You are on page 1of 6

॥ नागराज अष्टोत्तरशत नामावली ॥

ॎ महानागाय नमः ॥१॥


ॎ सर्व नागाय नमः ॥२॥
ॎ शेषनागाय नमः ॥३॥
ॎ कुलिकनागाय नमः ॥४॥
ॎ र्ासुलकनागाय नमः ॥५॥
ॎ शङ्खपािनागाय नमः ॥६॥
ॎ तक्षकनागाय नमः ॥७॥
ॎ महापद्मनागाय नमः ॥८॥
ॎ पद्मनागाय नमः ॥९॥
ॎ ककोटकनागाय नमः ॥१०॥
ॎ ब्रह्मनागाय नमः ॥११॥
ॎ लर्ष्णुनागाय नमः ॥१२॥
ॎ लशर्नागाय नमः ॥१३॥
ॎ ब्राह्मणनागाय नमः ॥१४॥
ॎ क्षलियनागाय नमः ॥१५॥
ॎ र्ैश्यनागाय नमः ॥१६॥
ॎ शुद्रनागाय नमः ॥१७॥
ॎ जिनागाय नमः ॥१८॥


ॎ थिनागाय नमः ॥१९॥
ॎ र्ायुनागाय नमः ॥२०॥
ॎ र्ारुणीनागाय नमः ॥२९॥
ॎ शब्दनागाय नमः ॥२२॥
ॎ चण्डनागाय नमः ॥२३॥
ॎ प्रचण्डनागाय नमः ॥२४॥
ॎ फणनागाय नमः ॥२५॥
ॎ सहस्रनागाय नमः ॥२६॥
ॎ लर्षधारीनागाय नमः ॥२७॥
ॎ लनलर्व षनागाय नमः ॥२८॥
ॎ दूलधयानागाय नमः ॥२९॥
ॎ डौंलडयानागाय नमः ॥३०॥
ॎ भत ू िेनागाय नमः ॥३१॥
ॎ पातािनागाय नमः ॥३२॥
ॎ सन ू नागाय नमः ॥३३॥
ॎ र्ेसन ू नागाय नमः ॥३४॥
ॎ मत्स्यनागाय नमः ॥३५॥
ॎ कूमव नागाय नमः ॥३६॥
ॎ र्ाराहनागाय नमः ॥३७॥


ॎ कच्छपनागाय नमः ॥३८॥
ॎ र्ामननागाय नमः ॥३९॥
ॎ परशुनागाय नमः ॥४०॥
ॎ रामनागाय नमः ॥४१॥
ॎ कािनागाय नमः ॥४२॥
ॎ बुलिनागाय नमः ॥४३॥
ॎ कालियानागाय नमः ॥४४॥
ॎ रूद्रनागाय नमः ॥४५॥
ॎ क्षेिपािनागाय नमः ॥४६॥
ॎ रक्षपािनागाय नमः ॥४७॥
ॎ गणनागाय नमः ॥४८॥
ॎ लर्राटनागाय नमः ॥४९॥
ॎ र्ेतािनागाय नमः ॥५०॥
ॎ सर्व कािनागाय नमः ॥५१॥
ॎ भलू मपािनागाय नमः ॥५२॥
ॎ जगतनागाय नमः ॥५३॥
ॎ प्रलसिनागाय नमः ॥५४॥
ॎ दृश्यनागाय नमः ॥५५॥
ॎ ऄदृश्यनागाय नमः ॥५६॥


ॎ पशुनागाय नमः ॥५७॥
ॎ औषधनागाय नमः ॥५८॥
ॎ ऄचरनागाय नमः ॥५९॥
ॎ गोचरनागाय नमः ॥६०॥
ॎ देर्नागाय नमः ॥६१॥
ॎ कङ्कािनागाय नमः ॥६२॥
ॎ महाकािनागाय नमः ॥६३॥
ॎ गरुड़ीनागाय नमः ॥६४॥
ॎ यमनागाय नमः ॥६५॥
ॎ लपङ्गिानागाय नमः ॥६६॥
ॎ कािानागाय नमः ॥६७॥
ॎ ििलजह्वानागाय नमः ॥६८॥
ॎ लकिनागाय नमः ॥६९॥
ॎ र्ज्रनागाय नमः ॥७०॥
ॎ कलपिनागाय नमः ॥७१॥
ॎ ऄमत ृ नागाय नमः ॥७२॥
ॎ साम्बनागाय नमः ॥७३॥
ॎ सौरनागाय नमः ॥७४॥
ॎ नग्ननागाय नमः ॥७५॥


ॎ मग्ननागाय नमः ॥७६॥
ॎ लदगम्बरनागाय नमः ॥७७॥
ॎ यज्ञनागाय नमः ॥७८॥
ॎ भक्तनागाय नमः ॥७९॥
ॎ अनन्दनागाय नमः ॥८०॥
ॎ शलक्तनागाय नमः ॥८१॥
ॎ उग्रनागाय नमः ॥८२॥
ॎ जपनागाय नमः ॥८३॥
ॎ तपनागाय नमः ॥८४॥
ॎ घोरनागाय नमः ॥८५॥
ॎ ऄघोरनागाय नमः ॥८६॥
ॎ छिनागाय नमः ॥८७॥
ॎ लछद्रनागाय नमः ॥८८॥
ॎ कमव नागाय नमः ॥ ८९॥
ॎ धमव नागाय नमः ॥ ९०॥
ॎ मोक्षनागाय नमः ॥९१॥
ॎ ज्ञानीनागाय नमः ॥९२॥
ॎ ऄज्ञानीनागाय नमः ॥९३॥
ॎ लबम्बनागाय नमः ॥९४॥


ॎ शीतनागाय नमः ॥९५॥
ॎ ऄलग्ननागाय नमः ॥९६॥
ॎ सर्व सम्पतनागाय नमः ॥९७॥
ॎ लर्करािनागाय नमः ॥९८॥
ॎ जोगनागाय नमः ॥९९॥
ॎ भोगनागाय नमः ॥१००॥
ॎ गहृ ्थनागाय नमः ॥१०१॥
ॎ ब्रह्मचारीनागाय नमः ॥१०२॥
ॎ जयनागाय नमः ॥१०३॥
ॎ लर्जयनागाय नमः ॥१०४॥
ॎ संग्रामीनागाय नमः ॥१०५॥
ॎ मारणेनागाय नमः ॥१०६॥
ॎ शान्तनागाय नमः ॥१०७॥
ॎ लसिनागाय नमः ॥१०८॥

॥ श्रीगढ़वालीशाबरतंत्रसारे नागराजअष्टोत्तरशतनामावली सत्या:सन्तु ममकामा: ॥

You might also like