯǑ¡ Ȳके बल ȡ ȯǑ¡ बन खीसा।।
ȧ ɋ Į Ǖ ȯǑ¡ Ǒ¡ Ȳ Ȫ¡ ȣ@दे खउँ \ Ǔ असंक सठ Ȫ¡ ȣ@
@
मारे Ǔ ͧ
ȯǑ¡ Ȳअपराधा। कहु सठ ȪǑ¡ न Ĥȡ कइ बाधा।।
सुन रावन Ħé ȡȲ Ǔ ȡ ȡ@पाइ जासु बल ǒ ͬ
माया।।
ȡɅबल ǒ Ȳͬ
¡ ǐ ईसा। पालत सज
ृ त हरत दससीसा।
जा बल सीस धरत सहसानन। अंडकोस समेत ͬ ǐ कानन।।
धरइ जो ǒǒ दे ह Ǖğȡ ȡ@ à
Ǖ ¡ ते Û¡ ͧ ȡ Ǖदाता।
हर कोदं ड Ǒ ȯǑ¡ भंजा। ȯǑ¡ समेत नप
ृ दल मद गंजा।।
खर दष
ू न ǒğͧ ȡ \ ǽ ȡ ȣ@बधे सकल \ ͧǕ ȡ ȣ@
@
दो0-जाके बल लवलेस Ʌिजतेहु चराचर ȡǐ@
तासु दतू ɇजा ǐ ¡ ǐ आनेहु ͪĤ ȡǐ@
@21।।
–*–*–
जानउँ ɇ à
Ǖ ¡ ȡǐ Ĥ Ǖ ȡ_@सहसबाहु सन ȣ लराई।।
समर ȡͧ सन ǐ जसु पावा। ǓǕ ͪ बचन ǒ ¡ ͧ ǒ ¡ ȡ ȡ@
@
खायउँ फल Ĥ Ǖलागी भँख
ू ा। ͪ सभ
ु ाव Ʌतोरे उँ Ǿ ȡ@
@
सब Ʌ दे ह परम ͪĤ èȡ Ȣ@ ȡǑ¡ Ȳ ȪǑ¡ कुमारग गामी।।
ǔ Û¡ ȪǑ¡ मारा ते ɇमारे । ȯǑ¡ पर बाँधेउ तनयँ à
Ǖ ¡ ȡȯ@
@
ȪǑ¡ न कछु बाँधे कइ लाजा। ȧÛ¡ चहउँ Ǔ Ĥ Ǖकर काजा।।
ǒ Ȣ करउँ Ȫǐ कर रावन। सुनहु मान तिज मोर ͧ ȡ @
@
दे खहु à
Ǖ ¡ Ǔ Ǖ Ǒ¡ ǒ
ȡȣ@ħ तिज भजहु भगत भय ¡ ȡȣ@
@
ȡɅडर \ Ǔ काल डेराई। जो सरु असरु चराचर खाई।।
ȡ ɉ ǽ कबहुँ Ǒ¡ Ȳ ȧ Ȱ@मोरे ¡ Ʌ ȡ ȧ ȣ Ȱ@
@
दो0-Ĥ ȡ रघुनायक ǽ ȡ ͧ Ȳ Ǖ ȡǐ@
गएँ सरन Ĥ Ǖȡͨ ¡ ɇतव अपराध ǒ ȡǐ@
@22।।
–*–*–
राम चरन पंकज उर धरहू। लंका अचल राज à Ǖ ¡ करहू।।
ǐͪ Ǖͧ è जसु ǒ मंयका। ȯǑ¡ ͧ महुँ Ǔ होहु कलंका।।
राम नाम ǒ Ǖͬ ȡ न सोहा। दे खु ǒ
ȡǐ × ȡͬ मद मोहा।।
बसन ¡ ȣ Ǒ¡ Ȳसोह
Ǖȡȣ@सब भष
ू ण ͪǗ बर ȡȣ@
@
राम ǒ Ǖ Ȳ Ǔ Ĥ Ǖ ȡ_@जाइ ¡ ȣ पाई ǒ Ǖपाई।।
सजल मूल ǔ Û¡ ǐ Û¡ ȡ¡ ȣȲ@ ͪ गए ǕǓ Ǒ¡ Ȳ Ǖ ȡ¡ ȣȲ@
@
सुनु दसकंठ कहउँ पन रोपी। ǒ Ǖ राम ğȡ ȡ Ǒ¡ Ȳकोपी।।
संकर सहस ǒç Ǖअज Ȫ¡ ȣ@ Ǒ¡ Ȳन ȡͨ राम कर ġȪ¡ ȣ@
@
दो0-मोहमल ू बहु सलू Ĥ × ȡ ¡ Ǖतम \ ͧ ȡ @
भजहु राम रघन ु ायक कृपा ͧ Ȳ Ǖभगवान।।23।।
–*–*–
ͪ Ǒ¡ ͪ \ Ǔ Ǒ¡ बानी। Ǔ ǒ ȯ ǒǓ नय सानी।।
बोला ǒ¡ ͧ महा \ ͧ ȡ Ȣ@ͧ ȡ ¡ Ǒ¡ ͪ गरु बड़ Ê ȡ Ȣ@
@
×
Ǚ ǕǓ आई खल Ȫ¡ ȣ@ ȡ ȯͧ अधम ͧ ȡ Ȫ¡ ȣ@
@
उलटा ¡ Ȫ^Ǒ¡ कह हनुमाना। Ǔ ħ तोर Ĥ ɇजाना।।
ǕǓ ͪ बचन बहुत ͨ ͧ ] ȡ@ȯͬ न हरहुँ मूढ़ कर Ĥȡ ȡ@ @
सनु त Ǔ ȡ
मारन धाए। ͬ
Û¡ Ǒ¡ ǒ Ȣ Ǖआए।
नाइ सीस ǐ ǒ बहूता। ȢǓ ǒ Ȫ न ȡǐ\ दत
ू ा।।
आन दं ड कछु ǐ\ गोसाँई। ¡ ȣȲकहा ğȲ भल भाई।।
सुनत ǒ¡ ͧ बोला दसकंधर। अंग भंग ǐ पठइअ बंदर।।
दो- ͪ Ʌममता पँछ
ू पर Ǒ¡ कहउँ समुझाइ।
तेल Ȫǐ पट ȡȱͬ ǓǕ पावक दे हु लगाइ।।24।।
ȱ
Ǘ ¡ ȣ बानर तहँ ȡ^Ǒ¡ @तब सठ Ǔ ȡ Ǒ¡ लइ ] ^Ǒ¡ @@
ǔ Û¡ कै ȧÛ¡ ͧ बहुत बड़ाई। दे खेउँû ɇǓ Û¡ कै Ĥ Ǖ ȡ_@
@
बचन सुनत ͪ मन मुसुकाना। भइ सहाय सारद ɇजाना।।
जातध
ु ान ǕǓ रावन बचना। लागे
ɇमूढ़ सोइ रचना।।
रहा न नगर बसन घत
ृ तेला। ȡ±ȣ पँछ
ू ȧÛ¡ ͪ खेला।।
कौतकु कहँ आए पुरबासी। ȡǑ¡ Ȳचरन Ǒ¡ Ȳबहु हाँसी।।
ȡ Ǒ¡ Ȳढोल ȯǑ¡ Ȳसब ȡȣ@नगर ȯǐ ǕǓ पँूछ Ĥ ȡȣ@
@
पावक जरत ȯͨ हनम
ु ंता। भयउ परम लघु ǽ तरु ं ता।।
Ǔ ͩǕ चढ़े उ ͪ कनक \ ȡȣȲ@भई सभीत Ǔ ȡ
ȡȣȲ@
@
दो0-¡ ǐ Ĥȯǐ ȯǑ¡ अवसर चले ǽ उनचास।
\ ͠¡ ȡ ǐ é
[ ◌ा ͪ Ǒ± लाग अकास।।25।।
–*–*–
दे ह ǒ ȡ परम ¡ ǽ] _@ ȲǑ Ʌ ȲǑ चढ़ धाई।।
जरइ नगर भा लोग ǒ ¡ ȡ ȡ@झपट लपट बहु ȪǑ कराला।।
तात मातु हा ǕǓ \ पुकारा। f Ǒ¡ अवसर को ¡ Ǒ¡ उबारा।।
हम जो कहा यह ͪ Ǒ¡ Ȳहोई। बानर Ǿ Ʌसुर कोई।।
साधु \ Ê ȡ कर फलु ऐसा। जरइ नगर अनाथ कर जैसा।।
जारा ǽ Ǔ ͧ एक ȡ¡ ȣȲ@एक ǒ Ȣ कर गह
ृ ȡ¡ ȣȲ@
@
ता कर दत
ू अनल ȯǑ¡ Ȳͧ ǐ ȡ@जरा न सो ȯǑ¡ कारन ͬ ǐ ȡ@
@
` Ǒ Ǒ लंका सब ȡȣ@ ǗǑ परा ǕǓ ͧ Ȳ Ǖ ȡȣ@
@
दो0-पँछ
ू बुझाइ खोइ Į ǐ लघु Ǿ ¡ Ȫǐ@
जनकसत ु ा के ] Ʌठाढ़ भयउ कर Ȫǐ@ @26।।
–*–*–
मातु ȪǑ¡ ȣ ȯकछु
ȢÛ¡ ȡ@ Ȱ Ʌरघुनायक ȪǑ¡ ȣÛ¡ ȡ@
@
°Ǘ ȡ Ǔ ` ȡǐ तब दयऊ। हरष समेत पवनसत
ु लयऊ।।
कहे हु तात अस मोर Ĥ ȡ ȡ@सब Ĥ ȡ Ĥ Ǖपरू नकामा।।
ȣ दयाल ǒ ǐ Ǖ Ȳ ȡȣ@हरहु नाथ मम संकट ȡȣ@
@
तात Đ Ǖ कथा सुनाएहु। बान Ĥ ȡ Ĥ ǕǑ¡ समुझाएहु।।
मास Ǒ महुँ नाथु न आवा। तौ ǕǓ ȪǑ¡ िजअत Ǒ¡ Ȳपावा।।
कहु ͪ ȯǑ¡ ǒͬ ȡ ɋ Ĥ ȡ ȡ@ à
Ǖ ¡ ¡ Ǘतात कहत अब जाना।।
ȪǑ¡ ȯͨ Ȣ ͧ भइ छाती। ǓǕ मो कहुँ सोइ Ǒ Ǖसो राती।।
दो0- Ǖ Ǒ¡ समझ
ु ाइ ǐ बहु ǒ ͬ धीरजु ȣÛ¡ @
चरन कमल ͧ ǽ नाइ ͪ गवनु राम Ǒ¡ Ȳ ȧÛ¡ @ @ 27।।
–*–*–
चलत ¡ ȡ ǓǕ ȶͧ ȡȣ@ [èğ Ǒ¡ Ȳ ǓǕ Ǔ ͧ
ȡȣ@
@
ȡǓ ͧ Ȳ Ǖf Ǒ¡ ȡǑ¡ आवा। सबद ͩ ͩ ȡ ͪÛ¡ सुनावा।।
हरषे सब ǒ Ȫͩ हनुमाना। नूतन Û ͪ Û¡ तब जाना।।
मुख Ĥ Û तन तेज ǒȡ ȡ@ ȧÛ¡ ȯͧ ȡ
Ûġ कर काजा।।
ͧ ȯसकल \ Ǔ भए Ǖ ȡȣ@तलफत मीन पाव ǔ ͧ ȡȣ@
@
चले ¡ ͪ रघन
ु ायक पासा। पँछ
ू त कहत नवल ^Ǔ ¡ ȡ ȡ@
@
तब मधब
ु न भीतर सब आए। अंगद संमत मधु फल खाए।।
रखवारे जब बरजन लागे। Ǖǔç Ĥ ¡ ȡ हनत सब भागे।।
दो0-जाइ पुकारे ते सब बन उजार जुबराज।
ǓǕ ĒǕ Ȣ हरष ͪ ǐ आए Ĥ Ǖकाज।।28।।
–*–*–
ɋ न ¡ ȪǓ सीता Ǖͬ पाई। मधब ु न के फल Ǒ¡ Ȳͩ खाई।।
f Ǒ¡ ǒͬ मन ǒ
ȡ कर राजा। आइ गए ͪ Ǒ¡ समाजा।।
आइ ǔÛ¡ नावा पद सीसा। ͧ ȯ̀ ǔÛ¡ \ Ǔ Ĥȯ कपीसा।।
ȱǗ Ȥ कुसल कुसल पद दे खी। राम कृपाँ भा काजु ǒ ȯ Ȣ@
@
नाथ काजु ȧÛ¡ ȯ̀ हनुमाना। राखे सकल ͪ Û¡ के Ĥȡ ȡ@
@
ǕǓ ǕĒ Ȣ ¡ Ǖǐ ȯǑ¡ ͧ ȯa @ ͪÛ¡ Ǒ¡ Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ȳचलेऊ।
राम ͪÛ¡ जब आवत दे खा। ͩ f ȱकाजु मन हरष ǒ ȯ ȡ@ @
Ǒ ͧ ȡ बैठे ɮȫ भाई। परे सकल ͪ
ǔÛ¡ जाई।।
दो0-ĤȢǓ Ǒ¡ सब भेटे Ǖ Ǔ ǽ ȡ पंज
ु ।
ȱǗ Ȥ कुसल नाथ अब कुसल ȯͨ पद कंज।।29।।
–*–*–
जामवंत कह सन ु ु रघरु ाया। जा पर नाथ करहु à
Ǖ ¡ दाया।।
ȡǑ¡ सदा सुभ कुसल Ǔ Ȳ @सुर नर ǕǓ Ĥ Û ता ऊपर।।
सोइ ǒ _ ǒ _ गुन सागर। तासु सुजसु ğȯ
Ȫ उजागर।।
Ĥ Ǖ ȧȲकृपा भयउ सबु काजू। Û हमार सुफल भा आजू।।
नाथ पवनसत
ु ȧǔÛ¡ जो करनी। सहसहुँ मखु न जाइ सो बरनी।।
पवनतनय के
ǐ सहु ाए। जामवंत Ǖ Ǔ Ǒ¡ सन
ु ाए।।
सुनत Ǚ ȡǓ ͬ मन \ Ǔ भाए। ǕǓ हनुमान ¡ ͪ Ǒ¡ ȱलाए।।
कहहु तात ȯǑ¡ ȡȱǓ ȡ ȧ@¡ Ǔ Ǔ Í ȡ è Ĥȡ ȧ@
@
दो0-नाम ȡ¡ ǽ Ǒ Ǔ ͧ Ú ȡ à Ǖ ¡ ȡ कपाट।
लोचन Ǔ पद Ȳǒğ ȡǑ¡ ȲĤȡ ȯǑ¡ Ȳबाट।।30।।
–*–*–
चलत ȪǑ¡
°Ǘ ȡ Ǔ ȣÛ¡ ȣ@ Ǖ Ǔ ǿ ȱलाइ सोइ ȣÛ¡ ȣ@
@
नाथ जग
ु ल लोचन ǐ ȡȣ@बचन कहे कछु Ǖ ȡȣ@
@
अनज
ु समेत गहे हु Ĥ Ǖचरना। ȣ बंधु Ĥ ȡǓ हरना।।
मन Đ बचन चरन अनुरागी। ȯǑ¡ अपराध नाथ ¡ ɋ × ȡ Ȣ@
@
अवगुन एक मोर ɇमाना। ǒ Ǖ Ĥȡ न ȧÛ¡ पयाना।।
नाथ सो ǔÛ¡ को अपराधा। Ǔ Ĥȡ ǐǑ¡ Ȳ¡ Ǒ बाधा।।
ǒ ¡ \ ͬ Ǔ तनु तल
ू समीरा। è ȡ जरइ छन ȡǑ¡ Ȳ ȣȡ@
@
नयन èğ Ǒ¡ जलु Ǔ Ǒ¡ लागी। ɇन पाव दे ह ǒ ¡ ȡ Ȣ@
सीता के \ Ǔ ǒǓ ǒ ȡ ȡ@ǒ Ǒ¡ Ȳ ¡ Ʌ ͧ ȣ ȡ ȡ@
@
दो0-Ǔ ͧ Ǔ ͧ ǽ ȡǓ ͬ ȡǑ¡ Ȳकलप सम ȢǓ @
ȯͬ
ͧ Ĥ Ǖ] Ǔ \ भुज बल खल दल ȢǓ @
@31।।
–*–*–
Ǖ
Ǔ सीता दख ु Ĥ Ǖसुख अयना। ǐ आए जल रािजव नयना।।
बचन काँय मन मम Ǔ ȡ¡ ȣ@सपनेहुँ Ǘͨ \ ǒ Ǔ ͩ ȡ¡ ȣ@
@
कह हनुमंत ǒǓ Ĥ Ǖसोई। जब तव Ǖͧ भजन न होई।।
ȯǓ बात Ĥ Ǖजातध
ु ान ȧ@ǐ ǑǕ¡ ȢǓ ] Ǔ Ȣ ȡ ȧ@
@
सन
ु ु ͪ ȪǑ¡ समान ` ȡȣ@ Ǒ¡ Ȳकोउ सरु नर ǓǕ Ǖ ȡȣ@
@
ĤǓ उपकार ɋ का तोरा। सनमुख होइ न सकत मन मोरा।।
सुनु सुत ` ǐ ɇ ȡ¡ ȣȲ@दे खेउँ ǐ ǒ
ȡ मन ȡ¡ ȣȲ@
@
ǕǓ ǕǓ ͪǑ¡ ͬ
Ǖğȡ ȡ@लोचन नीर पुलक \ Ǔ गाता।।
दो0- ǓǕ Ĥ Ǖबचन ǒ Ȫͩ मख
ु गात ¡ ͪ हनम
ु ंत।
चरन परे उ Ĥȯ ȡ Ǖ ğȡǑ¡ ğȡǑ¡ भगवंत।।32।।
–*–*–
बार बार Ĥ Ǖचहइ उठावा। Ĥȯ मगन ȯǑ¡ उठब न भावा।।
Ĥ Ǖकर पंकज ͪ Ʌसीसा। ͧǕ ǐ सो दसा मगन ȫȣ ȡ@
@
सावधान मन ǐ ǕǓ संकर। लागे कहन कथा \ Ǔ सुंदर।।
ͪ उठाइ Ĥ Ǖǿ ȱलगावा। कर Ǒ¡ परम Ǔ बैठावा।।
कहु ͪ रावन ȡͧ लंका। ȯǑ¡ ǒͬ दहे उ Ǖ [\ Ǔ बंका।।
Ĥ ǕĤ Û जाना हनमु ाना। बोला बचन ǒ \ ͧ ȡ ȡ@ @
साखामग
ृ के ͫ° मनस
ु ाई। साखा Ʌसाखा पर जाई।।
ȡǓ ͧ Ȳ Ǖहाटकपरु जारा। Ǔ ͧ
गन ǒ ͬ ǒ ͪ उजारा।
सो सब तव Ĥ ȡ रघुराई। नाथ न कछू Ȫǐ Ĥ Ǖ ȡ_@
@
दो0- ता कहुँ Ĥ Ǖकछु अगम Ǒ¡ Ȳजा पर Ǖà¡ अनुकुल।
तब Ĥ ȡ ȱ°ȡ Ǒ¡ Ȳ ȡǐ सकइ खलु तल ू ।।33।।
–*–*–
नाथ Ǔ \ Ǔ सुखदायनी। दे हु कृपा ǐ अनपायनी।।
ǕǓ Ĥ Ǖपरम सरल ͪ बानी। f è Ǖतब कहे उ भवानी।।
उमा राम सभ
ु ाउ ȯǑ¡ Ȳजाना। ȡǑ¡ भजनु तिज भाव न आना।।
यह संवाद जासु उर आवा। Ǖ Ǔ चरन Ǔ सोइ पावा।।
ǕǓ Ĥ Ǖबचन ¡ Ǒ¡ Ȳ ͪ ȲǙȡ@जय जय जय कृपाल सुखकंदा।।
तब Ǖ Ǔ ͪ Ǔ Ǒ¡ बोलावा। कहा
ɇकर करहु बनावा।।
अब ǒ Ȳ ǕȯǑ¡ कारन ȧ ȯ@तरु त ͪ Û¡ कहुँ आयसु ȣ ȯ@
@
कौतक
ु ȯͨ सम
ु न बहु बरषी। नभ Ʌभवन चले सरु हरषी।।
दो0- ͪ Ǔ ȯͬ बोलाए आए जथू प जथ
ू ।
नाना बरन अतल ु बल बानर भालु Ǿ @ @34।।
–*–*–
Ĥ Ǖपद पंकज ȡǑ¡ Ȳसीसा। Ǒ¡ Ȳभालु महाबल ȧ ȡ@
@
दे खी राम सकल ͪ सेना। ͬ
^ कृपा ǐ रािजव नैना।।
राम कृपा बल पाइ ͪ Ȳȡ@भए Í Ǖ मनहुँ ͬ ǐȲ
ȡ@
@
¡ ͪ राम तब ȧÛ¡ पयाना। सगुन भए सुंदर सुभ नाना।।
जासु सकल मंगलमय ȧ Ȣ@तासु पयान सगन
ु यह नीती।।
Ĥ Ǖपयान जाना Ȱȯ¡ ȣȲ@ ͩ बाम अँग जनु Ǒ¡ ȯ¡ ȣȲ@
@
जोइ जोइ सगन
ु ȡ ͩ Ǒ¡ होई। असगन
ु भयउ ȡ Ǒ¡ सोई।।
चला कटकु को ɇपारा। Ǒ[¡ बानर भालु अपारा।।
नख आयुध ͬ ǐ ȡ ȡȣ@चले गगन Ǒ¡ ^Í ȡ
ȡȣ@
@
ȯ¡ ǐ ȡ भालु ͪ ¡ ȣȲ@ ȡǑ¡ ȲǑÊ ͬ
È ¡ ȣȲ@
@
छं 0-ͬ
È Ǒ¡ ȲǑÊ डोल Ǒ¡ ͬ ǐ लोल सागर खरभरे ।
मन हरष सभ Ȳ [सरु ǓǕ नाग ͩ Û दख
ु टरे ।।
Ǒ¡ Ȳ [ ǒ भट बहु ȪǑ ȪǑÛ¡ ȡ ¡ ȣȲ@
जय राम Ĥ Ĥ ȡ कोसलनाथ गुन गन ȡ ¡ ȣȲ@ @ 1।।
Ǒ¡ सक न भार उदार \ Ǒ¡ Ǔ बार ȡǑ¡ Ȳमोहई।
गह दसन ǓǕ ǓǕ कमठ çǙ कठोर सो ͩ ͧ सोहई।।
रघब
ु ीर ǽͬ
Ĥ ȡ Ĥǔè Ǔ ȡǓ परम सह
ु ावनी।
जनु कमठ [ [ ȡ सो ͧ \ ǒ
पावनी।।2।।
दो0-f Ǒ¡ ǒ ͬ जाइ ǙȡǓ ͬ उतरे सागर तीर।
जहँ तहँ लागे खान फल भालु ǒ Ǖ ͪ बीर।।35।।
–*–*–
उहाँ Ǔ ȡ
¡ Ǒ¡ Ȳससंका। जब ते ȡǐ गयउ ͪ लंका।।
Ǔ Ǔ गह
ृ ँ सब Ǒ¡ Ȳǒ
ȡȡ@ Ǒ¡ ȲǓ ͧ
कुल केर उबारा।।
जासु दत
ू बल Ǔ न जाई। ȯǑ¡ आएँ पुर कवन भलाई।।
Ǘ ǔÛ¡ सन ǕǓ पुरजन बानी। Ȳ Ȫȣ \ ͬ अकुलानी।।
¡ ͧ Ȫǐ कर Ǔ पग लागी। Ȫ ȣ बचन ȢǓ रस पागी।।
कंत करष ¡ ǐ सन ǐ¡ ¡ Ǘ@मोर कहा \ Ǔ Ǒ¡ Ǒ¡ ȱधरहु।।
समझ ु त जासु दत
ू कइ करनी। èğ ¡ ȣȲ [रजनीचर धरनी।।
तासु ȡǐ Ǔ ͬ
बोलाई। पठवहु कंत जो चहहु भलाई।।
तब कुल कमल ǒ ͪ दख ु दाई। सीता सीत Ǔ ȡ सम आई।।
सुनहु नाथ सीता ǒ ǕȣÛ¡ Ʌ@Ǒ¡ न à
Ǖ ¡ ȡ संभु अज ȧÛ¡ Ʌ@
@
दो0–राम बान \ Ǒ¡ गन ǐ Ǔ Ǔ ȡ
भेक।
जब ͬ Ē न तब ͬ जतनु करहु तिज टे क।।36।।
–*–*–
Į सुनी सठ ता ǐ बानी। ǒ ¡ ȡ जगत ǒ Ǒ \ ͧ ȡ Ȣ@
@
सभय सभ ु ाउ ȡǐ कर साचा। मंगल महुँ भय मन \ Ǔ काचा।।
ɋ आवइ [ कटकाई। ǔ \ Ǒ¡ Ȳǒ
ȡȯǓ ͧ
खाई।।
Ȳ Ǒ¡ Ȳलोकप ȡ ȧ ğȡ ȡ@तासु ȡǐ सभीत ͫ° हासा।।
अस Ǒ¡ ǒ¡ ͧ ȡǑ¡ उर लाई। चलेउ सभाँ ममता \ ͬ ȡ_@
@
Ȳ Ȫȣ ǿ ȱकर ͬ
Ȳ ȡ@भयउ कंत पर ǒ ͬ ǒ ȣ ȡ@
@
बैठेउ सभाँ ǐ \ ͧ पाई। ͧ Ȳ Ǖपार सेना सब आई।।
Ǘ ȯͧ ͬ
` ͬ
मत कहहू। ते सब हँसे ç ǐ रहहू।।
िजतेहु सरु ासरु तब Į ȡ¡ ȣȲ@नर बानर ȯǑ¡ लेखे ȡ¡ ȣ@
@
दो0- ͬ
बैद गुर ȢǓ ɋ ͪĤ Ȫ Ǒ¡ Ȳभय आस।
राज [तन ȢǓ कर होइ ȯͬ ¡ ȣȲनास।।37।।
–*–*–
सोइ रावन कहुँ Ǔ सहाई। \ è ǓǕ Ǒ¡ Ȳसन
ु ाइ सनु ाई।।
अवसर ȡǓ ǒ Ȣ Ǖआवा। ħ ȡ ȡ चरन सीसु ȯǑ¡ Ȳनावा।।
ǕǓ ͧ ǽ नाइ बैठ Ǔ आसन। बोला बचन पाइ अनुसासन।।
जौ कृपाल ȱǓǗ ¡ Ǖ ȪǑ¡ बाता। Ǔ \ Ǖǽ कहउँ Ǒ¡ ताता।।
जो आपन चाहै ã ȡ ȡ@सुजसु Ǖ Ǔ सभ
ु Ǔ सुख नाना।।
सो ȡǐ ͧ ȡ Ȫ ȡɃ@तजउ
` ͬ के चंद ͩ नाई।।
चौदह भव
ु न एक Ǔ होई। Ǘ ġȪ¡ Ǔ ç^ Ǒ¡ Ȳसोई।।
गन
ु सागर नागर नर जोऊ। अलप लोभ भल कहइ न कोऊ।।
दो0- काम Đ Ȫ मद लोभ सब नाथ नरक के पंथ।
सब ǐ¡ ǐ Ǖ ȢǑ¡ भजहु Ǒ¡ Ȳ ȯǑ¡ संत।।38।।
–*–*–
तात राम Ǒ¡ Ȳनर भूपाला। Ǖ ȯè कालहु कर काला।।
Ħ é अनामय अज भगवंता। Þ ȡ अिजत \ ȡǑ अनंता।।
गो ɮͪ धेनु दे व Ǒ¡ ȡȣ@ Ǚȡͧ Ȳ Ǖमानष
ु Ǖ ȡȣ@
@
जन रं जन भंजन खल Ħ ȡ ȡ@बेद [Í सन
ु ु ħ ȡ ȡ@
@
ȡǑ¡ ǽ तिज नाइअ माथा। Ĥ ȡǓ भंजन रघन
ु ाथा।।
दे हु नाथ Ĥ Ǖकहुँ Ȱȯ¡ ȣ@भजहु राम ǒ Ǖहे तु ȯ¡ ȣ@
@
सरन गएँ Ĥ Ǖताहु न × ȡ ȡ@ǒ è ġȪ¡ कृत अघ ȯǑ¡ लागा।।
जासु नाम ğ ताप नसावन। सोइ Ĥ ǕĤ समुझु िजयँ रावन।।
दो0-बार बार पद लागउँ ǒ करउँ दससीस।
ǐ¡ ǐ मान मोह मद भजहु कोसलाधीस।।39(क)।।
ǕǓ Ǖ ǔè Ǔ ͧ ç सन Ǒ¡ पठई यह बात।
तरु त सो ɇĤ Ǖसन ¡ ȣ पाइ Ǖ\ ǽ तात।।39(ख)।।
–*–*–
ȡã Ȳ \ Ǔ ͬ
सयाना। तासु बचन ǕǓ \ Ǔ सुख माना।।
तात अनुज तव ȢǓ ǒ Ǘ
@सो उर धरहु जो कहत ǒ Ȣ @
@
ǐ Ǖउतकरष कहत सठ दोऊ। ǐǗ न करहु इहाँ हइ कोऊ।।
ȡã Ȳ
गह
ृ गयउ ¡ Ȫȣ@कहइ ǒ Ȣ Ǖ ǓǕ कर Ȫȣ@
@
Ǖ Ǔ Ǖ Ǔ सब Ʌउर ¡ ¡ ȣȲ@नाथ परु ान Ǔ अस ¡ ¡ ȣȲ@
@
जहाँ Ǖ Ǔ तहँ Ȳ Ǔ नाना। जहाँ Ǖ Ǔ तहँ ǒ Ǔ Ǔ ȡ ȡ@
@
तव उर Ǖ Ǔ बसी ǒȣ ȡ@Ǒ¡ \ Ǒ¡ मानहु ǐ ǕĤ Ȣ ȡ@
@
ȡ ȡǓ Ǔ ͧ
कुल ȯȣ@ ȯǑ¡ सीता पर ĤȢǓ ȯȣ@
@
दो0-तात चरन Ǒ¡ मागउँ राखहु मोर दल ु ार।
सीत दे हु राम कहुँ \ Ǒ¡ न होइ à
Ǖ ¡ ȡ@
@40।।
–*–*–
बुध पुरान Į ǓǕ संमत बानी। ¡ ȣ ǒ Ȣ ȢǓ बखानी।।
सन
ु त दसानन उठा ǐ ȡ_@खल ȪǑ¡ Ǔ ×
Ǖ Ǖअब आई।।
ǔ \ ͧ सदा सठ मोर िजआवा। ǐ Ǖकर Í मढ़
ू ȪǑ¡ भावा।।
¡ ͧ न खल अस को जग ȡ¡ ȣȲ@भुज बल ȡǑ¡ िजता ɇ ȡ¡ ȣ@
@
मम पुर ͧ ͧ Û¡ पर ĤȢ Ȣ@सठ ͧ Ǖजाइ Ǔ Û¡ Ǒ¡ कहु नीती।।
अस Ǒ¡ ȧÛ¡ ȯͧ चरन Ĥ¡ ȡȡ@अनुज गहे पद ȡǑ¡ Ȳबारा।।
उमा संत कइ इहइ बड़ाई। मंद करत जो करइ भलाई।।
à
Ǖ ¡ ͪ Ǖ ǐ ȯǑ¡ Ȳ ȪǑ¡ मारा। रामु ɅǑ¡ नाथ à
Ǖ ¡ ȡȡ@
@
ͬ
संग लै नभ पथ गयऊ। Ǒ¡ सुनाइ कहत अस भयऊ।।
दो0=रामु × Ȳ ã Ĥ Ǖसभा कालबस Ȫǐ@
मै रघुबीर सरन अब जाउँ दे हु Ǔ Ȫǐ@@41।।
–*–*–
अस Ǒ¡ चला ǒ Ȣ Ǖ ¡ ȣȲ@] ¡Ǘ ȣ भए सब ¡ ȣȲ@
@
साधु \ Ê ȡ तरु त भवानी। कर ã ȡ \ ͨ कै हानी।।
रावन Ǒ¡ Ȳǒ Ȣ × ȡ ȡ@भयउ ǒ ǒ Ǖ Ǒ¡ Ȳअभागा।।
चलेउ ¡ ͪ रघनु ायक ȡ¡ ȣȲ@करत मनोरथ बहु मन ȡ¡ ȣȲ@
@
ȯͨ ¡ `ȱजाइ चरन जलजाता। \ ǽ मद ृ ल
ु सेवक सख
ु दाता।।
जे पद ͧ ȣ ǐͪ ȡȣ@दं डक कानन ȡ ȡȣ@
@
जे पद जनकसुताँ उर लाए। कपट कुरं ग संग धर धाए।।
हर उर सर सरोज पद जेई। \ ¡ Ȫ ȡÊ मै ȯͨ ¡ `ȱतेई।।
दो0= ǔ Û¡ ȡ Û¡ के ȡ Ǖ ǔÛ¡ भरतु रहे मन लाइ।
ते पद आजु ǒ Ȫͩ ¡ `ȱ^Û¡ ǔÛ¡ अब जाइ।।42।।
–*–*–
f Ǒ¡ ǒ ͬ करत Ĥȯ ǒ
ȡȡ@आयउ Ǒ ͧ Ȳ Ǖf Ǒ¡ Ȳपारा।।
ͪÛ¡ ǒ Ȣ Ǖआवत दे खा। जाना कोउ ǐ Ǖदत
ू ǒ ȯ ȡ@
@
ȡǑ¡ ȡͨ कपीस Ǒ¡ Ȳआए। समाचार सब ȡǑ¡ सुनाए।।
कह ǕĒ Ȣ सुनहु रघुराई। आवा ͧ दसानन भाई।।
कह Ĥ Ǖसखा Ǘͨ g काहा। कहइ कपीस सुनहु नरनाहा।।
ȡǓ न जाइ Ǔ ȡ
माया। ȡ Ǿ ȯǑ¡ कारन आया।।
भेद हमार लेन सठ आवा। ȡͨ \ ȡȱͬ ȪǑ¡ अस भावा।।
सखा ȢǓ à
Ǖ ¡ Ȣͩ ǒ
ȡȣ@मम पन सरनागत ¡ ȡȣ@
@
ǕǓ Ĥ Ǖबचन हरष हनुमाना। सरनागत Í भगवाना।।
दो0=सरनागत कहुँ जे Ǒ¡ ȲǓ \ Ǒ¡ \ Ǖ ȡǓ @
ते नर पावँर पापमय Ǔ Û¡ Ǒ¡ ǒ Ȫ ¡ ȡǓ @
@43।।
–*–*–
ȪǑ ǒĤ बध ȡ Ǒ¡ Ȳजाहू। आएँ सरन तजउँ Ǒ¡ Ȳताहू।।
सनमख
ु होइ जीव ȪǑ¡ ¡ ȣ@
Ȳ Û ȪǑ अघ ȡ Ǒ¡ Ȳ ¡ ȣȲ@
@
पापवंत कर सहज सभ
ु ाऊ। भजनु मोर ȯǑ¡ भाव न काऊ।।
ɋ पै çǕ¡ सोइ होई। ȪɅसनमख
ु आव ͩ सोई।।
Ǔ [ मन जन सो ȪǑ¡ पावा। ȪǑ¡ कपट छल Ǔ ġ न भावा।।
भेद लेन पठवा दससीसा। तबहुँ न कछु भय ¡ ȡǓ कपीसा।।
जग महुँ सखा Ǔ ȡ
जेते। Ǔ Ǖहनइ Ǔ ͧ महुँ तेते।।
ɋ सभीत आवा सरनाई। ͨ ¡ `ȱ ȡǑ¡ Ĥ ȡ ȧ नाई।।
दो0=उभय ȡǓȱ ȯǑ¡ आनहु ¡ ȱͧ कह Ǚ ȡǓ ȯ @
जय कृपाल Ǒ¡ चले अंगद हनू समेत।।44।।
–*–*–
सादर ȯǑ¡ ] Ʌ ǐ बानर। चले जहाँ Ǖ Ǔ ǽ ȡ @
@
ǐǗǑ¡ ते दे खे ɮȫ ħ ȡ ȡ@नयनानंद दान के दाता।।
¡ Ǖǐ राम ǒ ȡ ǒ Ȫ ȧ@रहे उ Ǖͩ एकटक पल Ȫ ȧ@
@
भुज Ĥ Ȳ Ȳ ȡǽ लोचन। è ȡ गात Ĥ भय मोचन।।
ͧ Ȳ कंध आयत उर सोहा। आनन \ ͧ मदन मन मोहा।।
नयन नीर Ǖ ͩ \ Ǔ गाता। मन ǐ धीर ¡ ȣ मद
ृ ु बाता।।
नाथ दसानन कर ɇħ ȡ ȡ@Ǔ ͧ
बंस जनम Ǖğȡ ȡ@
@
सहज ȡͪĤ तामस दे हा। जथा ` Ǘ Ǒ¡ तम पर नेहा।।
दो0-Į सुजसु ǕǓ आयउँ Ĥ Ǖभंजन भव भीर।
ğȡǑ¡ ğȡǑ¡ ] Ǔ हरन सरन सख ु द रघबु ीर।।45।।
–*–*–
अस Ǒ¡ करत दं डवत दे खा। तरु त उठे Ĥ Ǖहरष ǒ ȯ ȡ@
@
ȣ बचन ǓǕ Ĥ Ǖमन भावा। भज
ु ǒ ȡ Ǒ¡ ǿ ȱलगावा।।
अनज
ु Ǒ¡ ͧ ͧ Ǒ Ȱ ȡȣ@बोले बचन भगत ¡ ȡȣ@
@
कहु लंकेस Ǒ¡ ǐ ȡȡ@कुसल कुठाहर बास àǕ ¡ ȡȡ@
@
खल Ȳ ȣȲबसहु Ǒ Ǖराती। सखा धरम Ǔ ¡ ^ ȯǑ¡ भाँती।।
ɇजानउँ à
Ǖ ¡ ȡǐ सब ȣ Ȣ@\ Ǔ नय Ǔ Ǖ न भाव अनीती।।
ǽ भल बास नरक कर ताता। çǕ संग Ǔ दे इ ǒ ȡ ȡ@
@
अब पद ȯͨ कुसल रघरु ाया। ɋ à
Ǖ ¡ ȧÛ¡ ȡǓ जन दाया।।
दो0-तब ͬ कुसल न जीव कहुँ सपनेहुँ मन ǒĮ ȡ @
जब ͬ भजत न राम कहुँ सोक धाम तिज काम।।46।।
–*–*–
तब ͬ ǿ ȱबसत खल नाना। लोभ मोह Í मद माना।।
जब ͬ उर न बसत रघुनाथा। Ʌचाप सायक Ǒ भाथा।।
ममता ǽ तमी \ ȱͬ ] ȣ@राग ɮȯ उलूक Ǖ ȡȣ@
@
तब ͬ Ǔ जीव मन ȡ¡ ȣȲ@जब ͬ Ĥ ǕĤ ȡ ǒ ȡ¡ ȣȲ@
@
अब ɇकुसल ͧ ȯभय भारे । ȯͨ राम पद कमल à
Ǖ ¡ ȡȯ@
@
à
Ǖ ¡ कृपाल जा पर अनक
ु ू ला। ȡǑ¡ न Þ ȡ ǒğǒ भव सल
ू ा।।
ɇǓ ͧ
\ Ǔ अधम सुभाऊ। सुभ आचरनु ȧÛ¡ Ǒ¡ Ȳकाऊ।।
जासु Ǿ ǕǓ Ú ȡ न आवा। ȯǑ¡ ȲĤ Ǖ¡ ͪ ǿ ȱ ȪǑ¡ लावा।।
दो0–\ ¡ Ȫ ȡÊ मम \ ͧ \ Ǔ राम कृपा सुख पुंज।
दे खेउँ नयन ǒȲͬ
ͧ ȯÞ जग
ु ल पद कंज।।47।।
–*–*–
सुनहु सखा Ǔ कहउँ सुभाऊ। जान Ǖ ǕȲͫ संभु ͬ ǐ ȡa @
@
ɋ नर होइ चराचर ġȪ¡ ȣ@आवे सभय सरन ͩ Ȫ¡ ȣ@
@
तिज मद मोह कपट छल नाना। करउँ ɮ ȯǑ¡ साधु समाना।।
जननी जनक बंधु सत
ु दारा। तनु धनु भवन ıǕ ǐ ȡȡ@
@
सब कै ममता ताग Ȫȣ@मम पद Ǒ¡ बाँध ǐ Ȫȣ@
@
समदरसी ^Í ȡ कछु ȡ¡ ȣȲ@हरष सोक भय Ǒ¡ Ȳमन ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
अस Ï मम उर बस Ȱ @
Ʌ लोभी ǿ ȱबसइ धनु Ȱ
@Ʌ@
à
Ǖ ¡ ȡǐ ȯसंत ͪĤ ȪɅ@धरउँ दे ह Ǒ¡ Ȳआन Ǔ ¡ ȪɅ@
@
दो0- सगन
ु उपासक Ǒ¡ Ǔ ȢǓ Ǻ± नेम।
ते नर Ĥȡ समान मम ǔ Û¡ Ʌɮͪ पद Ĥȯ @ @48।।
–*–*–
सन
ु ु लंकेस सकल गन
ु ȪɅ@ ȡ Ʌ à
Ǖ ¡ \ Ǔ ͪĤ ȪɅ@
@
राम बचन ǕǓ बानर जूथा। सकल ¡ Ǒ¡ Ȳजय कृपा Ǿ ȡ@
@
सुनत ǒ Ȣ ǕĤ Ǖकै बानी। Ǒ¡ Ȳअघात Į ȡ Ǚ जानी।।
पद अंबुज Ǒ¡ ȡǑ¡ Ȳबारा। ǿ ȱसमात न Ĥȯ Ǖअपारा।।
सन
ु हु दे व सचराचर èȡ Ȣ@Ĥ ȡ उर अंतरजामी।।
उर कछु Ĥ बासना ¡ ȣ@Ĥ Ǖपद ĤȢǓ ǐ सो ¡ ȣ@
@
अब कृपाल Ǔ Ǔ पावनी। दे हु सदा ͧ मन भावनी।।
f è Ǖ Ǒ¡ Ĥ Ǖरनधीरा। मागा तरु त ͧ Ȳ Ǖकर नीरा।।
ͪ सखा तव ^Í ȡ ȡ¡ ȣȲ@मोर दरसु अमोघ जग ȡ¡ ȣȲ@
@
अस Ǒ¡ राम Ǔ ȯǑ¡ सारा। सम
ु न ǔǙç नभ भई अपारा।।
दो0-रावन Đ Ȫ अनल Ǔ è ȡ समीर Ĥ
Ȳ @
जरत ǒ Ȣ Ǖराखेउ ȣÛ¡ ȯ¡ Ǖराजु अखंड।।49(क)।।
जो Ȳ Ǔ ͧ ȡ Ǒ¡ ȣǔÛ¡ Ǒf ȱदस माथ।
सोइ संपदा ǒ Ȣ Ǒ¡ Ǖͬ
ȣÛ¡ रघुनाथ।।49(ख)।।
–*–*–
अस Ĥ Ǖ ȡͫ° Ǒ¡ Ȳजे आना। ते नर पसु ǒ Ǖपँछ
ू ǒ ȡ ȡ@
@
Ǔ जन ȡǓ ȡǑ¡ अपनावा। Ĥ Ǖसुभाव ͪ कुल मन भावा।।
ǕǓ Ê
[ [उर बासी। Ǿ[ सब Ǒ¡ उदासी।।
बोले बचन ȢǓ ĤǓ ȡ @कारन मनज
ु दनज
ु कुल घालक।।
सन
ु ु कपीस Ȳ ȡǓ बीरा। ȯǑ¡ ǒ ͬ ǐ\ ͬ गंभीरा।।
संकुल मकर उरग झष जाती। \ Ǔ अगाध è
Ǖ सब भाँती।।
कह लंकेस सुनहु रघुनायक। ȪǑ ͧ Ȳ Ǖसोषक तव सायक।।
ɮ ͪ ͪ ȢǓ \ ͧ गाई। ǒ ǐ\ सागर सन जाई।।
दो0-Ĥ Ǖ à
Ǖ ¡ ȡ कुलगरु ͬ Ǒ¡ Ǒ¡ उपाय ǒ
ȡǐ@
ǒ ǕĤ ȡ सागर ǐǑ¡ सकल भालु ͪ ȡǐ@ @50।।
–*–*–
सखा ¡ ȣ àǕ ¡ Ȣͩ उपाई। ǐ\ दै व ɋ होइ सहाई।।
Ȳğ न यह Ǔ मन भावा। राम बचन ǓǕ \ Ǔ दख
ु पावा।।
नाथ दै व कर कवन भरोसा। Ȫͪ \ ͧ Ȳ Ǖ ǐ\ मन रोसा।।
कादर मन कहुँ एक अधारा। दै व दै व आलसी पुकारा।।
सुनत ǒ ¡ ͧ बोले रघुबीरा। g ȯǑ¡ Ȳकरब धरहु मन धीरा।।
अस Ǒ¡ Ĥ Ǖ\ Ǖ Ǒ¡ समझ
ु ाई। ͧ Ȳ Ǖसमीप गए रघरु ाई।।
Ĥ Ĥ ȡ ȧÛ¡ ͧ ǽ नाई। बैठे ǓǕ तट [डसाई।।
Ǒ¡ Ȳǒ Ȣ Ĥ ǕǑ¡ Ȳआए। ȡ Ʌरावन दत
ू पठाए।।
दो0-सकल
ǐ Ǔ Û¡ दे खे Ʌकपट ͪ दे ह।
Ĥ Ǖगुन ǿ ȱ ȡ¡ Ǒ¡ Ȳसरनागत पर नेह।।51।।
–*–*–
Ĥ ȡ Ǒ¡ Ȳराम सुभाऊ। \ Ǔ Ĥȯ गा ǒ ǐ दरु ाऊ।।
ǐ Ǖके दत
ू ͪÛ¡ तब जाने। सकल ȡȱͬ कपीस Ǒ¡ Ȳआने।।
कह ǕĒ Ȣ सुनहु सब बानर। अंग भंग ǐ पठवहु Ǔ ͧ
@
@
ǓǕ ĒǕ Ȣ बचन ͪ धाए। ȡȱͬ कटक चहु पास ͩ ȡf @@
बहु Ĥ ȡ मारन ͪ लागे। ȣ पक
ु ारत ͪ न × ȡ ȯ@
@
जो हमार हर नासा काना। ȯǑ¡ कोसलाधीस कै आना।।
ǕǓ Ǔ सब Ǔ बोलाए। दया ȡͬ ¡ ȱͧ तरु त छोडाए।।
रावन कर ȣ ¡ Ǖयह पाती। Ǔ बचन बाचु कुलघाती।।
दो0-कहे हु मख
ु ागर मढ़
ू सन मम संदेसु उदार।
सीता दे इ ͧ ȯ¡Ǖन त आवा काल à
Ǖ ¡ ȡ@
@52।।
–*–*–
तरु त नाइ Ǔ पद माथा। चले दत ू बरनत गन ु गाथा।।
कहत राम जसु लंकाँ आए। रावन चरन सीस Ǔ Û¡ नाए।।
ǒ ¡ ͧ दसानन ȱǗ Ȥ बाता। ¡ ͧ न सुक ] Ǔ कुसलाता।।
ǕǓ कहु ǐ ǒ Ȣ ȯȣ@ ȡǑ¡ ×
Ǚ Ǖआई \ Ǔ ȯȣ@
@
करत राज लंका सठ × ȡ Ȣ@¡ Ȫ^Ǒ¡ जब कर ȧ अभागी।।
ǓǕ कहु भालु ȧ कटकाई। Ǒ काल Ĥȯǐ
ͧ आई।।
ǔ Û¡ के जीवन कर रखवारा। भयउ मद ृ ल
ु ͬ
ͧ Ȳ Ǖǒ
ȡȡ@
@
कहु ͧ Û¡ कै बात ¡ Ȫȣ@ǔ Û¡ के ǿ ȱğȡ \ Ǔ Ȫȣ@
@
दो0– ȧ भइ Ʌ ͩ ͩ ǐ गए Į सुजसु ǕǓ मोर।
¡ ͧ न ǐ Ǖदल तेज बल बहुत
ͩ ͬ
तोर।।53।।
–*–*–
नाथ कृपा ǐ पँूछेहु Ȱ Ʌ@मानहु कहा Đ Ȫ तिज Ȱ Ʌ
@@
ͧ ȡ जाइ जब अनुज à
Ǖ ¡ ȡȡ@ ȡ Ǒ¡ Ȳराम Ǔ ȯǑ¡ सारा।।
रावन दत
ू ¡ Ǒ¡ ǕǓ काना। ͪÛ¡ ȡȱͬ ȣÛ¡ ȯदख
ु नाना।।
Į ȡͧ ȡ काटै लागे। राम सपथ ȣÛ¡ ȯहम × ȡ ȯ@
@
ȱǓǗ ¡ Ǖनाथ राम कटकाई। बदन ȪǑ सत Ǔ न जाई।।
नाना बरन भालु ͪ ȡȣ@ǒ ȡ ǒ ȡ ȡȣ@
@
ȯǑ¡ Ȳपुर दहे उ हतेउ सुत तोरा। सकल ͪÛ¡ महँ ȯǑ¡ बलु थोरा।।
\ ͧ नाम भट Ǒ कराला। \ ͧ नाग बल ǒ Ǖ ǒ ȡ ȡ@
@
दो0-ɮͪǒ मयंद नील नल अंगद गद ǒ ȡͧ @
ͬ Ǖ ȯ¡ ǐ Ǔ सठ जामवंत ȡͧ @
@54।।
–*–*–
ए ͪ सब ĒǕ Ȣ समाना। ^Û¡ सम ȪǑÛ¡ गनइ को नाना।।
राम कृपाँ \ ͧǕ बल Ǔ Û¡ ¡ ȣȲ@तन
ृ समान ğȯ
Ȫ Ǒ¡ ¡ ȣȲ@
@
अस ɇसुना Į दसकंधर। पदम
ु अठारह जूथप बंदर।।
नाथ कटक महँ सो ͪ ȡ¡ ȣ@
Ȳ जो न à
Ǖ ¡ Ǒ¡ जीतै रन ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
परम Đ Ȫ Ȣ Ǒ¡ Ȳसब हाथा। आयसु पै न ȯǑ¡ Ȳरघुनाथा।।
ȪǑ¡ Ȳͧ Ȳ Ǖ Ǒ¡ झष Þ ȡ ȡ@ Ǘ¡ ȣȲन त ǐ कुधर ǒ ȡ ȡ@
@
Ǒ[ [ ͧ Ǒ¡ Ȳदससीसा। ऐसेइ बचन ¡ Ǒ¡ Ȳसब ȧ ȡ@
@
Ǒ[¡ Ȳ Ǒ[¡ Ȳसहज असंका। मानहु Ē चहत ¡ Ǒ¡ Ȳलंका।।
दो0–सहज सूर ͪ भालु सब ǕǓ ͧ पर Ĥ Ǖराम।
रावन काल ȪǑ कहु ȢǓ Ǒ¡ Ȳ ȲĒ ȡ @ @55।।
–*–*–
राम तेज बल Ǖͬ ǒ Ǖ ȡ_@तब ħ ȡ Ǒ¡ पँछ
ू े उ नय नागर।।
तासु बचन ǕǓ सागर ȡ¡ ȣȲ@मागत पंथ कृपा मन ȡ¡ ȣȲ@
@
सुनत बचन ǒ¡ ȡ दससीसा। ɋ \ ͧ Ǔ सहाय कृत ȧ ȡ@
@
सहज Ȣǽ कर बचन Ǻ±ȡ_@सागर सन ठानी मचलाई।।
मढ़
ू मष
ृ ा का ͧ बड़ाई। ǐ Ǖबल ͪǕƨ थाह ɇपाई।।
ͬ
सभीत ǒ Ȣ ȡɅ@ǒ ǒ ǗǓ कहाँ जग ȡɅ@
@
ǕǓ खल बचन दत
ू ǐ ȡ±ȣ@समय ǒ
ȡǐ ǒğ ȡ ȡ±ȣ@
@
रामानुज ȣÛ¡ ȣ यह पाती। नाथ बचाइ जुड़ावहु छाती।।
ǒ ¡ ͧ बाम कर ȣÛ¡ ȣ रावन। ͬ
Ȫͧ सठ लाग बचावन।।
दो0– ȡ Û¡ Ǒ¡ ǐ ȡ^ सठ Ǔ ȡ ͧ कुल खीस।
राम ǒȪ न ` ͧ सरन ǒ ç Ǖअज ईस।।56(क)।।
ȧ तिज मान अनुज इव Ĥ Ǖपद पंकज भंग
ृ ।
¡ ȪǑ¡ ͩ राम सरानल खल कुल Ǒ¡ पतंग।।56(ख)।।
–*–*–
सन
ु त सभय मन मख
ु मस
ु क
ु ाई। कहत दसानन Ǒ¡ सन
ु ाई।।
ͧǗ परा कर गहत अकासा। लघु तापस कर बाग ǒ ȡ ȡ@
@
कह सुक नाथ × सब बानी। समुझहु ȡͫ° Ĥ ǙǓ \ ͧ ȡ Ȣ@
@
सुनहु बचन मम ǐ¡ ǐ Đ Ȫ ȡ@नाथ राम सन तजहु ǒ Ȫ ȡ@
@
\ Ǔ कोमल रघुबीर सुभाऊ। ɮ ͪ \ ͨ लोक कर राऊ।।
ͧ कृपा à
Ǖ ¡ पर Ĥ Ǖ ǐ¡ ȣ@उर अपराध न एकउ ǐ¡ ȣ@
@
जनकसत
ु ा Ǖ ȡ Ǒ¡ ȣ ȯ@एतना कहा मोर Ĥ Ǖ ȧ ȯ@
जब ȯǑ¡ Ȳकहा दे न Ȱȯ¡ ȣ@चरन Ĥ¡ ȡ ȧÛ¡ सठ ȯ¡ ȣ@
@
नाइ चरन ͧ ǽ चला सो तहाँ। Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖरघुनायक जहाँ।।
ǐ Ĥ ȡ ǕǓ कथा सुनाई। राम कृपाँ ] Ǔ Ǔ पाई।।
ǐͪ \ ǔè ȧȲसाप भवानी। राछस भयउ रहा ǕǓ Ê ȡ Ȣ@
@
ȲǑ राम पद ȡǑ¡ Ȳबारा। ǓǕ Ǔ ] Į कहुँ पगु धारा।।
दो0-ǒ न मानत ͬ जड़ गए तीन Ǒ ȢǓ @
बोले राम सकोप तब भय ǒ Ǖहोइ न Ĥ ȢǓ @@57।।
–*–*–
Ǔ बान सरासन आन।ू Ȫɋ ȡǐͬ ǒ ͧ कृसान।ू ।
सठ सन ǒ ǕǑ सन Ĥ Ȣ Ȣ@सहज कृपन सन सुंदर नीती।।
ममता रत सन Ê ȡ कहानी। \ Ǔ लोभी सन ǒ Ǔ बखानी।।
Đ Ȫͬ Ǒ¡ सम ȡͧ Ǒ¡ ¡ ǐ कथा। ऊसर बीज बएँ फल जथा।।
अस Ǒ¡ Ǖ Ǔ चाप चढ़ावा। यह मत Ǔ के मन भावा।।
संघानेउ Ĥ Ǖǒ ͧ कराला। ` Ȥ ` ͬ उर अंतर Ï ȡ ȡ@
@
मकर उरग झष गन अकुलाने। जरत जंतु Ǔ ͬ जब जाने।।
कनक थार ǐ Ǔ गन नाना। ǒ Ĥ Ǿ आयउ तिज माना।।
दो0- ȡȯǑ¡ Ȳपइ ȣ फरइ ȪǑ जतन कोउ सींच।
ǒ न मान खगेस सन ु ु ȡȯǑ¡ Ȳपइ नव नीच।।58।।
–*–*–
सभय ͧ Ȳ Ǖ Ǒ¡ पद Ĥ Ǖकेरे । छमहु नाथ सब अवगुन मेरे।।
गगन समीर अनल जल धरनी। ^Û¡ कइ नाथ सहज जड़ करनी।।
तव Ĥȯǐ मायाँ उपजाए। ǔǙç हे तु सब Ē Ȳ Ǔ गाए।।
Ĥ Ǖआयसु ȯǑ¡ कहँ जस अहई। सो ȯǑ¡ ȡȱǓ रहे सख
ु लहई।।
Ĥ Ǖभल ȧÛ¡ ȣ ȪǑ¡ ͧ ȣÛ¡ ȣ@मरजादा ǕǓ à
Ǖ ¡ ȣ ȧÛ¡ ȣ@
@
ढोल गवाँर Ǘġ पसु ȡȣ@सकल ताड़ना के \ ͬ ȡȣ@
@
Ĥ ǕĤ ȡ ɇजाब सुखाई। ` ǐǑ¡ कटकु न Ȫǐ बड़ाई।।
Ĥ Ǖ\ Ê ȡ अपेल Į ǓǕ गाई। ɋ सो ȯͬ जौ à
Ǖ ¡ Ǒ¡ सोहाई।।
दो0-सन
ु त ǒ Ȣ बचन \ Ǔ कह कृपाल मस
ु क
ु ाइ।
ȯǑ¡ ǒͬ उतरै ͪ कटकु तात सो कहहु उपाइ।।59।।
–*–*–
नाथ नील नल ͪ ɮȫ भाई। ǐ ȡ_ ǐͪ ] ͧ पाई।।
Ǔ Û¡ के परस ͩ f ȱͬ ǐ भारे । ǐ¡ Ǒ¡ Ȳ ͬ Ĥ ȡ à
Ǖ ¡ ȡȯ@
@
ɇ ǕǓ उर ǐ Ĥ Ǖ ȡ_@ ǐ¡ `ȱबल अनुमान सहाई।।
f Ǒ¡ ǒ ͬ नाथ Ȫͬ बँधाइअ। ȯǑ¡ Ȳयह सुजसु लोक Ǔ ¡ Ǖȱगाइअ।।
f Ǒ¡ सर मम ` × तट बासी। हतहु नाथ खल नर अघ रासी।।
ǓǕ कृपाल सागर मन पीरा। Ǖ Ǒ¡ Ȳ¡ ȣ राम रनधीरा।।
ȯͨ राम बल ȫǽ ȡȣ@¡ ͪ ȪǓ ͬ भयउ Ǖ ȡȣ@
@
सकल
ǐ Ǒ¡ Ĥ ǕǑ¡ सुनावा। चरन ȲǑ ȡ Ȫͬ ͧ ȡ ȡ@
@
छं 0-Ǔ भवन गवनेउ ͧ Ȳ ǕĮ Ȣ Ǖ Ǔ Ǒ¡ यह मत भायऊ।
यह
ǐ ͧ मलहर ȡ Ǔ दास तल
ु सी गायऊ।।
सख
ु भवन संसय समन दवन ǒ ȡ Ǖ Ǔ गन
ु गना।।
तिज सकल आस भरोस ȡ Ǒ¡ Ǖ Ǒ¡ संतत सठ मना।।
दो0-सकल सुमंगल दायक रघुनायक गुन गान।
सादर Ǖ Ǒ¡ Ȳते Ǒ¡ Ȳभव ͧ Ȳ Ǖǒ ȡ जलजान।।60।।
मासपारायण, चौबीसवाँ ͪĮ ȡ
~~~~~~~
^Ǔ Į Ȣ ġȡ
ǐ ȡ ȯ ͧ Ǖ ͪÚ Ȳ ȯ
Ñ
Ȭ सोपानः ȡÜ Ȭ ।
( Û
Ǖ ȡÖ ȡÜ )
–*–*–
लंका ȡÖ
ȡ
ǐ ȡ
ç सोपान
( Ȳ ȡ ȡÖ)
æ Ȫ
रामं ȡ ȡǐ ȯå Ȳभवभयहरणं ȡ × ȯ ͧ ¡ȲȲ
Ȫ ȢÛġȲ£ ȡ à Ȳ Ǖ Ǔ ͬ ǔ ȲǓ Ǖ[ ȲǓ ͪ [ ȡ @
Q
मायातीतं सरु े शं Ǔ ȲĦ é Û
ǙȰ ȯ Ȳ
Ûȯ Ûȡ ȡ Ȳ ͧ Ȳȯ Ǖ ȸ Ǿ @
@
Q1।।
Ȳ ȯÛɮȡ Ȣ ǕÛ ǕȲ ȡ [Ǘ
ȡ[à Ȳ
ȡ å ȡ ȡ Ǘ Ȳ Ȳ ȡ ȡȲ ͪĤ @
Q
काशीशं ͧ ã ȫ Ȳ ã ȡ ã ġ Ǖ Ȳ
ȫ Ȣɬ Ȳͬ ǐ ȡǓ Ȳ Ǖ Ǔ ͬ Ȳ Û ¡[ Ȳ ɨ @
@
Q2।।
यो ȡǓ सतां à ȬǕ Ȱ ã ͪ Ǖ [ @
Q
खलानां Ö Ǚɮ ȪM ȫ ɨ Ȭ शं तनोतु मे।।3।।
दो0-लव Ǔ ȯ परमानु जुग बरष कलप सर चंड।
ͧ न मन ȯǑ¡ राम को कालु जासु कोदं ड।।
–*–*–
सो0-ͧ Ȳ Ǖबचन ǕǓ राम ͬ
Ȫͧ Ĥ Ǖअस कहे उ।
अब ǒ Ȳ ǕȯǑ¡ काम करहु सेतु उतरै कटकु।।
सन
ु हु भानकु ु ल केतु जामवंत कर Ȫǐ कह।
नाथ नाम तव सेतु नर
Ǒ± भव सागर ǐǑ¡ @
Ȳ@
यह लघु ͬ तरत Ǔ बारा। अस ǕǓ ǕǓ कह पवनकुमारा।।
Ĥ ǕĤ ȡ बड़वानल ȡȣ@सोषेउ Ĥ ȪǓ ͬ ȡȣ@
@
तब ǐ Ǖ ȡȣ ǽ जल धारा। भरे उ ¡ Ȫǐ भयउ ȯǑ¡ Ȳखारा।।
ǓǕ \ Ǔ ` ǕǓ पवनसत
ु ȯȣ@हरषे ͪ Ǖ Ǔ तन ¡ ȯȣ@
@
जामवंत बोले दोउ भाई। नल Ȣ Ǒ¡ सब कथा सन
ु ाई।।
राम Ĥ ȡ Ǖͧ ǐ मन ȡ¡ ȣȲ@करहु सेतु Ĥ ȡ कछु ȡ¡ ȣȲ@
@
Ȫͧ ͧ f ͪ Ǔ ¡ Ȫȣ@सकल सुनहु ǒ Ȣ कछु Ȫȣ@
@
राम चरन पंकज उर धरहू। कौतक ु एक भालु ͪ करहू।।
धावहु [ ǒ Ǿ ȡ@आनहु ǒ ͬ ǐÛ¡ के जथ
ू ा।।
ǓǕ ͪ भालु चले ǐ हूहा। जय रघबु ीर Ĥ ȡ समह ू ा।।
दो0-\ Ǔ उतंग ͬ ǐ पादप ȣ Ǒ¡ Ȳ ȯǑ¡ Ȳउठाइ।
] Ǔ ȯǑ¡ Ȳनल Ȣ Ǒ¡
Ǒ¡ Ȳते सेतु बनाइ।।1।।
–*–*–
सैल ǒ ȡ ] Ǔ ͪ ȯ¡ ȣȲ@कंदक
ु इव नल नील ते ȯ¡ ȣȲ@
@
ȯͨ सेतु \ Ǔ सुंदर रचना। ǒ¡ ͧ Ǚ ȡǓ ͬ बोले बचना।।
परम à ` × यह धरनी। Ǒ¡ ȡ \ ͧ जाइ Ǒ¡ Ȳबरनी।।
ǐ¡ `ȱइहाँ संभु थापना। मोरे ǿ ȱपरम कलपना।।
ǓǕ कपीस बहु दत
ू पठाए। ǓǕ सकल Ȫͧ लै आए।।
ͧ Ȳ ȡͪ ǒͬ ǐ पज
ू ा। ͧ समान ͪĤ ȪǑ¡ न दज
ू ा।।
ͧ ġȪ¡ ȣ मम भगत कहावा। सो नर सपनेहुँ ȪǑ¡ न पावा।।
संकर ǒ Ǖ Ǔ चह Ȫȣ@सो ȡ ȧ मूढ़ Ǔ Ȫȣ@
@
दो0-संकर ͪĤ मम ġȪ¡ ȣ ͧ ġȪ¡ ȣ मम दास।
ते नर Ǒ¡ कलप ǐ धोर नरक महुँ बास।।2।।
–*–*–
जे ȡ ȯè दरसनु ǐ¡ Ǒ¡ @
Ȳ ते तनु तिज मम लोक ͧ ǐ¡ Ǒ¡ @
Ȳ@
जो गंगाजलु ] Ǔ
±ȡ^Ǒ¡ @सो ȡ ÏǕ ǕǔÈ नर ȡ^Ǒ¡ @
@
होइ अकाम जो छल तिज ȯ^ Ǒ¡ @ Ǔ Ȫǐ ȯǑ¡ संकर ȯ^ Ǒ¡ @
@
मम कृत सेतु जो दरसनु ǐ¡ ȣ@सो ǒ ǕĮ भवसागर ǐ¡ ȣ@
@
राम बचन सब के िजय भाए। ǓǕ Ǔ Ǔ ] Į आए।।
ͬ ǐ ȡ Ǖ Ǔ कै यह ȣ Ȣ@संतत Ǒ¡ ȲĤ पर Ĥ Ȣ Ȣ@
@
बाँधा सेतु नील नल नागर। राम कृपाँ जसु भयउ उजागर।।
Ǘ° Ǒ¡ Ȳ] Ǒ¡ ȪǑ¡ Ȳजेई। भए उपल ȪǑ¡ सम तेई।।
Ǒ¡ ȡ यह न ͬ कइ बरनी। पाहन गुन न ͪ Û¡ कइ करनी।।
दो0=Į Ȣ रघब
ु ीर Ĥ ȡ ते ͧ Ȳ Ǖतरे पाषान।
ते Ǔ Ȳ जे राम तिज Ǒ¡ Ȳजाइ Ĥ Ǖआन।।3।।
–*–*–
ȡȱͬ सेतु \ Ǔ ǺǕ ± बनावा। ȯͨ Ǚ ȡǓ ͬ के मन भावा।।
ȣ सेन कछु Ǔ न जाई। Ǒ[¡ Ȳ [ भट समद
ु ाई।।
सेतब
ु ंध Ǒ
Ǒ± रघुराई। ͬ
कृपाल ͧ Ȳ Ǖबहुताई।।
दे खन कहुँ Ĥ Ǖ ǽ ȡ कंदा। Ĥ भए सब जलचर बंद
ृ ा।।
मकर Đ नाना झष Þ ȡ ȡ@सत जोजन तन परम ǒ ȡ ȡ@ @
अइसेउ एक Ǔ Û¡ Ǒ¡ जे ȡ¡ ȣȲ@f Û¡ Ʌडर ȯͪ ȯ
ȡ¡ ȣȲ@
@
Ĥ ǑǕ¡ ǒ Ȫ Ǒ¡ ȲǑ¡ Ȳन टारे । मन ¡ ͪ सब भए सख
ु ारे ।।
Ǔ Û¡ ȧ ओट न ȯͨ \ ȡȣ@मगन भए ¡ ǐ Ǿ Ǔ ¡ ȡȣ@
@
चला कटकु Ĥ Ǖआयसु पाई। को Ǒ¡ सक ͪ दल ǒ Ǖ ȡ_@
@
दो0-सेतब
ु ंध भइ भीर \ Ǔ ͪ नभ पंथ ` °ȡǑ¡ @
Ȳ
अपर
ǔÛ¡ ऊपर
Ǒ±
Ǒ± ȡǑ¡ ȡǑ¡ @
Ȳ@
4।।
–*–*–
अस कौतक
ु ǒ Ȫͩ ɮȫ भाई। ǒ ¡ ȱͧ चले कृपाल रघुराई।।
सेन Ǒ¡ उतरे रघब
ु ीरा। Ǒ¡ न जाइ ͪ जथ
ू प भीरा।।
ͧ Ȳ Ǖपार Ĥ Ǖडेरा ȧÛ¡ ȡ@सकल ͪ Û¡ कहुँ आयसु ȣÛ¡ ȡ@ @
खाहु जाइ फल मल ू सह ु ाए। सन
ु त भालु ͪ जहँ तहँ धाए।।
सब ǽ फरे राम Ǒ¡ लागी। ǐ Ǖ\ ǽ Ǖǐ Ǖकाल Ǔ × ȡ Ȣ@
@
ȡǑ¡ Ȳमधरु फल बटप ¡ ȡ Ǒ¡ @
Ȳ लंका Û Ǖ ͧ
ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
जहँ कहुँ ͩ Ǔ ȡ
ȡ Ǒ¡ @
Ȳ ȯǐ सकल बहु नाच
ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
ǔÛ¡ ȡǑ ȡͧ ȡ काना। Ǒ¡ Ĥ Ǖसज ु सु ȯǑ¡ Ȳतब जाना।।
ǔ Û¡ कर नासा कान Ǔ ȡ ȡ@Ǔ Û¡ ȡ Ǒ¡ ¡ ȣ सब बाता।।
सुनत Į ȡǐͬ बंधाना। दस मुख Ȫͧ उठा अकुलाना।।
दो0-ȡȲÚ Ȫ Ǔ ͬ ȢǓ ͬ ͬ ͧ Ȳ Ǖ ȡȣ @
× Ȫ Ǔ ͬ Ȳ Ǔ ` ͬ Ȫͬ ȣ @ @5।।
–*–*–
Ǔ ǒ ȡ ǒ
ȡǐ ¡ Ȫȣ@ǒ ¡ ȱͧ गयउ Ē ¡ ǐ भय Ȫȣ@
@
Ȳ ȪȣȲ ǕÛ Ȫ Ĥ Ǖआयो। ȫ Ǖ ¡ ȣȲ ȡ Ȫͬ बँधायो।।
कर Ǒ¡ Ǔ Ǒ¡ भवन Ǔ आनी। Ȫ ȣ परम मनोहर बानी।।
चरन नाइ ͧ ǽ अंचलु रोपा। सन
ु हु बचन ͪ ǐ¡ ǐ कोपा।।
नाथ ǽ ȧ ȯ ȡ¡ ȣ ɉ@ Ǖͬ बल ͩ \ ȢǓ ȡ¡ ȣ ɉ@
@
à
Ǖ ¡ Ǒ¡ Ǖ Ǔ Ǒ¡ अंतर कैसा। खलु ɮ Ȫ Ǒ Ǒ¡ जैसा।।
\ Ǔ मधु कैटभ ȯǑ¡ Ȳमारे । महाबीर ǑǓ Ǖ संघारे ।।
ȯǑ¡ Ȳͧ ȡȱͬ सहजभज
ु मारा। सोइ अवतरे उ हरन Ǒ¡ भारा।।
तासु ǒ Ȫ न ȧǔ \ नाथा। काल करम िजव ȡɅहाथा।।
दो0-ȡ Ǒ¡ ȫͪ ȡ ȧ नाइ कमल पद माथ।
सुत कहुँ राज ͪ [बन जाइ भिजअ रघुनाथ।।6।।
–*–*–
नाथ ȣ ȡ रघरु ाई। बाघउ सनमख
ु गएँ न खाई।।
ȡǑ¡ \ करन सो सब ǐ बीते। à
Ǖ ¡ सुर असुर चराचर जीते।।
संत ¡ Ǒ¡ Ȳ\ ͧ ȢǓ दसानन।
ȫ Ʌ ȡ^Ǒ¡ नप
ृ कानन।।
तासु भजन ȧǔ \ तहँ ȡ[@जो ȡ[पालक Ȳ¡ ȡ[@
@
सोइ रघव ु ीर Ĥ अनरु ागी। भजहु नाथ ममता सब × ȡ Ȣ@ @
ǓǕ जतनु Ǒ¡ Ȳ ȯǑ¡ लागी। भप
ू राजु तिज ¡ ȪǑ¡ Ȳǒȡ Ȣ@
@
सोइ कोसलधीस रघुराया। आयउ करन ȪǑ¡ पर दाया।।
ɋ ͪ मानहु मोर ͧ ȡ @सुजसु होइ Ǔ ¡ Ǖȱपुर \ Ǔ पावन।।
दो0-अस Ǒ¡ नयन नीर ǐ Ǒ¡ पद Ȳͪ गात।
नाथ भजहु Ǖ ȡ Ǒ¡ अचल होइ \ Ǒ¡ ȡ @
@7।।
–*–*–
तब रावन मयसुता उठाई। कहै लाग खल Ǔ Ĥ Ǖ ȡ_@ @
सन
ु ु तै ͪĤ ȡ बथ
ृ ा भय माना। जग जोधा को ȪǑ¡ समाना।।
ǽ कुबेर पवन जम काला। भज
ु बल िजतेउँ सकल Ǒ ȡ ȡ@
@
दे व दनुज नर सब बस ȪɅ@कवन हे तु उपजा भय ȪɅ@
@
नाना ǒ ͬ ȯǑ¡ ¡ ȯͧ बुझाई। सभाँ ¡ Ȫǐ बैठ सो जाई।।
Ȳ ȪȣȲहदयँ अस जाना। काल è उपजा \ ͧ ȡ ȡ@
@
सभाँ आइ ȲǒğÛ¡ ɅǑ¡ बझ
ू ा। करब कवन ǒͬ ǐ Ǖ ɇजझ
ू ा।।
¡ Ǒ¡ Ȳ ͬ
सन
ु ु Ǔ ͧ
नाहा। बार बार Ĥ Ǖपछ
ू हु काहा।।
कहहु कवन भय ǐ\ ǒ
ȡȡ@नर ͪ भालु अहार हमारा।।
दो0-सब के बचन Į ǕǓ कह Ĥ ¡ è कर Ȫǐ@
Ǔ Ǔ ǒ Ȫ न ǐ\ Ĥ Ǖ ǒğ Û
Ȳ¡ Ǔ \ Ǔ Ȫǐ@
@8।।
–*–*–
¡ Ǒ¡ Ȳ ͬ
सठ ठकुरसोहाती। नाथ न परू आव f Ǒ¡ भाँती।।
ȡǐͬ ȡǓ एक ͪ आवा। तासु
ǐ मन महुँ सबु गावा।।
छुधा न ¡ ȣ à
Ǖ ¡ Ǒ¡ तब काहू। जारत ǽ कस न ǐ खाहू।।
सन
ु त नीक ] Ʌदख
ु पावा। ͬ
अस मत Ĥ ǑǕ¡ सन
ु ावा।।
ȯǑ¡ Ȳȡȣ बँधायउ हे ला। उतरे उ सेन समेत सब
ु ेला।।
सो भनु मनुज खाब हम भाई। बचन ¡ Ǒ¡ Ȳसब गाल फुलाई।।
तात बचन मम सुनु \ Ǔ आदर। Ǔ मन गुनहु ȪǑ¡ ǐ कादर।।
ͪĤ बानी जे Ǖ Ǒ¡ Ȳजे ¡ ¡ ȣȲ@ऐसे नर Ǔ ȡ जग \ ¡ ¡ ȣȲ@
@
बचन परम Ǒ¡ सन
ु त कठोरे । Ǖ Ǒ¡ Ȳजे ¡ Ǒ¡ Ȳते नर Ĥ Ǖथोरे ।।
Ĥ बसीठ पठउ सन ु ु नीती। सीता दे इ करहु ǓǕ Ĥ Ȣ Ȣ@
@
दो0- ȡǐ पाइ ͩ ǐ ȡǑ¡ Ȳ ɋ तौ न बढ़ाइअ ȡǐ@
ȡǑ¡ Ȳत Û Ǖ समर Ǒ¡ तात ǐ\ ¡ Ǒ ȡǐ@
@9।।
–*–*–
यह मत ɋ मानहु Ĥ Ǖमोरा। उभय Ĥ ȡ सुजसु जग तोरा।।
सुत सन कह दसकंठ ǐ ȡ_@\ ͧ Ǔ सठ ȯǑ¡ Ȳ ȪǑ¡ ͧ ȡ_@
@
\ ¡ ȣȲते उर संसय होई। बेनम
ु ूल सुत भयहु घमोई।।
ǓǕ ͪ Ǖͬ ȡ ǽ \ Ǔ घोरा। चला भवन Ǒ¡ बचन कठोरा।।
Ǒ¡ मत ȪǑ¡ न लागत Ȱ Ʌ@काल ǒ कहुँ भेषज Ȱ
@Ʌ@
ȲÚ ȡ समय ȡǓ दससीसा। भवन चलेउ Ǔ भज ु बीसा।।
लंका ͧ उपर आगारा। \ Ǔ ǒͬ
ğ तहँ होइ अखारा।।
बैठ जाइ ȯ¡ ȣ ȲǑ रावन। लागे ͩ Ȳ गुन गन गावन।।
ȡ Ǒ¡ Ȳताल पखाउज बीना। ×
Ǚ Ǒ¡ Ȳअपछरा Ĥ Ȣ ȡ@
@
दो0-सन
ु ासीर सत ǐ सो संतत करइ ǒ ȡ @
परम Ĥ ǐ Ǖसीस पर ɮ ͪ सोच न ğȡ @ @10।।
–*–*–
इहाँ सब
ु ेल सैल रघब
ु ीरा। उतरे सेन Ǒ¡ \ Ǔ भीरा।।
ͧ एक उतंग \ Ǔ दे खी। परम à सम ħǕ ǒ ȯ Ȣ@
@
तहँ ǽ ͩ सुमन सुहाए। Ǔ ͬ
Ǔ हाथ डसाए।।
ता पर Ǿ ͬ
मद
ृ ल
ु मग
ृ छाला। ȯ¡ ȣȲआसान आसीन कृपाला।।
Ĥ Ǖकृत सीस कपीस उछं गा। बाम Ǒ¡ Ǒͧ चाप Ǔ Ȳ
ȡ@
@
दहु ु ँ कर कमल सध
ु ारत बाना। कह लंकेस Ȳğ ͬ काना।।
बड़भागी अंगद हनम
ु ाना। चरन कमल चापत ǒ ͬ नाना।।
Ĥ Ǖ ȡ Ʌ Ǔ बीरासन। Ǒ Ǔ Ȳ कर बान सरासन।।
दो0-f Ǒ¡ ǒ ͬ कृपा Ǿ गुन धाम रामु आसीन।
Û ते नर f Ǒ¡ ȲÚ ȡ जे रहत सदा ȣ @
@11(क)।।
पूरब Ǒ ȡ ǒ Ȫͩ Ĥ Ǖदे खा ` Ǒ मंयक।
कहत Ǒ¡ दे खहु ͧ Ǒ¡ Ǚ Ǔ ǐ असंक।।11(ख)।।
–*–*–
पूरब Ǒͧ ͬ ǐ Ǖ¡ ȡ Ǔ ȡ Ȣ@परम Ĥ ȡ तेज बल रासी।।
× नाग तम कंु भ ǒ ȡȣ@ ͧ ȯ ȣ गगन बन
ȡȣ@
@
ǒ Ǖȯनभ मुकुताहल तारा। Ǔ ͧ ǕȲ ȣ केर ͧ Ȳ ȡȡ@
@
कह Ĥ Ǖ ͧ महुँ मेचकताई। कहहु काह Ǔ Ǔ Ǔ भाई।।
कह सग़ ु ीव सन
ु हु रघरु ाई। ͧ महुँ Ĥ ͧǗ कै झाँई।।
मारे उ राहु ͧ Ǒ¡ कह कोई। उर महँ ȣ è ȡ ȡ सोई।।
कोउ कह जब ǒͬ Ǔ मख ु ȧÛ¡ ȡ@सार भाग ͧ कर ¡ ǐ ȣÛ¡ ȡ@
@
Ǔ ġ सो Ĥ इंद ु उर ȡ¡ ȣȲ@ ȯǑ¡ मग ȯͨ \ नभ ǐ ȡ¡ ȣȲ@
@
Ĥ Ǖकह गरल बंधु ͧ केरा। \ Ǔ ͪĤ Ǔ उर ȣÛ¡ बसेरा।।
ǒ संजत
ु कर Ǔ ȡȣ@जारत ǒ¡ Ȳ नर ȡȣ@
@
दो0-कह हनम
ु ंत सन
ु हु Ĥ Ǖ ͧ à
Ǖ ¡ ȡȡ ͪĤ दास।
तव ǗǓ ǒ Ǖउर Ǔ सोइ è ȡ ȡ अभास।।12(क)।।
ȡÛ¡ ȡȡ @
@सातवाँ ͪ Į ȡ
पवन तनय के बचन ǕǓ ǒ¡ ȱ ȯरामु सुजान।
ǔÍ Ǒͧ \ Ȫͩ Ĥ Ǖबोले कृपा Ǔ ȡ @
@12(ख)।।
–*–*–
दे खु ǒ Ȣ ǔÍ आसा। घन घंमड ȡͧ Ǔ ǒ ȡ ȡ@@
मधरु मधरु गरजइ घन घोरा। होइ ǔǙç Ǔ उपल कठोरा।।
कहत ǒ Ȣ सन
ु हु कृपाला। होइ न ͫ° न ȡǐ माला।।
लंका ͧ उपर आगारा। तहँ दसकंघर दे ख अखारा।।
ğ मेघडंबर ͧ ȡȣ@सोइ जनु जलद घटा \ Ǔ ȡȣ@
@
Ȳ Ȫȣ Į ताटं का। सोइ Ĥ Ǖजनु ȡͧ Ȣ दमंका।।
ȡ Ǒ¡ Ȳताल मद
ृ ं ग अनप
ू ा। सोइ रव मधरु सन
ु हु सरु भप
ू ा।।
Ĥ Ǖमस
ु क
ु ान ͨǕ \ ͧ ȡ ȡ@चाप चढ़ाइ बान संधाना।।
दो0- ğ मक
ु ु ट ताटं क तब हते f ¡ ȣȲबान।
Ʌदे खत Ǒ¡ परे मरमु न कोऊ जान।।13(क)।।
अस कौतक
ु ǐ राम सर Ĥ ǒ ȯ̀ आइ Ǔ Ȳ
@
रावन सभा ससंक सब ȯͨ महा रसभंग।।13(ख)।।
–*–*–
कंप न Ǘͧ न ǽ ǒ ȯ ȡ@\ èğ èğ कछु नयन न दे खा।।
Ȫ
Ǒ¡ Ȳसब Ǔ ǿ ȡȣ@असगुन भयउ भयंकर ȡȣ@
@
दसमख
ु ȯͨ सभा भय पाई। ǒ ¡ ͧ बचन कह Ǖ ǓǕ बनाई।।
ͧ ` ͬ ȯसंतत सभ
ु ȡ¡ ȣ@मक
ु ु ट परे कस असगन
ु ȡ¡ ȣ@
@
सयन करहु Ǔ Ǔ गह ृ जाई। गवने भवन सकल ͧ नाई।।
Ȳ Ȫȣ सोच उर बसेऊ। जब ते Į Ǘ Ǒ¡ खसेऊ।।
सजल नयन कह जुग कर Ȫȣ@सुनहु Ĥ ȡ Ǔ ǒ Ȣ Ȫȣ@
@
कंत राम ǒȪ ǐ¡ ¡ Ǘ@ ȡǓ मनजु Ǔ हठ मन धरहू।।
दो0-ǒèǽ रघब ु ंस Ǔ करहु बचन ǒè ȡ @
Ǖ
लोक ã ȡ बेद कर अंग अंग ĤǓ जास।ु ।14।।
–*–*–
पद पाताल सीस अज धामा। अपर लोक अँग अँग ǒĮ ȡ ȡ@ @
ǙǕǑ ǒ ȡ भयंकर काला। नयन Ǒ ȡ कच घन माला।।
जासु ē ȡ \ ǔè Ȣ Ǖ ȡȡ@Ǔ ͧ \ ǽ Ǒ Ǔ ȯ अपारा।।
Į Ǒ ȡ दस बेद बखानी। ȡǽ è ȡ Ǔ Ǔ बानी।।
अधर लोभ जम दसन कराला। माया हास बाहु Ǒ ȡ ȡ@ @
आनन अनल \ Ȳ Ǖ Ǔ जीहा। ` Ǔ पालन Ĥ समीहा।।
रोम रािज \ çȡ भारा। \ ǔè सैल ǐ ȡ नस जारा।।
उदर ` ͬ अधगो जातना। जगमय Ĥ Ǖका बहु कलपना।।
दो0-अहं कार ͧ Ǖ
ͪƨ अज मन ͧ ͬ
× महान।
मनुज बास सचराचर ǽ राम भगवान।।15 क।।
अस ǒ
ȡǐ सन
ु ु Ĥȡ Ǔ Ĥ Ǖसन ǽ ǒ¡ ȡ^@
ĤȢǓ करहु रघब ु ीर पद मम \ Ǒ¡ ȡ न जाइ।।15 ख।।
–*–*–
ǒ¡ ȱ ȡ ȡǐ बचन ǓǕ काना। अहो मोह Ǒ¡ ȡ बलवाना।।
ȡǐ सभ
ु ाउ × सब ¡ ¡ ȣȲ@अवगन
ु आठ सदा उर ¡ ¡ ȣȲ@
@
साहस अनत
ृ चपलता माया। भय \ ǒ ȯ असौच अदाया।।
ǐ Ǖकर ǽ सकल ɇगावा। \ Ǔ ǒ ȡ भय ȪǑ¡ सुनावा।।
सो सब ͪĤ ȡ सहज बस ȪɅ@ Ǖͨ परा Ĥ ȡ अब ȪɅ@
@
ȡǓ `ȱͪĤ ȡ Ȫǐ चतरु ाई। f Ǒ¡ ǒ ͬ कहहु Ȫǐ Ĥ Ǖ ȡ_@
@
तव ¡ ȣ गढ़
ू Ǚ Ȫ
Ǔ @समझ ु त सखु द सनु त भय Ȫ
Ǔ @@
Ȳ
Ȫǐ मन महुँ अस ठयऊ। ͪ Ǒ¡ काल बस Ǔ ħ भयऊ।।
दो0-f Ǒ¡ ǒͬ करत ǒ Ȫ बहु Ĥȡ Ĥ दसकंध।
सहज असंक Ȳ Ǔ सभाँ गयउ मद अंध।।16(क)।।
सो0-फूलह फरइ न बेत ͪ सुधा Ǒ¡ Ȳजलद।
Ǘǽ ǿ ȱन चेत ɋ गुर ͧ Ǒ¡ ȲǒȲͬ
सम।।16(ख)।।
–*–*–
इहाँ Ĥ ȡ जागे रघुराई। पूछा मत सब ͬ
बोलाई।।
कहहु ȯͬ का ǐ\ उपाई। जामवंत कह पद ͧ ǽ नाई।।
सुनु Ê
[ सकल उर बासी। Ǖͬ बल तेज [गुन रासी।।
Ȳğ कहउँ Ǔ Ǔ अनस
ु ारा। दत
ू पठाइअ ȡͧ Ǖ ȡȡ@
@
नीक Ȳğ सब के मन माना। अंगद सन कह ǙȡǓ ȡ ȡ@
@
ȡͧ ͬǕ बल गन
ु धामा। लंका जाहु तात मम कामा।।
बहुत बुझाइ Ǖà¡ Ǒ¡ का कहऊँ। परम चतरु ɇजानत अहऊँ।।
काजु हमार तासु Ǒ¡ होई। ǐ Ǖसन करे हु ¡ ȣ सोई।।
सो0-Ĥ Ǖ\ Ê ȡ ǐ सीस चरन ȲǑ अंगद उठे उ।
सोइ गन
ु सागर ईस राम कृपा जा पर करहु।।17(क)।।
è Ȳͧ ƨ सब काज नाथ ȪǑ¡ ] ǽ Ǒ ` @
अस ǒ
ȡǐ जुबराज तन Ǖ ͩ ¡ ͪ Ǒ¡ ` @
@17(ख)।।
ȲǑ चरन उर ǐ Ĥ Ǖ ȡ_@अंगद चलेउ Ǒ¡ ͧ ǽ नाई।।
Ĥ ǕĤ ȡ उर सहज असंका। रन बाँकुरा ȡͧ Ǖ बंका।।
परु पैठत रावन कर बेटा। खेलत रहा सो होइ गै ɇ ȡ@
@
ȡ Ǒ¡ Ȳबात करष Ǒ± आई। जग
ु ल अतल
ु बल ǓǕ ǽ ȡ_@
@
ȯǑ¡ अंगद कहुँ लात उठाई। Ǒ¡ पद पटकेउ ͧǗ भवाँई।।
Ǔ ͧ
Ǔ ȯͨ भट ȡȣ@जहँ तहँ चले न Ǒ¡ Ȳ Ǖ ȡȣ@
@
एक एक सन मरमु न ¡ ¡ ȣȲ@ Ǖͨ तासु बध चप
ु ǐ ¡ ¡ ȣȲ@
@
भयउ कोलाहल नगर ȡȣ@आवा ͪ लंका ȯ¡ ȣȲ ȡȣ@
@
अब ɋ कहा ǐǑ¡ करतारा। \ Ǔ सभीत सब Ǒ¡ Ȳǒ
ȡȡ@
@
ǒ Ǖ Ǘ Ʌमगु ȯǑ¡ ȲǑ ȡ_@ ȯǑ¡ ǒ Ȫ सोइ जाइ सुखाई।।
दो0-गयउ सभा दरबार तब ͧǕ ǐ राम पद कंज।
ͧ ¡Ȳ Ǔ इत उत ͬ
धीर बीर बल पंज ु ।।18।।
–*–*–
तरु त Ǔ ȡ
एक पठावा। समाचार ȡ Ǒ¡ जनावा।।
सन
ु त ǒ ¡ ȱͧ बोला दससीसा। आनहु Ȫͧ कहाँ कर ȧ ȡ@ @
आयसु पाइ दत ू बहु धाए। ͪ ȲǕ Ǒ¡ Ȫͧ लै आए।।
अंगद ȣ दसानन ɇ Ʌ@ Ǒ¡ Ĥ ȡ Ï ͬ ǐ Ȱ Ʌ@
@
भुजा ǒ ͧ संग
ृ समाना। Ȫ ȡ ȣ लता जनु नाना।।
मुख ȡͧ ȡ नयन \ ǽ काना। ͬ ǐ कंदरा खोह अनुमाना।।
गयउ सभाँ मन नेकु न मरु ा। ȡͧ \ Ǔ बाँकुरा।।
उठे सभासद ͪ कहुँ दे खी। रावन उर भा Đ ȫ ǒ ȯ Ȣ@
@
दो0-जथा × गज जूथ महुँ पंचानन
ͧ जाइ।
राम Ĥ ȡ Ǖͧ ǐ मन बैठ सभाँ ͧ ǽ नाइ।।19।।
–*–*–
कह दसकंठ कवन ɇबंदर। ɇरघुबीर दत ू दसकंधर।।
मम Ǒ¡ ȪǑ¡ ¡ ȣ ͧ ȡ_@तव Ǒ¡ कारन आयउँ भाई।।
` × कुल Ǖ ǔè कर नाती। ͧ ǒ Ȳͬ
पूजेहु बहु भाँती।।
बर पायहु ȧÛ¡ ȯ¡ Ǖसब काजा। जीतेहु लोकपाल सब राजा।।
ृ \ ͧ ȡ मोह बस ͩ Ȳ ȡ@¡ ǐ ] Ǔ ¡ Ǖसीता जगदं बा।।
नप
अब सुभ कहा सुनहु à
Ǖ ¡ मोरा। सब अपराध ͧ Ǒ¡ Ĥ Ǖतोरा।।
दसन गहहु तनृ कंठ Ǖ ȡȣ@ ǐ Ǒ¡ संग Ǔ ȡȣ@
@
सादर जनकसतु ा ǐ ] Ʌ@f Ǒ¡ ǒ ͬ चलहु सकल भय × ȡ Ʌ@ @
दो0-Ĥ ȡ
Ǖ Ȳ Ǔ ğȡǑ¡ ğȡǑ¡ अब ȪǑ¡ @
आरत ͬ ȡ सन ु त Ĥ Ǖअभय करै गो ȪǑ¡ @ @20।।
–*–*–
रे ͪ Ȫ बोलु Ȳ ȡȣ@मढ़
ू न ȡ ȯǑ¡ ȪǑ¡ Ǖȡȣ@
@
कहु Ǔ नाम जनक कर भाई। ȯǑ¡ ȡ Ʌ ȡǓ g ͧ ȡ_@@
अंगद नाम ȡͧ कर बेटा। ȡ ɉ कबहुँ भई ¡ ȣ भेटा।।
अंगद बचन सुनत सकुचाना। रहा ȡͧ बानर ɇजाना।।
अंगद ¡ ȣȲȡͧ कर बालक। उपजेहु बंस अनल कुल घालक।।
[न गयहु Þ [ à
Ǖ ¡ जायहु। Ǔ मख
ु तापस दत
ू कहायहु।।
अब कहु कुसल ȡͧ कहँ अहई। ǒ¡ ȱͧ बचन तब अंगद कहई।।
Ǒ दस गएँ ȡͧ Ǒ¡ Ȳजाई। बझ
ू ेहु कुसल सखा उर लाई।।
राम ǒȪ कुसल ͧ होई। सो सब ȪǑ¡ Ǖ ȡ^Ǒ¡ सोई।।
सुनु सठ भेद होइ मन ȡɅ@Į Ȣ Ǖ Ȣ ǿ Ǒ¡ Ȳ ȡɅ@
@
दो0-हम कुल घालक × Ǖà¡ कुल पालक दससीस।
अंधउ ͬ न अस ¡ Ǒ¡ Ȳनयन कान तव बीस।।21।
–*–*–
ͧ ǒ Ȳͬ
सुर ǕǓ समुदाई। चाहत जासु चरन सेवकाई।।
तासु दतू होइ हम कुल बोरा। \ ^ͧ ¡ Ǖȱ Ǔ उर ǒ¡ न तोरा।।
ǓǕ कठोर बानी ͪ ȯȣ@कहत दसानन नयन ȯȣ@ @
खल तव Ǒ बचन सब सहऊँ। ȢǓ [ ɇजानत अहऊँ।।
कह ͪ [ Ȣ ȡ Ȫȣ@हमहुँ सुनी कृत पर ǒğ
Ȫȣ@
@
दे खी नयन दतू ȡȣ@ Ǘͫ° न मरहु [Ħ ȡȣ@ @
कान नाक ǒ Ǖ ͬ Ǔ Ǔ ¡ ȡȣ@छमा ȧǔÛ¡ à
Ǖ ¡ [ǒ
ȡȣ@
@
[ Ȣ ȡ तव जग जागी। पावा दरसु हमहुँ बड़भागी।।
दो0- Ǔ ãͧ जड़ जंतु ͪ सठ ǒ Ȫ Ǖ मम बाहु।
लोकपाल बल ǒ Ǖ ͧ Ē हे तु सब राहु।।22(क)।।
ǕǓ नभ सर मम कर Ǔ ǔÛ¡ पर ǐ बास।
सोभत भयउ मराल इव संभु Ǒ¡ कैलास।।22(ख)।।
–*–*–
à
Ǖ ¡ ȯकटक माझ सुनु अंगद। मो सन ͧ ǐǑ¡ कवन जोधा बद।।
तव Ĥ Ǖ ȡǐ ǒ¡ ȱ ¡ ȣ ȡ@अनुज तासु दख
ु दख
ु ी ȣ ȡ@
@
à
Ǖ ¡ ĒǕ Ȣ Ǘ ġ Ǖ दोऊ। अनज
ु हमार Ȣǽ \ Ǔ सोऊ।।
जामवंत Ȳğ Ȣ \ Ǔ बढ़
ू ा। सो ͩ होइ अब ȡǾ ±ȡ@
@
ͧ ǔã [ ȡ Ǒ¡ Ȳनल नीला। है ͪ एक महा बलसीला।।
आवा Ĥ ǽ ɅǑ¡ Ȳजारा। सुनत बचन कह ȡͧ Ǖ ȡȡ@
@
× बचन कहु Ǔ ͧ
नाहा। साँचेहुँ ȧ ȧÛ¡ पुर दाहा।।
रावन नगर \ ã ͪ दहई। ǓǕ अस बचन × को कहई।।
जो \ Ǔ सभ
ु ट सराहे हु रावन। सो ĒǕ Ȣ केर लघु धावन।।
चलइ बहुत सो बीर न होई। पठवा ǐ लेन हम सोई।।
दो0- × ǽ ͪ जारे उ ǒ ǕĤ Ǖआयसु पाइ।
ͩ ǐ न गयउ ǕĒ Ȣ Ǒ¡ Ȳ ȯǑ¡ Ȳभय रहा लुकाइ।।23(क)।।
× ¡ Ǒ¡ दसकंठ सब ȪǑ¡ न ǕǓ कछु कोह।
कोउ न ¡ ȡɅकटक अस तो सन लरत जो सोह।।23(ख)।।
Ĥ ȢǓ ǒȪ समान सन ǐ\ ȢǓ \ ͧ ] Ǒ¡ @
ɋ Ǚ Ǔ बध ȯ°Ǖ ǔÛ¡ भल ͩ कहइ कोउ ȡǑ¡ @ @23(ग)।।
ɮ ͪ लघत ु ा राम कहुँ ȪǑ¡ Ʌबड़ दोष।
ͪ Ǒ दसकंठ सन
ु ु ğ ȡǓ कर रोष।।23(घ)।।
Đ ` ǔÈ धनु बचन सर ǿ दहे उ ǐ Ǖ ȧ @
ĤǓ ` × °ͧ Û¡ मनहुँ काढ़त भट दससीस।।23(ङ)।।
¡ ȱͧ बोलेउ ȫͧ तब ͪ कर बड़ गुन एक।
जो Ĥ Ǔ ȡ ^ तासु Ǒ¡ करइ उपाय अनेक।।23(छ)।।
–*–*–
Û ȧ जो Ǔ Ĥ Ǖकाजा। जहँ तहँ नाचइ ǐ¡ ǐ लाजा।।
ȡͬ
ǗǑ ǐ लोग ǐ ȡ_@Ǔ Ǒ¡ करइ [Ǔ Ǖ ȡ_@
@
अंगद è ȡͧ È तव जाती। Ĥ Ǖगन
ु कस न ¡ ͧ f Ǒ¡ भाँती।।
ɇगुन गाहक परम सुजाना। तव कटु Ǔ करउँ Ǒ¡ Ȳकाना।।
कह ͪ तव गुन गाहकताई। × पवनसुत ȪǑ¡ सुनाई।।
बन ǒ ͧȲ सुत ͬ पुर जारा। ͪ न ȯǑ¡ Ȳकछु कृत अपकारा।।
सोइ ǒ
ȡǐ तव Ĥ ǙǓ सह
ु ाई। दसकंधर ɇ ȧǔÛ¡ Ǒ ȡ_@
@
दे खेउँ आइ जो कछु ͪ भाषा। à
Ǖ ¡ Ʌलाज न रोष न माखा।।
ɋ \ ͧ Ǔ ͪ Ǖखाए ȧ ȡ@ Ǒ¡ अस बचन हँसा दससीसा।।
ͪ Ǒ¡ खाइ खातेउँ ǕǓ Ȫ¡ ȣ@\ ¡ ȣȲ Ǖͨ परा कछु Ȫ¡ ȣ@
@
ȡͧ ǒ जस भाजन जानी। हतउँ न ȪǑ¡ अधम \ ͧ ȡ Ȣ@
@
कहु रावन रावन जग केते। ɇǓ Į सन
ु े सुनु जेते।।
ͧ Ǒ¡ िजतन एक गयउ पताला। राखेउ ȡȱͬ ͧ ǕÛ¡ हयसाला।।
ȯ Ǒ¡ Ȳबालक ȡǑ¡ Ȳजाई। दया ȡͬ ͧ ȣÛ¡ छोड़ाई।।
एक ¡ Ȫǐ सहसभज
ु दे खा। धाइ धरा ǔ ͧ जंतु ǒ ȯ ȡ@
@
कौतक
ु ȡͬ भवन लै आवा। सो Ǖ ǔè ǓǕ जाइ छोड़ावा।।
दो0-एक कहत ȪǑ¡ सकुच \ Ǔ रहा ȡͧ ȧ काँख।
^Û¡ महुँ रावन ɇकवन × Ǒ¡ तिज माख।।24।।
–*–*–
सन
ु ु सठ सोइ रावन बलसीला। ¡ ͬ ǐ जान जासु भज
ु ȣ ȡ@
@
जान ` ȡǓ जासु सुराई। पूजेउँ ȯǑ¡ ͧ सुमन चढ़ाई।।
ͧ सरोज Ǔ ǔÛ¡ ` ȡȣ@पूजेउँ \ ͧ बार ǒğ Ǖȡȣ@
@
भुज ǒ Đ ȡ Ǒ¡ ȲǑ ȡ ȡ@सठ अजहूँ ǔ Û¡ Ʌ उर साला।।
ȡ Ǒ¡ ȲǑÊ उर Ǒ ȡ_@जब जब ͧ `ȱजाइ ǐ] _@ @
ǔ Û¡ के दसन कराल न फूटे । उर लागत मल
ू क इव टूटे ।।
जासु चलत Ȫ Ǔ ^ͧ धरनी। चढ़त × गज ǔ ͧ लघु तरनी।।
सोइ रावन जग ǒǑ Ĥ ȡ Ȣ@ Ǖ ȯǑ¡ न Į \ ȣ Ĥ ȡ Ȣ@
@
दो0- ȯǑ¡ रावन कहँ लघु ¡ ͧ नर कर ͧ बखान।
रे ͪ [ [खल अब जाना तव Ê ȡ @
@25।।
–*–*–
ǓǕ अंगद सकोप कह बानी। बोलु ȱ ȡǐ अधम \ ͧ ȡ Ȣ@
@
सहसबाहु भज
ु गहन अपारा। दहन अनल सम जासु कुठारा।।
जासु परसु सागर खर धारा। बड़
ू े नप
ृ \ Ǔ बहु बारा।।
तासु [ ȯǑ¡ दे खत भागा। सो नर È ɉ दससीस अभागा।।
राम मनुज कस रे सठ बंगा। Û Ȣ कामु ȣ ǕǓ गंगा।।
पसु सुरधेनु ã ǽ Ǿ ȡ@\ Û दान \ ǽ रस पीयूषा।।
बैनतेय खग \ Ǒ¡ सहसानन। ͬ
Ȳ ȡ Ǔ ǓǕ उपल दसानन।।
सन
ु ु Ǔ Ȳ लोक बैकंु ठा। लाभ ͩ Ǖ Ǔ Ǔ अकंु ठा।।
दो0-सेन Ǒ¡ तब मान ͬ बन ` ȡǐ परु ȡǐ@
@
कस रे सठ हनम ु ान ͪ गयउ जो तव सुत ȡǐ@ @26।।
–*–*–
सन
ु ु रावन ǐ¡ ǐ चतरु ाई। ͧ न Ǚȡͧ Ȳ Ǖरघरु ाई।।
जौ खल f ͧ राम कर ġȪ¡ ȣ@Ħ é ǽġ सक ȡͨ न Ȫ¡ ȣ@
@
मूढ़ बथ
ृ ा Ǔ ȡͧ गाला। राम बयर अस ¡ Ȫ^Ǒ¡ हाला।।
तव ͧ Ǔ ͪ Û¡ के ] Ʌ@ ǐ¡ Ǒ¡ Ȳ Ǔ राम सर ȡ Ʌ@
@
ते तव ͧ कंदक
ु सम नाना। ȯ ¡ Ǒ¡ Ȳभालु ȧ चौगाना।।
Ǒ¡ Ȳसमर ȪǑ¡ रघन
ु ायक। ǕǑ¡ Ǒ¡ Ȳ\ Ǔ कराल बहु सायक।।
तब ͩ
ͧ Ǒ¡ अस गाल à Ǖ ¡ ȡȡ@अस ǒ
ȡǐ भजु राम उदारा।।
सुनत बचन रावन परजरा। जरत महानल जनु घत
ृ परा।।
दो0-कंु भकरन अस बंधु मम सुत Ĥͧ ƨ Đ ȡǐ@
मोर ȡĐ Ǒ¡ Ȳ Ǖ ȯǑ¡ िजतेउँ चराचर ȡǐ@
@27।।
–*–*–
सठ साखामग ृ Ȫǐ सहाई। बाँधा ͧ Ȳ Ǖइहइ Ĥ Ǖ ȡ_@
@
ȡ Ǒ¡ Ȳखग अनेक ȡȣ ȡ@सरू न ¡ ȪǑ¡ Ȳते सन
ु ु सब ȧ ȡ@
@
मम भज
ु सागर बल जल परू ा। जहँ बड़
ू े बहु सरु नर सरू ा।।
बीस Ȫͬ अगाध अपारा। को अस बीर जो ȡ^Ǒ¡ पारा।।
Ǒ ȡ Û¡ ɇनीर भरावा। भूप सुजस खल ȪǑ¡ सुनावा।।
ɋ पै समर सुभट तव नाथा। ǕǓ ǕǓ ¡ ͧ जासु गुन गाथा।।
तौ बसीठ पठवत ȯǑ¡ काजा। ǐ Ǖसन ĤȢǓ करत Ǒ¡ Ȳलाजा।।
¡ ͬ ǐ मथन Ǔ Ǖमम बाहू। ǓǕ सठ ͪ Ǔ Ĥ ǑǕ¡ सराहू।।
दो0-सरू कवन रावन ǐ è ȡǑ ȯǑ¡ Ȳसीस।
हुने अनल \ Ǔ हरष बहु बार ȡͨ ȫȣ @ @28।।
–*–*–
जरत ǒ Ȫȯ`ȱ Ǒ¡ Ȳकपाला। ǒͬ के ͧ ȯअंक Ǔ भाला।।
नर Ʌकर आपन बध बाँची। हसेउँ ȡǓ ǒͬ ͬ ȡ असाँची।।
सोउ मन Ǖͨ ğȡ Ǒ¡ Ȳ ȪɅ@ͧ ȡ ǒ Ȳͬ
जरठ Ǔ ȪɅ@
@
आन बीर बल सठ मम ] Ʌ@ ǕǓ ǕǓ ¡ ͧ लाज Ǔ × ȡ ȯ@
@
कह अंगद Ï जग ȡ¡ ȣȲ@रावन ȪǑ¡ समान कोउ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
लाजवंत तव सहज सभ
ु ाऊ। Ǔ मख
ु Ǔ गन
ु ¡ ͧ न काऊ।।
ͧ \ ǽ सैल कथा ͬ
¡ ȣ@ताते बार बीस ɇ ¡ ȣ@
@
सो भुजबल राखेउ उर ȡ ȣ@जीतेहु सहसबाहु ͧ ȡ ȣ@ @
सुनु Ǔ Ȳ ȯǑ¡ अब पूरा। ȡɅसीस ͩ होइअ सरू ा।।
^Ȳġ ȡͧ कहु Ǒ¡ \ न बीरा। काटइ Ǔ कर सकल ȣȡ@@
दो0- Ǒ¡ Ȳपतंग मोह बस भार ¡ Ǒ¡ Ȳखर बंद
ृ ।
ते Ǒ¡ Ȳसरू ¡ ȡǑ¡ Ȳ ͨǕ दे खु Ǔ Ȳ @
@29।।
–*–*–
अब Ǔ बतबढ़ाव खल ¡ ȣ@सन ु ु मम बचन मान ǐ¡ ¡ ȣ@
@
दसमुख ɇन Ȣ ȤȲआयउँ । अस ǒ
ȡǐ रघुबीष पठायउँ ।।
बार बार अस कहइ कृपाला। Ǒ¡ Ȳ ȡǐ जसु Ʌसक
ृ ाला।।
मन महुँ Ǖͨ बचन Ĥ Ǖकेरे । सहे उँ कठोर बचन सठ तेरे।।
ȡǑ¡ Ȳत ǐ मख
ु भंजन तोरा। लै जातेउँ Ȣ Ǒ¡ बरजोरा।।
जानेउँ तव बल अधम Ǖȡȣ@ Ǘ Ʌ¡ ǐ ] Ǔ Ǒ¡ ȡȣ@
@
ɇǓ ͧ
Ǔ [बहूता। ɇ Ǖ Ǔ सेवक कर दत
ू ा।।
ɋ न राम \ ȡ Ǒ¡ डरउँ । ȪǑ¡ दे खत अस कौतक
ु करऊँ।।
दो0- ȪǑ¡ ͩ Ǒ¡ सेन ¡ Ǔ चौपट ǐ तव गाउँ ।
तव Ǖ Ǔ Û¡ समेत सठ Ǖ Ǒ¡ लै जाउँ ।।30।।
–*–*–
जौ अस ɋ ͪ न बड़ाई। Ǖf Ǒ¡ Ʌ Ǒ¡ Ȳकछु मनुसाई।।
कौल कामबस Ǚͪ ǒ Ǘ±ȡ@\ Ǔ ǐġ अजसी \ Ǔ बूढ़ा।।
सदा रोगबस संतत Đ Ȫ Ȣ@ǒ ç Ǖǒ Ǘ Į ǓǕ संत ǒȪ Ȣ@
@
तनु पोषक Ǔ Ȳ अघ खानी। जीवन सव सम चौदह Ĥȡ Ȣ@
@
अस ǒ
ȡǐ खल बधउँ न Ȫ¡ ȣ@अब Ǔ ǐ ` ȡͧ Ȫ¡ ȣ@
@
Ǖ
Ǔ सकोप कह Ǔ ͧ
नाथा। अधर दसन ͧ मीजत हाथा।।
रे ͪ अधम मरन अब चहसी। छोटे बदन बात ͫ° कहसी।।
कटु ã ͧ जड़ ͪ बल ȡɅ@बल Ĥ ȡ ͬǕ तेज न ȡɅ@
@
दो0-अगन
ु अमान ȡǓ ȯǑ¡ ȣÛ¡ ͪ ȡ बनबास।
सो दख
ु \ ǽ जब
ु ती ǒ¡ ǓǕ Ǔ ͧ Ǒ मम ğȡ @
@31(क)।।
ǔ Û¡ के बल कर [ ȪǑ¡ अइसे मनुज अनेक।
ȡ¡ ȣȲǓ ȡ
Ǒ Ǔ ͧ मूढ़ समुझु तिज टे क।।31(ख)।।
–*–*–
जब Ǒȯ¡ Ȳ ȧÛ¡ राम कै Ǔ Ȳȡ@Đ Ȫ Ȳ \ Ǔ भयउ ͪ Ȳȡ@
@
¡ ǐ हर Ǔ Ȳȡ सन
ु इ जो काना। होइ पाप गोघात समाना।।
कटकटान ͪ ȲǕ ȡȣ@दह
ु ु भुजदं ड ͩ Ǒ¡ ȡȣ@
@
डोलत Ǔ सभासद खसे। चले भािज भय ȡǽ Ē ȯ@
@
ͬ ȱ ȡǐ उठा दसकंधर। भूतल परे मुकुट \ Ǔ सुंदर।।
कछु ȯǑ¡ Ȳलै Ǔ ͧ ǔÛ¡ सँवारे । कछु अंगद Ĥ Ǖपास पबारे ।।
आवत मक
ु ु ट ȯͨ ͪ भागे। Ǒ ¡ ȣȲलक
ू परन ǒͬ लागे।।
ȧ रावन ǐ कोप चलाए। Ǖͧ
ȡǐ आवत \ Ǔ धाए।।
कह Ĥ Ǖ¡ ȱͧ Ǔ ǿ ȱडेराहू। लूक न \ Ǔ केतु Ǒ¡ Ȳराहू।।
ए ͩ ȣ दसकंधर केरे । आवत ȡͧ के Ĥȯȯ@ @
दो0- ͩ पवनसुत कर गहे ] Ǔ धरे Ĥ Ǖपास।
कौतक
ु ȯ Ǒ¡ Ȳभालु ͪ Ǒ ǐ Ĥ ȡ @
@32(क)।।
उहाँ Ȫͪ दसानन सब सन कहत ǐ ȡ^@
धरहु ͪǑ¡ ǐ मारहु ǕǓ अंगद मुसुकाइ।।32(ख)।।
–*–*–
f Ǒ¡ ǒͬ ȯͬ सभू ट सब धावहु। खाहु भालु ͪ जहँ जहँ पावहु।।
[¡ ȣ करहु Ǒ¡ जाई। िजअत धरहु तापस ɮ ȫ भाई।।
ǕǓ सकोप बोलेउ जुबराजा। गाल बजावत ȪǑ¡ न लाजा।।
ǽ गर ȡǑ Ǔ कुलघाती। बल ǒ Ȫͩ ǒ ¡ Ǔ Ǒ¡ Ȳछाती।।
रे ǒğ चोर कुमारग गामी। खल मल ȡͧ Ȳ Ǔ कामी।।
Û ȡ ã ͧ Ǖ ȡ[ ȡ@ f ͧ कालबस खल मनज
ु ादा।।
याको फलु ȡǑ¡ Ȫ ] Ʌ@बानर भालु
ȯ ǔÛ¡ ȡ Ʌ@
@
रामु मनुज बोलत \ ͧ बानी। ͬ Ǒ¡ Ȳन तव रसना \ ͧ ȡ Ȣ@
@
ͬ ǐ¡ Ǒ¡ Ȳरसना संसय ȡ¡ ȣȲ@ͧ ǔÛ¡ समेत समर Ǒ¡ ȡ¡ ȣȲ@
@
सो0-सो नर È ɉ दसकंध ȡͧ Ú Ȫ ȯǑ¡ Ȳएक सर।
बीसहुँ लोचन अंध ͬ तव Û Ǖ ȡǓ जड़।।33(क)।।
तब ȪǓ ȧ Ü ȡ ͪǙ राम सायक Ǔ @
तजउँ ȪǑ¡ ȯǑ¡ ğȡ कटु ã Ǔ ͧ
अधम।।33(ख)।।
मै तव दसन Ȫǐȯलायक। आयसु ȪǑ¡ न ȣÛ¡ रघुनायक।।
\ ͧ ǐ ¡ ȪǓ दसउ मुख Ȫɋ@लंका Ǒ¡ Ǖġ महँ Ȫɋ@
@
Ǘ ǐ फल समान तव लंका। बसहु Ú à
Ǖ ¡ जंतु असंका।।
ɇबानर फल खात न बारा। आयसु ȣÛ¡ न राम उदारा।।
Ǖ Ǔ सुनत रावन मुसुकाई। मूढ़ ͧ ͨ Ǒ¡ कहँ बहुत झुठाई।।
ȡͧ न कबहुँ गाल अस मारा। ͧ ͧ ͧ Û¡ ɇ f ͧ लबारा।।
साँचेहुँ ɇलबार भुज बीहा। ɋ न ` ȡǐ`ȱतव दस जीहा।।
ͨǕ राम Ĥ ȡ ͪ कोपा। सभा माझ पन ǐ पद रोपा।।
ɋ मम चरन ͧ सठ ȡȣ@ͩ Ǒ¡ Ȳरामु सीता ɇ¡ ȡȣ@
@
सन
ु हु सभ ु ट सब कह दससीसा। पद Ǒ¡ Ǔ पछारहु ȧ ȡ@
@
^Ȳġ Ȣ ] Ǒ बलवाना। ¡ ͪ उठे जहँ तहँ भट नाना।।
Ǒ¡ Ȳ ǐ बल ǒ Ǖ उपाई। पद न टरइ Ȱ Ǒ¡ Ȳͧ ǽ नाई।।
ǕǓ ` Ǒ ¡ ȣȲसुर आराती। टरइ न ȧ चरन f Ǒ¡ भाँती।।
ǽǕ कुजोगी ǔ ͧ ` ȡȣ@मोह ǒ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳ` ȡȣ@
@
दो0- ȪǑÛ¡ मेघनाद सम सुभट उठे हरषाइ।
Ǒ¡ Ȳटरै न ͪ चरन ǕǓ Ȱ Ǒ¡ Ȳͧ नाइ।।34(क)।।
Ǘ
ͧ न छाँडत ͪ चरन दे खत ǐ Ǖमद भाग।।
ȪǑ ǒ Ë ते संत कर मन ǔ ͧ ȢǓ न × ȡ @
@34(ख)।।
–*–*–
ͪ बल ȯͨ सकल Ǒ¡ ȱहारे । उठा आपु ͪ Ʌपरचारे ।।
गहत चरन कह ȡͧ Ǖ ȡȡ@मम पद ¡ Ʌन तोर उबारा।।
¡ ͧ न राम चरन सठ जाई। सन
ु त ͩ ȡ मन \ Ǔ सकुचाई।।
भयउ तेजहत Į Ȣ सब गई। Ú Ǒ ǔ ͧ ͧ सोहई।।
ͧ Ȳ ȡ बैठेउ ͧ नाई। मानहुँ Ȳ Ǔ सकल गँवाई।।
जगदातमा Ĥȡ Ǔ रामा। तासु ǒ Ǖ ͩ ͧ लह ǒ Į ȡ ȡ@ @
उमा राम ȧ ǙǕǑ ǒ ȡ ȡ@होइ ǒ è ǕǓ पावइ नासा।।
तन ृ ते Ǖͧ Ǖͧ तन
ृ करई। तासु दत
ू पन कहु ͩ ͧ टरई।।
ǓǕ ͪ ¡ ȣ ȢǓ ǒͬ नाना। मान न ȡǑ¡ कालु Ǔ \ ȡ ȡ@
@
ǐ Ǖमद ͬ Ĥ Ǖसुजसु सुनायो। यह Ǒ¡
ã Ȫ ȡͧ नप
ृ जायो।।
¡ ɋ न खेत खेलाइ खेलाई। ȪǑ¡ \ Ǒ¡ Ȳका ɋ बड़ाई।।
Ĥ Ǒ¡ Ȳतासु तनय ͪ मारा। सो ǕǓ रावन भयउ दख
ु ारा।।
जातध
ु ान अंगद पन दे खी। भय Þ ȡ Ǖ सब भए ǒ ȯ Ȣ@
@
दो0-ǐ Ǖबल ͪ ¡ ͪ ͪ ȡͧ बल पंज
ु ।
पल
ु क ȣ नयन जल गहे राम पद कंज।।35(क)।।
साँझ ȡǓ दसकंधर भवन गयउ ǒ ȡ^@
Ȳ Ȫȣ ȡ Ǒ¡ ¡ Ǖǐ कहा समुझाइ।।(ख)।।
–*–*–
कंत ͨǕ मन तजहु Ǖ Ǔ ¡ ȣ@सोह न समर à Ǖ ¡ Ǒ¡ Ǖ Ǔ ¡ ȣ@
@
रामानज ु लघु रे ख खचाई। सोउ Ǒ¡ Ȳनाघेहु \ ͧ मनस ु ाई।।
ͪ à
Ǖ ¡ ȡǑ¡ िजतब ȲĒ ȡ ȡ@जाके दत
ू केर यह कामा।।
कौतक
ु ͧ Ȳ Ǖनाघी तव लंका। आयउ ͪ ȯ¡ ȣ असंका।।
रखवारे ¡ Ǔ ǒͪ उजारा। दे खत ȪǑ¡ \ Í ȯǑ¡ Ȳमारा।।
ȡǐ सकल परु ȧÛ¡ ȯͧ छारा। कहाँ रहा बल [ à
Ǖ ¡ ȡȡ@
@
अब Ǔ मष ृ ा गाल Ǔ मारहु। मोर कहा कछु ǿ ȱǒ
ȡ¡ Ǖ@
@
Ǔ Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ǚ Ǔ Ǔ मानहु। अग जग नाथ अतल ु बल जानहु।।
बान Ĥ ȡ जान ȡȣ
ȡ@तासु कहा Ǒ¡ Ȳ ȡ ȯǑ¡ नीचा।।
जनक सभाँ \ Ǔ भूपाला। रहे à
Ǖ ¡ ` बल अतल
ु ǒ ȡ ȡ@
@
भंिज धनुष ȡ ȧ ǒ] ¡ ȣ@तब ȲĒ ȡ िजतेहु ͩ ȡ¡ ȣ@
@
ǕǓ सत
ु जानइ बल थोरा। राखा िजअत ] ȱͨ Ǒ¡ फोरा।।
सप
ू नखा कै Ǔ à
Ǖ ¡ दे खी। ͪ ǿ ȱ Ǒ¡ Ȳलाज ǒ ȯ Ȣ@
@
दो0-ͬ ǒȡ खर Ǘ Ǒ¡ ȣU
ȡȱ¡ × Ȫ कबंध।
ȡͧ एक सर मारयो ȯǑ¡ जानहु दसकंध।।36।।
–*–*–
ȯǑ¡ Ȳजलनाथ बँधायउ हे ला। उतरे Ĥ Ǖदल Ǒ¡ सुबेला।।
ȡǽ Ȣ Ǒ कुल केत।ू दत
ू पठायउ तव Ǒ¡ हे त।ू ।
सभा माझ ȯǑ¡ Ȳतव बल मथा। ǐ Ǿ महुँ Ǚ Ǔ जथा।।
अंगद हनमु त अनच ु र जाके। रन बाँकुरे बीर \ Ǔ बाँके।।
ȯǑ¡ कहँ ͪ ǓǕ ǓǕ नर कहहू। मध
ु ा मान ममता मद बहहू।।
अहह कंत कृत राम ǒȪ ȡ@काल ǒ मन उपज न बोधा।।
काल दं ड Ǒ¡ काहु न मारा। हरइ [बल Ǖͪƨ ǒ
ȡȡ@ @
Ǔ काल ȯǑ¡ आवत ȡɃ@ ȯǑ¡ ħ होइ à Ǖ ¡ ȡǐǑ¡ ȡɃ@
@
दो0-दइु सत ु मरे दहे उ परु अजहुँ परू ͪ दे हु।
Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖरघन
ु ाथ भिज नाथ ǒ जसु लेहु।।37।।
–*–*–
ȡǐ बचन ǓǕ ǒͧ समाना। सभाँ गयउ ` Ǒ होत ǒ¡ ȡ ȡ@ @
बैठ जाइ ͧ Ȳ ȡ Ǘ ȣ@\ Ǔ \ ͧ ȡ ğȡ सब Ǘ ȣ@
@
इहाँ राम \ Ȳ Ǒ¡ बोलावा। आइ चरन पंकज ͧ ǽ नावा।।
\ Ǔ आदर सपीप Ȱ ȡȣ@बोले ǒ ¡ ȱͧ कृपाल ȡȣ@
@
ȡͧ कौतकु \ Ǔ Ȫ¡ ȣ@तात × कहु पूछउँ Ȫ¡ ȣ@
@@
रावनु जातध ु ान कुल ȣ ȡ@भुज बल अतल ु जासु जग ȣ ȡ@ @
तासु मकु ु ट àǕ ¡
ȡǐ चलाए। कहहु तात कवनी ǒ ͬ पाए।।
सन
ु ु Ê [ Ĥ Ǖ ȡȣ@मक
ु ु ट न ¡ ȪǑ¡ Ȳभप
ू गन
ु
ȡȣ@
@
साम दान \ ǽ दं ड ǒ ȯ ȡ@नप
ृ उर Ǒ¡ Ȳनाथ कह बेदा।।
ȢǓ [के चरन सुहाए। अस िजयँ ȡǓ नाथ Ǒ¡ Ȳआए।।
दो0- ¡[ ȣ Ĥ Ǖपद ǒ Ǖ काल ǒ दससीस।
ȯǑ¡ ǐ¡ ǐ गन
ु आए सन
ु हु कोसलाधीस।।38(((क)।।
परम चतरु ता Į ǓǕ ǒ ¡ ȱ ȯरामु उदार।
समाचार ǓǕ सब कहे गढ़ के ȡͧ Ǖ ȡ@
@38(ख)।।
–*–*–
ǐ Ǖके समाचार जब पाए। राम ͬ
सब Ǔ बोलाए।।
लंका बाँके
ȡǐ दआ
ु रा। ȯǑ¡ ǒͬ ȡͬ \ करहु ǒ
ȡȡ@
@
तब कपीस ǐÍ ȯ ǒ Ȣ @ Ǖͧ ǐ ǿ ȱǑ कुल भूषन।।
ǐ ǒ
ȡ Ǔ Û¡ Ȳğ Ǻ±ȡ ȡ@
ȡǐ अनी ͪ कटकु बनावा।।
जथाजोग ȯ ȡǓ ȧÛ¡ ȯ@जथ
ू प सकल Ȫͧ तब ȣÛ¡ ȯ@
@
Ĥ ǕĤ ȡ Ǒ¡ सब समझ
ु ाए। ǓǕ ͪ ͧ Ȳ ȡ ǐ धाए।।
¡ ͪ राम चरन ͧ ȡǑ¡ @
Ȳ Ǒ¡ ͬ ǐ ͧ बीर सब ȡǑ¡ @
Ȳ@
Ǒ[¡ Ȳ Ǒ[¡ Ȳभालु कपीसा। जय रघुबीर कोसलाधीसा।।
जानत परम Ǖ [\ Ǔ लंका। Ĥ ǕĤ ȡ ͪ चले असंका।।
घटाटोप ǐ चहुँ Ǒͧ ȯȣ@ Ǖ Ǒ¡ ȲǓ ȡ ȡ ¡ ȣȲ ȯȣ@
@
दो0- Ǔ राम जय Ǔ जय कपीस ĒǕ Ȣ@
Ǒ[¡ Ȳͧ Ȳ ȡ ͪ भालु महा बल सींव।।39।।
–*–*–
लंकाँ भयउ कोलाहल ȡȣ@सन ु ा दसानन \ Ǔ \ ¡ ȱ ȡȣ@
@
दे खहु Û¡ ȯǐ Ǒ ȡ_@ǒ ¡ ȱͧ Ǔ ȡ
सेन बोलाई।।
आए ȧ काल के Ĥȯȯ@छुधावंत सब Ǔ ͧ
मेरे।।
अस Ǒ¡ \ ͠¡ ȡ सठ ȧÛ¡ ȡ@गह
ृ बैठे अहार ǒ ͬ ȣÛ¡ ȡ@
@
सुभट सकल
ȡǐ¡ ǕȱǑͧ जाहू। ǐ ǐ भालु ȧ सब खाहू।।
उमा ȡ Ǒ¡ अस \ ͧ ȡ ȡ@ǔ ͧ ǑǑ͠ खग सत ू उताना।।
चले Ǔ ȡ
आयसु मागी। Ǒ¡ कर ͧ ͫȲ ȡ बर साँगी।।
तोमर Ê
Ǖ परसु Ĥ
Ȳ ȡ@सल
ु कृपान ǐ ͬ ǐ Ȳ ȡ@
@
ǔ ͧ \ ǽ Ȫ Ǔ Ǔ ¡ ȡȣ@ ȡ Ǒ¡ Ȳसठ खग मांस \ ¡ ȡȣ@
@
ɉ
भंग दख
ु Ǔ Û¡ Ǒ¡ न सूझा। Ǔ ͧ धाए मनुजाद अबझ
ू ा।।
दो0-नानायुध सर चाप धर जातध
ु ान बल बीर।
कोट ȱ ǗǔÛ¡
Ǒ± गए ȪǑ ȪǑ रनधीर।।40।।
–*–*–
कोट ȱ ǗǔÛ¡ Ȫ¡ Ǒ¡ Ȳकैसे। ȯǽ के ȲǙ Ǔ जनु घन बैसे।।
ȡ Ǒ¡ Ȳढोल Ǔ ȡ जुझाऊ। ǕǓ ǓǕ होइ ǔÛ¡ मन चाऊ।।
ȡ Ǒ¡ Ȳ ȯǐ ȧǐ अपारा। ǕǓ कादर उर ȡǑ¡ Ȳदरारा।।
ȯͨ Û¡ जाइ ͪÛ¡ के ͠ȡ@\ Ǔ ǒ ȡ तनु भालु Ǖ ͠ȡ@
@
ȡ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳन अवघट घाटा। [ Ȫǐ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ बाटा।।
ȡǑ¡ Ȳ ȪǑÛ¡ भट Ǒ[¡ @
Ȳ दसन ओठ ȡǑ¡ Ȳ\ Ǔ Ǒ[¡ @
Ȳ@
उत रावन इत राम दोहाई। Ǔ Ǔ जय ȣ लराई।।
Ǔ ͧ
ͧ समूह ¡ ȡǑ¡ @
Ȳ ǗǑ Ǒ¡ Ȳ ͪ ȯǐ
ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
दो0- ǐ कुधर खंड Ĥ
Ȳ [ भालु गढ़ पर ȡ¡ ȣȲ@
Ǒ¡ Ȳचरन Ǒ¡ ͩ Ǒ¡ भिज चलत ¡ Ǖǐ
ȡ¡ ȣȲ@
@
–*–*–
\ Ǔ तरल ǽ Ĥ ȡ Ǒ¡ Ȳ ͩ गढ़
Ǒ±
Ǒ± गए।
ͪ भालु
Ǒ± ȲǑÛ¡ जहँ तहँ राम जसु गावत भए।।
दो0-एकु एकु Ǔ ͧ
Ǒ¡ ǓǕ ͪ चले पराइ।
ऊपर आपु हे ठ भट ͬ Ǒ¡ Ȳ Ǔ पर आइ।।41।।
–*–*–
राम Ĥ ȡ Ĥ ͪ Ǘ ȡ@ [Ǒ¡ ȲǓ ͧ
सभ
ु ट Ǿ ȡ@
@
चढ़े Ǖ [ ǕǓ जहँ तहँ बानर। जय रघुबीर Ĥ ȡ Ǒȡ @
@
चले Ǔ ȡ
Ǔ पराई। Ĥ पवन ǔ ͧ घन समुदाई।।
हाहाकार भयउ पुर ȡȣ@Ȫ Ǒ¡ Ȳबालक आतरु ȡȣ@
@
सब ͧ ͧ ȯǑ¡ Ȳȡ Ǒ¡ ȡȣ@राज करत f Ǒ¡ Ȳ ×
Ǚ Ǖ¡ ȱ ȡȣ@
@
Ǔ दल ǒ
सुनी ȯǑ¡ Ȳकाना। ȯǐ सुभट लंकेस ǐ ȡ ȡ@
@
जो रन ǒ Ǖ सन
ु ा ɇकाना। सो ɇहतब कराल कृपाना।।
[ Ǖखाइ भोग ǐ नाना। समर ͧǗ भए ã Ĥȡ ȡ@
@
` Ē बचन ǓǕ सकल डेराने। चले Đ Ȫ ǐ सभ
ु ट लजाने।।
Û Ǖ मरन बीर कै सोभा। तब Ǔ Û¡ तजा Ĥ ȡ कर लोभा।।
दो0-बहु आयध ु धर सुभट सब ͧ Ǒ¡ Ȳ
ȡǐ
ȡǐ@
Þ ȡ Ǖ ͩ f भालु ͪ ǐ ǒğ Ǘ ǔÛ¡ ȡȣ@
@42।।
–*–*–
भय आतरु ͪ भागन लागे। ɮ ͪ उमा ȢǓ ¡ Ǒ¡ Ȳआगे।।
कोउ कह कहँ अंगद हनुमंता। कहँ नल नील ǒǕ बलवंता।।
Ǔ दल ǒ सन
ु ा हनम
ु ाना। ǔÍ ɮ ȡ रहा बलवाना।।
मेघनाद तहँ करइ लराई। टूट न ɮ ȡ परम Ǒ ȡ_@
@
पवनतनय मन भा \ Ǔ Đ Ȫ ȡ@ ȶ̀ Ĥ काल सम जोधा।।
ǗǑ लंक गढ़ ऊपर आवा। Ǒ¡ ͬ ǐ मेघनाद कहुँ धावा।।
भंजेउ रथ सारथी Ǔ ȡ ȡ@ ȡǑ¡ ǿ महुँ ȡȯͧ लाता।।
Ǖ Ʌसत
ू ǒ ȯǑ¡ जाना। è Ȳ ȡͧ तरु त गह
ृ आना।।
दो0-अंगद सन
ु ा पवनसत
ु गढ़ पर गयउ अकेल।
रन बाँकुरा ȡͧ Ǖ ͩ चढ़े उ ͪ खेल।।43।।
–*–*–
ƨǕ ǒ ǽƨ Đ Ǖƨ ɮȫ बंदर। राम Ĥ ȡ ͧǕ ǐ उर अंतर।।
रावन भवन चढ़े ɮȫ धाई। Ǒ¡ कोसलाधीस दोहाई।।
कलस Ǒ¡ Ǒ¡ भवनु ढहावा। ȯͨ Ǔ ȡ
Ǔ भय पावा।।
ȡǐ बंद
ृ कर ȢǑ¡ Ȳछाती। अब दइु ͪ आए उतपाती।।
ͪ ȣ ȡ ǐ Ǔ Û¡ Ǒ¡ ȯ
ȡ Ǒ¡ @
Ȳ ȡ
ġȲ कर सज
ु सु Ǖ ȡǑ¡ @
Ȳ@
ǓǕ कर Ǒ¡ कंचन के खंभा। ¡ ȯǔÛ¡ ǐ\ उतपात अरं भा।।
ǔ [परे ǐ Ǖकटक ȡȣ@लागे ȷभज
ु बल ȡȣ@
@
ȡ¡ ǕǑ¡ लात
ȯ ǔÛ¡ केहू। भजहु न ȡ Ǒ¡ सो फल लेहू।।
दो0-एक एक ɉ [Ǒ¡ Ȳ Ȫǐ
ȡ Ǒ¡ Ȳमुंड।
रावन ] ɅǑ¡ Ȳते जनु ǗǑ¡ Ȳͬ कंु ड।।44।।
–*–*–
महा महा Ǖͨ ] जे ȡǑ¡ @
Ȳ ते पद Ǒ¡ Ĥ Ǖपास
ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
कहइ ǒ Ȣ ǕǓ Û¡ के नामा। ȯǑ¡ Ȳराम Ǔ Û¡ ¡ ǗǓ धामा।।
खल मनज
ु ाद ɮͪ ȡͧ भोगी। ȡ Ǒ¡ Ȳ Ǔ जो जाचत जोगी।।
उमा राम Ǚ ͬǕ
ǽ ȡ @बयर भाव ͧǕ ȪǑ¡ Ǔ ͧ
@
@
ȯǑ¡ Ȳपरम Ǔ सो िजयँ जानी। अस कृपाल को कहहु भवानी।।
अस Ĥ Ǖ ǕǓ न Ǒ¡ Ȳħ × ȡ Ȣ@नर Ǔ Ȳ ते परम अभागी।।
अंगद \ ǽ हनम
ु ंत Ĥ ȯ ȡ@ ȧÛ¡ Ǖ [अस कह अवधेसा।।
लंकाँ ɮȫ ͪ Ȫ¡ Ǒ¡ ȲȰ @
Ʌ Ǒ¡ ͧ Ȳ Ǖदइ
ु मंदर Ȱ @
Ʌ@
दो0-भज
ु बल ǐ Ǖदल ͧ ȯͨ Ǒ कर अंत।
कूदे जग
ु ल ǒ Į आए जहँ भगवंत।।45।।
–*–*–
Ĥ Ǖपद कमल सीस Ǔ Û¡ नाए। ȯͨ सभ ु ट Ǖ Ǔ मन भाए।।
राम कृपा ǐ जुगल Ǔ ¡ ȡȯ@भए ǒ Į परम सुखारे ।।
गए ȡǓ अंगद हनुमाना। ͩ ȯभालु [ भट नाना।।
जातध
ु ान ĤȪ बल पाई। धाए ǐ दससीस दोहाई।।
Ǔ ͧ
अनी ȯͨ ͪ ͩ ȯ@जहँ तहँ कटकटाइ भट ͧ ȯ@
@
ɮ ȫ दल Ĥ
ȡǐ
ȡȣ@लरत सभ
ु ट Ǒ¡ Ȳ ȡ Ǒ¡ Ȳ¡ ȡȣ@
@
महाबीर Ǔ ͧ
सब कारे । नाना बरन ȣ Ǖ भारे ।।
सबल जुगल दल समबल जोधा। कौतक
ु करत लरत ǐ Đ Ȫ ȡ@
@
Ĥ ȡǒ सरद पयोद घनेरे। लरत मनहुँ ȡǽ के Ĥȯȯ@@
\ Ǔ अकंपन \ ǽ \ Ǔ ȡ ȡ@ǒ
सेन ȧǔÛ¡ ^Û¡ माया।।
भयउ Ǔ ͧ महँ \ Ǔ \ ȱͬ ȡȡ@ ǔǙç होइ ǽͬ Ȫ छारा।।
दो0-ȯͨ Ǔ ǒ° तम दसहुँ Ǒͧ ͪ भयउ खभार।
f Ǒ¡ एक न दे खई जहँ तहँ Ǒ¡ Ȳपुकार।।46।।
–*–*–
सकल मरमु रघन ु ायक जाना। ͧ f Ȫͧ अंगद हनम ु ाना।।
समाचार सब Ǒ¡ समुझाए। सुनत Ȫͪ ͪ ȲǕ धाए।।
ǕǓ कृपाल ¡ ȱͧ चाप चढ़ावा। पावक सायक Ǒ चलावा।।
भयउ Ĥ ȡ कतहुँ तम ȡ¡ ȣȲ@Ê ȡ उदयँ ǔ ͧ संसय ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
भालु ȣ Ǖ पाइ Ĥ ȡ ȡ@धाए हरष ǒ Į ğȡ ȡ@ @
हनम
ू ान अंगद रन गाजे। हाँक सन
ु त रजनीचर भाजे।।
भागत पट Ǒ¡ Ȳ ǐ धरनी। Ǒ¡ Ȳभालु ͪ \ ƫ Ǖ करनी।।
Ǒ¡ पद ȡǑ¡ Ȳसागर ȡ¡ ȣȲ@मकर उरग झष ǐ ǐ ȡ¡ ȣȲ@
@
दो0-कछु मारे कछु घायल कछु गढ़ चढ़े पराइ।
Ǒ[¡ Ȳभालु ȣ Ǖ ǐ Ǖदल बल ǒ
ȡ^@
@47।।
–*–*–
Ǔ ȡ ȡǓ ͪ
ȡǐ` अनी। आए जहाँ कोसला धनी।।
राम कृपा ǐ ͬ
ȡ ¡ ȣ@भए ǒ Į बानर ¡ ȣ@
@
उहाँ दसानन ͬ
हँकारे । सब सन ¡ ȯͧ सुभट जे मारे ।।
आधा कटकु ͪÛ¡ संघारा। कहहु ȯͬ का ǐ\ ǒ
ȡȡ@ @
ȡã Ȳ \ Ǔ जरठ Ǔ ȡ
@रावन मातु ͪ ȡ Ȳğ Ȣ बर।।
बोला बचन ȢǓ \ Ǔ पावन। सन
ु हु तात कछु मोर ͧ ȡ @
@
जब ते à
Ǖ ¡ सीता ¡ ǐ आनी। असगन
ु ¡ ȪǑ¡ Ȳन ȡǑ¡ Ȳबखानी।।
बेद पुरान जासु जसु गायो। राम ǒ Ǖ काहुँ न सुख पायो।।
दो0-Ǒ¡ Û ȡÍ ħ ȡ ȡ Ǒ¡ मधु कैटभ बलवान।
ȯǑ¡ मारे सोइ अवतरे उ Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖभगवान।।48(क)।।
मासपारायण, पचीसवाँ ͪ Į ȡ
ȡ Ǿ खल बन दहन गन
ु ागार घनबोध।
ͧ ǒ Ȳͬ
ȯǑ¡ ȯ Ǒ¡ Ȳ ȡ ɉ कवन ǒ Ȫ @
@48(ख)।।
–*–*–
ǐ¡ ǐ ǽ दे हु Ȱȯ¡ ȣ@भजहु Ǚ ȡǓ ͬ परम ȯ¡ ȣ@
@
ताके बचन बान सम लागे। ǐ] मुह ǐ ȡǑ¡ अभागे।।
बूढ़ f ͧ न त मरतेउँ Ȫ¡ ȣ@अब Ǔ नयन ȯ ȡͧ Ȫ¡ ȣ@
@
ȯǑ¡ अपने मन अस अनुमाना। Ú Ȫ चहत f Ǒ¡ ǙȡǓ ȡ ȡ@
@
सो ` Ǒ गयउ कहत Ǖ ȡ[ ȡ@तब सकोप बोलेउ घननादा।।
कौतक
ु Ĥȡ ȯͨ \ ¡ Ǖमोरा। ǐ¡ `ȱबहुत ¡ ɋ का थोरा।।
ǕǓ सुत बचन भरोसा आवा। Ĥ ȢǓ समेत अंक बैठावा।।
करत ǒ
ȡ भयउ ͧ Ǖ ȡȡ@लागे ͪ ǕǓ चहूँ दआ
ु रा।।
Ȫͪ ͪ Û¡ Ǖ [ गढ़ु घेरा। नगर कोलाहलु भयउ घनेरा।।
ǒǒ ȡ Ǖ धर Ǔ ͧ
धाए। गढ़ ते [ ͧ ढहाए।।
छं 0-ढाहे ¡ ȣ ͧ ȪǑÛ¡ ǒ ǒ ǒ ͬ गोला चले।
घहरात ǔ ͧ ǒ ȡ [ जनु Ĥ के बादले।।
[ ǒ भट जुटत कटत न लटत तन [ भए।
Ǒ¡ सैल ȯǑ¡ गढ़ पर
ȡ Ǒ¡ Ȳजहँ सो तहँ Ǔ ͧ
हए।।
दो0-मेघनाद ǕǓ Į अस गढ़ु ǕǓ Ʌ ȡ आइ।
` Ⱦ बीर Ǖ [ Ʌ Û Ǖ
ã Ȫ बजाइ।।49।।
–*–*–
कहँ कोसलाधीस ɮȫ ħ ȡ ȡ@ Û Ȣ सकल लोक ǒ É ȡ ȡ@ @
कहँ नल नील ǒǕ ĒǕ Ȣȡ@अंगद हनम
ू ंत बल सींवा।।
कहाँ ǒ Ȣ Ǖħ ȡ ȡġȪ¡ ȣ@आजु Ǒ¡ ¡ Ǒ मारउँ j ¡ ȣ@
@
अस Ǒ¡ Ǒ बान संधाने। \ Ǔ Đ Ȫ Į ͬ ताने।।
सर समुह सो छाड़ै लागा। जनु Í ȡǑ¡ Ȳबहु नागा।।
जहँ तहँ परत ȯͨ \ Ǒ¡ Ȳबानर। Û Ǖ होइ न सके ȯǑ¡ अवसर।।
जहँ तहँ ȡͬ चले ͪ ȣ ȡ@ǒ ȣ Ǒ¡ ƨǕ कै ईछा।।
सो ͪ भालु न रन महँ दे खा। ȧÛ¡ ȯͧ ȯǑ¡ न Ĥ ȡ अवसेषा।।
दो0-दस दस सर सब ȡȯͧ परे ͧǗ ͪ बीर।
ͧ ¡Ȳ ȡ ǐ ȡ[मेघनाद बल धीर।।50।।
–*–*–
ȯͨ पवनसुत कटक ǒ ¡ ȡ ȡ@Đ Ȫ Ȳ जनु धायउ काला।।
महासैल एक तरु त उपारा। \ Ǔ ǐ मेघनाद पर डारा।।
आवत ȯͨ गयउ नभ सोई। रथ सारथी तरु ग सब खोई।।
बार बार पचार हनम
ु ाना। Ǔ न आव मरमु सो जाना।।
Ǖ Ǔ Ǔ गयउ घननादा। नाना ȡȱǓ ȯͧ Ǖ ȡ[ ȡ@
@
\ èğ èğ आयध
ु सब डारे । ȫ Ǖ ¡ ȣȲĤ Ǖ ȡǑ Ǔ ȡȯ@
@
ȯͨ Ĥ ȡ मूढ़ ͨ ͧ ] ȡ@करै लाग माया ǒ ͬ नाना।।
ǔ ͧ कोउ करै ǽ° ɇखेला। डरपावै Ǒ¡ è ã सपेला।।
दो0-जासु Ĥ माया बल ͧ ǒȲͬ
बड़ छोट।
ȡǑ¡ Ǒ ȡ^ Ǔ ͧ
Ǔ माया Ǔ खोट।।51।।
–*–*–
नभ
Ǒ± बरष ǒ Ǖ अंगारा। Ǒ¡ ते Ĥ ¡ ȪǑ¡ Ȳजलधारा।।
नाना ȡȱ
Ǔ ͪ ȡ
ͪ ȡ
Ȣ@ ȡǽ काटु ǓǕ Ȫ Ǒ¡ Ȳनाची।।
ǒçȡ पय ू ǽͬ कच हाड़ा। बरषइ कबहुँ उपल बहु छाड़ा।।
ͪ ǐǗ ȧÛ¡ ȯͧ \ ȱͬ ] ȡ@सूझ न आपन हाथ पसारा।।
ͪ अकुलाने माया ȯ Ʌ@सब कर मरन बना f Ǒ¡ ȯ Ʌ@
@
कौतक
ु ȯͨ राम मुसुकाने। भए सभीत सकल ͪ जाने।।
एक बान ȡȣ सब माया। ǔ ͧ Ǒ हर Ǔ ͧ Ǔ ȡ ȡ@
@
ǙȡǺǔç ͪ भालु ǒ Ȫȯ@भए Ĥ रन ¡ Ǒ¡ Ȳन रोके।।
दो0-आयसु ȡͬ राम Ǒ¡ Ȳ\ Ȳ ȡǑ ͪ साथ।
Ǔ चले Đ Ǖƨ होइ बान सरासन हाथ।।52।।
–*–*–
छतज नयन उर बाहु ǒ ȡ ȡ@Ǒ¡ ͬ ǐ Ǔ तनु कछु एक लाला।।
इहाँ दसानन सभु ट पठाए। नाना \ èğ èğ Ǒ¡ धाए।।
भूधर नख ǒȡ Ǖ ȡȣ@धाए ͪ जय राम Ǖ ȡȣ@
@
ͧ ȯसकल ȪǐǑ¡ सन Ȫȣ@इत उत जय ^Í ȡ Ǒ¡ Ȳ Ȫȣ@
@
ǑǕ Û¡ ȡ Û¡ ȡ Û¡ ȡǑ¡ @
Ȳ ͪ जयसील ȡǐ ǓǕ ȡǑ¡ @
Ȳ@
ȡǽ ȡǽ ǽ ǽ ǽ ȡǾ @सीस Ȫǐ Ǒ¡ भज
ु ा ` ȡǾ @
@
\ ͧ रव Ǘǐ ¡ ȣ नव खंडा। ȡ Ǒ¡ Ȳजहँ तहँ ǽȲ Ĥ
Ȳ ȡ@
@
ȯ Ǒ¡ Ȳकौतक
ु नभ सुर बंदृ ा। कबहुँक ǒ कबहुँ अनंदा।।
दो0-ǽͬ गाड़ ǐ ǐ à Ȫ ऊपर ǐǗ उड़ाइ।
जनु अँगार ȡͧ Û¡ पर मत ृ क धम ू é Ȫ छाइ।।53।।
–*–*–
घायल बीर ǒ ȡ Ǒ¡ Ȳकैसे। Ǖ Ǖͧ ͩ Ȳ Ǖ के ǽ जैसे।।
Ǔ मेघनाद ɮ ȫ जोधा। ͧ Ǒ¡ Ȳपरसपर ǐ \ Ǔ Đ Ȫ ȡ@
@
f Ǒ¡ एक सकइ Ǒ¡ Ȳजीती। Ǔ ͧ
छल बल करइ अनीती।।
Đ Ȫ Ȳ तब भयउ अनंता। भंजेउ रथ सारथी तरु ं ता।।
नाना ǒͬ Ĥ ¡ ȡ कर सेषा। ȡÍ भयउ Ĥȡ अवसेषा।।
रावन सुत Ǔ मन अनुमाना। संकठ भयउ ¡ ǐǑ¡ मम Ĥ ȡ ȡ@
@
Ȣ ȡǓ Ȣ ȡͫ°ͧ साँगी। तेज पंज
ु Ǔ उर लागी।।
ǽǕ ȡ भई ǔÈ के ȡ Ʌ@तब
ͧ गयउ Ǔ भय × ȡ Ʌ@
@
दो0-मेघनाद सम ȪǑ सत जोधा रहे उठाइ।
जगदाधार सेष ͩ ͧ उठै चले ͨ ͧ ] ^@
@54।।
–*–*–
सुनु ͬ ǐ ȡ Đ Ȫ ȡ जासू। जारइ भुवन
ȡǐ आसू।।
सक ȲĒ ȡ ȢǓ को ȡ¡ ȣ@ ȯ Ǒ¡ Ȳसुर नर अग जग ȡ¡ ȣ@
@
यह कौतह
ू ल जानइ सोई। जा पर कृपा राम कै होई।।
ȲÚ ȡ भइ ͩ ǐ ɮ ȫ बाहनी। लगे सँभारन Ǔ Ǔ अनी।।
Þ ȡ Ħé अिजत Ǖ ȯè@ Ǔ कहाँ बझ
ू ǽ ȡ @
@
तब ͬ लै आयउ हनम
ु ाना। अनज
ु ȯͨ Ĥ Ǖ\ Ǔ दख
ु माना।।
जामवंत कह बैद सुषेना। लंकाँ रहइ को पठई लेना।।
ǐ लघु Ǿ गयउ हनुमंता। आनेउ भवन समेत तरु ं ता।।
दो0-राम ȡǒ Ȳ ͧ नायउ आइ सुषेन।
कहा नाम ͬ ǐ औषधी जाहु पवनसत ु लेन।।55।।
–*–*–
राम चरन ͧ उर राखी। चला Ĥ Ȳ सतु बल भाषी।।
उहाँ दत
ू एक मरमु जनावा। रावन ȡ ȯͧ गह
ृ आवा।।
दसमख
ु कहा मरमु ȯǑ¡ Ȳसन
ु ा। ǓǕ ǓǕ ȡ ȯͧ ͧ ǽ धन
ु ा।।
दे खत à
Ǖ ¡ Ǒ¡ ǽ ȯǑ¡ Ȳजारा। तासु पंथ को रोकन पारा।।
भिज Ǖ Ǔ ǽ Ǒ¡ आपना। छाँड़हु नाथ मष
ृ ा ã ȡ@
@
नील कंज तनु सुंदर è ȡ ȡ@ǿ ȱराखु Ȫ
ȡͧ ȡ ȡ@
@
ɇ ɇमोर मढ़
ू ता × ȡ @
Ǘ महा मोह Ǔ ͧ सत
ू त जाग।ू ।
काल Þ ȡ कर Í जोई। सपनेहुँ समर ͩ ȢǓ \ सोई।।
दो0- ǓǕ दसकंठ ǐ ȡ \ Ǔ ȯǑ¡ Ȳमन ȧÛ¡ ǒ
ȡ@
राम दत
ू कर ɋ ǽ यह खल रत मल भार।।56।।
–*–*–
अस Ǒ¡ चला ͬ
ͧ मग माया। सर ȲǑ बर बाग बनाया।।
ȡǽ Ǖ दे खा सुभ ] Į @ ǕǓ Ǒ¡ Ǘͨ जल ͪ ɋ जाइ Į @
@
ȡÍ कपट बेष तहँ सोहा। ȡ ȡǓ Ǘ Ǒ¡ चह मोहा।।
जाइ पवनसत
ु नायउ माथा। लाग सो कहै राम गन
ु गाथा।।
होत महा रन रावन ȡ Ǒ¡ @
Ȳ ǔ ¡ Ǒ¡ Ȳराम न संसय या Ǒ¡ @
Ȳ@
इहाँ भएँ ɇदे खेउँ भाई। Ê ȡ Ǻǔç बल ȪǑ¡ \ ͬ ȡ_@
@
मागा जल ȯǑ¡ ȲȣÛ¡ कमंडल। कह ͪ Ǒ¡ Ȳअघाउँ ȪɅजल।।
सर Ï ǐ आतरु आवहु। ǑÍ ȡ दे उँ Ê ȡ ȯǑ¡ Ȳपावहु।।
दो0-सर पैठत ͪ पद गहा ȣȲतब अकुलान।
ȡȣ सो ǐ Ǒå तनु
ȣ गगन
Ǒ± जान।।57।।
–*–*–
ͪ तव दरस भइउँ Ǔ ç ȡ ȡ@ͧ ȡ तात ǕǓ कर सापा।।
ǓǕ न होइ यह Ǔ ͧ
घोरा। मानहु × बचन ͪ मोरा।।
अस Ǒ¡ गई अपछरा ¡ ȣ@ Ȳ Ǔ ͧ
Ǔ गयउ ͪ ¡ ȣȲ@
@
कह ͪ ǕǓ ǕǓ ȡ लेहू। ȡ Ʌ¡ Ǒ¡ Ȳğ à
Ǖ ¡ दे हू।।
ͧ लंगूर ȯǑ पछारा। Ǔ तनु Ĥ ȯͧ मरती बारा।।
राम राम Ǒ¡ ȡ° ͧȯ Ĥȡ ȡ@ ǕǓ मन ¡ ͪ चलेउ हनुमाना।।
दे खा सैल न औषध
ȢÛ¡ ȡ@सहसा ͪ ` ȡǐ ͬ ǐ ȣÛ¡ ȡ@
@
Ǒ¡ ͬ ǐ Ǔ ͧ नभ धावत भयऊ। \ Ǖȣ उपर ͪ गयऊ।।
दो0-दे खा भरत ǒ ȡ \ Ǔ Ǔ ͧ
मन \ Ǖ ȡǓ @
ǒ Ǖफर सायक मारे उ चाप Į ͬ ȡǓ @
@58।।
–*–*–
परे उ Ǖǽ Ǔ Ǒ¡ लागत सायक। Ǖͧ राम राम रघुनायक।।
ǕǓ ͪĤ बचन भरत तब धाए। ͪ समीप \ Ǔ आतरु आए।।
ǒ ǒ Ȫͩ ȧ उर लावा। जागत Ǒ¡ Ȳबहु ȡȱǓ जगावा।।
मखु ȣ मन भए Ǖ ȡȣ@कहत बचन ǐ लोचन ȡȣ@ @
ȯǑ¡ Ȳǒͬ राम ǒ Ǖ ȪǑ¡ ȧÛ¡ ȡ@ ȯǑ¡ Ȳ ǓǕ यह ȡǽ दख
ु ȣÛ¡ ȡ@
@
ɋ ȪɅमन बच \ ǽ काया। Ĥ ȢǓ राम पद कमल अमाया।।
तौ ͪ होउ ǒ Į सूला। ɋ मो पर Ǖ Ǔ अनुकूला।।
सुनत बचन ` Ǒ बैठ कपीसा। Ǒ¡ जय Ǔ कोसलाधीसा।।
सो0- ȣÛ¡ ͪǑ¡ उर लाइ Ǖ ͩ तनु लोचन सजल।
Ĥ ȢǓ न ǿ ȱसमाइ ͧǕ ǐ राम रघक
ु ु ल Ǔ @
@59।।
तात कुसल कहु Ǖ Ǔ ȡ ȧ@ Ǒ¡ अनज ु \ ǽ मातु ȡ ȧ@ @
ͪ सब
ǐ समास बखाने। भए दख ु ी मन महुँ Ǔ ȡ ȯ@
@
अहह दै व ɇकत जग जायउँ । Ĥ Ǖके एकहु काज न आयउँ ।।
ȡǓ Ǖ\ ǽ मन ǐ धीरा। ǕǓ ͪ सन बोले बलबीरा।।
तात ¡ ǽ ¡ Ȫ^Ǒ¡ ȪǑ¡ जाता। काजु ȡ^Ǒ¡ होत Ĥ ȡ ȡ@
@
चढ़ु मम सायक सैल समेता। ɋ ȪǑ¡ जहँ ǙȡǓ ȯ ȡ@
@
ǓǕ ͪ मन उपजा \ ͧ ȡ ȡ@ ȪɅभार
ͧ Ǒ¡ ͩ ͧ बाना।।
राम Ĥ ȡ ǒ
ȡǐ ¡ Ȫȣ@ ȲǑ चरन कह ͪ कर Ȫȣ@
@
दो0-तव Ĥ ȡ उर ȡͨ Ĥ Ǖजेहउँ नाथ तरु ं त।
अस Ǒ¡ आयसु पाइ पद ȲǑ चलेउ हनुमत
ं ।।60(क)।।
भरत बाहु बल सील गन
ु Ĥ Ǖपद Ĥ ȢǓ अपार।
मन महुँ जात सराहत ǕǓ ǕǓ पवनकुमार।।60(ख)।।
–*–*–
उहाँ राम Ǔ Ǒ¡ ȲǓ ¡ ȡȣ@बोले बचन मनज
ु \ Ǖ ȡȣ@
@
\ [ȡǓ गइ ͪ Ǒ¡ Ȳआयउ। राम उठाइ अनुज उर लायउ।।
सकहु न ͨǕ ȯͨ ȪǑ¡ काऊ। बंधु सदा तव मद ृ ल
ु सुभाऊ।।
मम Ǒ¡ ȡͬ तजेहु ͪ Ǖमाता। सहे हु ǒ ͪ Ǒ¡ आतप बाता।।
सो अनरु ाग कहाँ अब भाई। उठहु न ǓǕ मम बच ǒ ȡ_@ @
ɋ जनतेउँ बन बंधु ǒ Ȫ¡ Ǘ@ͪ ȡ बचन मनतेउँ Ǒ¡ Ȳओहू।।
सत
ु ǒ ȡǐ भवन ǐȡȡ@¡ ȪǑ¡ Ȳ ȡǑ¡ Ȳजग ȡǑ¡ Ȳबारा।।
अस ǒ
ȡǐ िजयँ जागहु ताता। ͧ ^ न जगत सहोदर ħ ȡ ȡ@ @
जथा पंख ǒ Ǖखग \ Ǔ ȣ ȡ@ Ǔ ǒ Ǖ Ǔ ǐ कर ¡ ȣ ȡ@
@
अस मम िजवन बंधु ǒ Ǖ Ȫ¡ ȣ@ ɋ जड़ दै व िजआवै Ȫ¡ ȣ@
@
जैहउँ अवध कवन मह
ु ु लाई। ȡǐ हे तु ͪĤ भाइ गँवाई।।
ǽ अपजस सहतेउँ जग ȡ¡ ȣ@
Ȳ ȡǐ ¡ ȡǓ ǒ ȯ Ǔ ȡ¡ ȣȲ@
@
अब अपलोकु सोकु सुत तोरा। Ǒ¡ Ǒ¡ Ǔ Ǖ कठोर उर मोरा।।
Ǔ जननी के एक कुमारा। तात तासु à
Ǖ ¡ Ĥȡ अधारा।।
ɋȯͧ ȪǑ¡ à
Ǖ ¡ Ǒ¡ Ǒ¡ पानी। सब ǒͬ सुखद परम Ǒ¡ जानी।।
` ǽ काह दै हउँ ȯǑ¡ जाई। ` Ǒ ͩ ȪǑ¡ ͧ ȡ¡ Ǖभाई।।
बहु ǒͬ ͧ
सोच ǒ Ȫ
@èğ ͧ रािजव दल लोचन।।
उमा एक अखंड रघरु ाई। नर Ǔ भगत कृपाल दे खाई।।
सो0-Ĥ ǕĤ ȡ ǕǓ कान ǒ भए बानर Ǔ @
आइ गयउ हनुमान ǔ ͧ ǽ ȡ महँ बीर रस।।61।।
¡ ͪ राम Ʌȯ̀ हनुमाना। \ Ǔ Ǚ Ê Ĥ Ǖपरम सुजाना।।
तरु त बैद तब ȧÛ¡ उपाई। ` Ǒ बैठे Ǔ हरषाई।।
ǿ ȱलाइ Ĥ Ǖ Ʌȯ̀ ħ ȡ ȡ@हरषे सकल भालु ͪ Ħ ȡ ȡ@
@
ͪ ǓǕ बैद तहाँ पहुँचावा। ȯǑ¡ ǒ ͬ Ǒ¡ Ȳ ȡǑ¡ लइ आवा।।
यह ×
Ǚ ȡȲ दसानन सन ु ेऊ। \ Ǔ ǒ \ ǓǕ ǓǕ ͧ धनु ेऊ।।
Þ ȡ Ǖ कंु भकरन Ǒ¡ Ȳआवा। ǒ ǒ जतन ǐ ȡǑ¡ जगावा।।
जागा Ǔ ͧ
ȯͨ \ कैसा। मानहुँ कालु दे ह ǐ बैसा।।
कंु भकरन बूझा कहु भाई। काहे तव मुख रहे सुखाई।।
कथा ¡ ȣ सब ȯǑ¡ Ȳ\ ͧ ȡ Ȣ@ ȯǑ¡ Ĥ ȡ सीता ¡ ǐ आनी।।
तात ͪÛ¡ सब Ǔ ͧ
मारे । महामहा जोधा संघारे ।।
Ǖ Ǖ[ Ǖǐ Ǖमनज
ु \ ¡ ȡȣ@भट \ Ǔ ȡ अकंपन ȡȣ@
@
अपर महोदर ] Ǒ बीरा। परे समर Ǒ¡ सब रनधीरा।।
दो0- ǕǓ दसकंधर बचन तब कंु भकरन ǒ ȡ @
जगदं बा ¡ ǐ ] Ǔ अब सठ चाहत ã ȡ @ @62।।
–*–*–
भल न ȧÛ¡ ɇǓ ͧ
नाहा। अब ȪǑ¡ आइ ȡf Ǒ¡ काहा।।
अजहूँ तात × ȡͬ \ ͧ ȡ ȡ@भजहु राम ¡ Ȫ^Ǒ¡ ã ȡ ȡ@
@
¡ ɇदससीस मनज ु रघनु ायक। जाके हनम ू ान से पायक।।
अहह बंधु ɇ ȧǔÛ¡ खोटाई। Ĥ Ǒ¡ Ȳ ȪǑ¡ न Ǖ ȡf Ǒ¡ आई।।
ȧÛ¡ ȯ¡ ǕĤ ǗǒȪ ȯǑ¡ दे वक। ͧ ǒ Ȳͬ
सरु जाके सेवक।।
नारद ǕǓ ȪǑ¡ Ê ȡ जो कहा। कहतेउँ ȪǑ¡ समय Ǔ ¡ ȡ@
@
अब ǐ अंक ɅǕ ȪǑ¡ भाई। लोचन सूफल करौ ɇजाई।।
è ȡ गात Ȣǽ¡ लोचन। ȯ ɋ जाइ ताप ğ मोचन।।
दो0-राम Ǿ गुन Ǖͧ मगन भयउ छन एक।
रावन मागेउ ȪǑ घट मद \ ǽ Ǒ¡ अनेक।।63।।
–*–*–
Ǒ¡ खाइ ǐ Ǒȡ पाना। ȡ[ė ȡ ȡ समाना।।
कंु भकरन Ǖ [ रन रं गा। चला Ǖ [तिज सेन न संगा।।
ȯͨ ǒ Ȣ Ǖ] Ʌआयउ। परे उ चरन Ǔ नाम सन
ु ायउ।।
अनज
ु उठाइ ǿ ȱ ȯǑ¡ लायो। Ǖ Ǔ È ȡǓ मन भायो।।
तात लात रावन ȪǑ¡ मारा। कहत परम Ǒ¡ Ȳğ ǒ
ȡȡ@
@
ȯǑ¡ Ȳ ȡǓ Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ȳआयउँ । ȯͨ ȣ Ĥ Ǖके मन भायउँ ।।
सुनु सुत भयउ कालबस रावन। सो ͩ मान अब परम ͧ ȡ @
@
Û Û ɇ Û ǒ Ȣ @भयहु तात Ǔ ͧ
कुल भूषन।।
बंधु बंस ɇ ȧÛ¡ उजागर। भजेहु राम सोभा सख
ु सागर।।
दो0-बचन [मन कपट तिज भजेहु राम रनधीर।
जाहु न Ǔ पर सूझ ȪǑ¡ भयउँ कालबस बीर। 64।।
–*–*–
बंधु बचन ǓǕ चला ǒ Ȣ @आयउ जहँ ğȰ
Ȫ ǒ Ǘ @
@
नाथ भूधराकार ȣȡ@कंु भकरन आवत रनधीरा।।
एतना ͪ Û¡ सुना जब काना। ͩ ͩ ȡ^ धाए बलवाना।।
ͧ f उठाइ ǒ \ ǽ भूधर। कटकटाइ ȡǑ¡ Ȳता ऊपर।।
ȪǑ ȪǑ ͬ ǐ ͧ Ĥ¡ ȡȡ@ Ǒ¡ Ȳभालु ͪ एक एक बारा।।
मरु ् यो न मन तनु टर् यो न टार् यो। ǔ ͧ गज \ [ Ǔ को
ȡ Ⱦ@
@
तब ȡǽ Ǖ ǕǑ ȡ ¡ Û Ȫ@पर् यो Ǔ Þ ȡ Ǖ ͧ Û
Ǖ Ȫ@
@
ǕǓ ` Ǒ ȯǑ¡ Ȳमारे उ हनुमंता। Ǖͧ [ भूतल परे उ तरु ं ता।।
ǓǕ नल Ȣ Ǒ¡ \ Ǔ ȡȯͧ @जहँ तहँ ͩ ͩ भट ȡȯͧ @
@
ȣ ȣ Ǖ सेन पराई। \ Ǔ भय ğͧ न कोउ समह
ु ाई।।
दो0-\ Ȳ ȡǑ ͪ ǽǕ Ǔ ǐ समेत ĒǕ Ȣ @
काँख ȡǒ ͪȡ कहुँ चला \ ͧ बल सींव।।65।।
–*–*–
उमा करत Ǖ Ǔ ȣ ȡ@खेलत ǽ° ǔ ͧ \ Ǒ¡ मीला।।
ǙǕǑ भंग जो ȡ Ǒ¡ खाई। ȡǑ¡ ͩ सोहइ gͧ लराई।।
जग ȡ Ǔ ȧǓ ǒè ǐ¡ Ǒ¡ @
Ȳ गाइ गाइ Ǔ ͬ नर ǐ¡ Ǒ¡ @
Ȳ@
Ǖǽ ȡ गइ ȡǽ Ǖ जागा। ǕĒ ȢǑ¡ तब खोजन लागा।।
ĒǕ Ȣ ¡ Ǖकै ǽǕ ȡ बीती। Ǔ Ǖ गयउ ȯǑ¡ मत
ृ क Ĥ Ȣ Ȣ@
@
ȡȯͧ दसन ȡͧ ȡ काना। गरिज अकास चलउ ȯǑ¡ Ȳजाना।।
गहे उ चरन Ǒ¡ Ǘͧ पछारा। \ Ǔ लाघवँ ` Ǒ ǕǓ ȯǑ¡ मारा।।
ǕǓ आयसु Ĥ Ǖ Ǒ¡ Ȳबलवाना। Ǔ Ǔ जय Ǚ ȡǓ ȡ ȡ@
@
नाक कान काटे िजयँ जानी। ͩ ȡ Đ Ȫ ǐ भइ मन Ê ȡ Ȣ@
@
सहज भीम ǓǕ ǒ ǕĮ ǓǕ नासा। दे खत ͪ दल उपजी ğȡ ȡ@
@
दो0-जय जय जय रघब ु ंस Ǔ धाए ͪ दै हूह।
f Ǒ¡ बार तासु पर ȡ° ǔȯÛ¡ ͬ ǐ ǽ जह
ू ।।66।।
–*–*–
कंु भकरन रन रं ग ǒ ǽƨ ȡ@ Û Ǖ चला काल जनु Đ Ǖƨ ȡ@ @
ȪǑ ȪǑ ͪ ǐ ǐ खाई। जनु ȣ°Ȣ ͬ ǐ गुहाँ समाई।।
ȪǑÛ¡ Ǒ¡ ȣ सन ȡ[@ ȪǑÛ¡ मीिज ͧ Ǒ¡ ȡ[@
@
मुख नासा Į ǔÛ¡ ȧȲबाटा। Ǔ ǐ ȡǑ¡ Ȳभालु ͪ ठाटा।।
रन मद × Ǔ ȡ
ȡ[@ǒ è Ē ͧ Ǒ¡ जनु f Ǒ¡ ǒͬ \ ȡ[@
@
मरु े सभ
ु ट सब ͩ Ǒ¡ Ȳन फेरे । सझ
ू न नयन Ǖ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳटे रे।।
कंु भकरन ͪ फौज ǒȡȣ@ ǓǕ धाई रजनीचर ȡȣ@
@
ȯͨ राम ǒ कटकाई। ǐ Ǖअनीक नाना ǒͬ आई।।
दो0-सुनु ǕĒ Ȣ ǒ Ȣ अनुज सँभारे हु सैन।
ɇदे खउँ खल बल Ǒ¡ बोले रािजवनैन।।67।।
–*–*–
कर सारं ग सािज Ǒ भाथा। \ ǐ दल दलन चले रघुनाथा।।
Ĥ ȧÛ¡ Ĥ Ǖधनुष टँ कोरा। ǐ Ǖदल ͬ भयउ ǕǓ सोरा।।
× Ȳ छाँड़े सर Í ȡ@ ȡ [जनु चले Í ȡ@
@
जहँ तहँ चले ǒ Ǖ नाराचा। लगे कटन भट ǒ ͪ ȡ
ȡ@
@
Ǒ¡ Ȳचरन उर ͧ भुजदं डा। बहुतक बीर ¡ ȪǑ¡ Ȳसत खंडा।।
Ǖͧ [ Ǖͧ [घायल Ǒ¡ ¡ ȣȲ@` Ǒ Ȳ ȡǐ सुभट ǕǓ ¡ ȣ@
Ȳ@
लागत बान जलद ǔ ͧ ȡ ¡ ȣȲ@बहुतक दे खी Ǒ सर ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
ǽȲ Ĥ
Ȳ मंड
ु ǒ Ǖ ȡǑ¡ @
Ȳ ǽ ǽ ȡǾ ȡǽ ǓǕ ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
दो0-छन महुँ Ĥ Ǖके ȡ ǔÛ¡ काटे ǒ ͪ ȡ
@
ǓǕ रघब
ु ीर Ǔ Ȳ महुँ Ĥ ǒ ȯसब नाराच।।68।।
–*–*–
कंु भकरन मन ȣ ǒ
ȡȣ@¡ Ǔ धन माझ Ǔ ȡ
ȡȣ@ @
भा \ Ǔ Đ Ǖƨ महाबल बीरा। ͩ Ȫ मग
ृ नायक नाद गँभीरा।।
Ȫͪ ¡ ȣ लेइ ` ȡȣ@डारइ जहँ [ भट ȡȣ@
@
आवत ȯͨ सैल Ĥ Ǘभारे । ǔÛ¡ ȡǑ रज सम ǐ डारे ।।।
ǓǕ धनु ȡǓ Ȫͪ रघन
ु ायक। छाँड़े \ Ǔ कराल बहु सायक।।
तनु महुँ Ĥǒͧ Ǔ ǐ सर ȡ¡ ȣȲ@ǔ ͧ ȡͧ Ǔ घन माझ ȡ¡ ȣȲ@
@
ȪǓ èğ सोह तन कारे । जनु Ï ͬ ǐ ȯǽ पनारे ।।
ǒ ǒ Ȫͩ भालु ͪ धाए। ǒ ¡ ȱ ȡ Ǒ¡ ȲǓ ͪ आए।।
दो0-महानाद ǐ ȡ[ ȪǑ ȪǑ Ǒ¡ ȧ @
Ǒ¡ पटकइ गजराज इव सपथ करइ दससीस।।69।।
–*–*–
भागे भालु ȣ Ǖ जूथा। बक
ृ ु ǒ Ȫͩ ǔ ͧ मेष Ǿ ȡ@
@
चले ȡͬ ͪ भालु भवानी। ǒ पुकारत आरत बानी।।
यह Ǔ ͧ
दक
ु ाल सम अहई। ͪ Ǖ दे स परन अब चहई।।
कृपा ȡǐ राम ȡȣ@ ȡǑ¡ ȡǑ¡ Ĥ ȡǓ ¡ ȡȣ@
@
ǽ बचन सुनत भगवाना। चले Ǖ ȡǐ सरासन बाना।।
राम सेन Ǔ ȡ ɇ ȡ ȣ@चले सकोप महा ȡ ȣ@
@
ͬɇ
धनुष सर सत संधाने। छूटे तीर ȣ समाने।।
लागत सर धावा ǐ भरा। कुधर डगमगत Ȫ Ǔ धरा।।
ȣÛ¡ एक ȯǑ¡ Ȳसैल ` ȡȣ@रघक
ु ु ल Ǔ भज
ु ा सोइ ȡȣ@
@
धावा बाम बाहु ͬ ǐ ȡȣ@Ĥ Ǖसोउ भज
ु ा ȡǑ Ǒ¡ ȡȣ@
@
ȡɅभुजा सोह खल कैसा। Í ¡ ȣ मंदर ͬ ǐ जैसा।।
` Ē ǒ Ȫ Ǔ Ĥ ǕǑ¡ ǒ Ȫ ȡ@Ē चहत मानहुँ ğȯ
Ȫ ȡ@
@
दो0- ǐ ͬ
È ȡ घोर \ Ǔ धावा बदनु ȡǐ@
गगन ͧ ƨ सुर ğȡͧ हा हा ¡ ȯǓ Ǖ ȡǐ@ @70।।
–*–*–
सभय दे व ǽ ȡǓ ͬ ȡÛ Ȫ@Į Ĥ Ȳ सरासनु ȡÛ Ȫ@
@
ǒ ͧ Ǔ Ǔ ͧ
मुख भरे ऊ। ͪ महाबल Ǘͧ न परे ऊ।।
ǔÛ¡ भरा मुख Û Ǖ धावा। काल ğȪ सजीव जनु आवा।।
तब Ĥ Ǖ Ȫͪ ȢĦ सर ȣÛ¡ ȡ@धर ते ͧ Û तासु ͧ ȧÛ¡ ȡ@
@
सो ͧ परे उ दसानन ] Ʌ@ǒ भयउ ǔ ͧ Ǔ Ǔ × ȡ Ʌ@
@
Ǔ धसइ धर धाव Ĥ
Ȳ ȡ@तब Ĥ Ǖ ȡǑ ȧÛ¡ दइु खंडा।।
परे Ǘͧ ǔ ͧ नभ Ʌभूधर। हे ठ ȡǒ ͪ भालु Ǔ ȡ
@
@
तासु तेज Ĥ Ǖबदन समाना। सुर ǕǓ Ǒ¡ Ȳअचंभव माना।।
सुर दं द
ु भ
ु ीं ȡǑ¡ Ȳ¡ Ǒ¡ @
Ȳ \ è ǓǕ Ǒ¡ Ȳसम
ु न बहु Ǒ¡ @
Ȳ@
ǐ ǒ Ȣ सरु सकल ͧ ȡf @ ȯ¡ ȣ समय ȯ ǐͪ आए।।
Ȫǐ ¡ ǐ गन
ु गन गाए। ǽͬ
बीररस Ĥ Ǖमन भाए।।
ȯͬ हतहु खल Ǒ¡ ǕǓ गए। राम समर Ǒ¡ सोभत भए।।
छं 0- ȲĒ ȡ Ǘͧ ǒȡ Ǖ Ǔ अतल
ु बल कोसल धनी।
Į ǒ Ȳ Ǖमुख राजीव लोचन \ ǽ तन ȪǓ कनी।।
भजु जगु ल फेरत सर सरासन भालु ͪ चहु Ǒͧ बने।
कह दास तलु सी Ǒ¡ न सक ǒ सेष ȯǑ¡ आनन घने।।
दो0-Ǔ ͧ
अधम मलाकर ȡǑ¡ ȣÛ¡ Ǔ धाम।
ͬ ǐ ȡ ते नर Ȳ Ǔ जे न Ǒ¡ ȲĮ Ȣȡ @
@71।।
–*–*–
Ǒ Ʌ अंत ͩ ȣȲदोउ अनी। समर भई Ǖ Û¡ Į घनी।।
राम कृपाँ ͪ दल बल बाढ़ा। ǔ ͧ तन
ृ पाइ लाग \ Ǔ डाढ़ा।।
Ȥ Ǒ¡ ȲǓ ͧ
Ǒ Ǖ\ ǽ राती। Ǔ मुख ¡ Ʌसुकृत ȯǑ¡ भाँती।।
बहु ǒ ȡ दसकंधर करई। बंधु सीस ǓǕ ǓǕ उर धरई।।
Ȫ Ǒ¡ Ȳ ȡǐ ǿ ¡ Ǔ पानी। तासु तेज बल ǒ Ǖ बखानी।।
मेघनाद ȯǑ¡ अवसर आयउ। Ǒ¡ बहु कथा ͪ ȡ समझ ु ायउ।।
दे खेहु ȡͧ Ȫǐ मनुसाई। \ Ǒ¡ Ȳबहुत का ɋ बड़ाई।।
^çȯ ɇबल रथ पायउँ । सो बल तात न ȪǑ¡ दे खायउँ ।।
f Ǒ¡ ǒͬ ã भयउ ǒ¡ ȡ ȡ@चहुँ दआ
ु र लागे ͪ नाना।।
इत ͪ भालु काल सम बीरा। उत रजनीचर \ Ǔ रनधीरा।।
Ǒ¡ Ȳसभ
ु ट Ǔ Ǔ जय हे त।ू Ǔ न जाइ समर खगकेत।ू ।
दो0-मेघनाद मायामय रथ
Ǒ± गयउ अकास।।
ȶ̀ \ ͠¡ ȡ ǐ भइ ͪ Ǒ¡ ğȡ @@72।।
–*–*–
ǔÈ सूल ȡǐ कृपाना। \ èğ èğ Ǖͧ ȡ Ǖ नाना।।
डारह परसु ǐ पाषाना। लागेउ ǔǙç करै बहु बाना।।
दस Ǒͧ रहे बान नभ छाई। मानहुँ मघा मेघ ǐ लाई।।
ǽ ǽ ȡǽ ǓǕ \ ǓǕ काना। जो मारइ ȯǑ¡ कोउ न जाना।।
Ǒ¡ ͬ ǐ ǽ अकास ͪ ȡ Ǒ¡ @
Ȳ ȯ Ǒ¡ ȯǑ¡ न ͨǕ ͩ ǐ
] Ǒ¡ @
Ȳ@
अवघट घाट बाट ͬ ǐ कंदर। माया बल ȧÛ¡ ȯͧ सर पंजर।।
ȡǑ¡ Ȳकहाँ Þ ȡ Ǖ भए बंदर। Ǖ Ǔ ȲǑ परे जनु मंदर।।
ȡǽ Ǖ अंगद नल नीला। ȧÛ¡ ȯͧ ǒ सकल बलसीला।।
ǕǓ Ǔ ǕĒ Ȣ ǒ Ȣ @ ǔÛ¡ ȡǐ ȧÛ¡ ȯͧ [ तन।।
ǕǓ Ǖ Ǔ ɇजूझे लागा। सर छाँड़इ होइ ȡ Ǒ¡ Ȳनागा।।
Þ ȡ पास बस भए ȡȣ@è अनंत एक \ ǒ ȡȣ@
@
नट इव कपट
ǐ कर नाना। सदा è ğȲ एक भगवाना।।
रन सोभा ͬ Ĥ ǑǕ¡ Ȳबँधायो। नागपास ȯ Û¡ भय पायो।।
दो0-ͬ ǐ ȡ जासु नाम ͪ ǕǓ ȡǑ¡ Ȳभव पास।
सो ͩ बंध तर आवइ Þ ȡ ǒ è Ǔ ȡ @ @73।।
–*–*–
ǐ राम के सगुन भवानी। ͩ[ न ȡǑ¡ Ȳ Ǖͪƨ बल बानी।।
अस ǒ
ȡǐ जे Ê ǒȡ Ȣ@ȡ Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳ [ सब × ȡ Ȣ@
@
Þ ȡ Ǖ कटकु ȧÛ¡ घननादा। ǕǓ भा Ĥ कहइ Ǖ ȡ[ ȡ@
@
जामवंत कह खल रहु ठाढ़ा। ǓǕ ǐ ȡǑ¡ Đ Ȫ \ Ǔ बाढ़ा।।
बढ़
ू ȡǓ सठ छाँड़उ
े ँ Ȫ¡ ȣ@ ȡ ȯͧ अधम पचारै Ȫ¡ ȣ@
@
अस Ǒ¡ तरल ǒğ Ǘ चलायो। जामवंत कर Ǒ¡ सोइ धायो।।
ȡǐͧ मेघनाद कै छाती। परा Ǘͧ Ǖͧ [ सुरघाती।।
ǕǓ ǐ ȡ Ǒ¡ चरन ͩ ȡ ȫ@ Ǒ¡ ȡǐ Ǔ बल दे खरायो।।
बर Ĥ ȡ सो मरइ न मारा। तब Ǒ¡ पद लंका पर डारा।।
इहाँ ȯ ǐͪ ǽ° पठायो। राम समीप Ǒ सो आयो।।
दो0- Ǔ सब ǐ खाए माया नाग Ǿ @
माया ǒ भए सब हरषे बानर जूथ। 74(क)।।
Ǒ¡ ͬ ǐ पादप उपल नख धाए ȧ ǐ ȡ^@
चले तमीचर ǒ गढ़ पर चढ़े पराइ।।74(ख)।।
–*–*–
मेघनाद के मरु छा जागी। ͪ Ǒ¡ ǒ Ȫͩ लाज \ Ǔ लागी।।
तरु त गयउ ͬ ǐ कंदरा। ɋ अजय मख अस मन धरा।।
इहाँ ǒ Ȣ Ȳğ ǒ
ȡȡ@सुनहु नाथ बल अतल
ु उदारा।।
मेघनाद मख करइ अपावन। खल मायावी दे व सतावन।।
ɋ Ĥ Ǖͧ ƨ होइ सो ȡ^Ǒ¡ @नाथ ȯͬ ǓǕ ȢǓ न ȡ^Ǒ¡ @
@
ǓǕ Ǖ Ǔ \ Ǔ सख
ु माना। बोले \ Ȳ ȡǑ ͪ नाना।।
Ǔ संग जाहु सब भाई। करहु ǒ Ȳ Ê कर जाई।।
à
Ǖ ¡ Ǔ मारे हु रन j ¡ ȣ@ȯͨ सभय सुर दख
ु \ Ǔ Ȫ¡ ȣ@
@
मारे हु ȯǑ¡ बल Ǖͪƨ उपाई। ȯǑ¡ Ȳ Ȥ ȰǓ ͧ
सुनु भाई।।
जामवंत ǕĒ Ȣ ǒ Ȣ @सेन समेत रहे हु ȢǓ ` जन।।
जब रघब
ु ीर ȣǔÛ¡ अनस ु ासन। Ǒ Ǔ Ȳ ͧ सािज सरासन।।
Ĥ ǕĤ ȡ उर ǐ रनधीरा। बोले घन इव ͬ ȡ गँभीरा।।
ɋ ȯǑ¡ आजु Ʌǒ Ǖ] ɋ@तौ Ǖ Ǔ सेवक न ¡ ȡ ɋ@
@
ɋ सत संकर Ǒ¡ Ȳसहाई। ͪ हतउँ रघुबीर दोहाई।।
दो0- Ǖ Ǔ चरन नाइ ͧ ǽ चलेउ तरु ं त अनंत।
अंगद नील मयंद नल संग सभ ु ट हनम ु ंत।।75।।
–*–*–
जाइ ͪÛ¡ सो दे खा बैसा। ] ¡ ǕǓ दे त ǽͬ \ ǽ ɇ ȡ@
@
ȧÛ¡ ͪ Û¡ सब Ê ǒ Ȳ ȡ@जब न उठइ तब Ǒ¡ ȲĤ Ȳ ȡ@
@
ͪ न उठइ ȯǔÛ¡ कच जाई। ȡ ǔÛ¡ ¡ Ǔ ¡ Ǔ चले पराई।।
लै ǒğ Ǖ धावा ͪ भागे। आए जहँ रामानुज आगे।।
आवा परम Đ Ȫ कर मारा। [घोर रव ȡǑ¡ Ȳबारा।।
Ȫͪ ǽ Ǖ अंगद धाए। ¡ Ǔ ǒğ Ǘ उर Ǔ ͬ ȡf @
@
Ĥ Ǖकहँ ȡȱ° ͧȯ सल
ू Ĥ
Ȳ ȡ@सर ¡ Ǔ कृत अनंत जग
ु खंडा।।
` Ǒ ¡ Ȫǐ ȡǽǓ जब
ु राजा। ¡ Ǒ¡ Ȳ Ȫͪ ȯǑ¡ घाउ न बाजा।।
ͩ ȯबीर ǐ Ǖमरइ न मारा। तब धावा ǐ घोर ͬ
ȡȡ@
@
आवत ȯͨ Đ Ǖƨ जनु काला। Ǔ छाड़े ǒ ͧ कराला।।
ȯ ȯͧ आवत ǒ सम बाना। तरु त भयउ खल अंतरधाना।।
ǒ ǒ बेष ǐ करइ लराई। कबहुँक Ĥ कबहुँ ǐǕ जाई।।
ȯͨ अजय ǐ Ǖडरपे ȧ ȡ@परम Đ Ǖƨ तब भयउ \ ¡ ȣ ȡ@ @
Ǔ मन अस Ȳğ Ǻ±ȡȡ@f Ǒ¡ ȡͪǑ¡ ɇबहुत खेलावा।।
Ǖͧ ǐ कोसलाधीस Ĥ ȡȡ@सर संधान ȧÛ¡ ǐ दापा।।
छाड़ा बान माझ उर लागा। मरती बार कपटु सब × ȡ ȡ@
@
दो0-रामानुज कहँ रामु कहँ अस Ǒ¡ ȡȱ° ͧȯ Ĥ ȡ @
Û Û तव जननी कह अंगद हनम ु ान।।76।।
–*–*–
ǒ ǕĤ ȡ हनुमान उठायो। लंका ɮȡ ȡͨ ǕǓ आयो।।
तासु मरन ǓǕ सरु Ȳ
ȡ[@
Ǒ± ǒ ȡ आए नभ ȡ[@
@
ͪ सम
ु न दं द
ु भ
ु ीं ȡ Ǒ¡ @
Ȳ Į Ȣ Ǖ ȡ ǒ जसु ȡǑ¡ @
Ȳ@
जय अनंत जय जगदाधारा। à
Ǖ ¡ Ĥ Ǖसब ȯ ǔÛ¡ Ǔ è ȡȡ@
@
\ è ǓǕ ǐ सुर ͧ ƨ ͧ ȡf @ Ǔ Ǚ ȡͧ Û ǕǑ¡ Ȳआए।।
सुत बध सुना दसानन ¡ ȣ@
Ȳ Ǖǽ Ǔ भयउ परे उ Ǒ¡ ¡ ȣȲ@
@
Ȳ Ȫȣ ǽ कर ȡȣ@उर ताड़न बहु ȡȱǓ Ǖ ȡȣ@
@
नगर लोग सब Þ ȡ Ǖ सोचा। सकल ¡ Ǒ¡ Ȳदसकंधर पोचा।।
दो0-तब दसकंठ ǒǒ ǒ ͬ Ǖ ȡɃ सब ȡǐ@
è Ǿ जगत सब दे खहु ǿ ȱǒ
ȡǐ@
@77।।
–*–*–
Ǔ Û¡ Ǒ¡ Ê ȡ उपदे सा रावन। आपुन मंद कथा सुभ पावन।।
पर उपदे स कुसल बहुतेरे। जे ]
Ǒ¡ Ȳते नर न घनेरे।।
Ǔ ȡ ͧ ȡǓ भयउ ͧ
Ǖ ȡȡ@लगे भालु ͪ
ȡǐ¡ Ǖȱɮȡȡ@
@
सभ
ु ट बोलाइ दसानन बोला। रन Û Ǖ जा कर मन डोला।।
सो \ ¡ ȣȲǽ जाउ पराई। संजुग ǒ Ǖ भएँ न भलाई।।
Ǔ भुज बल ɇ ǽ बढ़ावा। दे हउँ ` ǽ जो ǐ Ǖ
Ǒ± आवा।।
अस Ǒ¡ ǽ बेग रथ साजा। बाजे सकल जुझाऊ बाजा।।
चले बीर सब \ ͧǕ ȣ@जनु Ï कै आँधी
ȣ@
@
असगन
ु \ ͧ ¡ ȪǑ¡ Ȳ ȯǑ¡ काला। गनइ न भज
ु बल [ǒ ȡ ȡ@
@
छं 0-\ Ǔ [गनइ न सगुन असगुन èğǑ¡ Ȳआयुध हाथ ते।
भट ͬ रथ ते बािज गज ͬ
È ȡ Ǒ¡ Ȳसाथ ते।।
गोमाय गीध कराल खर रव è ȡ Ȫ Ǒ¡ Ȳ\ Ǔ घने।
जनु कालदत
ू उलक
ू Ȫ Ǒ¡ Ȳबचन परम भयावने।।
दो0- ȡǑ¡ ͩ Ȳ Ǔ सगन
ु सभ ु सपनेहुँ मन ǒ Į ȡ @
भतू ġȪ¡ रत मोहबस राम ǒ Ǖ Ǔ काम।।78।।
–*–*–
चलेउ Ǔ ȡ
कटकु अपारा।
ǕȲͬ Ȣ अनी बहु धारा।।
ǒ ǒ ȡȱǓ बाहन रथ जाना। ǒ Ǖ बरन पताक Ú नाना।।
चले × गज जूथ घनेरे। Ĥ ȡǒ जलद ǽ जनु Ĥȯȯ@
@
बरन बरद ǒȰ Ǔ ȡ ȡ@समर सूर ȡ Ǒ¡ Ȳबहु माया।।
\ Ǔ ǒͬ
ğ ȡǑ¡ Ȣ ǒȡ Ȣ@बीर बसंत सेन जनु साजी।।
चलत कटक Ǒ ͧ ȲǕ ¡ ȣȲ@ Ǖͧ Ȫͬ कुधर ¡ ȣȲ@
@
` Ȥ रे नु ǒ गयउ छपाई। ǽ ͩ बसध
ु ा अकुलाई।।
पनव Ǔ ȡ घोर रव ȡ Ǒ¡ @
Ȳ Ĥ समय के घन जनु ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
ȯǐ ȧǐ बाज सहनाई। ȡǾ राग सुभट सुखदाई।।
ȯ¡ ǐ नाद बीर सब ¡ ȣȲ@Ǔ Ǔ बल ȫǽ ` Í
¡ ȣȲ@
@
कहइ दसानन सन
ु हु
Ǖ ͠ȡ@ [¡ Ǖभालु ͪ Û¡ के ͠ȡ@
@
¡ ɋ ȡǐ¡ `ȱभप
ू ɮȫ भाई। अस Ǒ¡ Û Ǖ फौज Ʌ ȡ_@
@
यह Ǖͬ सकल ͪÛ¡ जब पाई। धाए ǐ रघुबीर दोहाई।।
छं 0-धाए ǒ ȡ कराल [ भालु काल समान ते।
मानहुँ Í ` °ȡǑ¡ Ȳभूधर बंद
ृ नाना बान ते।।
नख दसन सैल ¡ ȡġ Ǖ ȡ Ǖ सबल संक न ȡ ¡ ȣȲ@
जय राम रावन × गज मग
ृ राज सज
ु सु ȡ ¡ ȣȲ@
@
दो0-दहु ु Ǒͧ जय जयकार ǐ Ǔ Ǔ Ȫȣ ȡǓ @
ͧ ȯबीर इत ȡ Ǒ¡ उत ȡ Ǒ¡ ȡǓ @@79।।
–*–*–
रावनु रथी ǒ रघबु ीरा। ȯͨ ǒ Ȣ भयउ अधीरा।।
\ ͬ ĤȢǓ मन भा संदेहा। ȲǑ चरन कह Ǒ¡ सनेहा।।
नाथ न रथ Ǒ¡ Ȳतन पद ğȡ ȡ@ȯǑ¡ ǒ ͬ िजतब बीर बलवाना।।
सुनहु सखा कह ǙȡǓ ȡ ȡ@ ȯǑ¡ Ȳजय होइ सो è Ȳ आना।।
सौरज धीरज ȯǑ¡ रथ चाका। × सील Ǻ± Ú ȡ पताका।।
बल ǒ ȯ दम Ǒ¡ घोरे । छमा कृपा समता रजु जोरे ।।
ईस भजनु सारथी सज
ु ाना। ǒǓ
[संतोष कृपाना।।
दान परसु ͬǕ ǔÈ Ĥ
°Ȳ ȡ@बर ǒÊ ȡ Ǒ कोदं डा।।
अमल अचल मन ğȪ समाना। सम जम Ǔ ͧ ȣ Ǖ नाना।।
कवच अभेद ǒĤ गुर पूजा। f Ǒ¡ सम ǒ उपाय न दज
ू ा।।
सखा [ अस रथ ȡɅ@जीतन कहँ न कतहुँ ǐ Ǖ ȡɅ@
@
दो0-महा अजय संसार ǐ Ǖ ȢǓ सकइ सो बीर।
ȡɅअस रथ होइ Ǻ± सन
ु हु सखा Ǔ Ȣ@
@80(क)।।
ǓǕ Ĥ Ǖबचन ǒ Ȣ ¡ ͪ गहे पद कंज।
f Ǒ¡ ͧ ȪǑ¡ उपदे सेहु राम कृपा सुख पुंज।।80(ख)।।
उत पचार दसकंधर इत अंगद हनुमान।
लरत Ǔ ȡ
भालु ͪ ǐ Ǔ Ǔ Ĥ Ǖआन।।80(ग)।।
–*–*–
सुर Ħ é ȡǑ ͧ ƨ ǕǓ नाना। दे खत रन नभ चढ़े ǒ ȡ ȡ@
@
हमहू उमा रहे ȯǑ¡ संगा। दे खत राम
ǐ रन रं गा।।
सभ
ु ट समर रस दहु ु Ǒͧ माते। ͪ जयसील राम बल ताते।।
एक एक सन ͧ Ǒ¡ Ȳ
ȡǑ¡ @
Ȳ f Û¡ एक Ǒ[ Ǒ¡ ȡǑ¡ @
Ȳ@
ȡǑ¡ Ȳ ȡǑ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳ ȡǑ¡ @
Ȳ सीस Ȫǐ Ȣ Û¡ सन ȡǑ¡ @
Ȳ@
उदर ǒ ȡǑ¡ Ȳभुजा ` ȡǑ¡ @
Ȳ Ǒ¡ पद \ Ǔ ͩ भट ȡǑ¡ @
Ȳ@
Ǔ ͧ
भट Ǒ¡ ȡ°Ǒ¡ भालू। ऊपर ȡǐ ȯǑ¡ Ȳबहु बालू।।
बीर ͧ Ǖ Ǖƨ ǒǽƨ ȯ@ȯͨ \ ǒ Ǖ काल जनु Đ Ǖƨ ȯ@
@
छं 0-Đ Ǖƨ ȯकृतांत समान ͪ तन èğ ȪǓ ȡ ¡ ȣȲ@
[Ǒ¡ ȲǓ ȡ
कटक भट बलवंत घन ǔ ͧ ȡ ¡ ȣȲ@
@
ȡǑ¡ Ȳ
ȯ ǔÛ¡ ȡǑ ȡ Û¡ ȡǑ ȡ Û¡ Ȣ ¡ ȣȲ@
ͬ
È Ǒ¡ Ȳ [ भालु छल बल Ǒ¡ Ȳ ȯǑ¡ Ȳखल Ȥ ¡ ȣȲ
@@
ǐ गाल ȡǑ¡ Ȳउर ǒȡǑ¡ Ȳगल \ ȱ ȡ ǐ ȯ ¡ ȣȲ@
Ĥ ¡ ȡǓ जनु ǒǒ तनु ǐ समर अंगन ȯ ¡ ȣȲ@
@
ǽ ȡǽ काटु ȡǽ घोर ͬ ȡ गगन Ǒ¡ ǐ ¡ ȣ@
जय राम जो तन
ृ ते Ǖͧ कर Ǖͧ ते कर तन
ृ ¡ ȣ@
@
दो0-Ǔ दल ǒ
ȯ ȯͧ बीस भज
ु ाँ दस चाप।
रथ
Ǒ± चलेउ दसानन ͩ ¡ Ǖͩ ¡ Ǖ ǐ दाप।।81।।
–*–*–
धायउ परम Đ Ǖƨ दसकंधर। Û Ǖ चले हूह दै बंदर।।
Ǒ¡ कर पादप उपल पहारा। ȡȯǔÛ¡ ता पर f Ǒ¡ Ȳबारा।।
ȡ Ǒ¡ Ȳसैल ė तन तासू। खंड खंड होइ ǗǑ¡ Ȳआसू।।
चला न अचल रहा रथ रोपी। रन Ǖ [ रावन \ Ǔ कोपी।।
इत उत Ǒ Ǒ ͪ जोधा। ȷलाग भयउ \ Ǔ Đ Ȫ ȡ@
@
चले पराइ भालु ͪ नाना। ğȡǑ¡ ğȡǑ¡ अंगद हनम
ु ाना।।
ȡǑ¡ ȡǑ¡ रघब
ु ीर गोसाई। यह खल खाइ काल ȧ नाई।।
ȯǑ¡ दे खे ͪ सकल पराने। दसहुँ चाप सायक संधाने।।
छं 0- Ȳ ȡǓ धनु सर Ǔ ȡ° ͧȯ उरग ǔ ͧ ` ͫ° ȡ ¡ ȣȲ@
रहे Ǘǐ सर धरनी गगन Ǒͧ ǒ ͧ कहँ ͪ ȡ ¡ ȣȲ
@@
भयो \ Ǔ कोलाहल ǒ ͪ दल भालु Ȫ Ǒ¡ Ȳआतरु े ।
रघुबीर ǽ ȡ ͧ Ȳ Ǖआरत बंधु जन Í हरे ।।
दो0-Ǔ दल ǒ ȯͨ Ǒ ͧ Ǔ Ȳ धनु हाथ।
Ǔ चले Đ Ǖƨ होइ नाइ राम पद माथ।।82।।
–*–*–
रे खल का ȡͧ ͪ भालू। ȪǑ¡ ǒ Ȫ Ǖ तोर ɇकालू।।
खोजत रहे उँ ȪǑ¡ सत
ु घाती। आजु Ǔ ȡǓ जड़
ु ावउँ छाती।।
अस Ǒ¡ ȡ° ͧȯ बान Ĥ
Ȳ ȡ@ Ǔ ͩ f सकल सत खंडा।।
ȪǑÛ¡ आयध
ु रावन डारे । Ǔ Ĥ ȡ ǐ ȡǑ Ǔ ȡȯ@
@
ǕǓ Ǔ ȡ Û¡ ȧÛ¡ Ĥ ¡ ȡȡ@è Ȳ Ǖभंिज सारथी मारा।।
सत सत सर मारे दस भाला। ͬ ǐ ȲǙ Û¡ जनु Ĥǒ Ǒ¡ ȲÞ ȡ ȡ@
@
ǕǓ सत सर मारा उर ȡ¡ ȣȲ@परे उ Ǔ तल Ǖͬ कछु ȡ¡ ȣȲ@
@
उठा Ĥ ǓǕ ǽǕ ȡ जागी। ȡͫ°ͧ Ħé ȣǔÛ¡ जो साँगी।।
छं 0-सो Ħé × Ĥ
Ȳ ǔÈ अनंत उर लागी ¡ ȣ@
Ⱦ बीर ǒ उठाव दसमुख अतल
ु बल Ǒ¡ ȡ ¡ ȣ@
@
Ħ é ȡȲ भवन ǒȡ ȡɅएक ͧ ǔ ͧ रज कनी।
ȯǑ¡ चह उठावन मूढ़ रावन जान Ǒ¡ Ȳǒğ Ǖ\ धनी।।
दो0-ȯͨ पवनसत
ु धायउ बोलत बचन कठोर।
आवत ͪǑ¡ ¡ Û Ȫ ȯǑ¡ Ȳ ǔǕç Ĥ¡ ȡ Ĥ Ȫ@
@83।।
–*–*–
जानु ȯͩ ͪ ͧǗ न ͬ ȡ@उठा ȱ ȡǐ बहुत ǐ भरा।।
ǑǕ ȡ एक ȡǑ¡ ͪ मारा। परे उ सैल जनु ė Ĥ ¡ ȡȡ@
@
Ǖǽ ȡ गै ¡ Ȫǐ सो जागा। ͪ बल ǒ Ǖ सराहन लागा।।
ͬ ͬ मम ȫǽ ͬ Ȫ¡ ȣ@ ɋ ɇिजअत ¡ ȯͧ ǕġȪ¡ ȣ@
@
अस Ǒ¡ Ǔ कहुँ ͪ ã ȡ Ȫ@ȯͨ दसानन ǒ पायो।।
कह रघब ु ीर समझु ु िजयँ ħ ȡ ȡ@ à
Ǖ ¡ कृतांत Í सरु ğȡ ȡ@
@
सन
ु त बचन ` Ǒ बैठ कृपाला। गई गगन सो Ǔ कराला।।
ǓǕ कोदं ड बान Ǒ¡ धाए। ǐ Ǖ Û Ǖ \ Ǔ आतरु आए।।
छं 0-आतरु ¡ Ȫǐ ǒ Ȳǔ è Ȳ सूत ¡ Ǔ Þ ȡ Ǖ ͩ Ȫ@
ͬ Q
यो Ǔ दसकंधर ǒ बान सत ȯÚ Ȫ Ǒ¡ Ȫ@
@
सारथी दस
ू र ȡͧ रथ ȯǑ¡ तुरत लंका लै गयो।
रघब
ु ीर बंधु Ĥ ȡ पंज
ु ¡ Ȫǐ Ĥ Ǖ
ǔÛ¡ नयो।।
दो0-उहाँ दसानन ȡͬ ǐ करै लाग कछु Ê @
राम ǒȪ ǒ चह सठ हठ बस \ Ǔ \ Ê @ @84।।
–*–*–
इहाँ ǒ Ȣ सब ͬǕ पाई। Ǒ जाइ Ǖ Ǔ Ǒ¡ सन
ु ाई।।
नाथ करइ रावन एक जागा। ͧ ƨ भएँ Ǒ¡ Ȳ ǐǑ¡ अभागा।।
पठवहु नाथ ȯͬ भट बंदर। Ǒ¡ Ȳǒ Ȳ आव दसकंधर।।
Ĥ ȡ होत Ĥ Ǖसुभट पठाए। ¡ Ǖ ȡǑ अंगद सब धाए।।
कौतक
ु ǗǑ चढ़े ͪ लंका। पैठे रावन भवन असंका।।
Ê करत ¡ ȣȲसो दे खा। सकल ͪ Û¡ भा Đ Ȫ ǒ ȯ ȡ@
@
रन ते Ǔ भािज गह
ृ आवा। इहाँ आइ बक Ú ȡ लगावा।।
अस Ǒ¡ अंगद मारा लाता। ͬ
न सठ è ȡ मन राता।।
छं 0- Ǒ¡ Ȳͬ
जब ǐ कोप ͪ Ǒ¡ दसन ȡ Û¡ ȡ¡ ȣȲ@
ǐ केस ȡǐ Ǔ ȡǐ बाहे र ȯMǓ ȣ Ǖ ȡ¡ ȣȲ@
@
तब उठे उ Đ Ǖƨ कृतांत सम Ǒ¡ चरन बानर डारई।
f Ǒ¡ बीच ͪÛ¡ ǒ Ȳ कृत मख ȯͨ मन महुँ हारई।।
दो0- Ê ǒ ͧȲ कुसल ͪ आए Ǖ Ǔ पास।
चलेउ Ǔ ȡ
Đ Ǖƨ [होइ × ȡͬ िजवन कै आस।।85।।
–*–*–
चलत ¡ ȪǑ¡ Ȳ\ Ǔ असभ
ु भयंकर। Ȱ Ǒ¡ Ȳगीध उड़ाइ ͧ Û¡ पर।।
भयउ कालबस काहु न माना। ¡ ȯͧ बजावहु ƨǕ Ǔ ȡ ȡ@
@
ȣ तमीचर अनी अपारा। बहु गज रथ ȡǓ असवारा।।
Ĥ Ǖ Û Ǖ धाए खल ɇ Ʌ@सलभ समूह अनल कहँ ɇ Ʌ@
@
इहाँ ȯ Û¡ \ è ǓǕ ȧÛ¡ ȣ@ȡǽ ǒ Ǔ ¡ Ǒ¡ f Ǒ¡ ȲȣÛ¡ ȣ@
@
अब Ǔ राम खेलावहु f ¡ ȣ@\ Ǔ ͨǕ ¡ ȪǓ Ȱȯ¡ ȣ@
@
दे व बचन ǓǕ Ĥ Ǖमस
ु काना। ` Ǒ रघब
ु ीर सध
ु ारे बाना।
जटा जट
ू Ǻ± बाँधै माथे। Ȫ¡ Ǒ¡ Ȳसम
ु न बीच ǒ
गाथे।।
\ ǽ नयन ȡǐ तनु è ȡ ȡ@\ ͨ लोक Ȫ
ȡͧ ȡ ȡ@
@
Ǒ ǐ è Ȫ Ǔ Ȳ ȡ@कर कोदं ड Ǒ सारं गा।।
छं 0-सारं ग कर सुंदर Ǔ Ȳ ͧ ȣ Ǖ ȡ Ǒ è Ȫ@
भज
ु दं ड पीन मनोहरायत उर धरासरु पद è Ȫ@
@
कह दास तल
ु सी Ǒ¡ ȲĤ Ǖसर चाप कर फेरन लगे।
Ħ é ȡȲ ǑÊ कमठ \ Ǒ¡ Ǒ¡ ͧ Ȳ Ǖभध
ू र डगमगे।।
दो0-सोभा ȯͨ ¡ ͪ सुर Ǒ¡ Ȳसुमन अपार।
जय जय जय ǽ ȡǓ ͬ ǒ बल गुन आगार।।86।।
–*–*–
f ¡ ȣȲबीच Ǔ ȡ
अनी। कसमसात आई \ Ǔ घनी।
ȯͨ चले Û Ǖ ͪ ͠ȡ@Ĥ ȡ के जनु घन ͠ȡ@
@
बहु कृपान ȡǐ
Ȳ Ǒ¡ @
Ȳ जनु दहँ Ǒͧ ȡͧ ȢȲ Ȳ Ǒ¡ @
Ȳ@
गज रथ तरु ग ͬ
ȡ कठोरा। Ǒ[¡ Ȳमनहुँ बलाहक घोरा।।
ͪ लंगूर ǒ Ǖ नभ छाए। मनहुँ ^Ȳġ Ǖउए सुहाए।।
उठइ ǐǗ मानहुँ जलधारा। बान बंदु भै ǔǙç अपारा।।
दहु ु ँ Ǒͧ [ Ǒ¡ ȲĤ¡ ȡȡ@ ė ȡ जनु ȡǑ¡ Ȳबारा।।
Ǖ Ǔ Ȫͪ बान ǐ लाई। घायल भै Ǔ ͧ
समद
ु ाई।।
लागत बान बीर ͬ
È ¡ ȣȲ@ Ǖͧ [ Ǖͧ [जहँ तहँ Ǒ¡ ¡ ȣȲ@
@
èğ Ǒ¡ Ȳसैल जनु Ǔ [ ȡȣ@ ȪǓ ǐ कादर ȡȣ@
@
छं 0-कादर भयंकर ǽͬ ǐ ȡ
ȣ परम अपावनी।
दोउ कूल दल रथ रे त
Đ \ [ ¡ Ǔ भयावनी।।
जल जंतग
ु ज पदचर तरु ग खर ǒ ǒ बाहन को गने।
सर ǔÈ तोमर [चाप तरं ग
[कमठ घने।।
दो0-बीर Ǒ¡ Ȳजनु तीर ǽ Ï ȡ बहु बह फेन।
कादर ȯͨ Ǒ¡ Ȳतहँ Ǖ Û¡ के मन चेन।।87।।
–*–*–
Ï Ǒ¡ भूत ͪ ȡ
बेताला। Ĥ महा ȪǑȲ
कराला।।
काक कंक लै भुजा ` °ȡ¡ ȣȲ@एक ते ȤǓ एक लै ȡ¡ ȣȲ@
@
एक ¡ Ǒ¡ Ȳgͧ ` ɋ ȡ_@सठहु à
Ǖ ¡ ȡ ǐġ न जाई।।
कहँरत भट घायल तट ͬ ȯ@जहँ तहँ मनहुँ \ [ परे ।।
ɇ Ǒ¡ Ȳगीध आँत तट भए। जनु बंसी खेलत ͬ
दए।।
बहु भट ¡ Ǒ¡ Ȳचढ़े खग ȡ¡ ȣȲ@जनु ȡǐ ȯ Ǒ¡ Ȳ ǐ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
Ȫͬ Ǔ ǐ ǐ Ü Ȳ
Ǒ¡ @
Ȳ भूत ͪ ȡ
बधू नभ Ȳ
Ǒ¡ @Ȳ@
भट कपाल करताल ȡ Ǒ¡ @
Ȳ चामंड
ु ा नाना ǒͬ ȡǑ¡ @
Ȳ@
जंबकु Ǔ È ͠Ǒ¡ @Ȳ ȡǑ¡ Ȳ¡ Ǖ] Ǒ¡ Ȳ\ ȡǑ¡ Ȳ͠Ǒ¡ @
Ȳ@
ȪǑÛ¡ ǽȲ मंड
ु ǒ ǕȪã Ǒ¡ @
Ȳ सीस परे Ǒ¡ जय जय Ȫã Ǒ¡ @ Ȳ@
छं 0- Ȫã Ǒ¡ Ȳजो जय जय मुंड ǽȲ Ĥ
Ȳ ͧ ǒ Ǖ ȡ ¡ ȣȲ@
ÜǐÛ¡ Ê \ ǕǔÏ ǕÏ Ǒ¡ Ȳसुभट Û¡ ¡ ȡ ¡ ȣȲ@
@
बानर Ǔ ȡ
Ǔ [Ǒ¡ Ȳराम बल ͪ [ भए।
ȲĒ ȡ अंगन सभ
ु ट ȪǑ¡ Ȳराम सर Ǔ ǔÛ¡ हए।।
दो0-रावन ǿ ȱǒ
ȡȡ भा Ǔ ͧ
संघार।
ɇअकेल ͪ भालु बहु माया ɋ अपार।।88।।
–*–*–
ȯ Û¡ Ĥ ǑǕ¡ ȡɅदे खा। उपजा उर \ Ǔ छोभ ǒ ȯ ȡ@
@
ǕǓ Ǔ रथ तरु त पठावा। हरष Ǒ¡ ȡ ͧ लै आवा।।
तेज पुंज रथ ǑÞ अनूपा। ¡ ͪ चढ़े कोसलपुर भूपा।।
चंचल तरु ग मनोहर
ȡȣ@अजर अमर मन सम Ǔ ȡȣ@
@
ȡǾ ± Ǖ ȡ Ǒ¡ दे खी। धाए ͪ बलु पाइ ǒ ȯ Ȣ@
@
¡ ȣ न जाइ ͪÛ¡ कै ȡȣ@तब रावन माया ǒ è ȡȣ@
@
सो माया Ǖ ȢǑ¡ बाँची। Ǔ ͪ Û¡ सो मानी साँची।।
दे खी ͪÛ¡ Ǔ ȡ
अनी। अनुज Ǒ¡ बहु कोसलधनी।।
छं 0-बहु राम Ǔ ȯͨ [ भालु मन \ Ǔ अपडरे ।
जनु ͬ
ğ ͧ ͨ समेत Ǔ जहँ सो तहँ ͬ
Ǒ¡ Ȳखरे ।।
Ǔ सेन
ͩ ǒ Ȫͩ ¡ ȱͧ सर चाप सिज कोसल धनी।
माया ¡ ȣ ¡ ǐ Ǔ ͧ महुँ हरषी सकल [ अनी।।
दो0-¡ Ǖǐ राम सब तन ͬ
^ बोले बचन गँभीर।
ɮ Ȳ ƨǕ दे खहु सकल Į ͧ भए \ Ǔ बीर।।89।।
–*–*–
अस Ǒ¡ रथ रघन ु ाथ चलावा। ǒ Ĥ चरन पंकज ͧ ǽ नावा।।
तब लंकेस Đ Ȫ उर छावा। [ [ Û Ǖ धावा।।
जीतेहु जे भट संजग
ु ȡ¡ ȣȲ@सन
ु ु तापस ɇǓ Û¡ सम ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
रावन नाम जगत जस जाना। लोकप ȡɅ Ȳ ȣ ȡ ȡ@
@
खर दष ू न ǒȡ àǕ ¡ मारा। बधेहु Þ ȡ इव ȡͧ ǒ
ȡȡ@ @
Ǔ ͧ
Ǔ सुभट संघारे हु। कंु भकरन ȡǑ¡ मारे हु।।
आजु ǽ सबु लेउँ Ǔ ȡ¡ ȣ@ ɋ रन भप
ू भािज Ǒ¡ Ȳ ȡ¡ ȣȲ@
@
आजु करउँ खलु काल हवाले। परे हु Ǒ रावन के पाले।।
ǕǓ Ǖ
[ कालबस जाना। ǒ¡ ȱͧ बचन कह Ǚ ȡǓ ȡ ȡ@
@
× × सब तव Ĥ Ǖ ȡ_@ ã ͧ Ǔ दे खाउ मनुसाई।।
छं 0- Ǔ ã ȡ ǐ सुजसु ȡ Ǒ¡ ȢǓ Ǖ Ǒ¡ Ǒ¡ छमा।
संसार महँ ǽǗ ǒğǒ पाटल रसाल पनस समा।।
एक Ǖ Ĥ एक सम
ु न फल एक फलइ केवल ȡ ¡ ȣȲ
@
एक ¡ Ǒ¡ Ȳ ¡ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳअपर एक Ǒ¡ Ȳकहत न ȡ ¡ ȣȲ@
@
दो0-राम बचन ǕǓ ǒ ¡ ȱ ȡ ȪǑ¡ ͧ ȡ Ê ȡ @
ǽ करत Ǒ¡ Ȳतब डरे अब लागे ͪĤ Ĥȡ @
@90।।
–*–*–
Ǒ¡ Ǖ
[ Đ Ǖƨ दसकंधर। Ǖͧ समान लाग छाँड़ै सर।।
नानाकार ͧ ȣ Ǖ धाए। Ǒͧ \ ǽ ǒǑ गगन Ǒ¡ छाए।।
पावक सर छाँड़उ े रघुबीरा। छन महुँ जरे Ǔ ȡ
तीरा।।
ȡͫ°ͧ ȢĦ ǔÈ ͨ ͧ ] _@बान संग Ĥ Ǖȯǐ चलाई।।
ȪǑ
Đ ǒğ Ǘ पबारै । ǒ ǕĤ ȡ Ĥ Ǖ ȡǑ Ǔ ȡȰ@
@
Ǔ ¡ ȪǑ¡ Ȳरावन सर Ȱ @
Ʌ खल के सकल मनोरथ Ȱ @
Ʌ@
तब सत बान सारथी ȡȯͧ @परे उ ͧǗ जय राम Ǖ ȡȯͧ @
@
राम कृपा ǐ सतू उठावा। तब Ĥ Ǖपरम Đ Ȫ कहुँ पावा।।
छं 0-भए Đ Ǖƨ Ǖƨ ǒ ǽƨ Ǖ Ǔ ğȪ सायक कसमसे।
कोदं ड ǓǕ \ Ǔ चंड ǕǓ मनुजाद सब ȡǽ Ē ȯ@
@
ȱ Ȫȣ उर कंप ȲǓ कमठ भू भूधर ğ ȯ@
ͬ
È Ǒ¡ ȲǑÊ दसन Ǒ¡ Ǒ¡ ȯͨ कौतक
ु सरु हँसे।।
दो0-तानेउ चाप Į ͬ छाँड़े ǒ ͧ कराल।
राम मारगन गन चले लहलहात जनु Þ ȡ @ @91।।
–*–*–
चले बान Í जनु उरगा। Ĥ Ǒ¡ Ȳहतेउ सारथी तरु गा।।
रथ ǒ Ȳǔ ¡ Ǔ केतु पताका। ȡ[\ Ǔ अंतर बल थाका।।
तरु त आन रथ
Ǒ± ͨ ͧ ] ȡ@\ èğ èğ ȡȱ° ͧȯ ǒ ͬ नाना।।
ǒ ¡ ȪǑ¡ Ȳसब ` ɮ ताके। ǔ ͧ ġȪ¡ Ǔ मनसा के।।
तब रावन दस सल
ू चलावा। बािज
ȡǐ Ǒ¡ ȡǐ ͬ ȡȡ@
@
तरु ग उठाइ Ȫͪ रघन
ु ायक। ͬɇ
सरासन छाँड़े सायक।।
रावन ͧ सरोज
ȡȣ@
ͧ रघुबीर ͧ ȣ Ǖ ȡȣ@
@
दस दस बान भाल दस मारे । Ǔ ǐ गए चले ǽͬ पनारे ।।
èğ ǽͬ धायउ बलवाना। Ĥ Ǖ ǕǓ कृत धनु सर संधाना।।
तीस तीर रघब
ु ीर पबारे । Ǖ ǔÛ¡ समेत सीस Ǒ¡ पारे ।।
ȡ ¡ ȣȲ ǓǕ भए नबीने। राम ¡ Ȫǐ भज
ु ा ͧ Ȥ ȯ@
@
Ĥ Ǖबहु बार बाहु ͧ हए। कटत ǑǓ ǓǕ नत
ू न भए।।
ǕǓ ǕǓ Ĥ Ǖकाटत भुज सीसा। \ Ǔ ȫ Ǖ ȧ कोसलाधीसा।।
रहे छाइ नभ ͧ \ ǽ बाहू। मानहुँ \ ͧ केतु \ ǽ राहू।।
छं 0-जनु राहु केतु अनेक नभ पथ èğ ȪǓ ȡ¡ ȣȲ@
रघब
ु ीर तीर Ĥ
Ȳ ȡ Ǒ¡ Ȳ ͧǗ ͬ न ȡ ¡ ȣȲ@
@
एक एक सर ͧ Ǔ छे दे नभ उड़त ^ͧ Ȫ¡ ¡ ȣȲ@
जनु Ȫͪ Ǒ कर Ǔ जहँ तहँ ǒ ǕȲ Ǖ Ȫ¡ ¡ ȣȲ@
@
दो0-ǔ ͧ ǔ ͧ Ĥ Ǖहर तासु ͧ Ǔ ͧ Ǔ ͧ ¡ ȪǑ¡ Ȳअपार।
सेवत ǒ ǒ [ǔ ͧ Ǔ Ǔ नूतन मार।।92।।
–*–*–
दसमुख ȯͨ ͧ Û¡ कै ȡ±ȣ@ǒ ȡ मरन भई ǐ ȡ±ȣ@
@
ȶ̀ मूढ़ महा \ ͧ ȡ Ȣ@धायउ दसहु सरासन तानी।।
समर ͧǗ दसकंधर ȪÜ Ȫ@ͪ बान Ǖ Ǔ रथ ȪÜ Ȫ@
@
दं ड एक रथ ȯͨ न परे ऊ। जनु Ǔ ¡ ȡ महुँ Ǒ दरु े ऊ।।
हाहाकार ǕÛ¡ जब ȧÛ¡ ȡ@तब Ĥ Ǖ Ȫͪ कारमक ु ȣÛ¡ ȡ@ @
सर Ǔ ȡǐ ǐ Ǖके ͧ काटे । ते Ǒͧ ǒǑ गगन Ǒ¡ पाटे ।।
काटे ͧ नभ मारग ȡǑ¡ @
Ȳ जय जय ǓǕ ǐ भय ` ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
कहँ Ǔ ǕĒ Ȣ कपीसा। कहँ रघुबीर कोसलाधीसा।।
छं 0-कहँ रामु Ǒ¡ ͧ Ǔ धाए ȯͨ [ भिज चले।
Ȳ ȡǓ धनु Ǖ Ȳ Ǔ ¡ ȱͧ ǔÛ¡ ͧ बेधे भले।।
ͧ ȡͧ ȡ कर ȡͧ ȡ Ǒ¡ बंदृ ȲǙǔÛ¡ बहु ͧ ȣȲ@
ǐ ǽͬ ǐ Ï Ǖमनहुँ ȲĒ ȡ बट पज ू न
ȣȲ@@
दो0- ǓǕ दसकंठ Đ Ǖƨ होइ छाँड़ी ǔÈ Ĥ
Ȳ @
ȣ ǒ Ȣ Û Ǖ मनहुँ काल कर दं ड।।93।।
–*–*–
आवत ȯͨ ǔÈ \ Ǔ घोरा। Ĥ ȡǓ भंजन पन मोरा।।
तरु त ǒ Ȣ ȡ Ʌमेला। Û Ǖ राम सहे उ सोइ सेला।।
ȡͬ ǔÈ Ǖǽ ȡ कछु भई। Ĥ Ǖकृत खेल ǕÛ¡ ǒ _@
@
ȯͨ ǒ Ȣ Ĥ ǕĮ पायो। Ǒ¡ कर गदा Đ Ǖƨ होइ धायो।।
रे Ǖ ȡÊ सठ मंद Ǖ ƨǕ ȯ@ ɇसरु नर ǓǕ नाग ǒ ǽƨ ȯ
@@
सादर ͧ कहुँ सीस चढ़ाए। एक एक के ȪǑÛ¡ पाए।।
Ǒȯ¡ कारन खल अब ͬ ȡÍȱ Ȫ@अब तव कालु सीस पर ȡÍ Ȫ@
@
राम ǒ Ǖ सठ
¡ ͧ संपदा। अस Ǒ¡ ¡ ȯͧ माझ उर गदा।।
छं 0-उर माझ गदा Ĥ¡ ȡ घोर कठोर लागत Ǒ¡ पर् यो।
दस बदन ȪǓ èğ ǓǕ Ȳ ȡǐ धायो ǐ भर् यो।।
ɮȫ ͧ ȯ\ Ǔ ã ƨǕ ǒ ǽƨ एकु f Ǒ¡ हनै।
रघब
ु ीर बल ͪ [ ǒ Ȣ Ǖ ȡͧ Ǒ¡ Ȳता कहुँ गनै।।
दो0-उमा ǒ Ȣ Ǖȡ Ǒ¡ Û Ǖ ͬ
ͩ काउ।
सो अब ͧ काल Ï ɉ Į Ȣ Ǖ Ȣ Ĥ ȡ` @
@94।।
–*–*–
दे खा Į ͧ ǒ Ȣ Ǖ ȡȣ@धायउ हनम
ू ान ͬ ǐ ȡȣ@
@
रथ तरु ं ग सारथी Ǔ ȡ ȡ@ǿ माझ ȯǑ¡ ȡȯͧ लाता।।
ठाढ़ रहा \ Ǔ Ȳͪ गाता। गयउ ǒ Ȣ Ǖजहँ ğȡ ȡ@
@
ǕǓ रावन ͪ हतेउ
ȡȣ@चलेउ गगन ͪ पँछ
ू ȡȣ@
@
Ǒ¡ ͧ पँछ
ू ͪ Ǒ¡ उड़ाना। ǕǓ ͩ ǐ ͧ ȯ̀ Ĥ हनम
ु ाना।।
लरत अकास जग
ु ल सम जोधा। f Ǒ¡ एकु हनत ǐ Đ Ȫ ȡ@
@
Ȫ¡ Ǒ¡ Ȳनभ छल बल बहु ¡ ȣȲ@ Ï ͬ ǐ Ǖ ȯǽ जनु ¡ ȣȲ@
@
ͬǕ बल Ǔ ͧ
परइ न पार् यो। तब ȡǽ सत ु Ĥ Ǖसंभार् यो।।
छं 0- Ȳ ȡǐ Į Ȣ Ǖ Ȣ धीर
ȡǐ ͪ रावनु ¡ Û Ȫ@
Ǒ¡ परत ǕǓ ` Ǒ लरत ȯ Û¡ जुगल कहुँ जय जय Û Ȫ@
@
हनुमंत संकट ȯͨ [ भालु Đ Ȫ ȡ Ǖ चले।
रन × रावन सकल सभ
ु ट Ĥ
Ȳ भज
ु बल दलमले।।
दो0-तब रघब
ु ीर पचारे धाए ȧ Ĥ
Ȳ @
ͪ बल Ĥ ȯͨ ȯǑ¡ Ȳ ȧÛ¡ Ĥ पाषंड।।95।।
–*–*–
अंतरधान भयउ छन एका। ǓǕ Ĥ ȯखल Ǿ अनेका।।
Ǖ Ǔ कटक भालु ͪ जेते। जहँ तहँ Ĥ दसानन तेते।।
दे खे ͪÛ¡ \ ͧ दससीसा। जहँ तहँ भजे भालु \ ǽ ȧ ȡ@
@
भागे बानर Ǒ¡ Ȳन धीरा। ğȡǑ¡ ğȡǑ¡ Ǔ रघुबीरा।।
दहँ Ǒͧ ȡǑ¡ Ȳ ȪǑÛ¡ रावन। Ǒ[¡ Ȳघोर कठोर भयावन।।
डरे सकल सरु चले पराई। जय कै आस तजहु अब भाई।।
सब सुर िजते एक दसकंधर। अब बहु भए तकहु ͬ ǐ कंदर।।
रहे ǒȲͬ
संभु ǕǓ Ê ȡ Ȣ@ǔ Û¡ ǔ Û¡ Ĥ Ǖ Ǒ¡ ȡ कछु जानी।।
छं 0-जाना Ĥ ȡ ते रहे Ǔ [ ͪ Û¡ ǐ Ǖमाने फुरे ।
चले ǒ
ͧ [ भालु सकल कृपाल ȡǑ¡ भयातरु े ।।
हनम
ु ंत अंगद नील नल \ Ǔ लरत रन बाँकुरे ।
[Ǒ¡ Ȳदसानन ȪǑ ȪǑÛ¡ कपट भू भट अंकुरे ।।
दो0-सुर बानर दे खे ǒ ¡ ȱè Ȫ कोसलाधीस।
सिज सारं ग एक सर हते सकल दससीस।।96।।
–*–*–
Ĥ Ǖछन महुँ माया सब ȡȣ@ǔ ͧ ǒ उएँ ȡǑ¡ Ȳतम ȡȣ@
@
रावनु एकु ȯͨ सुर हरषे। ͩ ȯसुमन बहु Ĥ Ǖपर बरषे।।
भुज उठाइ Ǖ Ǔ ͪ फेरे । ͩ ȯएक f Û¡ तब टे रे।।
Ĥ Ǖबलु पाइ भालु ͪ धाए। तरल ͩ संजग
ु Ǒ¡ आए।।
\ è ǓǕ करत ȯ ǔÛ¡ ȯ Ʌ@भयउँ एक ɇ^Û¡ के ȯ Ʌ@
@
सठहु सदा à
Ǖ ¡ मोर मरायल। अस Ǒ¡ Ȫͪ गगन पर धायल।।
हाहाकार करत सरु भागे। खलहु जाहु कहँ ȪɅआगे।।
ȯͨ ǒ सरु अंगद धायो। ǗǑ चरन Ǒ¡ Ǘͧ ͬ ȡ Ȫ@
@
छं 0- Ǒ¡ ͧǗ पार् यो लात मार् यो ȡͧ Ǖ Ĥ Ǖ Ǒ¡ Ȳगयो।
Ȳ ȡǐ ` Ǒ दसकंठ घोर कठोर रव [ भयो।।
ǐ दाप चाप चढ़ाइ दस Ȳ ȡǓ सर बहु बरषई।
ͩ f सकल भट घायल भयाकुल ȯͨ Ǔ बल हरषई।।
दो0-तब Ǖ Ǔ रावन के सीस भुजा सर चाप।
काटे बहुत बढ़े ǕǓ ǔ ͧ तीरथ कर पाप। 97।।
–*–*–
ͧ भज
ु ȡǑ± ȯͨ ǐ Ǖȯȣ@भालु ͪ Û¡ ǐ भई ȯȣ@
@
मरत न मूढ़ कटे उ भुज सीसा। धाए Ȫͪ भालु भट ȧ ȡ@
@
ȡͧ ȡǽǓ नल नीला। बानरराज ǒǕ बलसीला।।
ǒ ¡ ȣ Ǒ¡ ȲĤ¡ ȡȡ@सोइ ͬ ǐ ǽ Ǒ¡ ͪ Û¡ सो मारा।।
एक ǔÛ¡ ǐ Ǖबपष
ु ǒȡȣ@ \ ͬ
Ǒ¡ Ȳएक ȡ Û¡ ȡȣ@
@
तब नल नील ͧ ǔÛ¡
Ǒ± गयऊ। ǔÛ¡ ͧ ȡ ǒ ȡ भयऊ।।
ǽͬ ȯͨ ǒ ȡ उर ȡȣ@Ǔ Û¡ Ǒ¡ धरन कहुँ भज
ु ा ȡȣ@
@
गहे न ȡǑ¡ Ȳ ǔÛ¡ पर ͩ ¡ ȣȲ@जनु जुग मधप
ु कमल बन
¡ ȣȲ@ @
Ȫͪ ǗǑ ɮȫ ȯͧ ¡ Ȫȣ@ Ǒ¡ पटकत भजे भुजा Ȫȣ@
@
ǕǓ सकोप दस धनु कर ȣÛ¡ ȯ@ ǔÛ¡ ȡǐ घायल ͪ ȧÛ¡ ȯ@
@
¡ Ǖ ȡǑ ǽǕ Ǔ ǐ बंदर। पाइ Ĥ Ȫ हरष दसकंधर।।
ǽǕ Ǔ ȯͨ सकल ͪ बीरा। जामवंत धायउ रनधीरा।।
संग भालु भूधर ǽ ȡȣ@मारन लगे
ȡǐ
ȡȣ@
@
भयउ Đ Ǖƨ रावन बलवाना। Ǒ¡ पद Ǒ¡ पटकइ भट नाना।।
ȯͨ ȡ Ǖ Ǔ Ǔ दल घाता। Ȫͪ माझ उर ȡȯͧ लाता।।
छं 0-उर लात घात Ĥ
Ȳ लागत ǒ रथ ते Ǒ¡ परा।
Ǒ¡ भालु बीसहुँ कर मनहुँ ǔÛ¡ बसे Ǔ ͧ मधक ु रा।।
ǽǕ Ǔ ǒ Ȫͩ ¡ Ȫǐ पद ¡ Ǔ ȡ Ǖ Ǔ Ĥ Ǖ Ǒ¡ Ȳगयौ।
Ǔ ͧ ȡǓ è Ȳ ȡͧ ȯǑ¡ तब सूत जतनु करत भयो।।
दो0- Ǖǽ ȡ ǒ भालु ͪ सब आए Ĥ Ǖपास।
Ǔ ͧ
सकल ȡ Ǒ¡ ȯǐ रहे \ Ǔ ğȡ @
@98।।
मासपारायण, ÞȢ ȡȱͪ Į ȡ
–*–*–
ȯ¡ ȣ Ǔ ͧ सीता Ǒ¡ Ȳजाई। ǒğ ȡ Ǒ¡ सब कथा सुनाई।।
ͧ भुज ȡǑ± सुनत ǐ Ǖȯȣ@सीता उर भइ ğȡ ȯȣ@
@
मुख ȣ उपजी मन ͬ
Ȳ ȡ@ǒğ ȡ सन Ȫ ȣ तब सीता।।
¡ Ȫ^Ǒ¡ कहा ¡ ͧ ͩ माता। ȯǑ¡ ǒ ͬ ǐǑ¡ ǒ è दख
ु दाता।।
Ǖ Ǔ सर ͧ कटे हुँ न मरई। ǒ ͬ ǒ ȣ
ǐ सब करई।।
मोर \ ȡÊ िजआवत j ¡ ȣ@ ȯǑ¡ Ȳहौ ¡ ǐ पद कमल ǒ Ȫ¡ ȣ@ @
ȯǑ¡ Ȳकृत कपट कनक मग ृ झठू ा। अजहुँ सो दै व ȪǑ¡ पर Ǿ ȡ@
@
ȯǑ¡ Ȳǒͬ ȪǑ¡ दख
ु दस
ु ह सहाए। Ǔ कहुँ कटु बचन कहाए।।
Ǖ Ǔ ǒ¡ ǒ सर ȡȣ@ ͩ ͩ मार बार बहु ȡȣ@
@
ऐसेहुँ दख
ु जो राख मम Ĥȡ ȡ@सोइ ǒͬ ȡǑ¡ िजआव न आना।।
बहु ǒͬ कर ǒ ȡ ȡ ȧ@ ǐ ǐ ǕǓ Ǚ ȡǓ ȡ ȧ@
@
कह ǒğ ȡ सुनु ȡ Ǖ ȡȣ@उर सर लागत मरइ Ǖȡȣ@ @
Ĥ Ǖताते उर हतइ न ȯ¡ ȣ@f Ǒ¡ के ǿ ȱ Ǔ Ȱȯ¡ ȣ@
@
छं 0-f Ǒ¡ के ǿ ȱबस ȡ ȧ ȡ ȧ उर मम बास है ।
मम उदर भअ
ु न अनेक लागत बान सब कर नास है ।।
ǓǕ बचन हरष ǒȡ मन \ Ǔ ȯͨ ǓǕ ǒğ ȡȱकहा।
अब ǐǑ¡ ǐ Ǖf Ǒ¡ ǒͬ Ǖ Ǒ¡ ȲǕ ǐ Ǒ¡ संसय महा।।
दो0-काटत ͧ ¡ Ȫ^Ǒ¡ ǒ ǕǑ ȡ^Ǒ¡ तव Ú ȡ @
तब ȡ Ǒ¡ ǿ महुँ ǐ¡ Ǒ¡ Ȳरामु सुजान।।99।।
–*–*–
अस Ǒ¡ बहुत ȡǓȱ समझ ु ाई। ǓǕ ǒğ ȡ Ǔ भवन ͧ ȡ_@@
राम सभ ु ाउ ͧǕ ǐ Ȱȯ¡ ȣ@उपजी ǒ¡ ǒ ȡ \ Ǔ ȯ¡ ȣ@
@
Ǔ ͧ Ǒ¡ ͧ Ǒ¡ Ǔ ȲǓ बहु भाँती। जुग सम भई ͧ ȡǓ न राती।।
Ǔ ǒ ȡ Ǒ¡ Ȳमन ȡȣ@राम ǒ¡ ȱ ȡ ȧ Ǖ ȡȣ@
@
जब \ Ǔ भयउ ǒ¡ उर दाहू। फरकेउ बाम नयन \ ǽ बाहू।।
सगन
ु ǒ
ȡǐ ȣ मन धीरा। अब ͧ ͧ ¡ Ǒ¡ Ȳकृपाल रघब
ु ीरा।।
इहाँ \ Ǔ[ ͧ रावनु जागा। Ǔ ȡͬ सन खीझन लागा।।
सठ ͧǗ °ȡ^ͧ Ȫ¡ ȣ@ͬ ͬ अधम Ȳ Ǔ Ȫ¡ ȣ@
@
ȯǑ¡ Ȳपद Ǒ¡ बहु ǒ ͬ समुझावा। ȫǽ भएँ रथ
Ǒ± ǕǓ धावा।।
ǕǓ आगवनु दसानन केरा। ͪ दल खरभर भयउ घनेरा।।
जहँ तहँ भूधर ǒ ` ȡȣ@धाए कटकटाइ भट ȡȣ@
@
छं 0-धाए जो [ ǒ भालु कराल कर भध
ू र धरा।
\ Ǔ कोप Ǒ¡ ȲĤ ¡ ȡ मारत भिज चले रजनीचरा।।
ǒ
ȡ^ दल बलवंत ȧ Û¡ ȯǐ ǕǓ रावनु ͧ Ȫ@
चहुँ Ǒͧ
ȯ ǔÛ¡ ȡǐ ǔÛ¡ ǒȡǐ तनु Þ ȡ Ǖ ͩ Ȫ@
@
दो0-ȯͨ महा [ Ĥ रावन ȧÛ¡ ǒ
ȡ@
\ Ȳ Ǒ¡ होइ Ǔ ͧ महुँ कृत माया ǒ è ȡ@
@100।।
–*–*–
छं 0-जब ȧÛ¡ ȯǑ¡ Ȳपाषंड। भए Ĥ जंतु Ĥ
Ȳ @
@
बेताल भत
ू ͪ ȡ
@कर Ʌधनु नाराच।।1।।
Ȫͬ Ǔ ¡ Ʌकरबाल। एक हाथ मनज
ु कपाल।।
ǐ ɮ ȪǓ पान। ȡ
Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳबहु गान।।2।।
ǽ ȡǽ Ȫ Ǒ¡ Ȳघोर। Ǒ¡ Ǘǐ ǓǕ चहुँ ओर।।
मुख बाइ ȡǑ¡ Ȳखान। तब लगे ȧ परान।।3।।
जहँ ȡǑ¡ Ȳ [ ȡͬ @तहँ बरत ȯ Ǒ¡ Ȳ] ͬ @
@
भए ǒ बानर भाल।ु ǓǕ लाग बरषै बाल।ु ।4।।
जहँ तहँ ͩ ǐ ȧ @ ȶ̀ ¡ Ǖǐ दससीस।।
Ǔ कपीस समेत। भए सकल बीर अचेत।।5।।
हा राम हा रघुनाथ। Ǒ¡ सुभट Ȣ Ǒ¡ Ȳहाथ।।
f Ǒ¡ ǒ ͬ सकल बल Ȫǐ@ ȯǑ¡ Ȳ ȧÛ¡ कपट ¡ Ȫǐ@
@6।।
Ĥ ȯͧ ǒ Ǖ हनम
ु ान। धाए गहे पाषान।।
Ǔ Û¡ रामु घेरे जाइ। चहुँ Ǒͧ Ǿ बनाइ।।7।।
मारहु धरहु Ǔ जाइ। Ǒ¡ Ȳपँछू उठाइ।।
दहँ Ǒͧ लँ गूर ǒȡ @ ȯǑ¡ Ȳ Ú कोसलराज।।8।।
छं 0- ȯǑ¡ Ȳ Ú कोसलराज सुंदर è ȡ तन सोभा ¡ ȣ@
जनु ^Ȳġ Ǖ अनेक ȧ बर ȡǐ तग
ंु ȡ ¡ ȣ@
@
Ĥ Ǖȯͨ हरष ǒ ȡ उर सरु बदत जय जय जय ȣ@
रघबु ीर f Ǒ¡ तीर Ȫͪ Ǔ ȯ महुँ माया ¡ ȣ@
@1।।
माया ǒ ͪ भालु हरषे ǒ ͬ ǐ Ǒ¡ सब ͩ ȯ@
सर Ǔ छाड़े राम रावन बाहु ͧ ǕǓ Ǒ¡ ͬ ȯ@
@
Į Ȣȡ रावन समर
ǐ अनेक ã जो ȡ¡ ȣȲ@
सत सेष सारद Ǔ ǒ तेउ ͪ पार न ȡ¡ ȣȲ@
@2।।
दो0-ताके गुन गन कछु कहे ° Ǔ तल
ु सीदास।
ǔ ͧ Ǔ बल \ ǕǾ ते ȡ Ȥ उड़इ अकास।।101(क)।।
काटे ͧ भुज बार बहु मरत न भट लंकेस।
Ĥ ǕĐ ȧ° सरु ͧ ƨ ǓǕ Þ ȡ Ǖ ȯͨ कलेस।।101(ख)।।
–*–*–
काटत ±Ǒ¡ Ȳसीस समुदाई। ǔ ͧ Ĥ Ǔ लाभ लोभ \ ͬ ȡ_@ @
मरइ न ǐ ǕĮ भयउ ǒ ȯ ȡ@राम ǒ Ȣ तन तब दे खा।।
उमा काल मर ȡ ȧȲईछा। सो Ĥ Ǖजन कर Ĥ ȢǓ ȣ ȡ@
@
सन
ु ु Ê चराचर नायक। Ĥ ȡ सरु ǓǕ सख
ु दायक।।
ȡͧ ȲǕ ͪ Ǘ बस ȡɅ@नाथ िजअत रावनु बल ȡɅ@
@
सुनत ǒ Ȣ बचन कृपाला। ¡ ͪ गहे कर बान कराला।।
असुभ होन लागे तब नाना। ȪǑ¡ Ȳखर सक ृ ाल बहु è ȡ ȡ@
@
Ȫ Ǒ¡ खग जग ] Ǔ हे त।ू Ĥ भए नभ जहँ तहँ केत।ू ।
दस Ǒͧ दाह होन \ Ǔ लागा। भयउ परब ǒ Ǖǒ उपरागा।।
Ȳ Ȫǐ उर ȲǓ ȡȣ@ĤǓ ȡ èğǑ¡ Ȳनयन मग ȡȣ@
@
छं 0-ĤǓ ȡ ǽǑ¡ Ȳǒȡ नभ \ Ǔ बात बह Ȫ Ǔ ¡ ȣ@
Ǒ¡ Ȳबलाहक ǽͬ कच रज असुभ \ Ǔ सक को ¡ ȣ@
@
उतपात \ ͧ ǒ Ȫͩ नभ सरु ǒ Ȫ Ǒ¡ जय जए।
सरु सभय ȡǓ कृपाल Ǖ Ǔ चाप सर जोरत भए।।
दो0- Ȱͬ
सरासन Į ͬ छाड़े सर एकतीस।
रघुनायक सायक चले मानहुँ काल फनीस।।102।।
–*–*–
सायक एक ȡͧ सर सोषा। अपर लगे भुज ͧ ǐ रोषा।।
लै ͧ बाहु चले नाराचा। ͧ भुज ¡ ȣ ǽȲ Ǒ¡ नाचा।।
Ǔ धसइ धर धाव Ĥ
Ȳ ȡ@तब सर ¡ Ǔ Ĥ Ǖकृत दइु खंडा।।
ȶ̀ मरत घोर रव ȡȣ@कहाँ रामु रन ¡ ɋ
ȡȣ@
@
Ȫ ȣ ͧǗ ͬ दसकंधर। Ǖͧ ͧ Ȳ Ǖ ǐ ǑÊ भध
ू र।।
Ǔ परे उ ɮȫ खंड बढ़ाई।
ȡͪ भालु [ समद
ु ाई।।
Ȳ Ȫǐ ] Ʌभुज सीसा। ǐ सर चले जहाँ ȣ ȡ@
@
Ĥǒ ȯसब Ǔ Ȳ महु जाई। ȯͨ ǕÛ¡ दं द
ु भ
ु ीं बजाई।।
तासु तेज समान Ĥ Ǖआनन। हरषे ȯͨ संभु चतरु ानन।।
जय जय ǓǕ Ǘȣ Ħé Ȳ ȡ@जय रघब
ु ीर Ĥ भज
ु दं डा।।
Ǒ¡ सम
ु न दे व ǓǕ बंद
ृ ा। जय कृपाल जय Ǔ मक
ु ंु दा।।
छं 0-जय कृपा कंद मुकंद ɮ Ȳ हरन सरन Ǖ Ĥ Ĥ Ȫ@
खल दल ǒ ȡ परम कारन ȡǽ Ȣ सदा ǒ Ȫ@
@
सुर सुमन Ǒ¡ Ȳहरष संकुल बाज ȲǕͧǕ ¡ ¡ ȣ@
Ȳ
Ē ȡ अंगन राम अंग अनंग बहु सोभा ¡ ȣ@ @
ͧ जटा मक
ु ु ट Ĥ Ǘ ǒ
ǒ
\ Ǔ मनोहर ȡ ¡ ȣȲ
@
जनु Ȣ ͬ ǐ पर ͫ° पटल समेत उड़ुगन ħ ȡ ¡ ȣȲ@
@
भुजदं ड सर कोदं ड फेरत ǽͬ कन तन \ Ǔ बने।
जनु रायमुनीं तमाल पर Ȱ ȤȲǒ Ǖ सुख आपने।।
दो0- ǙȡǺǔç ǐ Ĥ Ǖअभय ͩ f सुर बंद
ृ ।
भालु ȧ सब हरषे जय सख
ु धाम मक
ु ं द।।103।।
–*–*–
Ǔ ͧ दे खत Ȳ Ȫȣ@ ǽǕ Ǔ ǒ Ǔ ͧ ȣ@
@
Ǖ Ǔ बंद
ृ रोवत ` Ǒ ȡɃ@ ȯǑ¡ उठाइ रावन Ǒ¡ Ȳआई।।
Ǔ Ǔ ȯͨ ते Ǒ¡ Ȳपुकारा। छूटे कच Ǒ¡ Ȳबपुष सँभारा।।
उर ताड़ना Ǒ¡ Ȳǒͬ नाना। रोवत Ǒ¡ ȲĤ ȡ बखाना।।
तव बल नाथ डोल Ǔ धरनी। तेज ¡ ȣ पावक ͧ तरनी।।
सेष कमठ Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳन भारा। सो तनु ͧǗ परे उ ǐ छारा।।
ǽ कुबेर सुरेस समीरा। रन Û Ǖ ǐ काहुँ न धीरा।।
भुजबल िजतेहु काल जम ȡɃ@आजु परे हु अनाथ ȧ ȡɃ@ @
जगत ǒ Ǒ à
Ǖ ¡ ȡȣ Ĥ Ǖ ȡ_@सुत ǐ बल Ǔ न जाई।।
राम ǒ Ǖ अस हाल à
Ǖ ¡ ȡȡ@रहा न कोउ कुल Ȫ Ǔ ¡ ȡȡ@
@
तव बस ǒͬ Ĥ Ȳ
सब नाथा। सभय Ǒͧ Ǔ ȡ Ǒ¡ Ȳमाथा।।
अब तव ͧ भुज जंबुक ȡ¡ ȣȲ@राम ǒ Ǖ यह \ Ǖͬ
ȡ¡ ȣȲ@
@
काल ǒ Ǔ कहा न माना। अग जग नाथु मनुज ǐ जाना।।
छं 0- ȡÛ Ȫ मनुज ǐ दनुज कानन दहन पावक ¡ ǐ è Ȳ@
ȯǑ¡ नमत ͧ Ħé ȡǑ सरु ͪ भजेहु Ǒ¡ Ȳ ǽ ȡ Ȳ@
@
] Û ते ġȪ¡ रत पापौघमय तव तनु अयं।
à
Ǖ ¡ ¡ ǗǑ Ȫ Ǔ धाम राम ȡͧ Ħé Ǔ ȡ Ȳ@
@
दो0-अहह नाथ रघुनाथ सम Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖ Ǒ¡ Ȳआन।
Ȫͬ बंद
ृ Ǖ [ Ǔ ȪǑ¡ ȣǔÛ¡ भगवान।।104।।
–*–*–
Ȳ Ȫȣ बचन ǕǓ काना। सुर ǕǓ ͧ ƨ ǔÛ¡ सुख माना।।
अज महे स नारद ȡȣ@जे ǕǓ ȡ ȡȣ@
@
ǐ लोचन Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ǔ ¡ ȡȣ@Ĥȯ मगन सब भए Ǖ ȡȣ@
@
ǽ करत दे खीं सब ȡȣ@गयउ ǒ Ȣ Ǖमन दख
ु ȡȣ@
@
बंधु दसा ǒ Ȫͩ दख
ु ȧÛ¡ ȡ@तब Ĥ Ǖ\ Ǖ Ǒ¡ आयसु ȣÛ¡ ȡ@
@
Ǔ ȯǑ¡ बहु ǒͬ समझ ु ायो। ¡ Ǖǐ ǒ Ȣ Ĥ Ǖ Ǒ¡ Ȳआयो।।
Ǚ ȡǺǔç Ĥ Ǖ ȡǑ¡ ǒ Ȫ ȡ@करहु ͩĐ ȡ ǐ¡ ǐ सब सोका।।
ȧǔÛ¡ ͩĐ ȡ Ĥ Ǖआयसु मानी। ǒͬ दे स काल िजयँ जानी।।
दो0- Ȳ Ȫȣ ] Ǒ सब दे इ Ǔ ȡȲ ͧ ȡǑ¡ @
भवन गई Ǖ Ǔ गुन गन बरनत मन ȡǑ¡ @ @105।।
–*–*–
आइ ǒ Ȣ ǕǓ ͧ ǽ नायो। Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖतब अनुज बोलायो।।
à
Ǖ ¡ कपीस अंगद नल नीला। जामवंत ȡǽǓ नयसीला।।
सब ͧ ͧ जाहु ǒ Ȣ साथा। सारे हु Ǔ कहे उ रघुनाथा।।
ͪ ȡ बचन ɇनगर न आवउँ । आपु ǐ ͪ अनज ु पठावउँ ।।
तरु त चले ͪ ǓǕ Ĥ Ǖबचना। ȧÛ¡ ȣ जाइ Ǔ ȧ रचना।।
सादर ͧ ¡Ȳȡ Ȱ ȡȣ@Ǔ ȡǐ \ è ǓǕ \ Ǖ ȡȣ@
@
Ȫǐ ȡǓ ¡ ȣȲͧ नाए। Ǒ¡ ǒ Ȣ Ĥ ǕǑ¡ Ȳआए।।
तब रघुबीर Ȫͧ ͪ ȣÛ¡ ȯ@ Ǒ¡ ͪĤ बचन सुखी सब ȧÛ¡ ȯ@
@
छं 0-ͩ f सख
ु ी Ǒ¡ बानी सध
ु ा सम बल à
Ǖ ¡ ȡɅǐ Ǖहयो।
पायो ǒ Ȣ राज Ǔ ¡ Ǖȱपरु जसु àǕ ¡ ȡȪ Ǔ नयो।।
ȪǑ¡ Ǒ¡ सभ
ु ȧǓ àǕ ¡ ȡȣ परम Ĥ ȢǓ जो ȡ^¡ ɇ@
संसार ͧ Ȳ Ǖअपार पार Ĥ ȡ ǒ Ǖनर ȡ^¡ ɇ@
@
दो0-Ĥ Ǖके बचन Į ǕǓ Ǒ¡ Ȳ\ ȡǑ¡ Ȳ ͪ पुंज।
बार बार ͧ ȡǑ¡ Ȳ ¡ Ǒ¡ Ȳसकल पद कंज।।106।।
–*–*–
ǓǕ Ĥ ǕȪͧ ͧ ` हनम ु ाना। लंका जाहु कहे उ भगवाना।।
समाचार ȡ ͩ Ǒ¡ सुनावहु। तासु कुसल लै à Ǖ ¡
ͧ आवहु।।
तब हनुमंत नगर महुँ आए। ǕǓ Ǔ ͧ
ȣ Ǔ ȡ
धाए।।
बहु Ĥ ȡ Ǔ Û¡ पूजा ȧÛ¡ ȣ@जनकसुता दे खाइ ǕǓ ȣÛ¡ ȣ@
@
ǗǑ¡ ते Ĥ ȡ ͪ ȧÛ¡ ȡ@ Ǖ Ǔ दत
ू ȡ ȧȲ
ȢÛ¡ ȡ@
@
कहहु तात Ĥ Ǖ ǙȡǓ ȯ ȡ@कुसल अनज
ु ͪ सेन समेता।।
सब ǒͬ कुसल कोसलाधीसा। मातु समर Ȣ× Ȫ दससीसा।।
\ ǒ
राजु ǒ Ȣ पायो। ǕǓ ͪ बचन हरष उर छायो।।
छं 0-\ Ǔ हरष मन तन पुलक लोचन सजल कह ǕǓ ǕǓ रमा।
का दे उँ ȪǑ¡ ğȯ
Ȫ महुँ ͪ ͩ ͪ Ǒ¡ Ȳबानी समा।।
सनु ु मातु ɇपायो \ ͨ जग राजु आजु न संसयं।
रन ȢǓ ǐ Ǖ बंधु जत
ु è ȡͧ राममनामयं।।
दो0-सुनु सुत सदगुन सकल तव ǿ ȱबसहुँ हनुमंत।
सानुकूल Ȫ Ǔ रहहुँ समेत अनंत।।107।।
–*–*–
अब सोइ जतन करहु à Ǖ ¡ ताता। ȯ ɋ नयन è ȡ मद
ृ ु गाता।।
तब हनुमान राम Ǒ¡ Ȳजाई। जनकसुता कै कुसल सुनाई।।
ǕǓ संदेसु भानुकुलभूषन। Ȫͧ ͧ f जुबराज ǒ Ȣ @
@
ȡǽ Ǖ के संग ͧ ȡ¡ Ǖ@सादर Ǖ Ǒ¡ लै आवहु।।
Ǖ Ǒ¡ Ȳसकल गए जहँ सीता। ȯ Ǒ¡ Ȳसब Ǔ ͧ
ȣȲǒ Ȣ ȡ@@
ȯͬ ǒ Ȣ Ǔ Û¡ Ǒ¡ ͧ ȡ Ȫ@Ǔ Û¡ बहु ǒͬ Ï करवायो।।
बहु Ĥ ȡ भूषन Ǒ¡ ȡf @ͧ ǒ ȡ ǽͬ
सािज ǕǓ ã ȡf @
@
ता पर ¡ ͪ
±ȣ Ȱȯ¡ ȣ@ Ǖͧ ǐ राम सुखधाम ȯ¡ ȣ@
@
ȯ ȡǓ Í चहुँ पासा। चले सकल मन परम हुलासा।।
दे खन भालु ȧ सब आए। Í Ȫͪ Ǔ ȡ धाए।।
कह रघब ु ीर कहा मम मानहु। Ȣ Ǒ¡ सखा ȡɅआनहु।।
दे खहुँ ͪ जननी ȧ ȡɃ@ǒ¡ ͧ कहा रघनु ाथ गोसाई।।
ǕǓ Ĥ Ǖबचन भालु ͪ हरषे। नभ ते ǕÛ¡ सुमन बहु बरषे।।
सीता Ĥ अनल महुँ राखी। Ĥ ȧǔÛ¡ चह अंतर साखी।।
दो0- ȯǑ¡ कारन ǽ ȡǓ ͬ कहे कछुक Ǖ ȡ[ @
सन
ु त जातध
ु ानीं सब लागीं करै ǒ ȡ@
@108।।
–*–*–
Ĥ Ǖके बचन सीस ǐ सीता। Ȫ ȣ मन Đ बचन पन ु ीता।।
Ǔ होहु धरम के नेगी। पावक Ĥ करहु à
Ǖ ¡ बेगी।।
ǕǓ Ǔ सीता कै बानी। ǒ¡ ǒ ȯ धरम Ǔ Ǔ सानी।।
लोचन सजल Ȫǐ कर दोऊ। Ĥ Ǖसन कछु Ǒ¡ सकत न ओऊ।।
ȯͨ राम ǽ Ǔ धाए। पावक Ĥ Ǒ काठ बहु लाए।।
पावक Ĥ ȯͨ Ȱȯ¡ ȣ@ǿ ȱहरष Ǒ¡ Ȳभय कछु ȯ¡ ȣ@
@
ɋ मन बच Đ मम उर ȡ¡ ȣȲ@तिज रघब
ु ीर आन Ǔ ȡ¡ ȣȲ@
@
तौ कृसानु सब कै Ǔ जाना। मो कहुँ होउ Į Ȣ Ȳ समाना।।
छं 0-Į Ȣ Ȳ सम पावक Ĥ ȯ ͩ Ȫ Ǖͧ ǐ Ĥ Ǖ Ȱͬ ȣ@
जय कोसलेस महे स ȲǑ चरन Ǔ \ Ǔ Ǔ [ ȣ@
@
ĤǓ ǒ Ȳ \ ǽ ȫͩ कलंक Ĥ
Ȳ पावक महुँ जरे ।
Ĥ Ǖ
ǐ काहुँ न लखे नभ सुर ͧ ƨ ǕǓ ȯ Ǒ¡ Ȳखरे ।।1।।
ǐ Ǿ पावक ȡǓ Ǒ¡ Į Ȣ × Į ǓǕ जग ǒ Ǒ जो।
ǔ ͧ Ȥ ȡ ^ȲǑȡ ȡ Ǒ¡ ȸ ] Ǔ सो।।
सो राम बाम ǒ ȡ ȡ Ǔ ǽͬ
\ Ǔ सोभा ȣ@
नव नील नीरज Ǔ मानहुँ कनक पंकज ȧ ȣ@ @2।।
दो0- Ǒ¡ Ȳसुमन ¡ ͪ सुन ȡ Ǒ¡ Ȳगगन Ǔ ȡ @
ȡǑ¡ Ȳͩ Ȳ सुरबधू ȡ
Ǒ¡ Ȳ
±ȣȲǒ ȡ @
@109(क)।।
जनकसुता समेत Ĥ Ǖसोभा \ ͧ अपार।
ȯͨ भालु ͪ हरषे जय Ǖ Ǔ सख
ु सार।।109(ख)।।
–*–*–
तब Ǖ Ǔ अनुसासन पाई। ȡ ͧ चलेउ चरन ͧ ǽ नाई।।
आए दे व सदा èȡ Ȣ@बचन ¡ Ǒ¡ Ȳजनु परमारथी।।
ȣ बंधु दयाल रघरु ाया। दे व ȧǔÛ¡ ȯ Û¡ पर दाया।।
ǒ è ġȪ¡ रत यह खल कामी। Ǔ अघ गयउ कुमारगगामी।।
à
Ǖ ¡ Ǿ Ħé \ ǒ ȡ Ȣ@सदा एकरस सहज उदासी।।
अकल अगुन अज अनघ अनामय। अिजत \ Ȫ ǔÈ ǽ ȡ @
@
मीन कमठ सक
ू र ¡ ȣ@बामन परसरु ाम बपु ȣ@
@
जब जब नाथ ǕÛ¡ दख
ु ु पायो। नाना तनु ǐ à
Ǖ ¡ ^ȱनसायो।।
यह खल ͧ सदा ǕġȪ¡ ȣ@काम लोभ मद रत \ Ǔ Ȫ¡ ȣ@
@
अधम ͧ Ȫ Ǔ तव पद पावा। यह हमरे मन ǒ आवा।।
हम दे वता परम \ ͬ ȡȣ@èȡ रत Ĥ Ǖ Ǔ ǒ ȡȣ@
@
भव Ĥȡ¡ ȱसंतत हम परे । अब Ĥ ǕȡǑ¡ सरन अनुसरे ।।
दो0- ǐ ǒ Ȣ सुर ͧ ƨ सब रहे जहँ तहँ कर Ȫǐ@
\ Ǔ Ĥȯ तन Ǖ ͩ ǒ ͬ \ è ǓǕ करत ¡ Ȫǐ@
@110।।
–*–*–
छं 0-जय राम सदा सुखधाम हरे । रघुनायक सायक चाप धरे ।।
भव बारन दारन ͧ ¡Ȳ Ĥ Ȫ@गुन सागर नागर नाथ ǒ Ȫ@
@
तन काम अनेक अनप
ू छबी। गन
ु गावत ͧ ƨ Ǖ ȢȲġ कबी।।
जसु पावन रावन नाग महा। खगनाथ जथा ǐ कोप गहा।।
जन रं जन भंजन सोक भयं। Đ Ȫ सदा Ĥ Ǖबोधमयं।।
अवतार उदार अपार गुनं। Ǒ¡ भार ǒ Ȳ Ê ȡ Ȳ
@@
अज Þ ȡ ȯ ȡǑ सदा। ǽ ȡ राम ȡͧ मुदा।।
रघुबंस ǒ Ǘ दष
ू न हा। कृत भूप ǒ Ȣ ȣ रहा।।
गन
ु Ê ȡ Ǔ ȡ अमान अजं। Ǔ राम ȡͧ ǒ ȲǕǒ Ȳ@
@
भज
ु दं ड Ĥ
Ȳ Ĥ ȡ बलं। खल बंद
ृ Ǔ Ȳ महा कुसलं।।
ǒ Ǖकारन ȣ दयाल Ǒ¡ @
Ȳ ǒ धाम ȡͧ रमा Ǒ¡ @
Ȳ@
भव तारन कारन काज परं । मन संभव ȡǽ दोष हरं ।।
सर चाप मनोहर ğȪ धरं । ȡǽ लोचन भूपबरं ।।
सख
ु ȲǑ संद
ु र Į Ȣ Ȳ@मद मार मध
ु ा ममता समनं।।
\ ɮ अखंड न गोचर गो। Ǿ सदा सब होइ न गो।।
^Ǔ बेद ȲǓ न दं तकथा। ǒ आतप ͧ Û ͧ Û जथा।।
Ǚ Ǚ× ǒ Ȫ सब बानर ए। Ǔ ȲǓ तवानन सादर ए।।
ͬ जीवन दे व ȣ हरे । तव ǔÈ ǒ ȡ भव Ǘͧ परे ।।
अब ȣ दयाल दया ǐg@ Ǔ Ȫǐ ǒ ȯ ȣ ¡ ǐg@
@
ȯǑ¡ ते ǒȣ ͩĐ ȡ ǐg@दख
ु सो सुख ȡǓ सुखी
ǐg@
@
खल खंडन मंडन à छमा। पद पंकज ȯͪ संभु उमा।।
नप
ृ नायक दे ȡ ͧ Ȳ@चरनांबज
ु Ĥȯ सदा सभ
ु दं ।।
दो0-ǒ ȧǔÛ¡ चतरु ानन Ĥȯ पल
ु क \ Ǔ गात।
Ȫ ȡͧ Ȳ Ǖǒ Ȫ लोचन ¡ ȣȲअघात।।111।।
–*–*–
Ǒȯ¡ अवसर दसरथ तहँ आए। तनय ǒ Ȫͩ नयन जल छाए।।
अनज
ु Ǒ¡ Ĥ Ǖबंदन ȧÛ¡ ȡ@] ͧ ȡ ͪ ȡȱतब ȣÛ¡ ȡ@
@
तात सकल तव ǕÛ Ĥ ȡa @ Ȣ× ɉ अजय Ǔ ȡ
राऊ।।
Ǖ
Ǔ सुत बचन ĤȢǓ \ Ǔ ȡ±ȣ@नयन ͧ Ȫ ȡͧ ȡ±ȣ@
@
Ǖ Ǔ Ĥ Ĥȯ अनुमाना। ͬ
^ ͪ Ǒ¡ ȣÛ¡ ȯ̀ Ǻ± Ê ȡ ȡ@
@
ताते उमा ȪÍ Ǒ¡ Ȳपायो। दसरथ भेद Ǔ मन लायो।।
सगनु ोपासक ȪÍ न ȯ¡ ȣȲ@Ǔ Û¡ कहुँ राम Ǔ Ǔ ȯ¡ ȣȲ@
@
बार बार ǐ Ĥ ǕǑ¡ Ĥ ȡ ȡ@दसरथ ¡ ͪ गए सुरधामा।।
दो0-अनुज ȡ ȧ Ǒ¡ Ĥ Ǖकुसल कोसलाधीस।
सोभा ȯͨ ¡ ͪ मन \ è ǓǕ कर सुर ईस।।112।।
–*–*–
छं 0-जय राम सोभा धाम। दायक Ĥ ǒĮ ȡ @ @
धत
ृ ğȪ बर सर चाप। भुजदं ड Ĥ Ĥ ȡ@
@1।।
जय Ǘ ȡǐ ȡǐ@ [ Ǔ ȡ
ȡǐ@
@
यह çǕ मारे उ नाथ। भए दे व सकल सनाथ।।2।।
जय हरन धरनी भार। Ǒ¡ ȡ उदार अपार।।
जय ȡ ȡǐ कृपाल। ͩ f जातध
ु ान ǒ¡ ȡ @
@3।।
लंकेस \ Ǔ बल @
[ ͩ f è सुर Ȳ @
[@
ǓǕ ͧ ƨ नर खग नाग। ¡ Ǒ पंथ सब Ʌलाग।।4।।
ġȪ¡ रत \ Ǔ çǕ@पायो सो फलु ȡͪ ç@
@
अब सन
ु हु ȣ दयाल। राजीव नयन ǒ ȡ @
@5।।
ȪǑ¡ रहा \ Ǔ \ ͧ ȡ @ Ǒ¡ Ȳकोउ ȪǑ¡ समान।।
अब ȯͨ Ĥ Ǖपद कंज। गत मान Ĥ दख
ु पुंज।।6।।
कोउ Ħ é Ǔ Ǖ[ Ú ȡ @\ Þ È ȯǑ¡ Į ǓǕ गाव।।
ȪǑ¡ भाव कोसल भप
ू । Į Ȣȡ सगन
ु Ǿ @
@7।।
ȰȯǑ¡ अनज
ु समेत। मम ǿ ȱकरहु Ǔ ȯ @
@
ȪǑ¡ ȡǓ f Ǔ दास। दे ǔÈ ȡǓ ȡ @
@8।।
दे ǔÈ ȡǓ ȡ ğȡ हरन सरन सुखदायकं।
सुख धाम राम ȡͧ काम अनेक ǒ रघुनायकं।।
सरु बंद
ृ रं जन ɮȲ भंजन मनज
ु तनु \ ͧǕ Ȳ@
Ħé ȡǑ संकर ȯÞ राम ȡͧ ǽ ȡ कोमलं।।
दो0-अब ǐ कृपा ǒ Ȫͩ ȪǑ¡ आयसु दे हु कृपाल।
काह ɋ ǕǓ ͪĤ बचन बोले ȣ ȡ @ @113।।
–*–*–
सन
ु ु ǕǓ ͪ भालु हमारे । परे ͧǗ Ǔ
ǔÛ¡ जे मारे ।।
मम Ǒ¡ ȡͬ तजे ^Û¡ Ĥȡ ȡ@सकल िजआउ सुरेस सुजाना।।
सुनु खगेस Ĥ Ǖकै यह बानी। \ Ǔ अगाध ȡ Ǒ¡ Ȳ ǕǓ Ê ȡ Ȣ@
@
Ĥ Ǖसक ǒğ \Ǖ ȡǐ िजआई। केवल Đ Ǒ¡ ȣǔÛ¡ बड़ाई।।
सुधा ͪ ͪ भालु िजआए। ¡ ͪ उठे सब Ĥ Ǖ Ǒ¡ Ȳआए।।
Ǖ ȡ ǔǙç भै दह
ु ु दल ऊपर। िजए भालु ͪ Ǒ¡ Ȳरजनीचर।।
रामाकार भए Ǔ Û¡ के मन। È Ǖ भए छूटे भव बंधन।।
सरु \ Ȳͧ सब ͪ \ ǽ ȣ ȡ@िजए सकल Ǖ Ǔ ȧȲईछा।।
राम ǐ को ȣ Ǒ¡ ȡȣ@ ȧÛ¡ ȯमक
ु ु त Ǔ ȡ
ȡȣ@
@
खल मल धाम काम रत रावन। Ǔ पाई जो ǕǓ पाव न।।
दो0-सुमन ͪ सब सुर चले
Ǒ±
Ǒ± ǽͬ
ǒ ȡ @
ȯͨ Ǖ\ ǽ Ĥ ǕǑ¡ Ȳआयउ संभु सुजान।।114(क)।।
परम ĤȢǓ कर Ȫǐ जग
ु ͧ नयन ǐ ȡǐ@
Ǖ ͩ तन गदगद ͬ ȡȱǒ करत ǒğ Ǖȡǐ@
@114(ख)।।
–*–*–
छं 0- ȡ ͧ ¢ रघक
ु ु ल नायक। धत
ृ बर चाप ǽͬ
कर सायक।।
मोह महा घन पटल Ĥ Ȳ @संसय ǒͪ अनल सरु रं जन।।1।।
अगुन सगुन गुन ȲǑ सुंदर। ħ तम Ĥ Ĥ ȡ Ǒȡ @
@
काम Đ Ȫ मद गज पंचानन। बसहु Ǔ Ȳ जन मन कानन।।2।।
ǒ मनोरथ पुंज कंज बन। Ĥ तष ु ार उदार पार मन।।
भव ȡǐͬ मंदर परमं दर। बारय तारय Ȳ ǓǙ è
Ǖ @
@3।।
è ȡ गात राजीव ǒ Ȫ
@ȣ बंधु Ĥ ȡǓ मोचन।।
अनज
ु ȡ ȧ Ǒ¡ Ǔ Ȳ @बसहु राम नप
ृ मम उर अंतर।।4।।
ǕǓ रं जन Ǒ¡ मंडल मंडन। Ǖ ͧ ȡ Ĥ Ǖğȡ ǒ Ȳ @
@5।।
दो0-नाथ Ǒ¡ Ȳ Ȫ ǕȣȲ¡ Ȫ^Ǒ¡ Ǔ à
Ǖ ¡ ȡ@
Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖ ɇआउब दे खन
ǐ उदार।।115।।
–*–*–
ǐ ǒ Ȣ जब संभु ͧ ȡf @तब Ĥ ǕǓ ǒ Ȣ Ǖआए।।
नाइ चरन ͧ ǽ कह मद
ृ ु बानी। ǒ सुनहु Ĥ Ǖसारँगपानी।।
सकुल सदल Ĥ Ǖरावन मार् यो। पावन जस ǒğ Ǖ ǒ è ȡQ
यो।।
ȣ ȣ ¡ ȣ Ǔ जाती। मो पर कृपा ȧǔÛ¡ बहु भाँती।।
अब जन गह ृ पन
ु ीत Ĥ Ǖ ȧ ȯ@ Ï Ǖ ǐ\ समर Į Ȥ ȯ@
@
ȯͨ कोस ȲǑ संपदा। दे हु कृपाल ͪ Û¡ कहुँ मद
ु ा।।
सब ǒͬ नाथ ȪǑ¡ अपनाइअ। ǓǕ ȪǑ¡ Ǒ¡ अवधपरु जाइअ।।
सुनत बचन मद
ृ ु ȣ ȡ ȡ@सजल भए ɮȫ नयन ǒ ȡ ȡ@
@
दो0-तोर कोस गह
ृ मोर सब × बचन सुनु ħ ȡ @
भरत दसा Ǖͧ ȪǑ¡ Ǔ ͧ ã सम जात।।116(क)।।
तापस बेष गात कृस जपत Ǔ Ȳ ȪǑ¡ @
ȯ ɋ ȯͬ सो जतनु ǽ सखा Ǔ ¡ Ȫ`ȱ ȪǑ¡ @
@116(ख)।।
Ȣ Ʌ\ ͬ जाउँ ɋ िजअत न पावउँ बीर।
Ǖͧ अनुज Ĥ ȢǓ Ĥ Ǖ ǕǓ ǕǓ पुलक ȣ@
@116(ग)।।
करे हु ã ǐ राजु à
Ǖ ¡ ȪǑ¡ Ǖͧ ȯ¡ Ǖमन ȡǑ¡ @
Ȳ
ǓǕ मम धाम पाइहहु जहाँ संत सब ȡǑ¡ @
Ȳ@
116(घ)।।
–*–*–
सुनत ǒ Ȣ बचन राम के। ¡ ͪ गहे पद कृपाधाम के।।
बानर भालु सकल हरषाने। Ǒ¡ Ĥ Ǖपद गन
ु ǒ बखाने।।
¡ Ǖǐ ǒ Ȣ भवन ͧ ȡ Ȫ@ Ǔ गन बसन ǒ ȡ भरायो।।
लै Ǖç Ĥ Ǖ] Ʌराखा। ¡ ȱͧ ǐ Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖतब भाषा।।
Ǒ± ǒ ȡ सुनु सखा ǒ Ȣ @गगन जाइ बरषहु पट भूषन।।
नभ पर जाइ ǒ Ȣ ¡ ȣ@ ͪ Ǒf Ǔ अंबर ¡ ȣ@
@
जोइ जोइ मन भावइ सोइ ȯ¡ ȣȲ@ Ǔ मख
ु ȯͧ ȡǐ ͪ ȯ¡ ȣȲ@
@
हँसे रामु Į Ȣ अनज
ु समेता। परम ȫ Ǖ ȧ कृपा Ǔ ȯ ȡ@
@
दो0- ǓǕ ȯǑ¡ Ú ȡ न ȡ Ǒ¡ Ȳ ȯǓ ȯǓ कह बेद।
Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖसोइ ͪÛ¡ सन करत अनेक ǒ Ȫ@
@117(क)।।
उमा जोग जप दान तप नाना मख Ħ नेम।
राम कृपा Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳ ͧ ͧ Ǔ çȯ Ĥȯ @ @117(ख)।।
–*–*–
भालु ͪ Û¡ पट भूषन पाए। Ǒ¡ ǐ Ǒ¡ ǐ Ǖ Ǔ Ǒ¡ Ȳआए।।
नाना िजनस ȯͨ सब ȧ ȡ@ ǕǓ ǕǓ हँसत कोसलाधीसा।।
ͬ
^ ǔÛ¡ पर ȧǔÛ¡ दाया। बोले मद
ृ ल
ु बचन रघरु ाया।।
à
Ǖ ¡ Ʌबल ɇरावनु मार् यो। Ǔ ǒ Ȣ कहँ ǓǕ सार् यो।।
Ǔ Ǔ गह
ृ अब à
Ǖ ¡ सब जाहू। Ǖͧ ȯ¡ Ǖ ȪǑ¡ डरपहु Ǔ काहू।।
सुनत बचन Ĥȯ ȡ Ǖ बानर। Ȫǐ ȡǓ बोले सब सादर।।
Ĥ Ǖजोइ कहहु à
Ǖ ¡ Ǒ¡ सब सोहा। हमरे होत बचन ǕǓ मोहा।।
ȣ ȡǓ ͪ ͩ f सनाथा। àǕ ¡ ğȯ
Ȫ ईस रघनु ाथा।।
ǓǕ Ĥ Ǖबचन लाज हम ¡ ȣȲ@मसक कहूँ Ǔ Ǒ¡ ¡ ȣȲ@
@
ȯͨ राम ǽ बानर ȣ ȡ@Ĥȯ मगन Ǒ¡ Ȳगह
ृ कै ईछा।।
दो0-Ĥ ǕĤȯǐ ͪ भालु सब राम Ǿ उर ȡͨ @
हरष ǒȡ Ǒ¡ चले ǒ ǒ ǒ ǒ ͬ ȡͪ @
@118(क)।।
ͪ Ǔ नील ȣ Ǔ अंगद नल हनुमान।
Ǒ¡ ǒ Ȣ अपर जे जूथप ͪ बलवान।।118(ख)।।
दो0- Ǒ¡ न Ǒ¡ Ȳकछु Ĥȯ बस ǐ ǐ लोचन ȡǐ@
Û Ǖ ͬ
Ǒ¡ Ȳराम तन नयन Ǔ ȯ Ǔ ȡǐ@ @118(ग)।।
~
–*–*–
–*–*–
\ Ǔ ĤȢǓ दे ख रघरु ाई। ͧ Û¡ ȯसकल ǒ ȡ चढ़ाई।।
मन महुँ ǒ Ĥ चरन ͧ ǽ नायो। ` × Ǒͧ Ǒ¡ ǒ ȡ चलायो।।
चलत ǒ ȡ कोलाहल होई। जय रघुबीर कहइ सबु कोई।।
ͧ ¡Ȳȡ \ Ǔ ` Í
मनोहर। Į Ȣ समेत Ĥ Ǖबैठै ता पर।।
राजत रामु Ǒ¡ ȡͧ Ȣ@ ȯǽ संग
ृ जनु घन ȡͧ Ȣ@
@
ǽͬ
ǒ ȡ Ǖचलेउ \ Ǔ आतरु । ȧÛ¡ ȣ सुमन ǔǙç हरषे सुर।।
परम सख
ु द
ͧ ǒğǒ ȡȣ@सागर सर ǐ Ǔ [ ȡȣ@
@
सगन
ु ¡ ȪǑ¡ Ȳसंद
ु र चहुँ पासा। मन Ĥ Û Ǔ [ नभ आसा।।
कह रघुबीर दे खु रन सीता। Ǔ इहाँ ¡ × Ȫ ^ȱġ Ȣ ȡ@
@
हनूमान अंगद के मारे । रन Ǒ¡ परे Ǔ ȡ
भारे ।।
कंु भकरन रावन ɮȫ भाई। इहाँ हते सुर ǕǓ दख
ु दाई।।
दो0-इहाँ सेतु ȡȱÚ Ȫ \ ǽ थापेउँ ͧ सख
ु धाम।
सीता Ǒ¡ ǙȡǓ ͬ Ȳ ǑǕ¡ ȧÛ¡ Ĥ ȡ @
@119(क)।।
जहँ जहँ Ǚȡͧ Ȳ Ǖबन ȧÛ¡ बास ǒ Į ȡ @
सकल दे खाए ȡ ͩ Ǒ¡ कहे ǔÛ¡ के नाम।।119(ख)।।
–*–*–
तरु त ǒ ȡ तहाँ
ͧ आवा। दं डक बन जहँ परम सह
ु ावा।।
ȲǕ ȡǑ ǓǕ ȡ नाना। गए रामु सब Ʌ\ è ȡ ȡ@
@
सकल ǐͪÛ¡ सन पाइ असीसा। ͬ
ğ Ǘ आए ȣ ȡ@
@
तहँ ǐ ǕǓ Û¡ केर संतोषा। चला ǒ ȡ Ǖतहाँ ते चोखा।।
¡ Ǖǐ राम ȡ ͩ Ǒ¡ दे खाई। जमुना ͧ मल ¡ Ǔ सुहाई।।
ǓǕ दे खी Ǖ ȣ पन
ु ीता। राम कहा Ĥ ȡ ǽ सीता।।
Ȣ Ǔ ǓǕ दे खु Ĥ ȡ ȡ@Ǔ Û ȪǑ अघ भागा।।
दे खु परम ȡǓ ǓǕ बेनी। ¡ Ǔ सोक ¡ ǐ लोक Ǔ ȯ Ȣ@
@
ǕǓ दे खु \ Ǖȣ \ Ǔ ȡ Ǔ @ǒğǒ ताप भव रोग ȡ Ǔ @
@@
दो0-सीता Ǒ¡ अवध कहुँ ȧÛ¡ कृपाल Ĥ ȡ @
सजल नयन तन Ǖ ͩ ǕǓ ǕǓ ¡ ͪ राम।।120(क)।।
ǓǕ Ĥ Ǖआइ ǒğȯ ȢȲ¡ ͪ Ï Ǖ ȧÛ¡ @
ͪÛ¡ Ǒ¡ ǒĤÛ¡ कहुँ दान ǒ ǒ ǒͬ ȣÛ¡ @ @ 120(ख)।।
–*–*–
Ĥ Ǖ¡ Ǖ Ȳ Ǒ¡ कहा बझ
ु ाई। ǐ बटु Ǿ अवधपरु जाई।।
Ǒ¡ कुसल ¡ ȡǐ सन
ु ाएहु। समाचार लै à
Ǖ ¡
ͧ आएहु।।
तरु त पवनसुत गवनत भयउ। तब Ĥ Ǖ ɮ ȡ Ǒ¡ Ȳगयऊ।।
नाना ǒͬ ǕǓ पूजा ȧÛ¡ ȣ@\ è Ǖ Ȣ ǐ ǕǓ ] ͧ ȣÛ¡ ȣ@
@
ǕǓ पद ȲǑ जुगल कर Ȫȣ@
Ǒ± ǒ ȡ Ĥ Ǖचले ¡ Ȫȣ@
@
इहाँ Ǔ ȡ सन
ु ा Ĥ Ǖआए। नाव नाव कहँ लोग बोलाए।।
Ǖ ǐ ȡǓ जान तब आयो। उतरे उ तट Ĥ Ǖआयसु पायो।।
तब सीताँ पूजी Ǖ ȣ@बहु Ĥ ȡ ǕǓ
ǔÛ¡ ȣ@
@
ȣǔÛ¡ असीस ¡ ͪ मन गंगा। ǕȲ ǐ तव \ Ǒ¡ ȡ अभंगा।।
सुनत गुहा धायउ Ĥȯ ȡ Ǖ @आयउ Ǔ परम सुख संकुल।।
Ĥ ǑǕ¡ Ǒ¡ ǒ Ȫͩ Ȱȯ¡ ȣ@परे उ \ Ǔ तन ͬǕ Ǒ¡ Ȳ ȯ¡ ȣ@
@
ĤȢǓ परम ǒ Ȫͩ रघरु ाई। ¡ ͪ उठाइ ͧ Ȫ उर लाई।।
छं 0-ͧ Ȫ ǿ ȱलाइ कृपा Ǔ ȡ सज
ु ान रायँ रमापती।
Ȱ ȡǐ परम समीप बूझी कुसल सो कर बीनती।
अब कुसल पद पंकज ǒ Ȫͩ ǒȲͬ
संकर ȯÞ जे।
सुख धाम पूरनकाम राम ȡͧ राम ȡͧ ते।।1।।
सब ȡȱǓ अधम Ǔ ȡ सो ¡ ǐ भरत Ï ɉ उर लाइयो।
Ǔ Ȳ तल
ु सीदास सो Ĥ Ǖमोह बस ǒ ȡ^ Ȫ@
@
यह ȡ ȡǐ
ǐğ पावन राम पद Ǔ Ĥ सदा।
ȡ ȡǑ¡ ǒÊ ȡ सुर ͧ ƨ ǕǓ ȡǑ¡ Ȳमुदा।।2।।
दो0-समर ǒ रघुबीर के
ǐ जे Ǖ Ǒ¡ Ȳसुजान।
ǒ ǒȯ ǒ ǓǗ Ǔ Ǔ Û¡ Ǒ¡ ȯǑ¡ Ȳभगवान।।121(क)।।
यह ͧ ȡ मलायतन मन ǐ दे खु ǒ
ȡ@
Į Ȣ
Ǖ ȡ नाम तिज ȡǑ¡ आन अधार।।121(ख)।।
मासपारायण, × ȡ_ ȡȱͪĮ ȡ
——————-
^Ǔ Į Ȣ ġȡ
ǐ ȡ ȯ ͧ Ǖ ͪÚ Ȳ ȯ
ç Ȭ सोपानः ȡÜ Ȭ@
( Ȳ ȡ ȡÖ ȡÜ )
` × ȡÖ
Į Ȣ गणेशाय नमः
Į Ȣ ȡ ȧã Ȫ ͪ ȯ
Į Ȣȡ
ǐ ȡ
Ü सोपान
(` × ȡÖ)
æ Ȫ
ȯ ȧ Ö ȡ Ȣ Ȳ Ǖ ͪ ɮͪĤ ȡȡÞ ͬ
é Ȳ
Ȫ ȡɭ ȲȢ èğȲ ͧ Ȳ [ ȡ ǕĤ Û @
Q
पाणौ नाराचचापं ͪǓ Ǖ Ȳ Û Ǖ ȡ ȯå ȡ Ȳ
ȫ Ȣɬ Ȳ ȡ ȧ Ȳ Ǖ Ǔ Ȳ Ǖç ȡǾ ȡ @
@
Q1।।
Ȫ ȯÛġ Ñ Ñ Ǖ ȫ Ȫ ȡ ¡ ȯ ǔÛ ȫ@
ȡ ȧ Ȫ ȡͧ ȫ ͬ
Û è ɨǙ ɬͬ ȫ@
@2।।
ǕÛ^Û Ǖ ȫ Û
ǕȲ\ ǔà ȡ Ǔ Ȣçͧ ͪƨ @
Q
ȡǽ Ȣ Ñ Ȫ
Ȳ ȫͧ शंकरमनंगमोचनम ्।।3।।
दो0-रहा एक Ǒ \ ͬ कर \ Ǔ आरत परु लोग।
जहँ तहँ Ȫ
Ǒ¡ Ȳ ȡǐ नर कृस तन राम ǒ Ȫ @
@
–*–*–
सगुन ¡ ȪǑ¡ Ȳसुंदर सकल मन Ĥ Û सब केर।
Ĥ Ǖआगवन जनाव जनु नगर à चहुँ फेर।।
ȫ ã ȡǑ मातु सब मन अनंद अस होइ।
आयउ Ĥ ǕĮ Ȣ अनुज जुत कहन चहत अब कोइ।।
भरत नयन भुज ǔÍ फरकत ȡǑ¡ Ȳबार।
ȡǓ सगुन मन हरष \ Ǔ लागे करन ǒ
ȡ@
@
रहे उ एक Ǒ \ ͬ अधारा। समझ
ु त मन दख
ु भयउ अपारा।।
कारन कवन नाथ Ǒ¡ Ȳआयउ। ȡǓ ǕǑ ͩ ɋ ȪǑ¡ ǒ ȡ ` @
@
अहह Û Ǔ बड़भागी। राम ȡǒ Ȳ Ǖअनरु ागी।।
ȣ ǕǑ ȪǑ¡ Ĥ Ǖ
ȢÛ¡ ȡ@ताते नाथ संग Ǒ¡ Ȳ ȣÛ¡ ȡ@
@
ɋ करनी समझ
ु ै Ĥ Ǖ Ȫȣ@ Ǒ¡ ȲǓ è ȡ कलप सत Ȫȣ@
@
जन अवगुन Ĥ Ǖमान न काऊ। ȣ बंधु \ Ǔ मद
ृ ल
ु सुभाऊ।।
Ȫǐ िजयँ भरोस Ǻ± सोई। ͧ ͧ ¡ Ǒ¡ Ȳराम सगन
ु सभ
ु होई।।
Ȣ Ʌ\ ͬ ¡ Ǒ¡ ɋ Ĥȡ ȡ@अधम कवन जग ȪǑ¡ समाना।।
दो0-राम ǒ¡ सागर महँ भरत मगन मन होत।
ǒĤ Ǿ ǐ पवन सुत आइ गयउ जनु पोत।।1(क)।।
ȰǑ ȯͨ कुसासन जटा मुकुट कृस गात।
राम राम Ǖ Ǔ जपत èğ नयन जलजात।।1(ख)।।
–*–*–
दे खत हनूमान \ Ǔ हरषेउ। पुलक गात लोचन जल बरषेउ।।
मन महँ बहुत ȡȱǓ सख
ु मानी। बोलेउ Į सध ु ा सम बानी।।
जासु ǒ¡ ȱसोचहु Ǒ राती। रटहु Ǔ Ȳ गन
ु गन पाँती।।
रघक
ु ु ल Ǔ सज
ु न सख
ु दाता। आयउ कुसल दे व ǓǕ ğȡ ȡ@
@
ǐ Ǖरन ȢǓ सुजस सुर गावत। सीता Ǒ¡ अनुज Ĥ Ǖआवत।।
सुनत बचन ǒ ȯसब दख
ू ा। तष
ृ ावंत ǔ ͧ पाइ ͪ Ǘ ȡ@
@
को à
Ǖ ¡ तात कहाँ ते आए। ȪǑ¡ परम ͪĤ बचन सुनाए।।
ȡǽ सुत ɇ ͪ हनुमाना। नामु मोर सुनु Ǚ ȡǓ ȡ ȡ@
@
ȣ Ȳ Ǖ Ǖ Ǔ कर ͩ Ȳ @सुनत भरत Ʌȯ̀ ` Ǒ सादर।।
ͧ Ĥȯ Ǒ¡ Ȳǿ ȱसमाता। नयन èğ जल Ǖ ͩ गाता।।
ͪ तव दरस सकल दख
ु बीते। ͧ ȯआजु ȪǑ¡ राम ͪȣ ȯ@
@
बार बार बझू ी कुसलाता। तो कहुँ दे उँ काह सन ु ु ħ ȡ ȡ@
@
f Ǒ¡ संदेस ǐ जग ȡ¡ ȣȲ@ ǐ ǒ
ȡ दे खेउँ कछु ȡ¡ ȣȲ@
@
ȡǑ¡ तात ` ǐ ɇ Ȫ¡ ȣ@अब Ĥ Ǖ
ǐ सुनावहु Ȫ¡ ȣ@
@
तब हनुमंत नाइ पद माथा। कहे सकल Ǖ Ǔ गुन गाथा।।
कहु ͪ कबहुँ कृपाल Ȫ ȡɃ@ ͧǕ Ǒ¡ Ȳ ȪǑ¡ दास ȧ ȡɃ@
@
छं 0-Ǔ दास Ï ɉ रघब
ु ंसभषू न कबहुँ मम ͧǕ कर् यो।
ǕǓ भरत बचन ǒ Ȣ \ Ǔ ͪ Ǖ ͩ तन
ǔÛ¡ पर् यो।।
रघुबीर Ǔ मख
ु जासु गुन गन कहत अग जग नाथ जो।
काहे न होइ ǒ Ȣ परम पुनीत सदगुन ͧ Ȳ Ǖसो।।
दो0-राम Ĥȡ ͪĤ नाथ à
Ǖ ¡ × बचन मम तात।
ǓǕ ǓǕ ͧ भरत ǓǕ हरष न ǿ ȱसमात।।2(क)।।
सो0-भरत चरन ͧ ǽ नाइ ǐǕ गयउ ͪ राम Ǒ¡ @
Ȳ
¡ ȣ कुसल सब जाइ ¡ ͪ चलेउ Ĥ Ǖजान
Ǒ±@
@2(ख)।।
–*–*–
¡ ͪ भरत कोसलपरु आए। समाचार सब ǕǑ¡ सन ु ाए।।
ǕǓ ȲǑ महँ बात जनाई। आवत नगर कुसल रघुराई।।
सुनत सकल जननीं ` Ǒ ȡɃ@ Ǒ¡ Ĥ Ǖकुसल भरत समुझाई।।
समाचार Ǖȡͧ Û¡ पाए। नर \ ǽ ȡǐ ¡ ͪ सब धाए।।
ͬ Ǖ ȡ[रोचन फल फूला। नव तल
ु सी दल मंगल मूला।।
ǐ ǐ हे म थार ȡͧ Ȣ@गावत
ͧ Ȳͧ Ȳ Ǖͧ Ȳ Ǖ ȡͧ Ȣ@
@
जे Ȱ ȯǑ¡ Ȳ Ȱ ȯǑ¡ Ȳ` Ǒ ȡ Ǒ¡ @
Ȳ बाल ƨǙ कहँ संग न ȡǑ¡ @
Ȳ@
एक f Û¡ कहँ Ǘ Ǒ¡ Ȳभाई। à
Ǖ ¡ दे खे दयाल रघरु ाई।।
\ Ǖȣ Ĥ Ǖआवत जानी। भई सकल सोभा कै खानी।।
बहइ सुहावन ǒğǒ समीरा। भइ सरजू \ Ǔ Ǔ [ नीरा।।
दो0-¡ ͪ गुर ǐ अनुज भूसुर बंद
ृ समेत।
चले भरत मन Ĥȯ \ Ǔ Û Ǖ Ǚ ȡǓ ȯ @
@3(क)।।
बहुतक
±ȣ \ ȡǐÛ¡ Ǔ Ǒ¡ Ȳगगन ǒ ȡ @
ȯͨ मधरु सरु ¡ ͪ Ǒ¡ Ȳसम
ु ंगल गान।।3(ख)।।
राका ͧ Ǖ Ǔ पुर ͧ Ȳ Ǖȯͨ हरषान।
बढ़यो कोलाहल करत जनु ȡǐ तरं ग समान।।3(ग)।।
–*–*–
इहाँ भानुकुल कमल Ǒ ȡ @ ͪÛ¡ दे खावत नगर मनोहर।।
सुनु कपीस अंगद लंकेसा। पावन Ǖȣ ǽͬ
यह दे सा।।
ɮ ͪ सब बैकंु ठ बखाना। बेद पुरान ǒ Ǒ जगु जाना।।
\ Ǖȣ सम ͪĤ Ǒ¡ Ȳसोऊ। यह Ĥ Ȳ जानइ कोउ कोऊ।।
Û ͧǗ मम Ǖȣ ¡Ǖ ȡ Ǔ @` × Ǒͧ बह सरजू ȡ Ǔ @
@
जा Ï ते ǒ Ǒ¡ ȲĤ ȡ ȡ@मम समीप नर ȡ Ǒ¡ Ȳबासा।।
\ Ǔ ͪĤ ȪǑ¡ इहाँ के बासी। मम धामदा Ǖȣ सुख रासी।।
हरषे सब ͪ ǕǓ Ĥ Ǖबानी। Û अवध जो राम बखानी।।
दो0-आवत ȯͨ लोग सब Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖभगवान।
नगर Ǔ Ĥ ǕĤȯȯ̀ उतरे उ Ǘͧ ǒ ȡ @
@4(क)।।
` ǐ कहे उ Ĥ Ǖ Ǖ
ç Ǒ¡ à
Ǖ ¡ कुबेर Ǒ¡ Ȳजाहु।
Ĥȯǐ राम चलेउ सो हरषु ǒ¡ Ǖ\ Ǔ ताहु।।4(ख)।।
–*–*–
आए भरत संग सब लोगा। कृस तन Į Ȣ Ǖ Ȣ ǒ Ȫ ȡ@ @
बामदे व ͧ ç ǓǕ ȡ @दे खे Ĥ Ǖ Ǒ¡ ǐ धनु सायक।।
धाइ धरे गरु चरन Ȫǽ¡ @अनज
ु Ǒ¡ \ Ǔ पल
ु क Ȫǽ¡ @
@
ɅǑ कुसल बझ
ू ी ǓǕ ȡ ȡ@¡ Ʌकुसल à
Ǖ ¡ ȡǐǑ¡ Ȳदाया।।
सकल ɮͪ Û¡ ͧ ͧ नायउ माथा। [धरु ं धर रघुकुलनाथा।।
गहे भरत ǕǓ Ĥ Ǖपद पंकज। नमत ǔ Û¡ Ǒ¡ सुर ǕǓ संकर अज।।
परे Ǘͧ Ǒ¡ Ȳउठत उठाए। बर ǐ Ǚȡͧ Ȳ Ǖउर लाए।।
è ȡ गात रोम भए ठाढ़े । नव राजीव नयन जल बाढ़े ।।
छं 0-राजीव लोचन èğ जल तन ͧ Ǖ ȡ ͧ बनी।
\ Ǔ Ĥȯ ǿ ȱलगाइ \ Ǖ Ǒ¡ ͧ ȯĤ Ǖǒğ Ǖ\ धनी।।
Ĥ Ǖͧ \ Ǖ Ǒ¡ सोह मो Ǒ¡ Ȳ ȡǓ Ǒ¡ Ȳउपमा ¡ ȣ@
जनु Ĥȯ \ ǽ ͧ Ȳ ȡ तनु ǐ ͧ ȯबर सुषमा ¡ ȣ@
@1।।
बझ
ू त ǙȡǓ ͬ कुसल Ǒ¡ बचन ȯͬ न आवई।
सन
ु ु ͧ ȡ सो सख
ु बचन मन ते ͧ Û जान जो पावई।।
अब कुसल कौसलनाथ आरत ȡǓ जन दरसन Ǒ Ȫ@
बूड़त ǒ¡ ȡȣ Ǚ ȡǓ ȡ ȪǑ¡ कर Ǒ¡ ͧ Ȫ@
@2।।
दो0- ǕǓ Ĥ Ǖ¡ ͪ ğ ¡Ǖ Ʌȯǿ ȱलगाइ।
Ǔ भरत ͧ ȯतब परम Ĥȯ दोउ भाइ।।5।।
–*–*–
भरतानजु Ǔ ǓǕ Ʌȯ@दस
ु ह ǒ¡ संभव दख
ु मेटे।।
सीता चरन भरत ͧ ǽ नावा। अनुज समेत परम सुख पावा।।
Ĥ Ǖǒ Ȫͩ हरषे पुरबासी। Ǔ ǒ Ȫ ǒ Ǔ सब नासी।।
Ĥȯ ȡ Ǖ सब लोग Ǔ ¡ ȡȣ@कौतक
ु ȧÛ¡ कृपाल ȡȣ@
@
\ ͧ Ǿ Ĥ ȯ ȯǑ¡ काला। जथाजोग ͧ ȯ Ǒ¡ कृपाला।।
ǙȡǺǔç रघब
ु ीर ǒ Ȫ ȧ@ͩ f सकल नर ȡǐ ǒ Ȫ ȧ@
@
छन Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ ͧ ȯभगवाना। उमा मरम यह काहुँ न जाना।।
f Ǒ¡ ǒͬ Ǒ¡ सुखी ǐ रामा। ] Ʌचले सील गुन धामा।।
ȫ ã ȡǑ मातु सब धाई। Ǔ ͨ Í जनु धेनु लवाई।।
छं 0-जनु धेनु बालक Í तिज गह
ृ ँ चरन बन परबस Ƀ@
Ǒ अंत परु ǽ èğ थन हुंकार ǐ धावत भई।।
\ Ǔ Ĥȯ सब मातु ȯ ȣȲबचन मद
ृ ु ¡ Ǖǒͬ कहे ।
गइ ǒ ǒ Ȫ भव Ǔ Û¡ हरष सुख \ Ǔ लहे ।।
दो0-भेटेउ तनय Ǖͧ ğȡȱराम चरन Ǔ ȡǓ @
ȡ Ǒ¡ ͧ कैकेई ǿ ȱबहुत Ǖ
ȡǓ @
@6(क)।।
Ǔ सब ȡ Û¡ ͧ ͧ हरषे ] ͧ पाइ।
कैकेइ कहँ ǓǕ ǓǕ ͧ ȯमन कर छोभु न जाइ।।6।।
–*–*–
ȡ Û
Ǖ¡ Ǔ ͧ ȣ Ȱȯ¡ ȣ@
ǔÛ¡ ȡͬ हरषु \ Ǔ ȯ
¡ ȣ@
@
ȯǑ¡ Ȳअसीस ͨǗ कुसलाता। होइ अचल à
Ǖ ¡ ȡ \ Ǒ¡ ȡ ȡ@
@
सब Ǖ Ǔ मख
ु कमल ǒ Ȫ Ǒ¡ @
Ȳ मंगल ȡǓ नयन जल Ȫ Ǒ¡ @
Ȳ@
कनक थार ] Ǔ ` ȡǑ¡ @
Ȳ बार बार Ĥ Ǖगात Ǔ ¡ ȡǑ¡ @
Ȳ@
नाना ȡȱǓ Ǔ ȡ ǐ ¡ ȣȲ@परमानंद हरष उर ¡ ȣȲ@
@
ȫ ã ȡ ǓǕ ǓǕ Ǖ ȢǑ¡ @ͬ
Ǔ Ǚȡͧ Ȳ Ǖ ȢǑ¡ @
@
ǿ ȱǒ
ȡǓ ȡǑ¡ Ȳबारा। कवन ȡȱǓ Ȳ ȡǓ मारा।।
\ Ǔ सक
ु ु मार जग
ु ल मेरे बारे । Ǔ ͧ
सभ
ु ट महाबल भारे ।।
दो0- Ǔ \ ǽ सीता Ǒ¡ Ĥ ǕǑ¡ ǒ Ȫ Ǔ मात।ु
परमानंद मगन मन ǕǓ ǕǓ Ǖ ͩ गात।ु ।7।।
–*–*–
Ȳ ȡ Ǔ कपीस नल नीला। जामवंत अंगद सुभसीला।।
¡ Ǖ ȡǑ सब बानर बीरा। धरे मनोहर मनुज ȣȡ@
@
भरत सनेह सील Ħ नेमा। सादर सब Ǒ¡ Ȳ\ Ǔ Ĥȯ ȡ@
@
ȯͨ ȡͧ Û¡ कै ȣ Ȣ@सकल ȡ¡ Ǒ¡ Ĥ Ǖपद Ĥ Ȣ Ȣ@
@
Ǔ
Ǖ Ǖ Ǔ सब सखा बोलाए। ǓǕ पद लागहु सकल ͧ ȡf @ @
गुर ͧ ç Ǖ ǗÏ हमारे । ^Û¡ ȧ कृपाँ दनुज रन मारे ।।
ए सब सखा सुनहु ǕǓ मेरे। भए समर सागर कहँ बेरे।।
मम Ǒ¡ ȡͬ Û ^Û¡ हारे । भरतहु ते ȪǑ¡ \ ͬ ͪ] ȯ@
@
ǓǕ Ĥ Ǖबचन मगन सब भए। Ǔ ͧ Ǔ ͧ उपजत सख ु नए।।
दो0- ȫ ã ȡ के
ǔÛ¡ ǓǕ Ǔ Û¡ नायउ माथ।।
] ͧ ȣÛ¡ ȯ¡ ͪ à
Ǖ ¡ ͪĤ मम ǔ ͧ रघन
ु ाथ।।8(क)।।
सुमन ǔǙç नभ संकुल भवन चले सुखकंद।
±ȣ \ ȡǐÛ¡ ȯ Ǒ¡ Ȳनगर ȡǐ नर बंद
ृ ।।8(ख)।।
–*–*–
कंचन कलस ǒ ͬ
ğ सँवारे । Ǒ¡ Ȳधरे सिज Ǔ Ǔ ɮȡȯ@
@
बंदनवार पताका केत।ू ǔÛ¡ बनाए मंगल हे त।ू ।
बीथीं सकल सुगंध ͧ
Ȳ ȡ_@ Ǔ ͬ
बहु चौक पुराई।।
नाना ȡȱǓ सुमंगल साजे। ¡ ͪ नगर Ǔ ȡ बहु बाजे।।
जहँ तहँ ȡǐ Ǔ ȡ ¡ ȣȲ@ȯǑ¡ Ȳअसीस हरष उर ¡ ȣȲ@
@
कंचन थार आरती नाना। जब
ु ती Ʌ Ǒ¡ Ȳसभ
ु गाना।।
Ǒ¡ Ȳआरती ] Ǔ ¡ Ʌ@रघक
ु ु ल कमल ǒ ͪ Ǒ Ʌ@
@
परु सोभा Ȳ Ǔ ã ȡ ȡ@Ǔ सेष सारदा बखाना।।
तेउ यह
ǐ ȯͨ ͬ ¡ ¡ ȣȲ@उमा तासु गुन नर ͩ ͧ ¡ ¡ ȣȲ@
@
दो0- ȡǐ Ǖ ǕǑ ȢȲअवध सर Ǖ Ǔ ǒ¡ Ǒ ȯ @
\ è भएँ ǒ Ƀ Ǔ ͨ राम राकेस।।9(क)।।
¡ ȪǑ¡ Ȳसगन
ु सभ
ु ǒ ǒ ǒ ͬ ȡ Ǒ¡ Ȳगगन Ǔ ȡ @
परु नर ȡǐ सनाथ ǐ भवन चले भगवान।।9(ख)।।
–*–*–
Ĥ Ǖजानी कैकेई लजानी। Ĥ तासु गह
ृ गए भवानी।।
ȡǑ¡ Ĥ Ȫͬ बहुत सख ु ȣÛ¡ ȡ@ ǓǕ Ǔ भवन गवन ¡ ǐ ȧÛ¡ ȡ@
@
Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖजब ȲǑ गए। पुर नर ȡǐ सुखी सब भए।।
गुर ͧ ç ɮͪ ͧ f बुलाई। आजु Ǖ ȣ ǕǑ समुदाई।।
सब ɮͪ दे हु ¡ ͪ अनुसासन। ȡ
ġȲ Ȱ Ǒ¡ Ȳͧ Ȳ ȡ @
@
ǓǕ ͧ ç के बचन सह ु ाए। सन
ु त सकल ǒ ĤÛ¡ \ Ǔ भाए।।
¡ Ǒ¡ Ȳबचन मद
ृ ु ǒ Ĥ अनेका। जग \ ͧ ȡ राम \ ͧ ȯ ȡ@
@
अब ǕǓ ǒ Ȳ Ǒ¡ Ȳ ȧ ȯ@महाराज कहँ Ǔ ȣ Ȱ@
@
दो0-तब ǕǓ कहे उ Ǖ Ȳğ सन सुनत चलेउ हरषाइ।
रथ अनेक बहु बािज गज तरु त सँवारे जाइ।।10(क)।।
जहँ तहँ धावन पठइ ǓǕ मंगल ġÞ मगाइ।
हरष समेत ͧ ç पद ǓǕ ͧ ǽ नायउ आइ।।10(ख)।।
ȡÛ¡ ȡȡ , आठवाँ ͪĮ ȡ
–*–*–
\ Ǖȣ \ Ǔ ǽͬ
बनाई। ȯ Û¡ समु न ǔǙç ǐ लाई।।
राम कहा ȯ Û¡ बल
ु ाई। Ĥ Û¡ \ Û¡ ȡ ¡ Ǖजाई।।
सुनत बचन जहँ तहँ जन धाए। ǕĒ Ȣ ȡǑ तरु त \ Û¡ ȡf @
@
ǕǓ ǽ ȡǓ ͬ भरतु हँकारे । Ǔ कर राम जटा Ǔ ǽ] ȯ@
@
\ Û¡ ȡf Ĥ Ǖ ȢǓ ` भाई। भगत बछल कृपाल रघुराई।।
भरत ȡÊ Ĥ Ǖकोमलताई। सेष ȪǑ सत Ǒ¡ Ȳन गाई।।
ǓǕ Ǔ जटा राम ǒ ȡf @गरु अनस
ु ासन ȡͬ नहाए।।
ǐ Ï Ĥ Ǖभूषन साजे। अंग अनंग ȯͨ सत लाजे।।
दो0- ȡ ǕÛ¡ सादर ȡ ͩ Ǒ¡ Ï तरु त कराइ।
ǑÞ बसन बर भूषन अँग अँग सजे बनाइ।।11(क)।।
राम बाम Ǒͧ Ȫ Ǔ रमा Ǿ गन
ु ȡǓ @
ȯͨ मातु सब हरषीं Û सफ
ु ल Ǔ ȡǓ @
@11(ख)।।
सन
ु ु खगेस ȯǑ¡ अवसर Ħ é ȡ ͧ ǓǕ बंद
ृ ।
Ǒ± ǒ ȡ आए सब सुर दे खन सुखकंद।।11(ग)।।
–*–*–
Ĥ Ǖǒ Ȫͩ ǓǕ मन अनुरागा। तरु त ǑÞ ͧ Ȳ ȡ मागा।।
ǒ सम तेज सो Ǔ न जाई। बैठे राम ɮͪ Û¡ ͧ ǽ नाई।।
जनकसुता समेत रघुराई। ȯͨ Ĥ¡ ȯ ǕǓ समुदाई।।
बेद Ȳğ तब ɮͪ Û¡ उचारे । नभ सरु ǓǕ जय Ǔ पक
ु ारे ।।
Ĥ Ǔ ͧ ç ǓǕ ȧÛ¡ ȡ@ ǓǕ सब ǒĤ Û¡ आयसु ȣÛ¡ ȡ@
@
सत
ु ǒ Ȫͩ हरषीं ¡ ȡȣ@बार बार आरती ` ȡȣ@
@
ǒĤ Û¡ दान ǒǒ ǒͬ ȣÛ¡ ȯ@जाचक सकल अजाचक ȧÛ¡ ȯ@
@
ͧ Ȳ ȡ पर ǒğ Ǖ\ साई। ȯͨ ǕÛ¡ दं द
ु भ
ु ीं ȡɃ@
@
छं 0-नभ दं द ु ीं ȡ Ǒ¡ Ȳǒ Ǖ Ȳ [ͩ Ȳ ȡ ¡ ȣȲ@
ु भ
ȡ
Ǒ¡ Ȳअपछरा बंद
ृ परमानंद सरु ǓǕ ȡ¡ ȣȲ@
@
ȡǑ अनज
ु ǒ Ȣ ȡȲ ¡ Ǖ ȡǑ समेत ते।
¡ Ʌ ğ चामर Þ धनु \ ͧ
[ ǔÈ ǒ ȡ ȯ@
@1।।
Į Ȣ Ǒ¡ Ǒ बंस बूषन काम बहु ǒ सोहई।
नव अंबुधर बर गात अंबर पीत सुर मन मोहई।।
Ǖ ǕȡȲ ȡǑ ǒͬ
ğ भष
ू न अंग \ Ȳ ǔÛ¡ Ĥ Ǔ सजे।
अंभोज नयन ǒ ȡ उर भज
ु Û नर Ǔ ȲǓ जे।।2।।
दो0-वह सोभा समाज सख
ु कहत न बनइ खगेस।
Ǒ¡ Ȳसारद सेष Į ǓǕ सो रस जान महे स।।12(क)।।
ͧ Û ͧ Û \ è ǓǕ ǐ गए सुर Ǔ Ǔ धाम।
Ȳ ȣ बेष बेद तब आए जहँ Į Ȣȡ @
@12(ख)।।
Ĥ Ǖ Ê
[ ȧÛ¡ \ Ǔ आदर Ǚ ȡǓ ȡ @
लखेउ न काहूँ मरम कछु लगे करन गुन गान।।12(ग)।।
–*–*–
छं 0-जय सगन ु Ǔ Ǖ[ Ǿ अनप
ू भप
ू ͧ Ȫ ȯ@
Ȳ ȡǑ Ĥ
Ȳ Ǔ ͧ
Ĥ खल भुज बल हने।।
अवतार नर संसार भार ǒ Ȳǔ ȡǽ दख
ु दहे ।
जय Ĥ ȡ दयाल Ĥ Ǖ Ȳ ǕÈ ǔÈ नमामहे ।।1।।
तव ǒ माया बस सरु ासरु नाग नर अग जग हरे ।
भव पंथ ħ \ ͧ Ǒ Ǔ ͧ काल [ Ǖ Ǔ भरे ।।
जे नाथ ǐ ǽ ȡ ǒ Ȫȯǒğǒ ͬ दख
ु ते Ǔ ¡[ ȯ@
भव खेद छे दन Í हम कहुँ Í राम नमामहे ।।2।।
जे Ê ȡ मान ǒ × तव भव ¡ Ǔ ǔÈ न ] ȣ@
ते पाइ सुर Ǖ [ ȡͪ परत हम दे खत ¡ ȣ@
@
ǒèȡ ǐ सब आस ǐ¡ ǐ दास तव जे होइ रहे ।
ͪ नाम तव ǒ ǕĮ Ǒ¡ Ȳभव नाथ सो समरामहे ।।3।।
जे चरन ͧ अज ǗÏ रज सुभ ͧ ǕǓ Ǔ Ȣ ȣ@
नख Ǔ [ ȡ ǕǓ ȲǑ ȡ ğȯ
Ȫ ȡ Ǔ Ǖ ȣ@
@
Ú Ǖͧ अंकुस कंज जुत बन ͩ कंटक ͩ लहे ।
पद कंज ɮȲ मक
ु ंु द राम रमेस Ǔ × भजामहे ।।4।।
\ Þ È Ǘ ȡǑ ǽ ×
ȡǐ Ǔ ȡ भने।
षट कंध साखा पंच बीस अनेक [सम
ु न घने।।
फल जुगल ǒ ͬ कटु मधरु ȯͧ \ ȯͧ ȯǑ¡ ] ͬĮ रहे ।
ã फूलत नवल Ǔ संसार ǒ नमामहे ।।5।।
जे Ħ é \ ɮȰ Ǖ à मनपर Ú ȡ ¡ ȣȲ@
ते कहहुँ जानहुँ नाथ हम तव सगुन जस Ǔ ȡ ¡ ȣȲ@ @
ǽ ȡ Ĥ Ǖसदगुनाकर दे व यह बर ȡ ¡ ȣȲ@
मन बचन [ǒ ȡ तिज तव चरन हम \ Ǖȡ ¡ ȣȲ@
@6।।
दो0-सब के दे खत ȯ Û¡ ǒ Ȣ ȧǔÛ¡ उदार।
\ Ȳ ȡ[ भए ǓǕ गए Ħé आगार।।13(क)।।
बैनतेय सुनु संभु तब आए जहँ रघुबीर।
ǒ करत गदगद ͬ ȡ Ǘǐ पुलक ȣ@
@13(ख)।।
–*–*–
छं 0- जय राम रमारमनं समनं। भव ताप भयाकुल ȡǑ¡ जनं।।
अवधेस सुरेस रमेस ǒ Ȫ@सरनागत मागत ȡǑ¡ Ĥ Ȫ@
@1।।
दससीस ǒ ȡ बीस भुजा। कृत ǐǗ महा Ǒ¡ Ǘǐ ǽ ȡ@
@
रजनीचर बंद
ृ पतंग रहे । सर पावक तेज Ĥ
Ȳ दहे ।।2।।
Ǒ¡ मंडल मंडन
ȡǽ Ȳ@धत
ृ सायक चाप Ǔ Ȳ बरं ।।
मद मोह महा ममता रजनी। तम पुंज Ǒ ȡ तेज अनी।।3।।
मनजात ͩ ȡ Ǔ ȡ ͩ f @मग
ृ लोग कुभोग सरे न Ǒ¡ f @
@
¡ Ǔ नाथ \ ȡ Ǔ ȡǑ¡ हरे । ǒ ȡ बन पावँर Ǘͧ परे ।।4।।
बहु रोग ǒ Ȫ ǔÛ¡ लोग हए। ȲǓē Ǔ ȡ के फल ए।।
भव ͧ Ȳ Ǖअगाध परे नर ते। पद पंकज Ĥȯ न जे करते।।5।।
\ Ǔ ȣ ȣ दख
ु ी Ǔ ¡ ȣ@
Ȳ ǔ Û¡ के पद पंकज ĤȢǓ ¡ ȣȲ@
@
अवलंब भवंत कथा ǔ Û¡ के।। ͪĤ संत अनंत सदा Ǔ Û¡ Ʌ@
@6।।
Ǒ¡ Ȳराग न लोभ न मान ȡ@
@Ǔ Û¡ Ʌ सम बैभव वा ǒ ȡ@
@
f Ǒ¡ ते तव सेवक होत मुदा। ǕǓ × ȡ जोग भरोस सदा।।7।।
ǐ Ĥȯ Ǔ Ȳ नेम ͧ f ȱ@पद पंकज सेवत Ǖƨ Ǒ¡ f ȱ@
@
सम ȡǓ Ǔ ȡ ] ¡ ȣ@सब संत सुखी ǒ
ȲǓ ¡ ȣ@
@8।।
ǓǕ मानस पंकज भंग
ृ भजे। रघब
ु ीर महा रनधीर अजे।।
तव नाम ȡͧ ȡͧ ¡ ȣ@भव रोग महागद मान \ ȣ@
@9।।
गन
ु सील कृपा परमायतनं। Ĥ ȡͧ Ǔ Ȳ Į Ȣ Ȳ@
@
रघुनंद Ǔ Ȳ ɮȲɮ Ȳ@ Ǒ¡ ȡ ǒ Ȫ ȣ जनं।।10।।
दो0-बार बार बर मागउँ ¡ ͪ दे हु Į ȢȲ @
पद सरोज अनपायनी Ǔ सदा सतसंग।।14(क)।।
Ǔ ` ȡǓ राम गन
ु ¡ ͪ गए कैलास।
तब Ĥ Ǖ ͪÛ¡ Ǒ ȡf सब ǒͬ Ǖ Ĥ बास।।14(ख)।।
–*–*–
सन
ु ु Ǔ यह कथा पावनी। ǒğǒ ताप भव भय दावनी।।
महाराज कर सभ
ु \ ͧ ȯ ȡ@सन
ु त ¡ Ǒ¡ Ȳनर ǒ Ǔ ǒȯ ȡ@
@
जे सकाम नर Ǖ Ǒ¡ Ȳजे ȡǑ¡ @
Ȳ सुख Ȳ Ǔ नाना ǒͬ ȡǑ¡ @
Ȳ@
सुर Ǖ [ सुख ǐ जग ȡ¡ ȣȲ@अंतकाल Ǖ Ǔ पुर ȡ¡ ȣȲ@
@
Ǖ Ǒ¡ Ȳǒ Ǖ
È ǒ \ ǽ ǒ _@ ¡ Ǒ¡ Ȳ Ǔ Ǔ Ȳ Ǔ नई।।
Ǔ राम कथा ɇबरनी। è Ǔ ǒ ȡ ğȡ दख
ु हरनी।।
ǒǓ ǒȯ Ǔ Ǻ± करनी। मोह ȣ कहँ संद
ु र तरनी।।
Ǔ नव मंगल ȫ Ǖȣ@¡ ͪ ¡ Ǒ¡ Ȳलोग सब Ǖȣ@
@
Ǔ नइ Ĥ ȢǓ राम पद पंकज। Ʌǔ Û¡ Ǒ¡ नमत ͧ ǕǓ अज।।
मंगन बहु Ĥ ȡ Ǒ¡ ȡf @ɮͪ Û¡ दान नाना ǒͬ पाए।।
दो0-Ħé ȡ Ȳ मगन ͪ सब ɅĤ Ǖपद Ĥ ȢǓ @
जात न जाने Ǒ Ǔ Û¡ गए मास षट ȢǓ @ @
15।।
–*–*–
ǒ ȯगह
ृ सपनेहुँ Ǖͬ ȡ¡ ȣȲ@ǔ ͧ ġȪ¡ संत मन ȡ¡ ȣ@
@
तब Ǖ Ǔ सब सखा बोलाए। आइ ǔÛ¡ सादर ͧ ǽ नाए।।
परम Ĥ ȢǓ समीप बैठारे । भगत सुखद मद
ृ ु बचन उचारे ।।
à
Ǖ ¡ \ Ǔ ȧÛ¡ Ȫǐ सेवकाई। मख
ु पर ȯǑ¡ ǒ ͬ ɋ बड़ाई।।
ताते ȪǑ¡ à
Ǖ ¡ \ Ǔ ͪĤ लागे। मम Ǒ¡ ȡͬ भवन सख
ु × ȡ ȯ@
@
अनज
ु राज Ȳ Ǔ Ȱȯ¡ ȣ@दे ह गेह ǐ ȡ ȯ¡ ȣ@
@
सब मम ͪĤ Ǒ¡ Ȳ à
Ǖ ¡ Ǒ¡ समाना। मष
ृ ा न कहउँ मोर यह बाना।।
सब के ͪĤ सेवक यह नीती। ȪɅ\ ͬ दास पर Ĥ Ȣ Ȣ@
@
दो0-अब गह ृ जाहु सखा सब भजेहु ȪǑ¡ Ǻ± नेम।
सदा [ Ǒ[¡ ȡǓ करे हु \ Ǔ Ĥȯ @
@16।।
–*–*–
ǓǕ Ĥ Ǖबचन मगन सब भए। को हम कहाँ ǒ ǐ तन गए।।
एकटक रहे Ȫǐ कर आगे। Ǒ¡ Ȳन कछु Ǒ¡ \ Ǔ अनरु ागे।।
परम Ĥȯ Ǔ Û¡ कर Ĥ Ǖदे खा। कहा ǒ ǒ ǒͬ Ê ȡ ǒ ȯ ȡ@
@
Ĥ Ǖ Û Ǖ कछु कहन न ȡǑ¡ @
Ȳ ǕǓ ǕǓ चरन सरोज Ǔ ¡ ȡǑ¡ @
Ȳ@
तब Ĥ Ǖभूषन बसन मगाए। नाना रं ग अनूप सुहाए।।
ǕĒ Ȣ Ǒ¡ Ĥ Ǒ¡ ȲǑ¡ ȡf @बसन भरत Ǔ हाथ बनाए।।
Ĥ ǕĤȯǐ Ǔ Ǒ¡ ȡf @ Ȳ ȡǓ Ǖ Ǔ मन भाए।।
अंगद बैठ रहा Ǒ¡ Ȳडोला। Ĥ ȢǓ ȯͨ Ĥ Ǖ ȡǑ¡ न बोला।।
दो0-जामवंत Ȣ ȡǑ सब Ǒ¡ ȡf रघुनाथ।
Ǒ¡ ȱ ǐ राम Ǿ सब चले नाइ पद माथ।।17(क)।।
तब अंगद ` Ǒ नाइ ͧ ǽ सजल नयन कर Ȫǐ@
\ Ǔ ǒ Ȣ बोलेउ बचन मनहुँ Ĥȯ रस Ȫǐ@ @17(ख)।।
–*–*–
सुनु Ê
[ कृपा सुख ͧ Ȳ Ȫ@ȣ दयाकर आरत बंधो।।
मरती बेर नाथ ȪǑ¡ ȡ ȣ@गयउ à
Ǖ ¡ ȡȯǑ¡ ɉ Ʌ ȡ ȣ@
@
असरन सरन ǒ Ǖ Ȳ ȡȣ@ ȪǑ¡ Ǔ तजहु भगत Ǒ¡ ȡȣ@@
ȪɅ à
Ǖ ¡ Ĥ Ǖगरु ͪ Ǖमाता। जाउँ कहाँ तिज पद जलजाता।।
à
Ǖ ¡ Ǒ¡ ǒ
ȡǐ कहहु नरनाहा। Ĥ Ǖतिज भवन काज मम काहा।।
बालक Ê ȡ Ǖͪƨ बल ¡ ȣ ȡ@राखहु सरन नाथ जन ȣ ȡ@@
Ȣͬ
टहल गह
ृ कै सब ǐ¡ `ȱ@पद पंकज ǒ Ȫͩ भव ǐ¡ `ȱ@
@
अस Ǒ¡ चरन परे उ Ĥ Ǖ ȡ¡ ȣ@अब Ǔ नाथ कहहु गह ृ ȡ¡ ȣ@
@
दो0-अंगद बचन ǒ Ȣ ǓǕ Ǖ Ǔ ǽ ȡ सींव।
Ĥ Ǖउठाइ उर लायउ सजल नयन राजीव।।18(क)।।
Ǔ उर माल बसन Ǔ ȡͧ Ǒ¡ ȡ^@
ǒ ȡ ȧǔÛ¡ भगवान तब बहु Ĥ ȡ समुझाइ।।18(ख)।।
–*–*–
भरत अनुज ȫͧ ğ समेता। पठवन चले भगत कृत चेता।।
अंगद ǿ ȱĤȯ Ǒ¡ Ȳथोरा। ͩ ǐ ͩ ǐ ͬ
राम ȧȲओरा।।
बार बार कर दं ड Ĥ ȡ ȡ@मन अस रहन ¡ Ǒ¡ Ȳ ȪǑ¡ रामा।।
राम ǒ Ȫ Ǔ Ȫ Ǔ चलनी। ͧǕ ǐ ͧǕ ǐ सोचत ¡ ȱͧ ͧ Ȣ@
@
Ĥ Ǖǽ ȯͨ ǒ बहु भाषी। चलेउ ǿ ȱपद पंकज राखी।।
\ Ǔ आदर सब ͪ पहुँचाए। ȡ^Û¡ Ǒ¡ भरत ǕǓ आए।।
तब ǕĒ Ȣ चरन Ǒ¡ नाना। ȡȱǓ ǒ ȧÛ¡ ȯहनुमाना।।
Ǒ दस ǐ Ǖ Ǔ पद सेवा। ǓǕ तव चरन ȯͨ ¡ `ȱदे वा।।
Û
Ǖ पंज
ु à
Ǖ ¡ पवनकुमारा। सेवहु जाइ कृपा आगारा।।
अस Ǒ¡ ͪ सब चले तरु ं ता। अंगद कहइ सन
ु हु हनम
ु ंता।।
दो0-कहे हु दं डवत Ĥ Ǖ ɇ à
Ǖ ¡ Ǒ¡ कहउँ कर Ȫǐ@
बार बार Ǖ ȡ Ǒ¡ ǕǓ कराएहु Ȫǐ@
@19(क)।।
अस Ǒ¡ चलेउ ȡͧ Ǖ ͩ ǐ आयउ हनुमंत।
तासु ĤȢǓ Ĥ Ǖसन Ǒ¡ मगन भए भगवंत।।!9(ख)।।
Ǖͧ ¡ Ǖ
ȡǑ¡ कठोर \ Ǔ कोमल कुसम
ु हु
ȡǑ¡ @
ͬ
× खगेस राम कर Ǖͨ परइ कहु ȡǑ¡ @ @19(ग)।।
–*–*–
ǓǕ कृपाल ͧ Ȫ Ȫͧ Ǔ ȡȡ@ȣÛ¡ ȯभष
ू न बसन Ĥ ȡȡ@
@
जाहु भवन मम Ǖͧ करे हू। मन Đ बचन [अनुसरे हू।।
à
Ǖ ¡ मम सखा भरत सम ħ ȡ ȡ@सदा रहे हु पुर आवत जाता।।
बचन सुनत उपजा सुख ȡȣ@परे उ चरन ǐ लोचन ȡȣ@
@
चरन ͧ उर ǐ गह
ृ आवा। Ĥ Ǖसभ
ु ाउ ǐ ǔÛ¡ सन
ु ावा।।
Ǖ Ǔ
ǐ ȯͨ परु बासी। ǓǕ ǓǕ ¡ Ǒ¡ Ȳ Û सख
ु रासी।।
राम राज ɇɅğȯ
Ȫ ȡ@¡ ͪ भए गए सब सोका।।
ǽ न कर काहू सन कोई। राम Ĥ ȡ ǒ ȡ खोई।।
दो0- ȡĮ Ǔ Ǔ धरम Ǔ बेद पथ लोग।
Ǒ¡ Ȳसदा ȡǑ¡ Ȳ Ǖ Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳभय सोक न रोग।।20।।
–*–*–
ȰǑ¡ Ȱͪ ȫǓ तापा। राम राज Ǒ¡ Ȳ ȡ¡ ǕǑ¡ Þ ȡ ȡ@
@
सब नर Ǒ¡ Ȳè Ĥ Ȣ Ȣ@
Ǒ¡ Ȳè [Ǔ Į ǓǕ नीती।।
ȡǐ` चरन [जग ȡ¡ ȣȲ@ Ǘǐ रहा सपनेहुँ अघ ȡ¡ ȣȲ@
@
राम Ǔ रत नर \ ǽ ȡȣ@सकल परम Ǔ के \ ͬ ȡȣ@ @
\ ã ×
Ǚ Ǖ Ǒ¡ Ȳ Ǔ ` पीरा। सब संद
ु र सब ǒ ǽ ȣȡ@
@
Ǒ¡ Ȳǐġ कोउ दख
ु ी न ȣ ȡ@ Ǒ¡ Ȳकोउ अबध
ु न Í ¡ ȣ ȡ@
@
सब Ǔ ɍ [ पन
ु ी। नर \ ǽ ȡǐ चतरु सब गन
ु ी।।
सब Ǖ Ê Ȳͫ सब Ê ȡ Ȣ@सब Ǚ Ê Ǒ¡ Ȳकपट सयानी।।
दो0-राम राज नभगेस सुनु सचराचर जग ȡǑ¡ @
Ȳ@
काल [सुभाव गुन कृत दख
ु ȡ¡ ǕǑ¡ ȡǑ¡ @
Ȳ@
21।।
–*–*–
Ǘͧ Ü सागर मेखला। एक भूप Ǖ Ǔ कोसला।।
भुअन अनेक रोम ĤǓ जासू। यह Ĥ Ǖ ȡ कछु बहुत न तासू।।
सो Ǒ¡ ȡ समझ
ु त Ĥ Ǖȯȣ@यह बरनत ¡ ȣ ȡ ȯȣ@
@
सोउ Ǒ¡ ȡ खगेस ǔ Û¡ जानी। ͩ ȣ f Ǒ¡ Ȳ
ǐ Ǔ Û¡ ¡ ǕȱǓ मानी।।
सोउ जाने कर फल यह ȣ ȡ@ ¡ Ǒ¡ Ȳमहा ǕǓ दमसीला।।
राम राज कर सुख संपदा। Ǔ न सकइ फनीस सारदा।।
सब उदार सब पर ` ȡȣ@ǒ Ĥ चरन सेवक नर ȡȣ@
@
f ȡǐ Ħ रत सब ȡȣ@ते मन बच Đ Ǔ Ǒ¡ ȡȣ@
@
दो0-दं ड Ǔ Û¡ कर भेद जहँ [ ×
Ǚ समाज।
जीतहु Ǒ¡ ǕǓ \ अस ȡ
ġȲ Ʌ राज।।22।।
–*–*–
Ǘ Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ȳसदा ǽ कानन। ¡ Ǒ¡ एक सँग गज पंचानन।।
खग मग
ृ सहज ǽ ǒ ȡ_@ ǔÛ¡ è ĤȢǓ बढ़ाई।।
Ǘ Ǒ¡ Ȳखग मग
ृ नाना बंद
ृ ा। अभय
Ǒ¡ Ȳबन Ǒ¡ Ȳअनंदा।।
सीतल Ǖͧ पवन बह मंदा। गूंजत \ ͧ लै
ͧ मकरं दा।।
लता ǒ ȡ Ʌमधु
¡ ȣȲ@मनभावतो धेनु पय èğ¡ ȣȲ@
@
ͧ Ȳ Û सदा रह धरनी। ğȯ
ȡȱभइ कृतजग
ु कै करनी।।
Ĥ ȣȲͬ ǐÛ¡ ǒ ǒ Ǔ खानी। जगदातमा भप
ू जग जानी।।
ǐ ȡ सकल ¡ Ǒ¡ Ȳबर ȡȣ@सीतल अमल è ȡ Ǖ ȡȣ@
@
सागर Ǔ मरजादाँ ¡ ¡ ȣȲ@ȡǑ¡ Ȳ× ǔÛ¡ नर ¡ ¡ ȣȲ@
@
ͧ संकुल सकल तड़ागा। \ Ǔ Ĥ Û दस Ǒ ȡ ǒ ȡ ȡ@
@
दो0-ǒ Ǖ Ǒ¡ परू Ǘ ǔÛ¡ ǒ तप ȯ ȯǑ¡ काज।
ȡ Ʌȡǐ ȯǑ¡ Ȳजल ȡ
ġȲ के राज।।23।।
–*–*–
ȪǑÛ¡ बािजमेध Ĥ Ǖ ȧÛ¡ ȯ@दान अनेक ɮͪ Û¡ कहँ ȣÛ¡ ȯ@
@
Į ǓǕ पथ पालक [धरु ं धर। गन
ु ातीत \ ǽ भोग परु ं दर।।
Ǔ अनुकूल सदा रह सीता। सोभा ȡǓ सुसील ǒ Ȣ ȡ@
@
ȡ Ǔ Ǚȡͧ Ȳ ǕĤ Ǖ ȡ_@ ȯ Ǔ चरन कमल मन लाई।।
ɮ ͪ गह
ृ ँ सेवक ȯ ͩ Ȣ@ǒ Ǖ सदा सेवा ǒͬ गुनी।।
Ǔ कर गह
ृ ǐ
ȡ करई। ȡ
ġȲ आयसु अनस
ु रई।।
ȯǑ¡ ǒͬ Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖसख
ु मानइ। सोइ कर Į Ȣ सेवा ǒ ͬ जानइ।।
ȫ ã ȡǑ सासु गह
ृ ȡ¡ ȣȲ@सेवइ ǔÛ¡ मान मद ȡ¡ ȣȲ@
@
उमा रमा Ħé ȡǑ Ȳ
Ǒ ȡ@जगदं बा Ȳ Ǔ ǑȲ ȡ@
@
दो0-जासु कृपा ȡÍ Ǖ सुर चाहत ͬ
न सोइ।
राम ȡǒ Ȳ Ǔ Ǔ Ǖ ȡ Ǒ¡ खोइ।।24।।
–*–*–
ȯ Ǒ¡ Ȳसानकूल सब भाई। राम चरन Ǔ \ Ǔ \ ͬ ȡ_@ @
Ĥ Ǖमख
ु कमल ǒ Ȫ ¡ ¡ ȣȲ@कबहुँ कृपाल ¡ Ǒ¡ कछु ¡ ¡ ȣȲ@
@
राम Ǒ¡ Ȳħ ȡ Û¡ पर ĤȢ Ȣ@नाना ȡȱǓ ͧ ȡ Ǒ¡ Ȳनीती।।
¡ ͪ ¡ Ǒ¡ Ȳनगर के लोगा। Ǒ¡ Ȳसकल सरु Ǖ [ भोगा।।
\ ¡ Ǔ ͧ ǒ ͬ Ǒ¡ मनावत ¡ ¡ ȣȲ@Į Ȣ Ǖ Ȣ चरन Ǔ
¡ ¡ ȣȲ@
@
दइु सुत ǕÛ सीताँ जाए। लव कुस बेद Ǖȡ Û¡ गाए।।
दोउ ǒ _ ǒ _ गुन ȲǑ@¡ ǐ ĤǓ ǒ Ȳ मनहुँ \ Ǔ सुंदर।।
दइु दइु सत
ु सब ħ ȡ Û¡ केरे । भए Ǿ गन ु सील घनेरे।।
दो0-Ê ȡ ͬ ȡ गोतीत अज माया मन गन
ु पार।
सोइ ǔÍ
ȡ Ȳ घन कर नर
ǐ उदार।।25।।
–*–*–
Ĥ ȡ ȡ सरऊ ǐ Ï @Ȱ Ǒ¡ Ȳसभाँ संग ɮͪ Ï @
@
बेद पुरान ͧ ç ȡ Ǒ¡ @
Ȳ Ǖ Ǒ¡ Ȳराम ɮ ͪ सब ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
\ Ǖ Û¡ संजुत भोजन ¡ ȣȲ@ȯͨ सकल जननीं सुख ¡ ȣȲ@
@
भरत ğ ¡Ǖ दोनउ भाई। Ǒ¡ पवनसुत उपबन जाई।।
Ǘ Ǒ¡ ȲȰǑ राम गन
ु गाहा। कह हनम
ु ान Ǖ Ǔ अवगाहा।।
सन
ु त ǒ गन
ु \ Ǔ सख
ु ȡ Ǒ¡ @
Ȳ ¡ Ǖǐ ¡ Ǖǐ ǐ ǒ ¡ ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
सब Ʌगह
ृ गह
ृ ¡ ȪǑ¡ Ȳपुराना। ȡ
ǐ पावन ǒ ͬ नाना।।
नर \ ǽ ȡǐ राम गुन ȡ Ǒ¡ @
Ȳ Ǒ¡ ȲǑ Ǔ ͧ जात न ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
दो0-\ Ǖȣ ȡͧ Û¡ कर सुख संपदा समाज।
सहस सेष Ǒ¡ Ȳ Ǒ¡ Ǒ¡ Ȳजहँ नप
ृ राम ǒ ȡ @
@26।।
–*–*–
ȡȡǑ ȡǑ मुनीसा। दरसन ȡͬ कोसलाधीसा।।
Ǒ Ĥ Ǔ सकल \ ȪÚ ȡ ] Ǒ¡ @
Ȳ ȯͨ ǽ ǒ ȡ Ǖǒ ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
ȡ Ǿ Ǔ ͬ
\ ȡȣȲ@नाना रं ग ǽͬ
गच ȡȣȲ@
@
परु चहुँ पास कोट \ Ǔ संद
ु र। रचे कँगरू ा रं ग रं ग बर।।
नव Ē ¡ Ǔ अनीक बनाई। जनु ȯȣ \ ȡ Ǔ आई।।
Ǒ¡ बहु रं ग ͬ
गच काँचा। जो ǒ Ȫͩ ǕǓ मन नाचा।।
धवल धाम ऊपर नभ चब ुं त। कलस मनहुँ ǒ ͧ ǓǕ Ǔ Ȳ @
@
बहु Ǔ ͬ
झरोखा ħ ȡ Ǒ¡ @Ȳ गह
ृ गहृ Ĥ Ǔ Ǔ ȣ ǒȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
छं 0- Ǔ ȣ ȡ Ǒ¡ Ȳभवन ħ ȡ Ǒ¡ Ȳȯ¡ ȣȲǒ ġ Ǖ रची।
Ǔ खंभ ȢǓ ǒ Ȳͬ
ǒ
Ȣ कनक Ǔ मरकत खची।।
सुंदर मनोहर ȲǑȡ अिजर ǽͬ
Ǒ रचे।
Ĥ Ǔ ɮ ȡ ɮȡ कपाट पुरट बनाइ बहु ė ǔÛ¡ खचे।।
दो0-
ȡǽ ͬ
ğ ȡ ȡ गह
ृ गह
ृ Ĥ Ǔ ͧ ȯबनाइ।
राम
ǐ जे Ǔ ǓǕ ते मन ȯǑ¡ Ȳचोराइ।।27।।
–*–*–
सम
ु न ȡǑ ȡ Ǒ¡ Ȳलगाई। ǒ ǒ ȡȱǓ ǐ जतन बनाई।।
लता ͧ बहु ȡǓ सह
ु ाई। Ǘ Ǒ¡ Ȳसदा बंसत ͩ नाई।।
गुंजत मधक
ु र मुखर मनोहर। ȡǽ ǒğǒ सदा बह सुंदर।।
नाना खग ȡ ǔÛ¡ िजआए। बोलत मधरु उड़ात सुहाए।।
मोर हं स सारस पारावत। Ǔ पर सोभा \ Ǔ पावत।।
जहँ तहँ ȯ Ǒ¡ ȲǓ ǐ ȡ¡ ȣ@
Ȳ बहु ǒ ͬ Ǘ Ǒ¡ Ȳ ×
Ǚ ȡ¡ ȣȲ@
@
सक
ु ȡǐ ȡ ±ȡ Ǒ¡ Ȳबालक। कहहु राम Ǖ Ǔ जनपालक।।
राज दआु र सकल ǒ ͬ
ȡǾ @बीथीं चौहट Ǿ ͬ
ȡǾ @
@
छं 0-बाजार ǽͬ
न बनइ बरनत è Ǖǒ Ǖगथ पाइए।
जहँ भूप ȡǓ ȡ तहँ ȧ संपदा ͩ ͧ गाइए।।
बैठे बजाज सराफ Ǔ अनेक मनहुँ कुबेर ते।
सब सखु ी सब Í
ǐ संद
ु र ȡǐ नर ͧ Ǖजरठ जे।।
दो0-` × Ǒͧ सरजू बह Ǔ [ जल गंभीर।
बाँधे घाट मनोहर è ã पंक Ǒ¡ Ȳतीर।।28।।
–*–*–
ǐǗ फराक ǽͬ
सो घाटा। जहँ जल ͪ \ Ǒ¡ Ȳबािज गज ठाटा।।
Ǔ परम मनोहर नाना। तहाँ न Ǖǽ Ǒ¡ Ȳ\ è ȡ ȡ@
@
राजघाट सब ǒͬ सुंदर बर। Ï Ǒ¡ Ȳतहाँ बरन
ȡǐ` नर।।
तीर तीर ȯ Û¡ के ȲǑ@चहुँ Ǒͧ Ǔ Û¡ के उपबन सुंदर।।
कहुँ कहुँ ǐ ȡ तीर उदासी। Ǒ¡ ȲÊ ȡ रत ǓǕ ȲÛ ȡ Ȣ@
@
तीर तीर Ǖ ͧ ȡ सह
ु ाई। बंद
ृ बंद
ृ बहु ǓǕ Û¡ लगाई।।
परु सोभा कछु Ǔ न जाई। बाहे र नगर परम ǽͬ
ȡ_@
@
दे खत Ǖ
ȣ \ ͨ अघ भागा। बन उपबन ȡͪ ȡ तड़ागा।।
छं 0-बापीं तड़ाग अनूप कूप मनोहरायत Ȫ¡ ¡ ȣȲ@
सोपान सुंदर नीर Ǔ [ ȯͨ सुर ǕǓ Ȫ¡ ¡ ȣȲ@
@
बहु रं ग कंज अनेक खग Ǘ Ǒ¡ Ȳमधप
ु ǕȲ ȡ¡ ȣȲ@
आराम à ͪ ȡǑ खग रव जनु ͬ ¡ Ȳ ȡ¡ ȣȲ@ @
दो0-रमानाथ जहँ राजा सो परु Ǔ ͩ जाइ।
\ Ǔ ȡǑ सख ु संपदा ¡ ȣȲअवध सब छाइ।।29।।
–*–*–
जहँ तहँ नर Ǖ Ǔ गनु ȡ Ǒ¡ @
Ȳ ȰǑ परसपर इहइ ͧ ȡǑ¡ @
Ȳ@
भजहु Ĥ ĤǓ ȡ ȡ Ǒ¡ @सोभा सील Ǿ गन
ु ȡ Ǒ¡ @
@
जलज ǒ Ȫ
è ȡ ȡ Ǒ¡ @पलक नयन इव सेवक ğȡ Ǒ¡ @@
धत
ृ सर ǽͬ
चाप Ǘ ȢǑ¡ @संत कंज बन ǒ ȢǑ¡ @
@
काल कराल Þ ȡ ȡ Ǒ¡ @नमत राम अकाम ममता Ǒ¡ @
@
लोभ मोह मग
ृ जूथ ͩ ȡ Ǒ¡ @ ͧ ǐ ¡ ǐ जन Ǖ ȡ Ǒ¡ @
@
संसय सोक Ǔ ǒ° तम ȡ ǑǕ¡ @दनज
ु गहन घन दहन Ǚ ȡ ǑǕ¡ @
@
जनकसत ु ा समेत Ǖ ȢǑ¡ @कस न भजहु भंजन भव ȢǑ¡ @
@
बहु बासना मसक Ǒ¡ ȡͧ Ǒ¡ @सदा एकरस अज \ ǒ ȡͧ Ǒ¡ @@
ǕǓ रं जन भंजन Ǒ¡ ȡǑ¡ @ Ǖ ͧ ȡ के Ĥ ǕǑ¡ ` ȡǑ¡ @
@
दो0-f Ǒ¡ ǒͬ नगर ȡǐ नर Ǒ¡ Ȳराम गुन गान।
सानक ु ू ल सब पर ¡ Ǒ¡ Ȳसंतत Ǚ ȡǓ ȡ @
@30।।
–*–*–
जब ते राम Ĥ ȡ खगेसा। ` Ǒ भयउ \ Ǔ Ĥ Ǒ ȯ ȡ@ @
ǐǗ Ĥ ȡ रहे उ Ǔ ¡ Ǖȱलोका। ¡ Ǖ ȯÛ¡ सख
ु बहुतन मन सोका।।
ǔ Û¡ Ǒ¡ सोक ते कहउँ बखानी। Ĥ \ ǒɮ ȡ Ǔ ȡ नसानी।।
अघ उलूक जहँ तहाँ लुकाने। काम Đ Ȫ कैरव सकुचाने।।
ǒ ǒ [गुन काल सुभाऊ। ए चकोर सुख ¡ Ǒ¡ Ȳन काऊ।।
× मान मोह मद चोरा। ^Û¡ कर हुनर न Ǔ ¡ Ǖȱओरा।।
धरम तड़ाग Ê ȡ ǒÊ ȡ ȡ@ए पंकज ǒ ȯǒͬ नाना।।
सख
ु संतोष ǒȡ ǒ ȯ ȡ@ǒ सोक ए कोक अनेका।।
दो0-यह Ĥ ȡ ǒ ȡɅउर जब करइ Ĥ ȡ @
Ǔ ȯȡ±Ǒ¡ ȲĤ जे कहे ते ȡ Ǒ¡ Ȳनास।।31।।
–*–*–
ħ ȡ Û¡ Ǒ¡ रामु एक बारा। संग परम ͪĤ पवनकुमारा।।
सुंदर उपबन दे खन गए। सब ǽ Ǖ Ǖͧ ã नए।।
ȡǓ समय ȡǑ आए। तेज पुंज गुन सील सुहाए।।
Ħé ȡ Ȳ सदा ȣ ȡ@दे खत बालक ¡ Ǖ ȡ ȣ ȡ@
@
Ǿ Ʌजनु
ȡǐ` बेदा। समदरसी ǓǕ ǒ ǒ ȯ ȡ@@
आसा बसन Þ यह Ǔ Û¡ ¡ ȣȲ@ Ǖ Ǔ
ǐ होइ तहँ
Ǖ ¡ ȣȲ@
@
तहाँ रहे ȡǑ भवानी। जहँ घटसंभव ǕǓ Ê ȡ Ȣ@
@
राम कथा ǕǓ बहु बरनी। Ê ȡ ȪǓ पावक ǔ ͧ अरनी।।
दो0-ȯͨ राम ǕǓ आवत ¡ ͪ दं डवत ȧÛ¡ @
èȡ ȱǓǗ पीत पट Ĥ Ǖबैठन कहँ ȣÛ¡ @
@32।।
–*–*–
ȧÛ¡ दं डवत ȢǓ `ȱभाई। Ǒ¡ पवनसुत सुख \ ͬ ȡ_@
@
ǓǕ Ǖ Ǔ ǒ अतल
ु ǒ Ȫ ȧ@भए मगन मन सके न Ȫ ȧ@
@
è ȡ गात Ȫǽ¡ लोचन। संद
ु रता ȲǑ भव मोचन।।
एकटक रहे Ǔ ȯ न ȡ Ǒ¡ @
Ȳ Ĥ Ǖकर ȪɅसीस ȡ Ǒ¡ @
Ȳ@
Ǔ Û¡ कै दसा ȯͨ रघुबीरा। èğ नयन जल पुलक ȣȡ@
@
कर Ǒ¡ Ĥ Ǖ ǕǓ बैठारे । परम मनोहर बचन उचारे ।।
आजु Û ɇसन
ु हु मन
ु ीसा। à
Ǖ ¡ Ʌदरस ȡǑ¡ Ȳअघ खीसा।।
बड़े भाग पाइब सतसंगा। ǒ Ǒ¡ ȲĤ ȡ ¡ ȪǑ¡ Ȳभव भंगा।।
दो0-संत संग \ [कर कामी भव कर पंथ।
¡ Ǒ¡ संत ǒ Ȫǒ Į ǓǕ पुरान Ē Ȳ @
@33।।
–*–*–
ǓǕ Ĥ Ǖबचन ¡ ͪ ǓǕ
ȡȣ@ Ǖ ͩ तन \ è ǓǕ \ Ǖ ȡȣ@
@
जय भगवंत अनंत अनामय। अनघ अनेक एक ǽ ȡ @
@
जय Ǔ Ǖ[ जय जय गुन सागर। सुख ȲǑ सुंदर \ Ǔ नागर।।
जय ^ȲǑȡ रमन जय भूधर। अनुपम अज \ ȡǑ सोभाकर।।
Ê ȡ Ǔ ȡ अमान ȡ Ĥ @पावन सज
ु स परु ान बेद बद।।
Ê Ǚ Ê \ Ê ȡ भंजन। नाम अनेक अनाम Ǔ Ȳ @
@
[ [ [उरालय। ͧ सदा हम कहुँ ǐ ȡ @
@
ɮ Ȳ ǒ Ǔ भव फंद ǒ Ȳ @ıǑ ͧ राम काम मद गंजय।।
दो0-परमानंद कृपायतन मन ǐ Ǘ काम।
Ĥȯ Ǔ अनपायनी दे हु ¡ Ǒ¡ Į Ȣȡ @
@34।।
–*–*–
दे हु Ǔ Ǖ Ǔ \ Ǔ ȡ Ǔ @ǒğǒ ताप भव दाप ȡǓ @
@
Ĥ काम सरु धेनु ǽ@होइ Ĥ Û ȣ ȰĤ Ǖयह ǽ@ @
भव ȡǐͬ कंु भज रघन
ु ायक। सेवत सल
ु भ सकल सख
ु दायक।।
मन संभव ȡǽ दख
ु दारय। ȣ Ȳ Ǖसमता ǒ è ȡ @
@
आस ğȡ ^ǐȡǑ Ǔ ȡ @ǒ ǒ ȯ ǒ Ǔ ǒè ȡ @
@
भूप ȫͧ मन मंडन धरनी। ȯǑ¡ Ǔ Ȳ ǓǙ ǐ तरनी।।
ǓǕ मन मानस हं स Ǔ Ȳ @चरन कमल ȲǑ अज संकर।।
रघक
ु ु ल केतु सेतु Į ǓǕ Í @काल करम सभ
ु ाउ गन
ु Í@
@
तारन तरन हरन सब दष
ू न। Ǖ ͧ ȡ Ĥ Ǖǒğ Ǖ भष
ू न।।
दो0-बार बार \ è ǓǕ ǐ Ĥȯ Ǒ¡ ͧ ǽ नाइ।
Ħé भवन ȡǑ गे \ Ǔ \ Ȣç बर पाइ।।35।।
–*–*–
ȡǑ ǒͬ लोक ͧ ȡf @ħ ȡ Û¡ राम चरन ͧ ǽ नाए।।
पूछत Ĥ ǕǑ¡ सकल Ǖ
ȡ¡ ȣȲ@ͬ
Ǒ¡ Ȳसब ȡǽ Ǖ ȡ¡ ȣ@
Ȳ@
Ǖ
Ǔ
¡ Ǒ¡ ȲĤ Ǖमुख कै बानी। जो ǕǓ होइ सकल ħ हानी।।
अंतरजामी Ĥ Ǖसभ जाना। बझ ू त कहहु काह हनम ु ाना।।
Ȫǐ ȡǓ कह तब हनम
ु ंता। सनु हु ȣ ȡ भगवंता।।
नाथ भरत कछु पँछ
ू न
¡ ¡ ȣȲ@Ĥ è करत मन सकुचत \ ¡ ¡ ȣȲ@
@
àǕ ¡ जानहु ͪ मोर सुभाऊ। Ǒ¡ ȪǑ¡ कछु अंतर काऊ।।
ǕǓ Ĥ Ǖबचन भरत गहे चरना। सुनहु नाथ Ĥ ȡǓ हरना।।
दो0-नाथ न ȪǑ¡ संदेह कछु सपनेहुँ सोक न मोह।
केवल कृपा àǕ ¡ ȡǐǑ¡ कृपानंद संदोह।।36।।
–*–*–
करउँ Ǚ ȡǓ ͬ एक Ǒ ȡ_@ ɇसेवक à Ǖ ¡ जन सख
ु दाई।।
Ȳ Û¡ कै Ǒ¡ ȡ रघरु ाई। बहु ǒͬ बेद Ǖȡ Û¡ गाई।।
Į Ȣ Ǖ à
Ǖ ¡ ǕǓ ȧǔÛ¡ बड़ाई। Ǔ Û¡ पर Ĥ ǕǑ¡ Ĥ ȢǓ \ ͬ ȡ_@
@
सुना चहउँ Ĥ ǕǓ Û¡ कर Í @ Ǚ ȡͧ Ȳ Ǖगुन Ê ȡ ǒ
Í @
@
संत असंत भेद ǒ ȡ_@Ĥ ȡ ȪǑ¡ कहहु बुझाई।।
Ȳ Û¡ के Í सन
ु ु ħ ȡ ȡ@\ Ǔ Į ǓǕ परु ान ǒÉ ȡ ȡ@
@
संत \ Ȳ ǔÛ¡ कै \ ͧ करनी। ǔ ͧ कुठार चंदन आचरनी।।
काटइ परसु मलय सन
ु ु भाई। Ǔ गन
ु दे इ सग
ु ंध बसाई।।
दो0-ताते सुर Ȣ Û¡ चढ़त जग ã Į Ȣ Ȳ @
अनल ȡǑ¡ पीटत Ǒ¡ Ȳपरसु बदन यह दं ड।।37।।
–*–*–
ǒ अलंपट सील गुनाकर। पर दख ु दखु सुख सुख दे खे पर।।
सम \ Ǘ ǐ Ǖǒ ǒȡ Ȣ@लोभामरष हरष भय × ȡ Ȣ@
@
Ȫ ͬ
ȣ Û¡ पर दाया। मन बच Đ मम Ǔ अमाया।।
Ǒ¡ ȡ Ĥ आपु अमानी। भरत Ĥ ȡ सम मम ते Ĥȡ Ȣ@
@
ǒ काम मम नाम परायन। ȡȲǓ ǒǓ ǒ Ȣ ǑǕ ȡ @
@
सीतलता सरलता ğȢ@ɮͪ पद Ĥ ȢǓ [ ğȢ@
@
ए सब Í Ǒ¡ Ȳजासु उर। जानेहु तात संत संतत फुर।।
सम दम Ǔ ȢǓ Ǒ¡ ȲȪ Ǒ¡ @
Ȳ ǽ बचन कबहूँ Ǒ¡ Ȳ Ȫ Ǒ¡ @
Ȳ@
दो0-Ǔ Ȳȡ \ è ǓǕ उभय सम ममता मम पद कंज।
ते Ï मम Ĥȡ ͪĤ गन ु ȲǑ सख ु पंजु ।।38।।
–*–*–
सनहु \ Ȳ Û¡ केर सभ
ु ाऊ। भलू ेहुँ Ȳ Ǔ ǐ\ न काऊ।।
Ǔ Û¡ कर संग सदा दख
ु दाई। ǔ ͧ Ǒ¡ घालइ हरहाई।।
Û¡ ǿ ȱ\ Ǔ ताप ǒ ȯ Ȣ@ Ǒ¡ Ȳसदा पर Ȳ Ǔ दे खी।।
जहँ कहुँ Ǔ Ȳȡ Ǖ Ǒ¡ Ȳपराई। ¡ Ǒ¡ Ȳमनहुँ ȣ Ǔ ͬ पाई।।
काम Đ Ȫ मद लोभ परायन। Ǔ [ ȣ ǕǑ मलायन।।
ǽ अकारन सब काहू ɉ@जो कर Ǒ¡ \ Ǒ¡ ताहू ɉ@
@
झठू इ लेना झठ
ू इ दे ना। झठ
ू इ भोजन झठ
ू चबेना।।
Ȫ Ǒ¡ Ȳमधरु बचन ǔ ͧ मोरा। खाइ महा \ Ǔ ǿ कठोरा।।
दो0-पर ġȪ¡ ȣ पर दार रत पर धन पर अपबाद।
ते नर पाँवर पापमय दे ह Ʌमनुजाद।।39।।
–*–*–
लोभइ ओढ़न लोभइ डासन। ͧ èğȪ पर जमपुर ğȡ न।।
काहू ȧ ɋ Ǖ Ǒ¡ Ȳबड़ाई। è ȡ ȯǑ¡ Ȳजनु जूड़ी आई।।
जब काहू कै ȯ Ǒ¡ Ȳǒ Ȣ@सुखी भए मानहुँ जग नप ृ ती।।
è ȡ रत ǐȡ ǒ Ȫ Ȣ@लंपट काम लोभ \ Ǔ Đ Ȫ Ȣ@
@
मातु ͪ ȡ गरु ǒ Ĥ न ȡ Ǒ¡ @
Ȳ आपु गए \ ǽ ȡ Ǒ¡ Ȳ] Ǒ¡ @
Ȳ@
Ǒ¡ Ȳमोह बस ġȪ¡ परावा। संत संग ¡ ǐ कथा न भावा।।
अवगुन ͧ Ȳ Ǖ Ȳ Ǔ कामी। बेद ǒ Ǘ परधन è ȡ Ȣ@
@
ǒĤ ġȪ¡ पर ġȪ¡ ǒ ȯ ȡ@दं भ कपट िजयँ Ʌसुबेषा।।
दो0-ऐसे अधम मनज
ु खल कृतजग
ु ğȯ
ȡ ȡǑ¡ @
Ȳ
ɮ ȡ कछुक बंदृ बहु ¡ Ȫ^¡ Ǒ¡ Ȳ ͧ Ǖ ȡǑ¡ @
Ȳ@
40।।
–*–*–
पर Ǒ¡ ǐ [ Ǒ¡ Ȳभाई। पर पीड़ा सम Ǒ¡ Ȳअधमाई।।
Ǔ [ सकल परु ान बेद कर। कहे उँ तात ȡ Ǒ¡ Ȳ Ȫǒ नर।।
नर ȣ ǐ जे पर पीरा। Ǒ¡ Ȳते ¡ Ǒ¡ Ȳमहा भव भीरा।।
Ǒ¡ Ȳमोह बस नर अघ नाना। èȡ रत परलोक नसाना।।
ȡ Ǿ Ǔ Û¡ कहँ ɇħ ȡ ȡ@सुभ \ ǽ असुभ [फल दाता।।
अस ǒ
ȡǐ जे परम सयाने। Ǒ¡ Ȳ ȪǑ¡ संसत
ृ दख
ु जाने।।
× ȡ Ǒ¡ Ȳ [सभ
ु ासभ
ु दायक। Ǒ¡ Ȳ ȪǑ¡ सरु नर ǓǕ नायक।।
संत \ Ȳ Û¡ के गन
ु भाषे। ते न Ǒ¡ Ȳभव ǔ Û¡ ͨ राखे।।
दो0-सुनहु तात माया कृत गुन \ ǽ दोष अनेक।
गुन यह उभय न ȯͨ \ Ǒ¡ Ȳȯͨ \ सो \ ǒ ȯ @
@41।।
–*–*–
Į Ȣ Ǖ बचन सुनत सब भाई। हरषे Ĥȯ न ǿ ȱसमाई।।
Ǒ¡ Ȳǒ \ Ǔ ȡǑ¡ Ȳबारा। हनूमान Ǒ¡ ȱहरष अपारा।।
ǕǓ Ǖ Ǔ Ǔ ȲǑ गए। f Ǒ¡ ǒͬ
ǐ करत Ǔ नए।।
बार बार नारद ǓǕ ] Ǒ¡ @
Ȳ
ǐ पन
ु ीत राम के ȡ Ǒ¡ @
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Ǔ नव चरन ȯͨ ǓǕ ȡ¡ ȣȲ@Ħ é Ȫ सब कथा ¡ ȡ¡ ȣ@
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ǕǓ ǒ Ȳͬ
\ Ǔ सुख ȡ Ǒ¡ @
Ȳ ǕǓ ǕǓ तात करहु गुन ȡ Ǒ¡ @
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ȡǑ ȡǑ¡ ȡ¡ Ǒ¡ @
Ȳ ɮ ͪ Ħé Ǔ ǕǓ ] ¡ Ǒ¡ @ Ȳ@
ǕǓ गुन गान ȡͬ ǒ ȡȣ@
@सादर Ǖ Ǒ¡ Ȳपरम \ ͬ ȡȣ@
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दो0- Ȣ È
Ǖ Ħé
ǐ Ǖ Ǒ¡ Ȳतिज Ú ȡ @
जे ¡ ǐ कथाँ न Ǒ¡ ȲǓ Ǔ Û¡ के Ǒ¡ पाषान।।42।।
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एक बार रघनु ाथ बोलाए। गरु ɮͪ परु बासी सब आए।।
बैठे गरु ǓǕ \ ǽ ɮͪ Ï @बोले बचन भगत भव भंजन।।
सनहु सकल पुरजन मम बानी। कहउँ न कछु ममता उर आनी।।
Ǒ¡ Ȳ\ ȢǓ Ǒ¡ Ȳकछु Ĥ Ǖ ȡ_@सुनहु करहु जो à
Ǖ ¡ Ǒ¡ सोहाई।।
सोइ सेवक ͪĤ मम सोई। मम अनुसासन मानै जोई।।
ɋ \ ȢǓ कछु ȡɋ भाई। ɋ ȪǑ¡ बरजहु भय ǒ ȡ_@ @
°Ʌभाग मानष ु तनु पावा। सरु Ǖ [ सब Ē Ȳͬ Û¡ गावा।।
साधन धाम ȪÍ कर ɮ ȡȡ@पाइ न ȯǑ¡ Ȳपरलोक सँवारा।।
दो0-सो ğ दख
ु पावइ ͧ ǓǕ ǓǕ Ǔ ȡ^@
ȡ Ǒ¡ Ǒ[¡ _èǑ¡ ͧ Ø ȡ दोष लगाइ।।43।।
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f Ǒ¡ तन कर फल ǒ न भाई। è `[ èã अंत दख ु दाई।।
नर तनु पाइ ǒ ȱमन ȯ¡ ȣȲ@ Ǒ सुधा ते सठ ǒ ȯ¡ ȣ@
Ȳ@
ȡǑ¡ कबहुँ भल कहइ न कोई। गुंजा Ē ¡ ^ परस Ǔ खोई।।
आकर
ȡǐ Í चौरासी। ȪǓ ħ यह िजव \ ǒ ȡ Ȣ@
@
ͩ सदा माया कर Ĥȯȡ@काल [सभ
ु ाव गन
ु घेरा।।
कबहुँक ǐ ǽ ȡ नर ȯ¡ ȣ@दे त ईस ǒ Ǖहे तु ȯ¡ ȣ@
@
नर तनु भव ȡǐͬ कहुँ बेरो। Û Ǖ ǽ \ ǕĒ ¡ मेरो।।
करनधार सदगुर Ǻ± नावा। Ǖ [ साज सुलभ ǐ पावा।।
दो0-जो न तरै भव सागर नर समाज अस पाइ।
सो कृत Ǔ Ȳ Ȳ Ǔ ] × ȡ¡ Ǔ जाइ।।44।।
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ɋ परलोक इहाँ सख ु चहहू। ǓǕ मम बचन ıǙ ȱǺ± गहहू।।
सलु भ सख ु द मारग यह भाई। Ǔ Ȫǐ परु ान Į ǓǕ गाई।।
Ê ȡ अगम Ĥ× Ǘ¡ अनेका। साधन Ǒ न मन कहुँ टे का।।
करत ç बहु पावइ कोऊ। ǔÈ ¡ ȣ ȪǑ¡ ͪĤ Ǒ¡ Ȳसोऊ।।
ǔÈ Ǖ ğȲ सकल सुख खानी। ǒ Ǖसतसंग न ȡ Ǒ¡ ȲĤȡ Ȣ@
@
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Ǖ पंज
ु ǒ Ǖͧ Ǒ¡ Ȳन संता। Ȳ Ǔ Ȳ ǓǙ कर अंता।।
Û
Ǖ एक जग महुँ Ǒ¡ Ȳदज
ू ा। मन Đ बचन ǒ Ĥ पद पज
ू ा।।